अमृतसर बाइपास पर माहलां पुल के पास तेज रफ्तार कार दुर्घटना, 100 मीटर दूर जाकर गिरा इंजन, चार में से तीन युवकों की मौके पर मौत, एक गंभीर
Punjab News 11Dec2025/sbkinews.in
अमृतसर बाइपास पर माहलां पुल के पास देर रात तेज रफ्तार कार हादसे में चार में से तीन युवकों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चौथा युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। कार पिंड लोपोके की तरफ से तेज गति में आ रही थी और अनियंत्रित होकर सड़क किनारे बने ढांचे से टकरा गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार का इंजन तक अलग होकर करीब 100 मीटर दूर जाकर गिरा और वाहन के परखच्चे उड़ गए।
हादसा रात करीब डेढ़ बजे का बताया जा रहा है। टक्कर की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। पुलिस टीम ने पहुंचकर कार में फंसे युवकों को बाहर निकाला। तीन को मृत घोषित किया गया, जबकि एक को गंभीर हालत में अस्पताल भेजा गया। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। प्राथमिक जांच में तेज रफ्तार और नियंत्रण खोना हादसे की मुख्य वजह मानी जा रही है।
मृतकों की पहचान जोबन (निवासी गांव चक मिश्री खां), बिल्ला (निवासी गांव लोपोके) और अवतार सिंह (निवासी गांव बोपाराय बाज कलां) के रूप में हुई है। चौथे घायल युवक की पहचान व स्थिति के बारे में पुलिस ने परिजनों को सूचना दे दी है। पुलिस ने वाहन के अवशेष जब्त कर यांत्रिक जांच के आदेश दिए हैं और मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है।
अमेरिका भेजने का लालच देकर 20 लाख की ठगी, गुरदासपुर के भैणी मियां खां थाने में मनजीत सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज
Punjab News 11Dec2025/sbkinews.in
पंजाब के गुरदासपुर जिले में विदेश भेजने के नाम पर ठगी का एक और मामला सामने आया है। थाना भैणी मियां खां पुलिस ने मनजीत सिंह निवासी बुलपुर, थाना श्रीहरगोबिंदपुर के खिलाफ युवक को अमेरिका भेजने का झांसा देकर 20 लाख रुपये हड़पने के आरोप में धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।
जागोवाल बेट निवासी गुरचरण सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसके बेटे दलबीर सिंह को अमेरिका भेजने के लिए मनजीत सिंह कई माह से संपर्क में था। आरोपित ने वीजा व टिकट की व्यवस्था कराने का भरोसा देकर चरणबद्ध तरीके से 20 लाख रुपये ले लिए, लेकिन न तो वीजा मिला और न ही कोई कागजात दिए गए। बार‑बार दबाव बनाने पर भी आरोपित टालमटोल करता रहा और बाद में मोबाइल फोन भी बंद कर लिया।
पीड़ित ने थाने में लिखित शिकायत दी, जिसके बाद मामले की प्रारंभिक जांच की गई। लेन‑देन के सबूत, बैंक ट्रांजैक्शन व कॉल डिटेल की जांच के बाद पुलिस ने मनजीत सिंह के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 सहित संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। पुलिस अब आरोपित की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है और जांच विदेश भेजने के अन्य संभावित पीड़ितों तक भी विस्तार दी जा सकती है।
प्रवासन विशेषज्ञों के अनुसार, गुरदासपुर सहित पंजाब के कई इलाकों में विदेश भेजने के नाम पर फर्जी एजेंटों की ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, इसलिए किसी भी तरह की राशि देने से पहले एजेंट की साख, लाइसेंस और कागजात की अच्छी तरह जांच करना जरूरी है।
नवांशहर की सड़कें बनीं गोवंश का अड्डा, हर पल दुर्घटना का खतरा; प्रशासन की लापरवाही पर उठ रहे सवाल
Punjab News 11Dec2025/sbkinews.in
नवांशहर शहर की मुख्य और लिंक सड़कों पर बेसहारा गोवंश का डेरा यातायात और जन सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बन गया है। राहगीरों और वाहन चालकों के अनुसार, गाय और बैल अक्सर सड़क के बीच में बैठ जाते हैं या अचानक सामने आ जाते हैं, जिससे हर पल दुर्घटना का डर बना रहता है। कई सड़क हादसे सीधे तौर पर इन पशुओं से टकराव के कारण हो चुके हैं, जो प्रशासनिक विफलता और समाज की असंवेदनशीलता दोनों को उजागर करते हैं।
स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि कई पशुपालक दूध देना बंद करते ही गाय-बैल को सड़क पर छोड़ देते हैं, ताकि उनकी जिम्मेदारी और चारा खर्च से बचा जा सके। नगर परिषद और ग्राम पंचायतें भी इन गोवंश की देखरेख को प्राथमिकता नहीं देतीं, जबकि धार्मिक भावनाओं के कारण लोग इन्हें सड़क से हटाने या प्रशासन पर दबाव बनाने से भी हिचकिचाते हैं। परिणामस्वरूप, रात के समय हाईवे और शहर की सड़कों पर बैठे पशु तेज रफ्तार वाहनों के लिए “चलती हुई दुर्घटना” साबित हो रहे हैं।
विशेषज्ञों और समाजसेवियों ने माधान के लिए कई व्यावहारिक सुझाव दिए हैं।
नगर परिषद द्वारा पर्याप्त क्षमता वाली गौशालाओं की स्थापना और मौजूदा गौशालाओं के प्रबंधन में सुधार।
पशुपालकों की पहचान करके, दूध देना बंद करने पर गायों को सड़कों पर छोड़ने की प्रवृत्ति पर जुर्माना और कानूनी कार्रवाई।
शहर और बाहरी सड़कों पर सीसीटीवी, टैगिंग व ट्रैकिंग तकनीक से आवारा गोवंश की निगरानी, और उन्हें समय पर पकड़कर आश्रय स्थलों तक पहुंचाना।
जानकारों का मानना है कि सड़कों पर घूमता गोवंश केवल धार्मिक या सांस्कृतिक मुद्दा नहीं, बल्कि सड़क सुरक्षा, शहरी प्रबंधन और पशु कल्याण से जुड़ी बहुआयामी चुनौती है। यदि प्रशासन, स्थानीय निकाय और समाज ने मिलकर ठोस कदम नहीं उठाए, तो आने वाले वर्षों में दुर्घटनाएं और जनहानि दोनों बढ़ने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।
छह लाख कर्ज लेकर बेटे को भेजा रूस, एजेंट ने रूसी सेना में भर्ती कर यूक्रेन फ्रंटलाइन पर भेजा; अमृतसर का परिवार विदेश मंत्रालय से गुहार
Punjab News 11Dec2025/sbkinews.in
अमृतसर जिले के एक छोटे किसान परिवार पर रूस‑यूक्रेन युद्ध का गहरा साया पड़ गया है। करीब छह लाख रुपये का कर्ज लेकर पिता ने बेटे को बेहतर भविष्य और पढ़ाई के लिए स्टडी वीजा पर रूस भेजा, लेकिन एजेंटों के नेटवर्क ने वहां उसे रूसी सेना में भर्ती कर फ्रंट लाइन पर यूक्रेन भेज दिया। परिजन का दावा है कि तीन महीने से बेटे से कोई सीधा संपर्क नहीं हो पाया है, सिर्फ बीच‑बीच में अनजान नंबरों से सीमित जानकारी मिलती है।
परिवार के अनुसार, स्थानीय एजेंट ने नौकरी और पढ़ाई दोनों का लालच देकर रूस भेजने की डील करवाई थी। वीजा की अवधि खत्म होने के बाद वहां के कुछ लोगों ने सेना में भर्ती का दबाव बनाया और अनुबंध पर दस्तखत करवाकर उसे युद्ध क्षेत्र में भेज दिया। अब किसान परिवार न तो कर्ज चुका पा रहा है और न बेटे की सुरक्षित वापसी की कोई ठोस उम्मीद दिख रही है।
पीड़ित परिवार ने अमृतसर प्रशासन के माध्यम से विदेश मंत्रालय, भारतीय दूतावास और प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र लिखकर बेटे को तुरंत युद्ध क्षेत्र से बाहर निकालने की मांग की है। हाल के महीनों में पंजाब और हरियाणा के दर्जनों युवाओं के साथ इसी तरह एजेंटों द्वारा स्टडी/जॉब वीजा के नाम पर रूस भेजकर सेना में शामिल किए जाने के मामले सामने आए हैं, जिस पर भारत सरकार पहले ही नागरिकों को सख्त सलाह और चेतावनी जारी कर चुकी है कि किसी भी तरह की सैन्य भर्ती के झांसे में न आएं।
हाईकोर्ट ने हरियाणा में कृषि विकास अधिकारियों की भर्ती पर लगाई रोक, उम्मीदवारों ने लगाए पेपर लीक व अनियमितता के गंभीर आरोप
Punjab News 11Dec2025/sbkinews.in
पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने हरियाणा लोक सेवा आयोग (HPSC) द्वारा कृषि विकास अधिकारी (ADO) की भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगा दी है। अदालत ने स्क्रीनिंग परीक्षा के प्रश्नपत्र पर सवाल उठाते हुए कहा कि कई सवाल पद के उद्देश्य और कृषि विकास से मेल नहीं खाते। कोर्ट ने चयन प्रक्रिया की आगे की सभी कार्यवाही पर तत्काल रोक लगा दी है।
कई असंतुष्ट उम्मीदवारों ने याचिका दायर कर परीक्षा में पेपर लीक, अनियमितताएं और पक्षपातपूर्ण चयन का आरोप लगाया था। उनका दावा है कि प्रश्नपत्र में तकनीकी विषयों के बजाय सामान्य ज्ञान जैसे सवाल अधिक थे, जो भर्ती के मूल उद्देश्य से भटकते हैं। हाईकोर्ट ने इन आरोपों को गंभीर बताते हुए HPSC को नोटिस जारी किया और मामले की अगली सुनवाई 23 दिसंबर को निर्धारित की।
मुख्य आरोप:
स्क्रीनिंग टेस्ट में कृषि से असंबंधित प्रश्नों की अधिकता।
पेपर लीक व मूल्यांकन में कथित गड़बड़ी।
मेरिट लिस्ट में अनुचित वरीयता।
यह फैसला हरियाणा में सरकारी नौकरियों की भर्ती प्रक्रियाओं पर सवाल खड़े करता है। उम्मीदवारों ने स्वागत किया, लेकिन HPSC ने अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया। कृषि विभाग की 200 से अधिक रिक्तियों के लिए यह भर्ती लंबे समय से विवादों में थी।


