जीबी पंत अस्पताल नर्सों ने अधिकारी के खिलाफ दुर्व्यवहार और दबाव का मोर्चा खोला, नर्सेज एसोसिएशन ने काम बंद की दी चेतावनी

Delhi News 06Nov2025/sbkinews.in
जीबी पंत अस्पताल की नर्सों ने अस्पताल के एक अधिकारी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और उन पर बेइज्जती व अकेले में मिलने का दबाव बनाने का गंभीर आरोप लगाया है। नर्सेज एसोसिएशन के प्रतिनिधियों का कहना है कि उन्होंने इस दुर्व्यवहार की शिकायत की, लेकिन उनकी आवाज़ दबाने की कोशिश की गई।
एसोसिएशन की अध्यक्ष ने सरकार और अस्पताल प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर आरोपित अधिकारी के खिलाफ उचित कार्रवाई नहीं की गई तो नर्सें काम बंद जैसी जंगी कार्रवाई पर उतारू हो जाएंगी। इस स्थिति ने अस्पताल के माहौल को तनावपूर्ण बना दिया है और मरीजों की सेवा पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ने का खतरा है।
घटना में आरोपी अधिकारी द्वारा नर्सों पर मानसिक और भावनात्मक दबाव बनाने की बात भी सामने आई है, जो कार्यस्थल में सुरक्षित माहौल का गंभीर उल्लंघन है। नर्सेज एसोसिएशन ने कहा कि वे अपनी गरिमा और सम्मान की रक्षा के लिए आगे बढ़ेंगी और इस तरह की शिकायतों को अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए।
इस मामले पर अभी तक स्वास्थ्य मंत्री की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, जिससे कर्मचारियों में निराशा की लहर है। चिकित्सकों और अन्य कर्मचारियों के बीच भी चर्चा चल रही है, जो इस मामले को लेकर बेहद चिंतित हैं।
स्वास्थ्य सेवा के लिए यह गंभीर समस्या है, जो कर्मचारियों के मनोबल को कमजोर कर सकती है और समग्र स्वास्थ्य प्रणालियों की विश्वसनीयता पर सवाल उठा सकती है।
दिल्ली हाई कोर्ट ने बंजारा समुदाय के हिंदू रीति-रिवाज के विवाहों को हिंदू विवाह अधिनियम के दायरे में शामिल किया

Delhi News 06Nov2025/sbkinews.in
दिल्ली उच्च न्यायालय ने एक अहम फैसला सुनाया है जिसमें स्पष्ट किया गया है कि हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार होने वाले बंजारा समुदाय के विवाह अब हिंदू विवाह अधिनियम के अंतर्गत मान्य होंगे। इससे बंजारा समुदाय के लोगों को विवाह से जुड़ी कानूनी सुरक्षा और अधिकार मिलने की उम्मीद बढ़ गई है।
यह निर्णय बंजारा समुदाय के धर्म और परंपराओं को सम्मान देते हुए उन्हें आधुनिक कानूनी दायरे में लाने का प्रयास है। न्यायालय ने यह भी रेखांकित किया कि ग्रामीण और आदिवासी रीति-रिवाजों से जुड़ी शादी को भारतीय कानूनी व्यवस्था से अलग नहीं किया जा सकता।
इस फैसले से बंजारा समुदाय के सदस्य अब विवाह संपन्न होने के बाद कानूनी दस्तावेज और सुरक्षा के अधिकारीक हकदार होंगे जैसे कि संपत्ति में हिस्सा, तलाक, पैतृक अधिकार आदि। इससे उनके सामाजिक और आर्थिक अधिकारों को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी।
इस निर्णय को सामाजिक न्याय की दिशा में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है और उम्मीद है कि इससे अन्य समुदायों के लिए भी समान अधिकारों की मांग को बल मिलेगा। यह फैसला भारतीय विवाह कानून को व्यापक रूप देने में भी सहायक होगा।
ग्रेटर नोएडा से नई-पुरानी दिल्ली रूट पर यूपी रोडवेज की बसें हटाईं, राजधानी जाने वाले यात्रियों को हो रही परेशानी

Delhi News 06Nov2025/sbkinews.in
ग्रेटर नोएडा डिपो से दिल्ली के लिए संचालित यूपी रोडवेज की 49 बसें खराब होने के कारण रूट से हटा दी गई हैं, जिससे यात्रियों को राजधानी पहुंचने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। खासतौर पर नई और पुरानी दिल्ली के रूट के यात्रियों को लगातर बसें बदलनी पड़ रही हैं, जो यात्रा को जटिल और थकाऊ बना रही है।
यात्री इस बदलाव से असंतुष्ट हैं क्योंकि वे बिना किसी परेशानी के सीधे दिल्ली जाना चाहते थे। डिपो को नई बसें मिली हैं, लेकिन संख्या में वे पर्याप्त नहीं हैं, जिसके कारण पुरानी बसों को निकालकर नई बसें चलाने में मुश्किल आ रही है। पुरानी बसों की नीलामी की प्रक्रिया भी चल रही है ताकि उन्हें हटाकर स्थान बनाया जा सके।
यूपी रोडवेज प्रशासन नई बसों की अत्यधिक मांग को पूरा करने के लिए प्रयासरत है। इसके साथ ही डिपो सीधी बस सेवा शुरू करने के विकल्पों पर भी कार्य कर रहा है ताकि यात्रियों को सुविधा हो सके।
इस सुधार के बावजूद फिलहाल यात्रियों को यात्रा में असुविधा का सामना करना पड़ रहा है, इसलिए जल्द से जल्द प्रक्रिया पूरी करके बेहतर सेवाएं उपलब्ध कराने की जरूरत है।
दिल्ली में 2800 नई इलेक्ट्रिक बसें जल्द शुरू, प्रदूषण मुक्त सार्वजनिक परिवहन की ओर बड़ा कदम

Delhi News 06Nov2025/sbkinews.in
दिल्ली में सार्वजनिक परिवहन को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए पिछले कुछ वर्षों में कई प्रयास किए गए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री की आप सरकार ने लगभग 10 वर्षों में 1970 इलेक्ट्रिक बसें चलाई थीं, जबकि वर्तमान भाजपा सरकार ने केंद्र की सहायता से अब तक लगभग 2100 इलेक्ट्रिक बसें परिचालित की हैं।
हालांकि, प्रदूषण की गंभीर स्थिति को देखते हुए यह संख्या पर्याप्त नहीं मानी जा रही है। दिल्ली सरकार ने पीएम ई-ड्राइव योजना के तहत 2800 नई हाई-टेक इलेक्ट्रिक बसें लाने का मेगा प्लान तैयार किया है। टेंडर प्रक्रिया चल रही है और फरवरी 2026 से बसों की टेस्टिंग शुरू होगी। मई 2026 तक 40 प्रतिशत बसें और सितंबर तक पूरी संख्या सड़कों पर आएगी।
नई इलेक्ट्रिक बसें पर्यावरण के लिए बेहतर हैं, ये आवाजाही को शांत और प्रदूषण मुक्त करेंगी। दिल्ली परिवहन निगम (DTC) भी इलेक्ट्रिक डबल डेकर बसों का परीक्षण कर रहा है, जिससे सार्वजनिक परिवहन और आधुनिक और पर्यावरण-अनुकूल बनेगा।
परिवहन मंत्री पंकज कुमार सिंह ने कहा है कि यह प्रयास प्रदूषण नियंत्रण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। सरकार पुरानी सीएनजी और डीजल बसों को हटाकर इलेक्ट्रिक बसों से बदलने की पेशकश कर रही है। आगामी वर्षों में दिल्ली की सड़कों पर हजारों इलेक्ट्रिक बसें दौड़ेंगी, जिससे राजधानी में प्रदूषण कम करने में मदद मिलेगी।
दिल्ली में ग्रेप नियमों की अवहेलना, निर्माण सामग्री खुले में पड़ी, प्रदूषण स्तर में वृद्धि

Delhi News 06Nov2025/sbkinews.in
दिल्ली में सर्दियों के आगमन के साथ ही प्रदूषण की गंभीर समस्या फिर उभर कर सामने आई है। एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) लागू होने के बावजूद पूर्वी दिल्ली में नियमों का उल्लंघन हो रहा है। निर्माण सामग्री को खुले में रखा जा रहा है, जिससे धूल-मिट्टी हवाओं में उड़ रही है और इस कारण शहर की हवा और अधिक जहरीली होती जा रही है।
सरकारी विभाग और निगम के अधिकारी प्रतिबंधों को लागू कराने में नाकाम साबित हो रहे हैं। कुछ क्षेत्रों में एंटी-स्मॉग गन लगी हुई है, लेकिन उसका भी सही इस्तेमाल नहीं हो रहा। निर्माण कार्य स्थलों पर पानी छिड़काव आदि जैसे आवश्यक उपाय नहीं किए जा रहे हैं, जिससे धूल फैलने से रोक नहीं पायी जा रही।
स्थानीय निवासी और दुकानदार धूल के कारण स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों को लेकर परेशान हैं। दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता ‘खराब’ से ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पहुंच चुकी है। केंद्र और राज्य सरकारों के लिए प्रदूषण नियंत्रण के लिए कड़े और प्रभावी कदम उठाना अब जरूरी हो गया है।
कमिशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट ने चेतावनी दी है कि नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ भारी जुर्माने और बंदिशों का प्रावधान किया जाएगा। 500 वर्ग मीटर से बड़े निर्माण परियोजनाओं को डस्ट मैनेजमेंट प्लान के तहत काम करना अनिवार्य किया गया है।
दिल्ली के धुंधले आसमान और वियना के साफ नीले आसमान की तुलना, प्लेन से वायरल हुआ वीडियो

Delhi News 06Nov2025/sbkinews.in
दिल्ली के आसमान में हाल ही में पैदा हुए घने स्मॉग की तुलना वियना के साफ और स्वच्छ पर्यावरण से की गई है। एक युवक ने प्लेन से वियना का वीडियो रिकॉर्ड किया है, जिसमें साफ और नीला आसमान दिखाई दे रहा है, जो दिल्ली के धुंधले और प्रदूषण से भरपूर आसमान के उलट है।
दिल्ली में पराली जलाने, औद्योगिक धुएं और बढ़ते वाहनों के कारण हवा की गुणवत्ता अत्यंत खराब हो गई है। राष्ट्रीय राजधानी का AQI (एयर क्वालिटी इंडेक्स) ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पहुंच गया है, जिससे सांस संबंधी बीमारियों में वृद्धि हो रही है। उक्त स्थिति ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों और डॉक्टरों को चेतावनी जारी करने के लिए मजबूर किया है, जिन्होंने लोगों को प्रदूषण कम होने तक दिल्ली छोड़ने की सलाह दी है।
सांस्कृतिक और सामाजिक गतिशीलताओं के साथ प्रदूषण की यह समस्या आम जीवन को प्रभावित कर रही है। विशेष रूप से बुजुर्ग, बच्चे और पहले से बीमार लोग इस विषम परिस्थिति में अधिक संवेदनशील हैं।
सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल हो रहा है, जिससे प्रदूषण के खिलाफ जागरूकता भी बढ़ रही है। यह तुलना दिल्लीवासियों के लिए चिंता का विषय है और प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत को स्पष्ट करती है।


