UP News 29Aug2025

वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर भूस्खलन में मुजफ्फरनगर के पांच श्रद्धालुओं की मौत, शोक की लहर

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मुजफ्फरनगर। वैष्णो देवी यात्रा के दौरान हुए भीषण भूस्खलन ने मुजफ्फरनगर के पांच श्रद्धालुओं की जान ले ली। मृतकों में दो सगे भाई, मां-बेटी और एक महिला शामिल हैं। सभी मृतक मुहल्ला दक्षिणी रामपुरी के रहने वाले थे और 25 अगस्त की रात 23 लोगों का समूह वैष्णो देवी यात्रा पर रवाना हुआ था। हादसे में कई लोग घायल हुए हैं, जबकि कुछ अब भी लापता बताए जा रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक, श्रद्धालु 26 अगस्त को जब पैदल यात्रा कर रहे थे तभी अचानक भारी भूस्खलन की चपेट में आ गए। हादसे में अजय के दो बेटे – नौ वर्षीय अनंत और छह वर्षीय दीपेश उर्फ डमरू, इंद्रपाल की पत्नी 45 वर्षीय रामवीरी, उनकी शिक्षिका बेटी 22 वर्षीय अंजली तथा रविंदर की पत्नी 45 वर्षीय ममता उर्फ मनतेश की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं अजय की चार वर्षीय बेटी गंभीर रूप से घायल हो गई, जिसके कई स्थानों पर हड्डियां टूट गई हैं।

घटना की खबर मुजफ्फरनगर पहुंचते ही पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। मृतकों और घायलों को वापस लाने के लिए परिजन तत्काल जम्मू रवाना हो गए। पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. संजीव बालियान ने शोकाकुल परिवारों से मुलाकात कर सांत्वना दी और जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल मनोज सिन्हा तथा सांसद जुगल किशोर से फोन पर बातचीत कर पीड़ितों की मदद का आश्वासन दिलाया।

गौरतलब है कि इससे पहले भी रामलीला टीला निवासी इंजीनियर मिंटू कश्यप का इकलौता बेटा कार्तिक (22 वर्ष) इस भूस्खलन का शिकार हो चुका है। कार्तिक का शव दिल्ली लाया जा रहा है, जिसे बाद में एंबुलेंस से मुजफ्फरनगर पहुंचाया जाएगा।

स्थानीय लोगों का कहना है कि इस दर्दनाक हादसे ने पूरे शहर को गहरे सदमे में डाल दिया है।

उत्तर प्रदेश में व्यापार होगा आसान, 99% आपराधिक प्रावधान होंगे समाप्त : मुख्यमंत्री योगी

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राज्य ब्यूरो, लखनऊ | 29 अगस्त, 2025

उत्तर प्रदेश सरकार ने औद्योगिक एवं श्रम सुधारों की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाते हुए उद्योग और व्यापार से जुड़े 13 राज्य अधिनियमों में लगभग 99% आपराधिक प्रावधान समाप्त करने की तैयारी कर ली है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इससे न केवल व्यापार करना आसान होगा, बल्कि श्रमिक हित भी सुरक्षित रहेंगे। प्रदेश देश का पहला राज्य बनने जा रहा है जो इतने बड़े पैमाने पर आपराधिक प्रावधानों को गैर-आपराधिक श्रेणी में बदलेगा 12

मुख्य सुधार

  • सुगम्य व्यापार विधेयक, 2025 जल्द ही विधानसभा में पेश किया जाएगा। इसमें आबकारी अधिनियम, शीरा अधिनियम, वृक्ष संरक्षण अधिनियम, राजस्व संहिता, गन्ना अधिनियम, भूगर्भ जल अधिनियम, नगर निगम अधिनियम, प्लास्टिक कचरा अधिनियम, सिनेमा अधिनियम तथा क्षेत्र व जिला पंचायत अधिनियम जैसे 13 कानूनों में व्यावहारिक बदलाव किए जाएंगे 36

  • जेल की सजा के स्थान पर आर्थिक दंड लागू किया जाएगा। छोटे-छोटे उल्लंघनों पर अब भारी जुर्माना और प्रशासनिक कार्रवाई होगी 58

श्रमिक हितों का संरक्षण

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “श्रमेव जयते” के दर्शन को ध्यान में रखते हुए ये सुधार किए जा रहे हैं। इनसे उद्यमियों और श्रमिकों दोनों को लाभ होगा। श्रम कानूनों को सरल बनाने के लिए फैक्ट्री लाइसेंस की अवधि बढ़ाई जाएगी, दुकानों और प्रतिष्ठानों के नियमों में व्यावहारिक बदलाव किए जाएंगे और महिलाओं को अधिक रोजगार अवसर दिए जाएंगे 410

पारदर्शिता और डिजिटलीकरण

  • निरीक्षण व्यवस्था में पारदर्शिता लाने के लिए स्व-सत्यापन और थर्ड पार्टी ऑडिट की प्रणाली अपनाई जाएगी 79

  • निवेश मित्र 3.0 पोर्टल लॉन्च किया जाएगा, जिसमें कॉमन एप्लिकेशन फॉर्म, पैन-आधारित पहचान, स्मार्ट डैशबोर्ड, बहुभाषी सहायता और एआई चैटबॉट जैसी सुविधाएं शामिल होंगी। इससे निवेशकों की आवेदन और अनुमोदन प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल हो जाएगी 26

समन्वय और संतुलन

इस विधेयक पर 14 विभागों से राय ली गई है। अधिकांश विभाग सहमत हैं, जबकि कुछ की आपत्तियों पर गंभीरता से विचार करते हुए विधेयक को उद्योग और श्रमिकों के हितों में संतुलित बनाया जाएगा 18

विदेशी कारतूस और दुबई में साजिश का खुलासा, संभल हिंसा पर गहराए सवाल

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संभल/मुरादाबाद। नवंबर 2024 में संभल में भड़की हिंसा अब केवल स्थानीय विवाद नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय साजिश का रूप लेती दिख रही है। पुलिस जांच में विदेशी हथियारों और कारतूसों के इस्तेमाल की पुष्टि हुई है। यही नहीं, साजिश रचने में दुबई में बैठे एक शख्स का भी नाम सामने आया है।

विदेशी कारतूसों की बरामदगी

तीन दिसंबर 2024 को पुलिस और फोरेंसिक टीम ने जामा मस्जिद क्षेत्र में नालियों और झाड़ियों से छह खोखे बरामद किए। इनमें से तीन .32 बोर देशी कारतूस थे, जबकि तीन विदेशी 9 एमएम कारतूस मिले। इनमें से एक पाकिस्तान ऑर्डिनेंस फैक्ट्री (POF) का, दूसरा अमेरिका निर्मित और तीसरे पर NF Star अंकित था। बाद में इन्हें बैलेस्टिक जांच के लिए भेजा गया।

पांच दिसंबर को दोबारा जांच के दौरान मस्जिद के पास कब्रिस्तान से तीन खोखे और एक मिसफायर कारतूस मिला। इनमें से दो खोखे 7.65 एमएम के और एक 12 बोर का था। खास बात यह कि 7.65 एमएम वाले कारतूस पर “USA Made” लिखा हुआ था, जबकि यह बोर भारत में प्रतिबंधित है।

दुबई से साजिश का धागा

जांच में यह भी सामने आया कि हिंसा की साजिश रचने वालों में दुबई में बैठा शारिक साठा अहम भूमिका निभा रहा था। पुलिस ने अपनी चार्जशीट में उसे भी नामजद किया है।

234 आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट

अब तक हिंसा से जुड़े 12 मुकदमों में से 11 में चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। इनमें 234 आरोपितों के खिलाफ आरोप तय किए गए हैं। बलवा और हिंसा के छह मुकदमों में पुलिस ने 20 फरवरी को चार्जशीट दाखिल की। वहीं मृतकों के स्वजन की ओर से दर्ज मुकदमों में अप्रैल माह में आरोप पत्र दाखिल किए गए।

सबसे बड़ा मुकदमा 18 जून को दाखिल हुआ, जिसमें जामा मस्जिद कमेटी के सदर जफर अली, एक सांसद और 23 अन्य लोगों के नाम शामिल हैं।

माहौल और सवाल

विदेशी कारतूसों की बरामदगी और दुबई कनेक्शन ने संभल हिंसा को केवल स्थानीय तनाव से कहीं बड़ा बना दिया है। अब जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि आखिर यह विदेशी हथियार और कारतूस भारत तक पहुंचे कैसे और हिंसा की फंडिंग कहां से हुई।

शिक्षक की डांट से नाराज छात्र एयर गन लेकर स्कूल पहुंचा, सहारनपुर में मामला गंभीर

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 *29 अगस्त, 2025* | सहारनपुर, शिक्षा

सहारनपुर के तीतरो क्षेत्र में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहाँ एक नाबालिग छात्र ने शिक्षक की डांट से नाराज होकर एयर गन लेकर स्कूल पहुंचकर धमकी दी। यह घटना गांव महंगी स्थित नरायण जनता इंटर कॉलेज में हुई, जहाँ छात्र ने होमवर्क न करने पर शिक्षक द्वारा डांटे जाने के बाद यह कदम उठाया 13

घटना का विवरण

चार दिन पहले, शिक्षक ने छात्र को गृहकार्य पूरा न करने के कारण कक्षा में डांट लगाई। इससे नाराज होकर छात्र अगले दिन अपने घर से एयर गन लेकर स्कूल पहुंचा और शिक्षक तथा कक्षा मॉनिटर को धमकाने लगा। इससे स्कूल में खलबली मच गई, और प्रधानाचार्य नरेश चंद चमोली ने तुरंत कार्रवाई करते हुए छात्र को निलंबित कर दिया। पुलिस और छात्र के अभिभावकों को सूचित किया गया 111

निलंबन और माफी

छात्र के अभिभावकों ने घटना पर खेद जताया, लेकिन छात्र का रवैया initially गंभीर बना रहा। बाद में, छात्र ने स्कूल प्रबंधन और शिक्षक के सामने माफी मांगी, जिसके बाद शिक्षक ने उसे क्षमा कर दिया और निलंबन वापस ले लिया गया। पुलिस ने भी मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं की 311

राष्ट्रव्यापी समस्या

यह घटना देश भर में स्कूलों में बढ़ रही हिंसा की प्रवृत्ति का एक और उदाहरण है। हाल ही में, उत्तराखंड के काशीपुर में एक छात्र ने शिक्षक पर गोली चला दी थी 59, जबकि पश्चिम बंगाल के खड़गपुर में एक छात्र ने शिक्षक को धमकाने के लिए पिस्तौल लेकर स्कूल पहुंचा था 7। बिहार के मोतिहारी में भी एयर गन लेकर छात्र के स्कूल पहुंचने की घटना सामने आई थी 311

मनोवैज्ञानिक पहलू

मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि ऐसी घटनाएं छात्रों में बढ़ते तनाव और गुस्से का संकेत हैं। शिक्षकों और अभिभावकों को बच्चों के व्यवहार में बदलाव पर ध्यान देने की आवश्यकता है। उत्तराखंड पुलिस ने भी स्कूलों में काउंसलिंग सेवाएं शुरू करने की सिफारिश की है 9

स्कूल सुरक्षा उपाय

इस घटना के बाद, स्कूल प्रबंधन ने सुरक्षा उपायों को बढ़ाने का निर्णय लिया है। छात्रों की बैग चेक करने, सीसीटीवी कैमरे लगाने और मनोवैज्ञानिक परामर्श सेवाएं शुरू करने जैसे कदम उठाए जा रहे हैं। शिक्षकों को भी छात्रों के साथ संवेदनशीलता से पेश आने के निर्देश दिए गए हैं 511

सुझाव और सतर्कता

अभिभावकों को बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखनी चाहिए।

  • स्कूलों में नियमित मनोवैज्ञानिक परामर्श कैंप लगाए जाने चाहिए।

  • छात्रों को हिंसा के परिणामों के बारे में जागरूक करना चाहिए।

सैंडविच में मिला ग्लव्स, ग्राहक भड़का – रेस्तरां पर उठे स्वच्छता पर सवाल

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नोएडा। ऑनलाइन फूड डिलीवरी के जरिए ऑर्डर किया गया सैंडविच एक ग्राहक के लिए हैरान कर देने वाला साबित हुआ। नोएडा के सतीश सरावगी ने बुधवार को 712 रुपये खर्च कर दो सैंडविच मंगाए थे। लेकिन जब उन्होंने खाने के लिए पैकेट खोला तो एक सैंडविच से प्लास्टिक ग्लव्स निकला।

इस घटना से नाराज होकर पीड़ित ने फोटो खींचकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर पोस्ट किया और डिलीवरी एप, रेस्तरां प्रबंधन तथा खाद्य सुरक्षा विभाग को टैग किया। उन्होंने लिखा कि इतने पैसे खर्च करने के बावजूद भोजन में स्वच्छता का ध्यान नहीं रखा गया।

रेस्तरां प्रबंधन ने दी सफाई

रेस्तरां की ओर से प्रतिक्रिया देते हुए इस घटना को निराशाजनक बताया गया। प्रबंधन ने कहा कि वे मामले को बेहद गंभीरता से ले रहे हैं और अपनी क्वालिटी एश्योरेंस टीम के साथ गहन जांच कर रहे हैं। साथ ही, रसोई को भी जांच के लिए चिह्नित किया गया है। पीड़ित ग्राहक से संपर्क कर कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है।

खाद्य सुरक्षा विभाग भी करेगा जांच

जिले के सुरक्षा प्रबंधक सालव्स मिश्रा ने कहा कि यह घटना उनके नोटिस में नहीं थी। यदि कोई शिकायत प्राप्त होती है, तो जांच के बाद सख्त उपाय किए जाएंगे।

इस घटना ने एक बार फिर बड़े और नामी रेस्तरां की हाइजीन और फूड सेफ्टी स्टैंडर्ड्स पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

अविवाहित अधेड़ का खतना कराकर हड़पी करोड़ों की संपत्ति, छह गिरफ्तार

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मुजफ्फरनगर। जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां अविवाहित अधेड़ व्यक्ति का खतना कराकर उसका जबरन मतांतरण कराने का प्रयास किया गया। आरोपितों ने निकाह कराने का झांसा देकर उसकी करोड़ों की संपत्ति हड़प ली। यहां तक कि एक करोड़ रुपये से अधिक कीमत की जमीन बेचकर रुपये भी हजम कर लिए। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए छह लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक बाल अपचारी भी शामिल है।

पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से अर्टिगा कार, ट्रैक्टर और उस्तरा बरामद किया है।

गिरोह का पर्दाफाश

एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने पुलिस लाइन सभागार में बताया कि शाहपुर थाना पुलिस ने गांव किनौनी निवासी 55 वर्षीय अविवाहित नरेंद्र शर्मा की संपत्ति हड़पने और जबरन मतांतरण कराने वाले गिरोह को बेनकाब किया है।

गुरुवार सुबह गिरफ्तार किए गए आरोपितों में मुख्य आरोपी यामीन, उसका भाई गुलजार (निवासी – गांव किनौनी), यामीन का साला इकराम (निवासी – गांव अलीपुर), हाफिज शहनवाज (गांव तावली) और नाई मुर्शीद (गांव बुढ़ीना खुर्द) शामिल हैं। इसके अलावा एक 17 वर्षीय नाबालिग भी पकड़ा गया है।

ऐसे फंसाया गया पीड़ित

पीड़ित नरेंद्र शर्मा, जो शराब पीने का आदी है और अकेले रहकर खेती करता है, ने 27 अगस्त को पुलिस को शिकायत दी। उसने बताया कि लगभग तीन-चार साल से उसका उठना-बैठना यामीन के घर पर था। इसी दौरान यामीन ने तमाम प्रलोभन देकर उसे अपने जाल में फंसा लिया

नरेंद्र ने आरोप लगाया कि निकाह कराने का झांसा देकर उसका जबरन खतना कराया गया और मतांतरण की कोशिश की गई। साथ ही, धोखाधड़ी से उसका ट्रैक्टर, अर्टिगा कार, 100 गज का प्लॉट और 50 लाख रुपये की जमीन अपने नाम करा ली गई। इतना ही नहीं, एक करोड़ रुपये से अधिक की जमीन बेचकर उसके पैसे भी हड़प लिए गए।

पुलिस की कार्रवाई

एसएसपी ने कहा कि एसपी का अध्ययन एसपी आदित्य बंसल के गांव द्वारा किया गया था। पांच प्रतिवादियों को तब अदालत में बनाया गया और जेल भेज दिया गया, और बच्चों को बाल सुधार कक्ष में भेजा गया।

नोएडा: ऑनलाइन ऑर्डर किए सैंडविच में मिला प्लास्टिक ग्लव, ग्राहक ने सोशल मीडिया पर की शिकायत

licensing officials busted for multi million rand fraud get bail

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29 अगस्त, 2025* | नोएडा, खाद्य सुरक्षा

नोएडा में एक ऑनलाइन फूड ऑर्डर ने ग्राहक को झटका दिया है। एक ग्राहक द्वारा मंगाए गए सैंडविच में प्लास्टिक दस्ताना (ग्लव) निकलने से खाद्य सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल उठे हैं। ग्राहक ने इसकी शिकायत सोशल मीडिया और अधिकारियों से की है।

घटना का विवरण

नोएडा निवासी सतीश सरावगी ने बुधवार को 712 रुपये खर्च कर एक प्रसिद्ध रेस्तरां से दो सैंडविच ऑनलाइन ऑर्डर किए। जब उन्होंने खाने के लिए पैकेट खोला तो एक सैंडविच के अंदर प्लास्टिक का दस्ताना (ग्लव) निकला। इससे ग्राहक हैरान और नाराज़ हो गए।

सोशल मीडिया पर वायरल

सतीश ने इस घटना की तस्वीरें लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट की। उन्होंने डिलीवरी ऐप, रेस्तरां प्रबंधन और खाद्य सुरक्षा विभाग को टैग करते हुए लिखा: “इतने पैसे खर्च करने के बावजूद भोजन में स्वच्छता का ध्यान नहीं रखा गया।” उनकी पोस्ट को व्यापक सहानुभूति और शेयर मिल रहा है।

 रेस्तरां की प्रतिक्रिया

रेस्तरां प्रबंधन ने इस घटना को “निराशाजनक” बताते हुए तुरंत जांच शुरू की है। उन्होंने कहा कि वे मामले को गंभीरता से ले रहे हैं और अपनी गुणवत्ता आश्वासन (क्वालिटी एश्योरेंस) टीम के साथ रसोईघर की जांच कर रहे हैं। ग्राहक से संपर्क कर माफी और समाधान का आश्वासन दिया गया है।

खाद्य सुरक्षा विभाग की कार्रवाई

जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी सर्वेश मिश्रा ने बताया कि अभी तक उन्हें आधिकारिक शिकायत नहीं मिली है। हालांकि, उन्होंने आश्वासन दिया कि यदि शिकायत मिलती है, तो वे तुरंत जांच कर कड़ी कार्रवाई करेंगे। उल्लंघन पाए जाने पर रेस्तरां के खिलाफ जुर्माना और लाइसेंस रद्द किया जा सकता है।

खाद्य सुरक्षा पर सवाल

यह घटना ऑनलाइन फूड डिलीवरी सेवाओं और रेस्तरां में स्वच्छता मानकों पर फिर से चिंता खड़ी कर दी है। हाल के वर्षों में ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं, जहां ग्राहकों को भोजन में कीड़े, बाल या प्लास्टिक जैसी अशुद्धियाँ मिली हैं।

ग्राहक सुझाव

विशेषज्ञ ग्राहकों को सलाह देते हैं:

  • ऑनलाइन ऑर्डर देने से पहले रेस्तरां की रेटिंग और रिव्यू जरूर चेक करें।

  • भोजन मिलने पर पैकेजिंग की स्थिति और भोजन की गुणवत्ता जांचें।

  • किसी समस्या की स्थिति में तुरंत ऐप, रेस्तरां और खाद्य विभाग को शिकायत दर्ज कराएं।

पिता संग पूर्व मर्चेंट नेवी अफसर को ‘डिजिटल अरेस्ट’, साइबर ठगों ने उड़ाए 1.29 करोड़

Bijnor News today 1Nov2025

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संवाददाता, लखनऊ।राजधानी साइबर क्रिमिनल ने धोखे का एक नया तरीका अपनाया है। खुद को एक सीबीआई अधिकारी के रूप में बताते हुए, बैंडिन ने एक पूर्व मर्चेंट बेड़े अधिकारी और उसके 100 वर्षीय पिता को गिरफ्तार किया, जिसमें 1,29 लूप रुपये कमाए गए। पीड़ित को छह दिनों के लिए हर समय बंधक बना लिया गया है, व्हाट्सएप और वीडियो कॉल को निगरानी में छोड़ दिया गया है।

 

70 वर्षीय सुरिंदर पाल सिंह, जो मर्चेंट नेवी से रिटायर हैं और सैनिक हाउसिंग सोसाइटी, लखनऊ के निवासी हैं, ने बुधवार को सरोजनीनगर थाने में शिकायत दर्ज कराई है।

ऐसे हुई ठगी

शिकायत के अनुसार, जालसाजों ने सुरिंदर पाल सिंह को फोन कर बताया कि उनके नाम पर मनी लॉन्ड्रिंग और अवैध गतिविधियों की जांच चल रही है। खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर ठगों ने उन्हें और उनके पिता हरदेव सिंह (100 वर्ष) को डराया और घर से बाहर न निकलने का आदेश दिया।

इसके बाद लगातार वाट्सएप वीडियो कॉल पर नजर रखी गई और कहा गया कि मामले की “सफाई” के लिए उन्हें रकम जमा करनी होगी। भय और दबाव में आकर सुरिंदर ने कई खातों में कुल 1.29 करोड़ रुपये ट्रांसफर कर दिए।

थाने में तहरीर, जांच शुरू

छह दिन बाद जब सुरिंदर को ठगी का अहसास हुआ तो उन्होंने सरोजनीनगर थाने पहुंचकर तहरीर दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर साइबर सेल को जांच सौंपी है।

बढ़ता खतरा

साइबर एक्सपर्ट्स के अनुसार, हाल के दिनों में ‘डिजिटल अरेस्ट’ ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसमें अपराधी खुद को केंद्रीय एजेंसी का अधिकारी बताकर पीड़ित को डराते हैं और लंबे समय तक निगरानी में रखकर भारी भरकम रकम ऐंठ लेते हैं।

छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म के दोषियों को 80 दिन में उम्रकैद

19August2025 Bijnor News

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संवाददाता, शाहजहांपुर।
नाबालिग छात्रा के साथ दरिंदगी करने वाले दोषियों को न्यायालय ने सख्त सजा सुनाई है। अपर जिला जज मनोज कुमार सिद्धू की अदालत ने गुरुवार को आरोपित तसब्बर और कुंवरसेन को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। अब उनकी शेष उम्र सलाखों के पीछे गुजरेगी।

यह मामला तेज रफ्तार न्यायिक कार्रवाई का उदाहरण है। पुलिस ने महज 49 दिन में चार्जशीट दाखिल कर दी थी। इसके बाद अदालत ने 80 दिन की सुनवाई पूरी करते हुए अंतिम निर्णय सुनाया।

अदालत ने आदेश में लिखा कि दोनों दोषियों के कृत्य से पीड़ित का जीवन गहराई से प्रभावित हुआ है और यह अपराध समाज की आत्मा को झकझोर देने वाला है। इस वजह से उन्हें किसी प्रकार की राहत देने का सवाल ही नहीं उठता।

त्वरित न्याय की मिसाल

अक्सर ऐसे मामलों में फैसला आने में वर्षों लग जाते हैं, लेकिन शाहजहांपुर की अदालत ने इसे प्राथमिकता से सुनकर तेजी से फैसला सुनाया। इससे पीड़िता और उसके परिवार को समय पर न्याय मिला और समाज में कड़ा संदेश गया कि दरिंदगी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।

सात वर्षीय मासूम पर कुत्तों का हमला, मथुरा-वाराणसी में बढ़ रहा आवारा श्वानों का आतंक

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संवाददाता, एसबीकेआई न्यूज।
मथुरा और वाराणसी में आवारा कुत्तों का आतंक बच्चों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़ा कर रहा है। दोनों ही शहरों में मासूम बच्चियों पर हुए हमलों की घटनाओं ने लोगों को दहशत में डाल दिया है।

मथुरा की घटना

गुरुवार सुबह मथुरा के एक गांव में सात वर्षीय सृष्टि अपने घर के बाहर खेल रही थी। खेलते-खेलते वह थोड़ी दूर चली गई, तभी आवारा कुत्तों के झुंड ने उस पर हमला कर दिया। बच्ची घर की ओर भागी, लेकिन कुत्तों ने उसे जमीन पर गिरा लिया और सिर से लेकर पैरों तक बुरी तरह नोच डाला।
सृष्टि की चीख सुनकर ग्रामीण डंडों के साथ दौड़े और बड़ी मुश्किल से कुत्तों को भगाया। गंभीर रूप से घायल बच्ची को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर उसका इलाज कर रहे हैं। पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई है, जिसने प्रशासन की लापरवाही को फिर से उजागर कर दिया है।

वाराणसी की घटना

इसी दिन वाराणसी के दशाश्वमेध क्षेत्र के पत्थर गली मोहल्ले में आठ वर्षीय भव्या अपनी बड़ी बहन के साथ दुकान से सामान लेकर लौट रही थी। तभी एक कुत्ते ने उसके हाथ से सामान छीनने के प्रयास में हमला कर दिया। बच्ची जमीन पर गिर गई और देखते ही देखते चार-पांच कुत्तों ने उसे घेरकर नोंचना शुरू कर दिया।
चीख-पुकार सुनकर मोहल्लेवाले बाहर आए और लाठी-डंडों से कुत्तों को खदेड़कर बच्ची को बचाया। भव्या को गंभीर हालत में कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे रेबीज का इंजेक्शन और प्राथमिक उपचार दिया गया।

लोगों में गुस्सा, प्रशासन पर सवाल

स्थानीय लोगों का कहना है कि बार-बार शिकायत के बावजूद नगर निगम कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा। मोहल्लों और गलियों में कुत्तों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सुप्रीम कोर्ट और केंद्र सरकार ने आवारा कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण को लेकर स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए हैं, लेकिन नगर निगम की लापरवाही की वजह से मासूमों की जान खतरे में है।

निष्कर्ष

मथुरा और वाराणसी की ये घटनाएँ बताती हैं कि अगर जल्द ही ठोस कदम नहीं उठाए गए तो हालात और बिगड़ सकते हैं। नगर निगम और प्रशासन को अविलंब कार्रवाई कर नसबंदी अभियान तेज करने होंगे, ताकि इस तरह की भयावह घटनाओं पर रोक लग सके।

ऑनलाइन लत से बर्बाद परिवार : शिक्षक ने गंवाए खेत-प्लाट, मजदूर ने दी जान, लखनऊ में युवती के साथ दुष्कर्म

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संवाददाता, एसबीकेआई न्यूज।
देश में ऑनलाइन गेमिंग और सोशल मीडिया की लत तेजी से परिवारों को बर्बाद कर रही है। सुलतानपुर, बदायूं और लखनऊ की तीन अलग-अलग घटनाओं ने यह साबित कर दिया है कि मनोरंजन के नाम पर शुरू हुई लत किस तरह जिंदगी तबाह कर रही है।


सुलतानपुर के जूनियर स्कूल के अध्यापक फूलचंद की कहानी ऑनलाइन गेमिंग के खतरनाक परिणामों को दिखाती है। महज नौ महीने में वह सवा करोड़ रुपये हार गए।

शुरुआत में उन्होंने सात लाख रुपये लगाए थे और 18 लाख रुपये का रिटर्न मिला। यहीं से लत लग गई। धीरे-धीरे उन्होंने राजा मोबाइल गेम एप, रमी सर्किल, प्ले रमी, रमी वार्स और दमन मोबाइल एप पर लाखों दांव पर लगा दिए।

  • वेतन पर 31 लाख का कर्ज लिया।

  • करीब 15 लाख दोस्तों और परिचितों से उधार लिए।

  • शहर का आवासीय प्लाट और कृषि भूमि बेचनी पड़ी।

अब फूलचंद पर 49 लाख रुपये का कर्ज बाकी है। परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। पत्नी उर्मिला का कहना है कि बच्चों की स्कूल फीस और खाने-कपड़े की व्यवस्था करना मुश्किल हो गया है।

परिवारजन ने लगातार उधारी और विवादों से तंग आकर फूलचंद को अलग कर दिया है। वह अब अपनी पत्नी, मां और बच्चों के साथ किराए के मकान में रह रहे हैं।

नगर क्षेत्राधिकारी प्रशांत सिंह ने बताया कि मामला साइबर थाने में दर्ज कराया जा रहा है और ऐसी ऐप्स के खिलाफ जांच की जा रही है।


बदायूं : पत्नी की रील्स की लत से आहत मजदूर ने दी जान

बदायूं जिले में मजदूर सुनील ने अपने परिवार की जरूरतें पूरी करने के लिए दिन-रात मेहनत की। जमा-पूंजी से पत्नी लक्ष्मी को 12 हजार रुपये का स्मार्टफोन दिलाया ताकि वह समाज में उपेक्षित महसूस न करें।

लेकिन लक्ष्मी इंस्टाग्राम रील्स बनाने और फॉलोअर्स बढ़ाने में लत का शिकार हो गई।

  • घंटों दूसरों की रील्स देखती और खुद अभिनय कर वीडियो बनाती।

  • घर के कामकाज और बच्चों की परवरिश पर ध्यान नहीं देती।

  • पति के विरोध करने पर झगड़ा कर मायके चली गई।

आहत सुनील ने मानसिक तनाव में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिवार का कहना है कि अगर समय रहते सोशल मीडिया की इस लत पर रोक लगाई जाती तो यह नौबत न आती।


लखनऊ : दोस्त ने कराया ब्वॉयफ्रेंड से दुष्कर्म, बनाया वीडियो

लखनऊ के सआदतगंज इलाके में एक युवती ने अपनी हिंदू सहेली को बहला-फुसलाकर अपने ब्वॉयफ्रेंड मेहरान के कमरे पर बुलाया। वहां पीड़िता को बंधक बनाकर उसके साथ दुष्कर्म किया गया।

आरोपितों ने पीड़िता का अश्लील वीडियो भी बना लिया ताकि वह कहीं शिकायत न कर सके। किसी तरह चंगुल से छूटकर पीड़िता ने भाई को आपबीती बताई। शिकायत पर पुलिस ने दोनों आरोपितों — शाकिबा और मेहरान — को गिरफ्तार कर लिया है।

इंस्पेक्टर सआदतगंज संतोष कुमार आर्या ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।


निष्कर्ष : मनोरंजन से तबाही तक

इन तीनों घटनाओं से साफ है कि डिजिटल लत — चाहे वह ऑनलाइन गेमिंग हो, सोशल मीडिया की रील्स हों या फिर वर्चुअल फ्रेंडशिप — समाज में गंभीर खतरा बन चुकी है।

  • एक शिक्षक का परिवार कर्ज और बर्बादी में डूब गया।

  • एक मजदूर ने अपनी जान गंवाई।

  • एक युवती को विश्वासघात और अपराध का शिकार होना पड़ा।

विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार को तुरंत ऑनलाइन गेमिंग और सोशल मीडिया ऐप्स पर कड़े कानून बनाने होंगे। साथ ही परिवारों को भी बच्चों और युवाओं पर समय रहते नियंत्रण और जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है।

पूर्व डीजीपी प्रशांत कुमार से बोले संत प्रेमानंद : अब करें भगवान का स्मरण

premanand maharaj 💛💛

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जासं, वृंदावन : उत्तर प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार गुरुवार सुबह वृंदावन स्थित श्रीराधा केलिकुंज पहुंचे, जहां उन्होंने संत प्रेमानंद महाराज से भेंट की। इस अवसर पर संत ने उन्हें जीवन के अगले चरण को भगवान की भक्ति और स्मरण में समर्पित करने की सलाह दी।

एकांतिक वार्ता के दौरान संत प्रेमानंद ने कहा कि अब तक आपने देश और प्रदेश की सेवा पूरी निष्ठा के साथ की है। समाज और राष्ट्र के लिए किए गए कार्य सराहनीय हैं, लेकिन अब समय है कि आप अपने जीवन को आध्यात्मिक साधना की ओर मोड़ें। संत ने कहा, “हमारा मानव जीवन पिछले जन्मों के पुण्य कर्म का फल है। जब यह शरीर छूटे, तो भगवान की स्मृति में छूटे। ऐसा कर्म करें कि अगले जन्म में भी मनुष्य का शरीर प्राप्त हो और समाजसेवा का अवसर मिले।”

प्रशांत कुमार अपने स्वजन संग परिक्रमा मार्ग स्थित श्रीराधा केलिकुंज में पहुंचे थे। यहां उन्होंने संत प्रेमानंद महाराज से आशीर्वाद लिया और जीवन के आध्यात्मिक पक्ष पर विस्तृत चर्चा की। संत ने यह भी कहा कि मनुष्य का अंतिम लक्ष्य केवल भौतिक सफलता नहीं, बल्कि ईश्वर की प्राप्ति है। सेवा और साधना दोनों मिलकर ही जीवन को सार्थक बनाते हैं।

भेंट के बाद पूर्व डीजीपी ने संत के विचारों को अपने लिए प्रेरणादायक बताया और कहा कि समाज की सेवा के साथ-साथ वह भक्ति मार्ग पर भी आगे बढ़ने का संकल्प लेते हैं। वृंदावन की इस मुलाकात को भक्तों ने भी विशेष माना।

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ChatGPT said:

प्रदेश में पंचायत चुनाव की तैयारियां शुरू, 40 जिला पंचायत और 1500 क्षेत्र पंचायत वार्ड घटेंगे

लखनऊ, राज्य ब्यूरो : उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव-2026 की तैयारियां औपचारिक रूप से शुरू हो गई हैं। ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायतों के वार्डों के परिसीमन की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। नगरीय निकायों के सीमा विस्तार और नए नगर निकायों के गठन के चलते करीब 40 जिला पंचायत वार्ड और 1500 क्षेत्र पंचायत वार्ड कम हो रहे हैं। वहीं, ग्राम पंचायत सदस्य के भी लगभग 4,600 वार्ड घटने का अनुमान है।

पंचायती राज निदेशक अमित कुमार सिंह ने बताया कि जिलों से मिली प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर यह आकलन किया गया है। अंतिम आंकड़े सभी जिलों की रिपोर्ट आने के बाद स्पष्ट होंगे। इसके साथ ही, पंचायतों के आरक्षण की प्रक्रिया शुरू करने के लिए समर्पित पिछड़ा वर्ग आयोग के गठन का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है।

वर्ष 2021 में निर्वाचित प्रतिनिधियों का कार्यकाल क्रमशः 26 मई 2026 को ग्राम पंचायत प्रधानों का, 19 जुलाई 2026 को क्षेत्र पंचायत प्रमुखों का और 11 जुलाई 2026 को जिला पंचायत अध्यक्षों का समाप्त होगा। ऐसे में निर्वाचन की प्रक्रिया उसी अनुसार आगे बढ़ाई जाएगी।

नगरीय निकायों के नए सृजन और सीमा विस्तार से 37 जिलों में आंशिक पुनर्गठन की कार्रवाई पूरी हो चुकी है। वर्तमान में प्रदेश में 57,694 ग्राम पंचायतें अस्तित्व में हैं। शेष 28 जिलों से परिसीमन से संबंधित अभिलेख जल्द उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं

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