Delhi News 27Dec2025

चांदनी चौक में कपड़ा शोरूम में लगी भीषण आग, लाखों का सामान जलकर राख

pubg png for thumbnail , fire png , png download

Delhi News 27Dec2025/sbkinews.in

दिल्ली के चांदनी चौक इलाके में शुक्रवार देर रात एक कपड़ा शोरूम में भीषण आग लग गई, जिससे पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। आग लगने की सूचना रात करीब 10:40 बजे दिल्ली फायर सर्विस को मिली, जिसके बाद तुरंत पांच दमकल गाड़ियां मौके पर रवाना की गईं। दमकलकर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।

प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, आग संभवतः शॉर्ट सर्किट के कारण लगी। देखते ही देखते लपटों ने पूरे शोरूम को अपनी चपेट में ले लिया। दमकल की टीम पहुंचने से पहले दुकान में रखा लाखों रुपये का कपड़ा जलकर राख हो गया। हालांकि, राहत की बात यह रही कि घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली है।

आग इतनी तेज थी कि उससे आसपास की दुकानों में भी धुआं फैल गया और आस-पास के लोग अपनी दुकानों का सामान सुरक्षित जगहों पर ले जाने लगे। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आसपास की जगह खाली कराई ताकि आग अन्य दुकानों तक न फैल पाए।

दमकल विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आग पूरी तरह बुझाने में करीब दो घंटे का समय लगा। आग बुझाने के बाद टीम ने मलबे की जांच शुरू की है ताकि आग लगने के वास्तविक कारणों का पता लगाया जा सके। पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और नुकसान का आकलन किया जा रहा है।

स्थानीय व्यापारियों ने कहा कि यह हादसा त्योहारों के सीजन से ठीक पहले हुआ है, जिससे कई दुकानों को भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा है। उन्होंने प्रशासन से सुरक्षा व्यवस्थाएं और बिजली के तारों की जांच नियमित रूप से कराने की मांग की है।

नेहरू विहार में अवैध लैपटॉप बैटरी गोदाम में लगी भीषण आग, 20 वर्षीय युवक की जलकर मौत

Delhi News 27Dec2025/sbkinews.in

पूर्वी दिल्ली के मुस्तफाबाद स्थित नेहरू विहार इलाके में शुक्रवार देर रात एक अवैध लैपटॉप बैटरी रिपेयरिंग गोदाम में भीषण आग लग गई। इस हादसे में 20 वर्षीय युवक जुनैद की मौके पर ही जलकर मौत हो गई, जबकि उसका भाई समीर मामूली झुलस गया। घटना के बाद पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई और स्थानीय लोग मदद के लिए जुट गए।

सूचना मिलते ही दिल्ली फायर सर्विस की पांच गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। दमकलकर्मियों के अनुसार, गोदाम के अंदर बड़ी मात्रा में लैपटॉप बैटरी, तार और रसायन रखे हुए थे, जिससे आग तेजी से फैल गई।

प्रारंभिक जांच में आशंका जताई जा रही है कि ओवरचार्जिंग के कारण बैटरी फटी, जिससे आग लगी। बताया जा रहा है कि यह गोदाम बिना किसी लाइसेंस और सुरक्षा मानकों के संचालन में था। गोदाम के अंदर सुरक्षा उपकरण या अग्निशमन साधन मौजूद नहीं थे, जिसके कारण आग बेकाबू हो गई।

पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और लापरवाही से मौत का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। फिलहाल गोदाम मालिक फरार बताया जा रहा है, जिसकी तलाश में पुलिस की टीमें छापेमारी कर रही हैं।

स्थानीय लोगों ने बताया कि इस क्षेत्र में कई छोटे गोदाम और रिपेयरिंग यूनिट अवैध तरीके से चल रहे हैं, जिनमें सुरक्षा मानकों का कोई पालन नहीं किया जाता। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे खतरनाक गोदामों को तुरंत सील किया जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।

रोहिणी में नशे में चूर महिला चालक ने पुलिस बैरिकेड को मारी टक्कर, कांस्टेबल घायल

Uttarakhand News 20Dec2025

Delhi News 27Dec2025/sbkinews.in

दिल्ली के रोहिणी सेक्टर-11 में शुक्रवार देर रात एक नशे में धुत महिला कार चालक ने पुलिस बैरिकेड को जोरदार टक्कर मार दी। इस घटना में ड्यूटी पर तैनात एक कांस्टेबल घायल हो गया। घायल पुलिसकर्मी को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है।

पुलिस के अनुसार, महिला एक बर्थडे पार्टी से लौट रही थी और कार चलाते समय पूरी तरह नशे की हालत में थी। उसने अपने वाहन से तेज रफ्तार में सड़क पर लगे बैरिकेड को टक्कर मारी, जिससे वहां मौजूद पुलिसकर्मी संतुलन खो बैठा और गिर गया। मौके पर मौजूद पुलिस टीम ने तुरंत महिला को कार सहित हिरासत में ले लिया।

आरोपी महिला की पहचान रोहिणी सेक्टर-16 निवासी के रूप में हुई है। पुलिस ने उसकी कार जब्त कर ली है और मेडिकल जांच में शराब के सेवन की पुष्टि हुई है। घटना के बाद महिला को थाने लाया गया, जहां उससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 279 (लापरवाही से वाहन चलाना) और 337 (किसी को चोट पहुंचाना) के तहत मामला दर्ज किया है।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि देर रात गश्त के दौरान नशे में वाहन चलाने वालों पर नजर रखी जा रही थी। उसी दौरान यह घटना हुई। महिला के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी ताकि ऐसे मामलों पर अंकुश लगाया जा सके।

स्थानीय लोगों ने कहा कि इस इलाके में देर रात नशे में वाहन चलाने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। उन्होंने पुलिस से मांग की है कि सड़कों पर ऐसी लापरवाह ड्राइविंग रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं।

दिल्ली में कबूतरों को दाना खिलाने से बढ़ रहा खतरा, फैल रही गंभीर बीमारी सिटाकोसिस

Delhi News 27Dec2025/sbkinews.in

दिल्ली में सड़कों और मंदिरों पर कबूतरों को दाना खिलाने की आदत अब एक गंभीर स्वास्थ्य चिंता का विषय बन गई है। विशेषज्ञों के अनुसार, कबूतरों से ‘सिटाकोसिस’ नामक संक्रमण फैल रहा है, जो फेफड़ों को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकता है। यह बीमारी संक्रमित कबूतरों के मल या पंखों से निकलने वाले बैक्टीरिया के कारण होती है, जो हवा में घुलकर मनुष्यों के शरीर में प्रवेश कर जाती है।

हाल ही में मुंबई की एक अदालत ने कबूतरों को दाना खिलाने वालों पर जुर्माना लगाकर इस मुद्दे की गंभीरता को उजागर किया है। अब दिल्ली में भी स्थिति चिंताजनक होती जा रही है। कनॉट प्लेस, चांदनी चौक, लाजपत नगर और मंदिर मार्ग जैसे इलाकों में बड़ी संख्या में लोग रोजाना कबूतरों को दाना खिलाते हैं, जिससे आसपास के क्षेत्र में गंदगी, दुर्गंध और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।

चिकित्सकों का कहना है कि सिटाकोसिस के संक्रमण से पीड़ित व्यक्ति को लगातार खांसी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ, और सीने में दर्द जैसे लक्षण हो सकते हैं। यह बीमारी खासकर बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों के लिए खतरनाक सिद्ध हो सकती है।

राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (NGT) ने पहले ही नगर निगम को इस पर रोक लगाने और लोगों को जागरूक करने के निर्देश दिए थे, लेकिन कार्रवाई केवल सलाह तक सीमित रह गई है। वहीं, MCD का कहना है कि कबूतरों को दाना खिलाना रोकने के लिए सार्वजनिक चेतना अभियान चलाया जा रहा है, पर सख्त कानून की अनुपस्थिति में नियंत्रण मुश्किल हो रहा है।

विशेषज्ञों का मानना है कि इस समस्या से निपटने के लिए प्रभावी प्रतिबंध, कानूनी सख्ती और सार्वजनिक जागरूकता जरूरी है। लोगों को समझना होगा कि कबूतरों को दाना खिलाना एक इंसानियत नहीं, बल्कि एक स्वास्थ्य जोखिम बन चुका है।

कनॉट प्लेस की पार्किंग 10 साल बाद भी नहीं हुई ‘स्मार्ट’, रस्सी से बंधे बैरियर और बंद मशीनें बनीं मुसीबत

Delhi News 27Dec2025

Delhi News 27Dec2025/sbkinews.in

दिल्ली के दिल कहे जाने वाले कनॉट प्लेस की पार्किंग व्यवस्था अब भी ‘स्मार्ट’ नहीं बन पाई है, जबकि इसे 2016 में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत आधुनिक तकनीक से लैस किया जाना था। दस साल बीतने के बाद भी यहां का सिस्टम पुराने ढर्रे पर चल रहा है — एनडीएमसी के कर्मचारी अब भी हाथ से पार्किंग पर्ची काटते हैं, बूम बैरियर रस्सी से बंधे हुए हैं और ऑटोमैटिक टिकट मशीनें कबाड़ बन चुकी हैं।

स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत कनॉट प्लेस में स्वचालित भुगतान प्रणाली, सेंसर बेस्ड स्लॉट पहचान और एनएफटी टैगिंग जैसी तकनीकें लागू की जानी थीं, लेकिन पायलट प्रोजेक्ट शुरू होने के कुछ साल बाद ही ठप पड़ गया। अब विभिन्न विभागों के अप्रशिक्षित कर्मचारी पार्किंग व्यवस्था संभाल रहे हैं, जिससे अव्यवस्था बढ़ गई है।

स्थानीय दुकानदारों और वाहन चालकों का कहना है कि पार्किंग परिसर में अक्सर लंबी कतारें लग जाती हैं। कई बार मशीनें बंद होने के कारण चालकों को पर्ची मिलने में देरी होती है, जिससे ट्रैफिक जाम की स्थिति बन जाती है। लोगों ने एनडीएमसी से व्यवस्था सुधारने की मांग दोहराई है।

अधिकारियों का कहना है कि पार्किंग सिस्टम को पूरी तरह स्मार्ट बनाने की दिशा में काम चल रहा है और अगले साल तक नई तकनीक के साथ इसे दोबारा शुरू करने की योजना है। इसके तहत कैमरा बेस्ड नंबर प्लेट पहचान प्रणाली, ऑनलाइन भुगतान और ऑटोमैटिक एंट्री-एग्जिट गेट लगाए जाएंगे।

विशेषज्ञों का मानना है कि कनॉट प्लेस जैसे व्यस्त वाणिज्यिक क्षेत्र में डिजिटल पार्किंग सिस्टम जरूरी है ताकि ट्रैफिक बोझ घटाया जा सके और लोगों का समय बचे। फिलहाल, पुराना और जर्जर बुनियादी ढांचा प्रशासनिक सुस्ती की ओर इशारा करता है, जिससे “स्मार्ट सिटी” का सपना अधूरा ही नजर आ रहा है।

गुरुग्राम के नरसिंहपुर में खत्म होगी जलभराव की समस्या, GMDA पक्का करेगा 750 मीटर लंबा नाला

Delhi News 27Dec2025/sbkinews.in

गुरुग्राम के नरसिंहपुर इलाके में दिल्ली-जयपुर हाईवे के पास हर मानसून में होने वाले जलभराव की समस्या अब जल्द खत्म होने की उम्मीद है। गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (GMDA) ने इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने के लिए 750 मीटर लंबी अस्थायी नाली को पक्का कराने की योजना बनाई है। इस प्रोजेक्ट पर करीब 6.41 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।

जानकारी के अनुसार, 8 जनवरी को इस परियोजना का टेंडर खुलेगा और काम चार महीने के भीतर पूरा होने की संभावना है। GMDA अधिकारियों का कहना है कि नाली के पक्के होने से जल निकासी की क्षमता बढ़ेगी और हाईवे पर बरसात के दौरान पानी जमा होने की समस्या से राहत मिलेगी।

नरसिंहपुर क्षेत्र में जलभराव की समस्या कई सालों से बनी हुई है। बारिश के दौरान हाईवे और आसपास के औद्योगिक क्षेत्रों में पानी भरने से वाहनों की आवाजाही प्रभावित होती थी, जिससे लंबे ट्रैफिक जाम लग जाते थे। स्थानीय औद्योगिक इकाइयां और ट्रक चालकों ने इस स्थिति को लेकर कई बार शिकायत दर्ज कराई थी।

अधिकारियों ने बताया कि नई ड्रेनेज लाइन को मजबूत सीमेंटेड बेस और चौड़ी पाइपलाइन से तैयार किया जाएगा ताकि भारी जल प्रवाह को संभाला जा सके। इसके अलावा, जलनिकासी को यमुना से जुड़ी मेन ड्रेन लाइन से जोड़ा जाएगा ताकि पानी तेजी से बाहर निकल सके।

GMDA के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह प्रोजेक्ट न केवल दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक को सुचारू करेगा, बल्कि आसपास के औद्योगिक क्षेत्रों के लिए भी राहत भरा साबित होगा। परियोजना पूरी होने के बाद मानसून में पानी भरने से होने वाले हादसे और आर्थिक नुकसान दोनों से बचाव संभव होगा।

Delhi News 27Dec2025/sbkinews.in

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *