अल्मोड़ा के मैंचोड़ गांव में निर्माण कार्य के दौरान भूस्खलन से दीवार ढही, मलबे में दबने से एक मजदूर की मौत, दो घायल
Uttarakhand News 26Nov2025/sbkinews.in
अल्मोड़ा जिले के मैंचोड़ गांव में एक दुखद घटना सामने आई, जहां निर्माण कार्य के दौरान अचानक भू-धंसाव की वजह से घर के पीछे खड़ी दीवार ढह गई। इस हादसे में तीन लोग, जिनमें मकान मालिक भी शामिल हैं, मलबे में दब गए।
जिस दौरान दीवार गिरी, उस समय तीनों वहां मौजूद थे। इस उत्तम प्रयास के बावजूद एक मजदूर की मौत हो गई जबकि दो अन्य घायल हो गए। घायलों को तत्काल स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
आपदा प्रबंधन विभाग और एसडीआरएफ की टीम ने मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य किया। बचाव दल ने मलबे के नीचे दबे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला और घायल स्थिति में अस्पताल पहुंचाया। प्रशासन ने क्षेत्र में आवश्यक राहत कार्य भी शुरू किए हैं।
पुलिस और प्रशासन घटना की जांच कर रहे हैं और भूस्खलन के कारणों का पता लगाने के लिए विशेषज्ञों को बुलाया गया है। स्थानीय लोग भी इस हादसे को लेकर चिंतित हैं।
यह घटना एक बार फिर क्षेत्र में सुरक्षा मानकों पर सवाल उठाती है, खासकर अवैध निर्माण और कमजोर संरचनाओं को लेकर। प्रशासन को अब कड़ी कार्रवाई करनी होगी ताकि भविष्य में ऐसे हादसे न हों।
उत्तराखंड आंदोलन के प्रखर योद्धा और पूर्व कैबिनेट मंत्री दिवाकर भट्ट का निधन, मुख्यमंत्री धामी ने जताया गहरा दुख
Uttarakhand News 26Nov2025/sbkinews.in
उत्तराखंड क्रांति दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री दिवाकर भट्ट का 79 वर्ष की आयु में निधन हो गया। दिवाकर भट्ट ने उत्तराखंड राज्य आंदोलन में अहम भूमिका निभाई थी और विभिन्न संघर्षों में अग्रिम पंक्ति में रहे। उन्होंने विशेष रूप से श्रीयंत्र टापू और खैट पर्वत पर किए गए अनशन के दौरान राज्य निर्माण के लिए अहम योगदान दिया था।
दिवाकर भट्ट की हिम्मत, नेतृत्व और समर्पण ने उत्तराखंड आंदोलन को नई ऊर्जा दी। उनके निधन से पूरे प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई है और उनके राजनीतिक साथियों, समर्थकों तथा आम लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिवाकर भट्ट के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि दिवाकर भट्ट उत्तराखंड आंदोलन के सच्चे योद्धा थे जिन्होंने अपनी कुर्बानी और संघर्ष से प्रदेश को आज़ादी दिलाई। मुख्यमंत्री ने दिवाकर भट्ट के परिवार को घोर दुख की इस घड़ी में धैर्य और सहनशीलता बनाए रखने की प्रार्थना की।
सरकार ने दिवाकर भट्ट को श्रद्धांजलि देते हुए उनकी राजनीतिक सेवाओं को हमेशा याद रखने का वादा किया है। उनके योगदान को सदैव याद किया जाएगा, जो आज भी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
उत्तराखंड आंदोलन के महत्वपूर्ण योद्धा दिवाकर भट्ट ने अपनी जिंदगी में उत्तराखंड के हित में अनेक कठिनाईयों का सामना किया और उसका संघर्ष आज भी सभी के लिए मिसाल है। उनकी कमी उत्तराखंड की राजनीति और सामाजिक आंदोलनों में हमेशा महसूस की जाएगी।
देवप्रयाग के गोर्ती कांडा गांव में आतंक मचाने वाला गुलदार आखिरकार पिंजरे में कैद, वन विभाग ने भेजा रेस्क्यू सेंटर
Uttarakhand News 26Nov2025/sbkinews.in
देवप्रयाग के गोर्ती कांडा गांव में आतंक का पर्याय बने गुलदार को वन विभाग की टीम ने पिंजरे में कैद कर लिया है। यह गुलदार इलाके में खुलेआम आतंक मचाता रहा था और उसने कई बकरियों को अपना निवाला बना लिया था, जिससे ग्रामीण काफी परेशान थे और उनकी शिकायतें वन विभाग तक पहुंची थीं।
वन विभाग ने तत्काल कार्रवाई करते हुए गुलदार को पकड़कर उसे सुरक्षित रूप से रेस्क्यू सेंटर भेज दिया है, जहां उसकी देखभाल की जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि इस कदम से इलाके के लोगों को काफी राहत मिली है क्योंकि गुलदार का आतंक खत्म होना ग्रामीणों के लिए बड़ी खुशी की बात है।
ग्रामीणों का कहना है कि आसपास के क्षेत्र में अभी भी कई गुलदार हो सकते हैं, जो लोगों और उनके पशुओं के लिए खतरा बने हुए हैं। इसलिए वन विभाग को सलाह दी गई है कि वे पूरे इलाके में गश्त तेज करें और अन्य गुलदारों को भी पकड़ने का प्रयास करें ताकि ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
वन विभाग ने स्थानीय लोगों को सुरक्षा के मद्देनजर सावधानी बरतने और गुलदार के किसी भी दिखने पर तुरंत सूचना देने की अपील की है। इनके सहयोग से ही वन विभाग क्षेत्र में शांति बहाल कर पाएगा।
यह घटना देवप्रयाग में वन्यजीवों और मानव जीवन के बीच तालमेल की जरूरत को ध्यान में रखकर समाधान के प्रयासों का हिस्सा है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मनरेगा कर्मकारों के लिए उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निकार कर्मकार कल्याण बोर्ड में पंजीकरण की शुरुआत की, जिससे उन्हें सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ मिलेगा
Uttarakhand News 26Nov2025/sbkinews.in
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निकार कर्मकार कल्याण बोर्ड में मनरेगा कर्मकारों के पंजीकरण का शुभारंभ किया है। उन्होंने कहा कि सरकार समाज के अंतिम व्यक्ति के विकास को महत्वपूर्ण मानती है और इस योजना से प्रदेश के लाखों मनरेगा श्रमिकों को कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा।
सीएम धामी ने बताया कि मनरेगा के तहत 16.3 लाख श्रमिक पंजीकृत हैं, जिनमें से 9.5 लाख सक्रिय हैं। अब न्यूनतम 90 दिन काम करने वाले श्रमिक भी बोर्ड की योजनाओं का लाभ ले सकेंगे। यह पंजीकरण ऑनलाइन पोर्टल पर विकासखंड स्तर पर किया जाएगा।
सीएम ने कहा कि प्रदेश में जहां श्रमिकों का कल्याण हो, वहीं उद्योगों और निवेशकों को भी प्रोत्साहित किया जाएगा ताकि रोजगार के अवसर बढ़ सकें। उन्होंने प्रदेश में पारदर्शिता के साथ विकास और रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए सरकार के प्रयासों को भी बताया।
इस पहल से मनरेगा श्रमिकों को स्वास्थ्य सहायता, बच्चों की शिक्षा, बेटी की शादी समेत कई योजनाओं का लाभ मिलेगा। सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से प्रदेश सरकार हर वर्ग को सशक्त बनाने की दिशा में काम कर रही है।


