शेख हसीना को मिली फांसी की सजा, बांग्लादेश की पूर्व पीएम पर फैसला सुनाते हुए कोर्ट ने क्या कहा?

Delhi News 18Nov2025/sbkinews.in
ढाका। बांग्लादेश की अदालत ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को मानवता के खिलाफ अपराधों का दोषी ठहराते हुए फांसी की सजा सुनाई है। यह फैसला प्रदर्शनकारियों की हत्या और हिंसा भड़काने के आरोपों पर आधारित है। अदालत ने उन्हें भगोड़ा घोषित किया है और पूर्व गृह मंत्री तथा पुलिस महानिरीक्षक को भी बराबर का आरोपी बताया है।
अदालत के फैसले के अनुसार, शेख हसीना और उनके सहयोगियों पर आरोप है कि उन्होंने 2024 के छात्र आंदोलन के दौरान सुरक्षा बलों को जानबूझकर घातक बल का इस्तेमाल करने का आदेश दिया, जिससे 1400 से अधिक लोगों की मौत हुई।
अदालत ने कहा कि शेख हसीना ने निर्देश दिए कि ड्रोन, हेलीकॉप्टर और घातक हथियारों का इस्तेमाल करके निर्दोष प्रदर्शनकारियों पर हमला किया जाए। अदालत ने इस घटना को मानवता के खिलाफ अपराध बताया और शेख हसीना को भगोड़ा घोषित कर दिया।
अदालत ने शेख हसीना के अलावा पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमान खान कमाल और पूर्व पुलिस महानिरीक्षक चौधरी अब्दुल्ला अल-ममुन को भी दोषी ठहराया है। अदालत ने शेख हसीना और खान की संपत्ति जब्त करने और पीड़ितों को मुआवजा देने का आदेश दिया है।
दिल्ली में कृत्रिम वर्षा के प्रयासों पर मंडराए संकट के बादल, तीन ट्रायल बाकी और सिर्फ13 दिन की मंजूरी

Delhi News 18Nov2025/sbkinews.in
दिल्ली में कृत्रिम वर्षा के प्रयासों पर मंडराए संकट के बादल, तीन ट्रायल बाकी और सिर्फ13 दिन की मंजूरीदिल्ली। दिल्ली में प्रदूषण से निपटने के लिए कृत्रिम वर्षा (क्लाउड सीडिंग) के प्रयास इन दिनों मुश्किल में हैं।
मौसम अनुकूल न होने से क्लाउड सीडिंग के ट्रायल नहीं हो पा रहे हैं, जबकि डीजीसीए की अनुमति भी खत्म होने वाली है। आईआईटी कानपुर की टीम बादलों का इंतजार कर रही है, लेकिन मौसम विभाग के अनुसार अगले एक सप्ताह में बादल छाने की संभावना नहीं है।
पर्यावरणविदों का मानना है कि सर्दियों में दिल्ली की जलवायु क्लाउड सीडिंग के लिए उपयुक्त नहीं है। अब तक दिल्ली में क्लाउड सीडिंग के दो परीक्षण हो चुके हैं, जिनमें से एक में हल्की बारिश हुई, जबकि दूसरे में नमी की कमी के कारण असफलता मिली। अब बचे हुए तीन ट्रायल के लिए बस13 दिन की मंजूरी बची है।
डीजीसीए ने पांच ट्रायल की अनुमति दी थी, जिसमें से दो पूरे हो चुके हैं।पर्यावरणविदों का कहना है कि दिल्ली में नमी का स्तर आमतौर पर क्लाउड सीडिंग के लिए पर्याप्त नहीं होता, इसलिए इस तकनीक का प्रभाव अस्थायी और सीमित रह सकता है। सरकार का उद्देश्य है कि इस नवाचार के माध्यम से राजधानी की हवा को स्वच्छ और वातावरण को संतुलित बनाया जा सके।
लाल किला बम कांड के बाद MCD सख्त, पार्किंग में अब गाड़ी घुसने से पहले होगी तलाशी; क्या है नियम?

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दिल्ली। लाल किले में बम विस्फोट के बाद, एमसीडी ने पार्किंग स्थलों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए नए नियम लागू किए हैं। अब वाहनों की जांच अनिवार्य होगी और अतिरिक्त सुरक्षा गार्ड तैनात किए जाएंगे।
सुरक्षा नियमों का उल्लंघन करने पर ठेकेदारों पर कार्रवाई की जाएगी। लावारिस वाहनों को हटाने और सीसीटीवी कैमरे लगाने जैसे उपाय भी किए जाएंगे, जिससे पार्किंग स्थलों की सुरक्षा पुख्ता हो सके।
एमसीडी की बैठक में यह फैसला लिया गया कि निगम की सभी450 पार्किंग स्थलों को सीसीटीवी कैमरों से लैस किया जाएगा। प्रत्येक पार्किंग स्थल पर चौबीसों घंटे प्रशिक्षित व सत्यापित सुरक्षा गार्ड तैनात किए जाएंगे। गाड़ियों की डिक्की, इंजन और ड्राइवर का मोबाइल नंबर भी दर्ज किया जाएगा।
सुरक्षा मानकों का अनुपालन न करने वाले ऑपरेटरों पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी, जिसमें अनुबंध रद्द करने तक का प्रावधान शामिल है।इसके अलावा, अग्निशमन यंत्र की संख्या बढ़ाई जाएगी और पूरे पार्किंग परिसर में उच्च क्षमता वाली एलईडी लाइटें लगाई जाएंगी। लावारिस वाहनों को तुरंत हटाया जाएगा और निजी कार डीलरों की गाड़ियों को भी रोका जाएगा।
यह सुनिश्चित किया जाएगा कि पार्किंग स्थल आम लोगों के लिए सुरक्षित और व्यवस्थित रहें।
Agra–Lucknow Expressway Accident: बस हादसे में यूपी समेत चार अलग-अलग राज्यों के यात्री हुए घायल, यहां देखें पूरी सूची

Delhi News 18Nov2025/sbkinews.in
कानपुर। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर हुए बस हादसे में एक बच्चे सहित तीन लोगों की मौत हो गई और कई यात्री घायल हो गए। दुर्घटना में बिहार, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और हरियाणा के यात्री शामिल हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हादसा सुबह करीब 4 बजे हुआ, जब बस आगरा से लखनऊ जा रही थी। बस ने एक्सप्रेसवे के डिवाइडर से टक्कर मारी और पलट गई। इसमें तीन लोगों की मौत हुई, जिनमें एक बच्चा भी शामिल है।
घायलों में बिहार के 15 यात्री, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और हरियाणा के यात्री शामिल हैं। घायलों को लाला लाजपत राय अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
पुलिस ने बताया कि बस के चालक की गाड़ी पर नियंत्रण खो गया, जिससे यह दुर्घटना हुई। घायलों की सूची में बिहार के 15, उत्तर प्रदेश के 10, दिल्ली के 5 और हरियाणा के 3 यात्री शामिल हैं। अस्पताल के अधिकारियों ने कहा कि सभी घायलों को तुरंत उपचार दिया जा रहा है।
गीजर नहीं, कंबल कम, खिड़कियां टूटी... दिल्ली में शेल्टर होम या ठंडा जेल?

Delhi News 18Nov2025/sbkinews.in
दिल्ली। सर्दी बढ़ने के साथ ही रोहिणी, मंगोलपुरी और सुल्तानपुरी के आश्रय गृहों में गर्म पानी की कमी हो गई है। कई जगहों पर खिड़कियाँ टूटी हैं और पर्याप्त बिस्तर भी नहीं हैं।
निवासियों को ठंडे पानी से नहाना पड़ रहा है, जिससे उन्हें काफ़ी परेशानी हो रही है। अधिकारियों को इस समस्या के बारे में सूचित कर दिया गया है।आश्रय गृहों में गीजर की कमी के कारण निवासियों को ठंडे पानी से नहाना पड़ रहा है, जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।
कई जगहों पर खिड़कियाँ टूटी होने के कारण ठंडी हवा अंदर आ रही है, जिससे ठंड का असर बढ़ गया है। बिस्तरों की संख्या कम होने के कारण लोग फर्श पर सो रहे हैं।
कंबलों की भी कमी है, जिससे रातें और भी कठिन हो गई हैं।स्थानीय निवासियों ने बताया कि उन्हें बार-बार शिकायतें करने के बाद भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। अधिकारियों ने इस समस्या को गंभीरता से लेने का आश्वासन दिया है, लेकिन अभी तक कोई उल्लेखनीय सुधार नहीं हुआ है। आश्रय गृहों की इन खराब स्थितियों के कारण लोग खुद को जेल जैसा महसूस कर रहे हैं।
दिल्ली के इस इलाके में63.74 करोड़ की स्मार्ट पार्किंग बनी,52 दिन बाद भी ताला; किसने रोका रास्ता?

Delhi News 18Nov2025/sbkinews.in
ग्रेटर कैलाश-1 के एम ब्लॉक मार्केट में पार्किंग की समस्या को हल करने के लिए बनी स्वचालित कार पार्किंग का उद्घाटन27 सितंबर को हुआ था।
₹63.74 करोड़ की लागत से बनी इस पार्किंग में399 वाहनों की क्षमता है। पेड़ों की कटाई की अनुमति में देरी के कारण यह अभी तक शुरू नहीं हो पाई है, लेकिन दिसंबर तक इसके शुरू होने की उम्मीद है।
पार्किंग का उद्घाटन दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने किया था। इस पार्किंग को बनाने में तीन साल लगे और इसमें रोबोटिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। प्रत्येक मंजिल पर57 गाड़ियों के लिए जगह है।
गाड़ियों को पार्क करने के लिए किसी इंसान की जरूरत नहीं पड़ेगी, यह पूरी तरह स्वचालित है।पेड़ों की कटाई के लिए वन विभाग की अनुमति के इंतजार के कारण प्रोजेक्ट में देरी हुई है। इसके अलावा, आग बुझाने के लिए अग्निशमन व्यवस्था और1.5 लाख लीटर की क्षमता वाला अंडरग्राउंड वॉटर टैंक भी बनाया गया है। स्थानीय निवासी मासिक शुल्क देकर अपनी गाड़ियां रात में यहां पार्क कर सकेंगे।


