देहरादून आपदा: मंझाड़ा गांव में मलबे में दबे वीरेंद्र उरांव का शव बरामद, परिवार में मातम
Uttarakhand News 21Sep2025/sbkinews.in
देहरादून के मंझाड़ा गांव में आई आपदा ने एक गरीब परिवार के सपने छीन लिए हैं। ग्रामीणों की मदद करते हुए मलबे में दबे वीरेंद्र उरांव का शव तीसरे दिन बरामद हुआ है। उनकी मौत से पत्नी रीना देवी और बच्चों का हाल बुरा है।
वीरेंद्र उरांव अपने बच्चों को अफसर और डॉक्टर बनाना चाहते थे। उन्होंने अपने परिवार के उज्जवल भविष्य के लिए कड़ी मेहनत की थी। बेरहमी से आई आपदा ने उनके ये सपने अधर में लटका दिए। उनकी पत्नी रीना देवी ने कहा है कि वे बच्चों को पढ़ाकर वीरेंद्र के सपने को ज़रूर पूरा करेंगी।
मंझाड़ा गांव में भारी बारिश और बादल फटने की वजह से टूटे पहाड़ का विशाल हिस्सा गिर गया था, जिससे कई घर मलबे में दब गए और कई लोग लापता हो गए। प्रशासन और बचाव दल लगातार राहत कार्यों में जुटे हैं।
परिवार और गांव में शोक का माहौल है, साथ ही राहत और पुनर्वास कार्य तेज़ी से चल रहे हैं। स्थानीय लोग उम्मीद कर रहे हैं कि भविष्य में ऐसी आपदाओं से बचाव के लिए बेहतर प्रबंध किए जाएं, ताकि किसी और परिवार का उज्जवल भविष्य अंधकारमय न हो।
देहरादून-मसूरी रोपवे निर्माण को भारी बारिश ने पहुंचाया 15 लाख रुपये का नुकसान
Uttarakhand News 21Sep2025/sbkinews.in
उत्तराखंड के देहरादून-मसूरी रोपवे परियोजना को भारी बारिश के कारण भारी नुकसान झेलना पड़ा है। पुरकुल में स्थित लोअर टर्मिनल स्टेशन साइट में मलबे के कारण करीब 15 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। भारी बारिश की वजह से निर्माण सामग्री बह गई है, जिससे मजदूरों को काम करने में भी कठिनाई हो रही है।
इस परियोजना का उद्देश्य देहरादून से मसूरी तक यात्रा को मात्र 15 मिनट में पूरा करना है, लेकिन भारी बारिश ने इस लक्ष्य के सामने बड़ी बाधा खड़ी कर दी है। वैज्ञानिकों ने इस इलाके में हो रही खुदाई और जंगलों के कटाव को लेकर भी चिंता व्यक्त की है, क्योंकि इससे पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।
स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि मलबा हटाने और निर्माण सामग्री की बहाली के लिए काम किया जा रहा है, लेकिन मौसम की बेरुखी ने परियोजना के प्रगति को काफी प्रभावित किया है। मजदूरों ने भी बारिश के कारण कार्य स्थलों पर आने जाने में परेशानी होने की बात कही है।
रोपवे का निर्माण उत्तराखंड के पर्यटन विकास में एक बड़ा कदम माना जा रहा है, क्योंकि इससे पर्यटक मसूरी तक तेज़ और आरामदायक यात्रा कर सकेंगे। प्रशासन अब इस नुकसान की भरपाई और सुरक्षा उपायों को लेकर मंथन कर रहा है ताकि भविष्य में ऐसी आपदाओं से बचा जा सके।
उत्तराखंड के काशीपुर में मासूम बच्ची की तबीयत गंभीर, एयरलिफ्ट कर ऋषिकेश एम्स पहुंचाया गया
Uttarakhand News 21Sep2025/sbkinews.in
उत्तराखंड के काशीपुर में दो माह की नवजात बच्ची की तबीयत अचानक बिगड़ गई। बच्ची को गंभीर हृदय रोग था, जिसकी वजह से उसे तुरंत विशेषज्ञ देखभाल की जरूरत थी। स्थानीय प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए बच्ची को एयर एंबुलेंस से ऋषिकेश एम्स के लिए एयरलिफ्ट कर दिया।
परिजन और स्थानीय प्रशासन दोनों ने इस सुविधा के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार व्यक्त किया है। एम्स के डॉक्टरों ने बताया कि बच्ची की हालत फिलहाल स्थिर है और सुधार की अच्छी संभावना है।
एम्स ऋषिकेश के पेडियाट्रिक कॉर्डियोथोरेसिक विभाग के डॉक्टर बच्ची की देखभाल कर रहे हैं। पिछले साल भी एम्स ने एक अन्य मासूम का सफल ऑपरेशन कर जीवनदान दिया था, और यहां की विशेषज्ञ टीम बच्चों के जटिल हृदय रोगों में माहिर मानी जाती है।
इस घटना ने राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं और प्रशासन की तत्परता को भी उजागर किया है। समय रहते शुरू की गई एयरलिफ्टिंग ने बच्ची की जान बचाई और इस तरह की व्यवस्था प्रदेश के मरीजों के लिए उम्मीद की किरण बन गई है।
उत्तराखंड: कोटद्वार में आयरन-स्टील फर्मों पर राज्य कर विभाग का छापा, 2.27 करोड़ वसूला
Uttarakhand News 21Sep2025/sbkinews.in
उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के कोटद्वार क्षेत्र में राज्य कर विभाग की विशेष अनुसंधान शाखा ने पांच आयरन और स्टील फर्मों पर छापा मारकर 2.27 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला है। फर्मों पर अवैध इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ उठाने, जीएसटी अपवंचन और स्टॉक में गड़बड़ी करने का आरोप है।
आयुक्त राज्य कर सोनिका के निर्देश पर हुई इस कार्रवाई में विभाग ने मौके पर ही फर्मों से कर और जुर्माना वसूलते हुए उनके अभिलेख जब्त कर लिए हैं। आयरन-स्टील निर्माताओं द्वारा अपने रिटर्न में कैश भुगतान को कम या शून्य दिखाने वाली शिकायतों के आधार पर कार्रवाइयां कड़ी की गई हैं।
इस छापेमारी में उपायुक्त कार्तिकेय वर्मा की अगुवाई में सहायक आयुक्त अंजनी कुमार सिंह, विनोद आर्य और अन्य अधिकारी शामिल थे। जांच के दौरान फर्मों के स्टॉक और कच्चे माल के आंकड़ों में विसंगतियां भी पाई गईं, जिनके चलते गड़बड़ी की पुष्टि हुई है।
राज्य कर विभाग ने कहा है कि जांच जारी रहेगी और नियमों के अनुसार कर वसूली और जुर्माना निर्धारित किया जाएगा। यह कार्रवाई उत्तराखंड सरकार की कर चोरी रोकने की सख्त नीति के अंतर्गत की गई है।
अल्मोड़ा में साइबर ठगी के दो मामले, एक युवक से 45 हजार रुपये की ठगी, दूसरे के बैंक खाते से दो लाख रुपये बचाए गए
Uttarakhand News 21Sep2025/sbkinews.in
उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के चौखुटिया क्षेत्र में साइबर ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बसभीड़ा के एक युवक से ठगों ने 45 हजार रुपये ठग लिए। ठग ने खुद को युवक का चाचा बताते हुए पैसे मांगे थे और युवक ने झांसे में आकर रकम भेज दी। ठगी की जानकारी होने के बाद युवक ने कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
इसी बीच रामपुर में एक व्यक्ति के बैंक खाते से दो लाख रुपये निकाले जाने का प्रयास हुआ, लेकिन बैंक कर्मचारी की सतर्कता से यह रकम बचा ली गई। बैंक ने तुरंत मामले की जानकारी पुलिस को दी और डिजिटल अरेस्ट के तहत जांच शुरू कर दी गई है।
पुलिस ने साइबर ठगी की बढ़ती घटनाओं को लेकर आम नागरिकों को सचेत किया है कि वे किसी भी ऑनलाइन लेनदेन या कॉल पर बिना पुष्टि के पैसे न भेजें। किसी अज्ञात व्यक्ति के झांसे में आने से बचें और यदि किसी प्रकार की धोखाधड़ी का शिकार हों तो तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत करें।
एसएसपी देवेंद्र पींचा ने बताया कि साइबर अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई जारी है और वे लोग ऑनलाइन ठगी के नए-मोडस ऑपरेन्डी से जुड़े सभी मामलों की गहन जांच कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनता को जागरूक करना भी प्राथमिकता है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग ऐसे अपराधों से बच सकें।


