गंगा-मालन का बढ़ता जलस्तर: खादर के गाँवों में बाढ़ का खतरा, खेतों में घुसा नदी का पानी
Bijnor News 2Sep2025/sbkinews.in
लगातार बारिश के चलते बिजनौर जिले में गंगा और मालन नदियां उफान पर हैं और इस स्थिति ने खादर क्षेत्र में रहने वाले किसानों और ग्रामीणों की मुश्किलें लगातार बढ़ा दी हैं। पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है और पानी खेतों एवं कुछ स्थानों पर घरों तक घुस चुका है। रायपुर खादर, रावली, शहजादपुर, ब्रहापुरी सहित कई गांवों के खेतों में पानी भर गया है, जिससे फसलें तबाह होने का खतरा और पशुओं के चारे का संकट गहराता जा रहा है।
सोमवार को गंगा बैराज पर जलस्तर 220.20 मीटर दर्ज किया गया और आशंका जताई गई कि अभी जलस्तर कम नहीं होगा। कई ग्रामीण अभी भी आवागमन के लिए नाव या बाइकों का सहारा ले रहे हैं, जबकि जलस्तर बढ़ने पर पूरी तरह नाव पर निर्भरता बढ़ सकती है। प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीम राहत व बचाव कार्यों में जुटी है, मगर जलस्तर लगातार बढ़ता देख कर किसानों में चिंता व्याप्त है।
मौसम विभाग ने पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना जताई है, जिसके चलते अगले कुछ दिनों तक बाढ़ जैसी स्थिति बनी रह सकती है। प्रशासन ने लोगों से सतर्कता बरतने और अति प्रभावित क्षेत्रों में सावधानी रखने की अपील की है, साथ ही क्षति का आकलन कर किसानों को उचित मुआवजा देने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।
प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभ से वंचित सरिता ने दी आत्महत्या की चेतावनी
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बलाक कोतवाली देहात के ग्राम हसनअलीपुर धर्मा की गरीब महिला सरिता को अब तक प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत मकान नहीं मिला है। बरसात के मौसम में भी परिवार पन्नी से ढके अस्थायी घर में रहने को मजबूर है। सरिता ने आरोप लगाया कि जांच के लिए आए सहायक एडीओ विकास कुमार ने पोर्टल पर उसके नाम की गलत रिपोर्ट अपलोड कर दी, जिसमें उसका पक्का मकान दिखा दिया गया, जबकि असल में वह कच्चे और पुराने मकान में रहती है। सरिता ने बताया कि वर्ष 2009 में बना इंदिरा आवास, उसके जेठ के नाम पर था।
पीड़िता का कहना है कि वह भूमिहीन और अति-गरीब है, पति बीमार रहते हैं और बच्चों की देखरेख भी अकेले संभालनी पड़ती है। कई बार आवास के लिए आवेदन करने के बावजूद उसे योजना का लाभ नहीं मिला। अब उसने चेतावनी दी है कि यदि उसे जल्द आवास नहीं मिला, तो वह लखनऊ जाकर मुख्यमंत्री आवास के सामने आत्महत्या कर लेगी। सीडीओ पूर्ण बोरा ने कहा कि मामला संज्ञान में आते ही जांच कराई जाएगी और पाई गई गड़बड़ी पर संबंधित जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
सरिता ने प्रशासन से पुनः निष्पक्ष जांच कर लाभ दिलाने और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है, ताकि ऐसे जरूरतमंद परिवारों को योजना का वास्तविक लाभ मिल सके.
तेज हवा और बरसात से किसान चिंतित, शिक्षण संस्थानों में अवकाश घोषित
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बिजनौर में लगातार हो रही तेज हवा के साथ बरसात से किसान और आमजन दोनों परेशान हैं। सोमवार को दिनभर चली भारी बरसात और 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा के झोंकों ने किसानों की गन्ने और चारे की फसल को नुकसान पहुंचाया है। खादर क्षेत्र के खेतों में पानी भरा हुआ है, जिससे फसलों को लगातार खतरा बढ़ा है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक तेज बरसात की आशंका जताई है, जिसके कारण जिला प्रशासन ने मंगलवार को सभी शिक्षण संस्थानों में अवकाश घोषित किया है। शिक्षकों को भी अवकाश मिला है, और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी योगेंद्र कुमार ने डीएम के निर्देशों का पालन करने को कहा है।
जिला कृषि अधिकारी जसवीर सिंह तेवतिया ने बताया कि इस समय फसलों में रेड राट बीमारी फैल रही है। किसानों को अपनी फसल की समस्या के लिए अभियान नंबर 9452247111 या 9452257111 पर व्हाट्सएप के माध्यम से ब्लाक, ग्राम पंचायत का नाम और फसल की फोटो भेजने की सलाह दी गई है। कृषि विभाग के विशेषज्ञ फसलों में रोगों की रोकथाम के उपाय बताएंगे।
रविवार को मंडावर रोड पर तेज हवा के कारण यूकेलिप्ट्स के पेड़ टूट गए, जिससे 33 केवी विद्युत लाइन भी प्रभावित हुई और इलाके में बिजली बाधित हुई। बारिश और तेज हवा से आमजन घरों में कैद हो गए हैं, और मौसम के बिगड़ने को देखते हुए सतर्क रहने की सलाह दी गई है.
बिजनौर में किसान की खेत में गोली मारकर हत्या, पुलिस जांच में जुटी
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बिजनौर कोतवाली क्षेत्र के गांव पथरा उर्फ तिरकमपुर में सोमवार देर शाम चारा काटने खेत पहुंचे किसान नीरज उर्फ नीटू (40) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक का शव खेत में बुग्गी के पास पड़ा मिला, माथे में गोली लगी थी जो सिर के पार हो गई थी। घटना की सूचना पाकर एसपी अभिषेक झा, एएसपी संजीव बाजपेयी, डॉग स्क्वाड और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और सघन जांच-पड़ताल की।
पुलिस की रिपोर्ट है कि हत्या का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं है। निरजा का शव स्टेशन – बोधिस भेजा गया था। मृतक के परिवार में एक माँ, एक महिला और एक बच्चा था, और वह एक परिवार जीतने वाला एकमात्र व्यक्ति था। नीरज बिडज़नारा की नगरपालिका का एक अनुबंध कर्मचारी है और चार बड़े पैमानों पर पशु खाद्य पदार्थ रखता है। घटना के दौरान उन्हें एक छोटा पीट फ़ीड मिला। उसकी हत्या के इस क्षेत्र में खुदाई है।
पुलिस ने तीन टीमें लगाकर हर पहलू की जांच शुरू कर दी है और जल्द ही हत्याकांड का खुलासा करने का भरोसा दिलाया है। मृतक के मोबाइल फोन उसके शव के पास पड़ा मिलने से पुलिस को यह आशंका है कि हत्या से पहले उसका किसी से विवाद या बातचीत हुई थी। परिवार में मातम पसरा हुआ है, और गांव में तनाव का माहौल है.
बिजनौर में डेंगू की दस्तक, एक मरीज में मिले लक्षण
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बिजनौर जिले में डेंगू का पहला मामला सामने आ चुका है। धामपुर क्षेत्र के गांव नींदड़ू खास में इस साल का पहला डेंगू मरीज मिला है। यह व्यक्ति दिल्ली के सफदरगंज में मजदूरी करता था और 11 अगस्त को बुखार से पीड़ित हुआ। बाद में इलाज के लिए वह अपने गांव वापस आया और मुरादाबाद के टीएमयू हॉस्पिटल में उपचार करवाया गया, जहां डेंगू की पुष्टि हुई। उसके घर के आसपास एंटी लार्वा का छिड़काव भी कराया गया है।
बिजनौर में डेंगू के लिए 80 इलाके संवेदनशील घोषित किए गए हैं क्योंकि यहां पहले भी बुखार, मलेरिया और डेंगू के मामले सामने आ चुके हैं। जिले में लगातार बारिश हो रही है जिससे जलभराव की समस्या पैदा हो रही है, जो मच्छरों के प्रकोप के लिए अनुकूल माहौल तैयार करता है। डेंगू के मामले सितंबर और अक्टूबर में अधिक बढ़ते हैं, इसलिए स्वास्थ्य विभाग जागरूकता अभियान चला रहा है और गांवों में एंटी-लार्वा का छिड़काव किया जा रहा है।
पिछले वर्षों में बिजनौर में डेंगू मरीजों की संख्या में उतार-चढ़ाव देखने को मिला है; 2023 में 159 मरीज और 2024 में 27 मरीज मिले थे। स्वास्थ्य विभाग ने इस बार भी संक्रमण रोकने के लिए व्यापक नियंत्रण अभियान की योजना बनाई है।
इस साल डेंगू और अन्य मच्छर जनित रोगों का खतरा बना हुआ है, इसलिए लोगों को साफ-सफाई रखने, पानी जमा न होने देने और मच्छरों से बचाव के लिए सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।
इस प्रकार, बिजनौर में डेंगू का पहला मामला मिल चुका है और जिले में इसकी रोकथाम के लिए सक्रिय प्रयास जारी हैं।
झोलाछाप इलाज में छह वर्षीय बच्चे की मौत, दुकान सील
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नगीना थाना क्षेत्र के ग्राम पुरैनी में झोलाछाप नवनीत के गलत इलाज से मासूम सुफियान की हुई मृत्यु। नवनीत ने बच्चे को बिना चिकित्सा ज्ञान के इंजेक्शन लगा दिया, जिससे हालत बिगड़ी।
ग्रामीणों का हंगामा और हाईवे जाम
मृत्यु के बाद ग्रामीणों ने नवनीत की दुकान पर हंगामा किया और हाईवे पर जाम लगाने का प्रयास किया। नवनीत मौके से फरार हो गया। पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में किया।
नोडल अधिकारी ने दुकान और दवा सील की
घटना की सूचना मिलने के बाद नगीना तहसील के नोडल अधिकारी डॉ. प्रमोद देशवाल ने झोलाछाप की दुकान और दवाई को सील कर दिया। आरोपी झोलाछाप धामपुर क्षेत्र के गांव बनौली का रहने वाला है।
पुलिस ने शुरू की जांच और गिरफ्तारी अभियान
थानाध्यक्ष संजय कुमार ने बताया कि आरोपी झोलाछाप फरार है। पुलिस उसकी तफ्तीश कर जल्द गिरफ्तारी के लिए अभियान चला रही है।
स्वास्थ्य विभाग ने जारी की चेतावनी
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि बिना प्रमाणित डॉक्टर से ही इलाज करवाएं। झोलाछाप इलाज की घटनाओं पर सख्त कार्रवाई की जाएगी ताकि ऐसी दुखद घटनाएं पुनः न हों।
झोलाछाप इलाज के खतरों से सावधानी जरूरी
गांवों में गैरकानूनी इलाज के कारण बच्चों का जीवन जोखिम में है। प्रशासन ने जागरूकता बढ़ाने और झोलाछापों पर प्रभावी नियम लागू करने की दिशा में कदम तेज कर दिए हैं।
एसआर हेल्थ केयर अस्पताल पर स्वास्थ्य विभाग ने लगाया सील, नवजात बच्चा बेचने के मामले में कार्रवाई तेज
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नूरपुर: दिव्यांग दंपत्ति के नवजात बच्चे को बेचने के आरोपित एसआर हेल्थ केयर अस्पताल के संचालक सलमान को पुलिस द्वारा जेल भेजे जाने के एक सप्ताह बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सोमवार देर शाम अस्पताल पर सील लगा दिया। यह कार्रवाई पुलिस की जांच रिपोर्ट के बाद स्वास्थ्य विभाग ने की है, जिससे अस्पताल संचालक की संगीतात्मक गतिविधियों पर पाबंदी लगाई गई है।
धामपुर मार्ग पर स्थित एसआर हेल्थ केयर अस्पताल में हीमपुर दीपा के गांव नंगली छोईया निवासी करन सिंह की दिव्यांग पत्नी रुकमेश ने 13 मई को बेटे को जन्म दिया था। आरोप है कि अस्पताल संचालक सलमान ने चिकित्सक एवं नर्स की मदद से नवजात बच्चे को बरेली निवासी दंपती को बेचा था। बच्चे के बिकने के मामले ने पूरे क्षेत्र में सामाजिक गहन संकट पैदा कर दिया था।
जिला Magistrate के हस्तक्षेप एवं पुलिस की तत्परता से बच्चे को बरामद किया गया और 24 अगस्त को सलमान सहित बरेली दंपती को जेल भेज दिया गया। हालांकि, अस्पताल के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग द्वारा कार्रवाई में देरी हुई, लेकिन सोमवार की देर शाम नोडल अधिकारी/एसीएमओ आरपी विश्वकर्मा और क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी राकेश कुमार के नेतृत्व में अस्पताल पर स्वास्थ्य विभाग ने सील लगा दी।
यह कार्रवाई सामाजिक सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए की गई है ताकि अस्पताल की गैर-कानूनी गतिविधियों पर रोक लगाई जा सके और भविष्य में ऐसे घिनौने कृत्यों की पुनरावृत्ति न हो।
स्वास्थ्य विभाग ने जनता से भी अपील की है कि वे ऐसी किसी भी गैर-कानूनी गतिविधि की सूचना तत्काल दें ताकि समय रहते उचित कार्रवाई की जा सके।
संभल में नाले में गिरकर बिजनौर के सिपाही रजनीश कुमार की दर्दनाक मौत
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संभल: सोमवार को भारी बारिश के बीच संभल के खुरले नाले में गिरकर बिजनौर के निवासी हेड कांस्टेबल रजनीश कुमार की मौत हो गई। रजनीश मेला कोतवाली संभल में ड्यूटी कर रहे थे और अपनी ड्यूटी के लिए चंदौसी की रामकृष्ण धर्मशाला में रह रहे थे।
रजनीश मूल रूप से बिजनौर जिले के नगीना थाना क्षेत्र के गांव पुरैनी के निवासी थे। वह अपनी पत्नी मिथलेश और दो बेटों मयंक व वंश के साथ बहजोई में किराए के मकान में रहते थे। उनका एक मानसिक रूप से कमजोर भाई हिमांशु भी उनके साथ रहता था, जबकि दूसरा भाई ललित गुरुग्राम में नौकरी करता है। रजनीश के माता-पिता का निधन हो चुका है।
घटना उस वक्त हुई जब रजनीश सोमवार सुबह लगभग 10 बजे भारी बरसात के बीच बाइक से मेले की ड्यूटी पर जा रहे थे। चंदौसी के सीकरी गेट के पास कबीर गली क्षेत्र में जलजमाव के कारण नाला छुपा हुआ था। उन्होंने बाइक रोकते हुए पैर जमीन पर रखा लेकिन पैर नाले में चला गया और वह संतुलन खोकर नाले में गिर गए। तेज बहाव के कारण वह पुलिया के नीचे बहते हुए डूब गए और उनकी मौत हो गई।
इसे देख आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और घटना की सूचना कोतवाली पुलिस और अधिकारियों को दी गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। परिवार के सदस्यों में खून का आंसू बह रहा है। एसपी अनुज चौधरी ने कहा कि रजनीश को हाल ही में हेड कांस्टेबल के पद पर पदोन्नति मिली थी।
यह दुखद घटना बारिश के बीच सड़क और नालों की सुरक्षा तथा जागरूकता की जरूरत को उजागर करती है, ताकि भविष्य में ऐसी अनहोनी से बचा जा सके।
