भारत मंडपम में दिखा भविष्य का ‘सुरक्षा योद्धा’: AI ड्रोन, स्मार्ट गन और रोबोटिक सिक्योरिटी सिस्टम ने बटोरी वाहवाही

Delhi-NCR News 12Dec2025/sbkinews.in
नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित इंटरनेशनल फायर एंड सिक्योरिटी एग्ज़िबिशन में भविष्य की हाईटेक सुरक्षा व्यवस्था की झलक देखने को मिली। प्रदर्शनी में ऐसे ‘सुरक्षा योद्धा’ दिखाए गए, जो इंसान नहीं बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से लैस ड्रोन, स्मार्ट गन और रोबोटिक सिस्टम थे। ये उपकरण सीमा सुरक्षा से लेकर शहरों की आंतरिक सुरक्षा और वीवीआईपी प्रोटेक्शन तक में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।
एग्ज़िबिशन में एआई-आधारित ड्रोन सर्विलांस सिस्टम ने खास ध्यान खींचा, जो रियल टाइम में घुसपैठ, संदिग्ध गतिविधि और भीड़ के मूवमेंट की पहचान कर अलर्ट भेज सकते हैं। इन्हें फेस रिकग्निशन, नंबर प्लेट रीडिंग और नाइट विजन जैसी उन्नत तकनीक से जोड़ा गया है, ताकि कम रोशनी और खराब मौसम में भी निगरानी प्रभावित न हो। कई ड्रोन स्वार्म मोड में एक साथ उड़ान भरकर बड़े इलाके को कवर करने में सक्षम हैं।
स्मार्ट गन और रोबोटिक प्लेटफॉर्म भी सुरक्षा का नया चेहरा बनकर उभरे। स्मार्ट गन बायोमैट्रिक या डिजिटल ऑथेंटिकेशन से जुड़ी होती हैं, जिससे सिर्फ अधिकृत कर्मी ही उनका इस्तेमाल कर सकें, इससे हथियारों के दुरुपयोग की संभावना घटती है। बम डिस्पोज़ल, बिल्डिंग क्लियरेंस और जोखिम भरे इलाकों की पेट्रोलिंग के लिए ट्रैक/व्हील बेस्ड रोबोट दिखाए गए, जो कैमरा, सेंसर और मैनुअल/ऑटोनॉमस कंट्रोल से लैस हैं।
विशेषज्ञों ने 2030 तक एआई-आधारित राष्ट्रीय सुरक्षा प्रणाली तैयार करने और 2028 तक नया सिक्योरिटी फ्रेमवर्क विकसित करने पर जोर दिया। उनका मानना है कि आने वाले वर्षों में सुरक्षा चुनौतियां साइबर, ड्रोन और हाइब्रिड वॉरफेयर के रूप में बढ़ेंगी, इसलिए पुलिस, पैरामिलिट्री और इंटेलिजेंस एजेंसियों को एआई-ड्रिवन सिस्टम पर तेजी से शिफ्ट होना होगा। साथ ही डेटा प्रोटेक्शन, प्राइवेसी, एथिकल एआई और जवाबदेही के लिए स्पष्ट कानूनी ढांचे की भी जरूरत रेखांकित की गई, ताकि तकनीक के साथ नागरिक अधिकारों की सुरक्षा भी समानांतर चल सके।
दिल्ली यूनिवर्सिटी UG कोर्सेस में बड़ा बदलाव: कम डिमांड वाले प्रोग्राम बंद या मर्ज, 50 से कम रेशियो पर खतरा

Delhi-NCR News 12Dec2025/sbkinews.in
दिल्ली यूनिवर्सिटी अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम्स की समीक्षा कर रही है, जिसमें कम नामांकन वाले कोर्सेस को बंद या रीस्ट्रक्चर करने की योजना है। इंटरनल एडमिशन रिव्यू से पता चला कि कई कोर्सेस में सीटें लगातार खाली रहती हैं, क्योंकि छात्रों की रुचि घट रही है। CUET-2025 ट्रेंड्स के आधार पर प्रेफरेंस-टू-सीट रेशियो 50 से कम वाले प्रोग्राम्स पर सबसे ज्यादा खतरा है।
एकेडमिक काउंसिल ने कॉलेज प्रिंसिपल्स को कम डिमांड वाले कोर्सेस की रिपोर्ट मांगी है। रेशियो 50-100 वाले कोर्सेस में सीटें रिडिस्ट्रीब्यूट हो सकती हैं, जबकि 200+ वाले को बढ़ाया जाएगा। NEP 2020 के अनुरूप संसाधनों का बेहतर उपयोग सुनिश्चित होगा।
कम डिमांड वाले कोर्सेस (बंद/मर्ज संभावना):
OMSP (ऑफिस मैनेजमेंट एंड सेक्रेटेरियल प्रैक्टिस)
क्षेत्रीय भाषा कोर्सेस (संस्कृत, पर्शियन, उर्दू)
BA प्रोग्राम कम्बिनेशन (कुछ विशिष्ट)
बीएससी जनरल, बीए फिलॉसफी/म्यूजिक/टूरिज्म
उच्च डिमांड कोर्सेस (विस्तार संभावना):
बीकॉम (ऑनर्स)
बीए (ऑनर्स) इंग्लिश/पॉलिटिकल साइंस
कॉमर्स व कुछ हॉनर्स प्रोग्राम्स
अदिति महाविद्यालय, भगिनी निवेदिता कॉलेज जैसे संस्थानों में नामांकन कम पाया गया। बदलाव अगले सत्र से लागू हो सकता है।
दिल्ली HC फटकार के बाद इंडिगो का बड़ा कदम, प्रभावित यात्रियों को 10,000 रुपये का ट्रैवल वाउचर

Delhi-NCR News 12Dec2025/sbkinews.in
दिल्ली उच्च न्यायालय की सख्त फटकार के बाद इंडिगो एयरलाइंस ने प्रभावित यात्रियों को मुआवजे के रूप में 10,000 रुपये का ट्रैवल वाउचर देने का ऐलान किया है। कोर्ट ने हाल के फ्लाइट कैंसिलेशन और देरी पर नाराजगी जताते हुए एयरलाइन को यात्रियों की असुविधा का तत्काल समाधान करने का निर्देश दिया था।
इंडिगो के चेयरमैन ने सार्वजनिक माफी जारी करते हुए कहा कि परिचालन गड़बड़ी से उत्पन्न संकट के लिए यात्रियों से खेद है। वाउचर उन यात्रियों को मिलेगा जिनकी उड़ानें 1-10 दिसंबर के बीच प्रभावित हुईं। रिफंड प्रक्रिया भी तेज की गई है, जिसमें 7 दिनों में पूरा भुगतान सुनिश्चित किया जाएगा। DGCA ने भी हस्तक्षेप कर रूट कटौती का आदेश दिया।
प्रभावित यात्री व लाभ:
कैंसल/देरी प्रभावित फ्लाइट्स
वाउचर वैल्यू: ₹10,000 (एक वर्ष वैलिड)
आवेदन: इंडिगो ऐप/वेबसाइट पर
यह कदम यात्रियों को राहत देगा, लेकिन विशेषज्ञों ने सिस्टमिक सुधार की मांग की है।
द्वारका कोर्ट का मकोका केस में बड़ा फैसला: गैंगस्टर विकास लगरपुरिया व धीरपाल काना दोषी घोषित

Delhi-NCR News 12Dec2025/sbkinews.in
दिल्ली के द्वारका कोर्ट ने महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एक्ट (मकोका) के तहत कुख्यात गैंगस्टर विकास लगरपुरिया और उसके सहयोगी धीरपाल काना को दोषी करार दिया है। यह फैसला दिल्ली में संगठित अपराध के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का महत्वपूर्ण कदम है। विशेष अदालत ने मजबूत सबूतों, गवाहों के बयानों और डिजिटल साक्ष्यों के आधार पर यह निर्णय सुनाया।
मामला 2023 में दर्ज FIR से जुड़ा है, जिसमें दोनों पर गैंग गठन, जबरन वसूली, हत्या की साजिश और अवैध हथियार रखने के आरोप थे। पुलिस ने छापेमारी में उनके गैंग के नेटवर्क का पर्दाफाश किया था। कोर्ट ने मकोका की धारा 3(1)(ii), 3(2) और 3(4) के तहत दोष सिद्ध माना। सजा पर बहस 15 दिसंबर को होगी।
मुख्य आरोप:
संगठित अपराध सिंडिकेट चलाना
हत्या, अपहरण की साजिश
जबरन वसूली व हथियार तस्करी
इस फैसले से दिल्ली-NCR के अपराधी गिरोहों में खलबली मच गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि मकोका जैसे कठोर कानूनों से गैंगवार पर अंकुश लगेगा। पुलिस ने अन्य संबंधित मामलों में भी छानबीन तेज कर दी है।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर भयानक हादसा: नूंह के पास डंपर पुल से गिरा, आग लगने से ड्राइवर-क्लीनर जिंदा जले

Delhi-NCR News 12Dec2025/sbkinews.in
हरियाणा के नूंह जिले में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर शुक्रवार सुबह करीब 6 बजे भयानक सड़क हादसा हुआ। राजस्थान के अलवर जिले के रहने वाले डंपर चालक अनियंत्रित हो गया और पुल से 30 फुट नीचे गिर गया। दुर्घटना के तुरंत बाद डंपर में भीषण आग लग गई, जिसमें ड्राइवर और क्लीनर मौके पर ही जिंदा जल गए।
पुलिस के अनुसार, डंपर दिल्ली से माल लेकर मुंबई जा रहा था। तेज रफ्तार और संभवतः ड्राइवर को झपकी आने से वाहन अनियंत्रित हुआ। आग इतनी तेज थी कि स्थानीय लोग भी कुछ कर न सके। फायर ब्रिगेड ने आग पर करीब आधे घंटे बाद काबू पाया। शवों की पहचान राजस्थान निवासी 35 वर्षीय ड्राइवर रामेश्वर और 28 वर्षीय क्लीनर गोविंद के रूप में हुई।
नूंह पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एक्सप्रेसवे पर हादसे बढ़ रहे हैं, जहां तेज रफ्तार और नींद मुख्य कारण हैं। अधिकारियों ने चालकों को सतर्क रहने की सलाह दी।
हादसे के बिंदु:
स्थान: नूंह, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे
वाहन: डंपर (दिल्ली-मुंबई मार्ग)
मृतक: रामेश्वर (ड्राइवर), गोविंद (क्लीनर), राजस्थान निवासी
कारण: संभावित झपकी/तेज रफ्तार
परिजनों ने मुआवजे की मांग की है।
नोएडा एयरपोर्ट को दिल्ली से जोड़ेगा नमो भारत कॉरिडोर, यात्रा बनेगी तेज व सुगम

Delhi-NCR News 12Dec2025/sbkinews.in
दिल्ली और नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के बीच नमो भारत (RRTS) ट्रेन सेवा शुरू करने की योजना पर काम तेज हो गया है। प्रस्तावित कॉरिडोर से यात्रियों को दोनों हवाई अड्डों के बीच मात्र 30-40 मिनट में कनेक्टिविटी मिलेगी, जो वर्तमान में 2 घंटे से अधिक लेती है। यह परियोजना उत्तर प्रदेश के परिवहन बुनियादी ढांचे को मजबूत करेगी।
नया रूट सराय काले खां (दिल्ली) से नोएडा एयरपोर्ट तक विस्तारित होगा। NCRTC ने प्रस्ताव तैयार कर केंद्र को भेजा है, जिसमें मौजूदा दिल्ली-मेरठ RRTS लाइन का उपयोग होगा। स्टेशन पर एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन से इंटरचेंज सुविधा मिलेगी। परियोजना से जेवर एयरपोर्ट (नोएडा) से इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (दिल्ली) की यात्रा क्रांतिकारी रूप से बदल जाएगी।
कॉरिडोर की मुख्य विशेषताएं:
दूरी: 50-60 किमी, अधिकतम गति 180 किमी/घंटा
समय: 30-40 मिनट (ट्रैफिक जाम से मुक्ति)
स्टेशन: सराय काले खां, न्यू अशोका नगर, नोएडा एयरपोर्ट
लाभ: 1 लाख+ दैनिक यात्री, आर्थिक विकास
यह पहल PM गति शक्ति योजना का हिस्सा है, जो दिल्ली-NCR को विश्वस्तरीय मेट्रो नेटवर्क देगी।


