दिल्ली-शामली-सहारनपुर रेलवे लाइन पर युवक-युवती ने ट्रेन के आगे कूदकर दी जान
UP News 3Sep2025/sbkinews.in
बागपत: मंगलवार सुबह दिल्ली-शामली-सहारनपुर रेलवे मार्ग के अहेड़ा हाल्ट पर एक दर्दनाक घटना सामने आई। 20 वर्षीय स्वीटी बैंसला और 21 वर्षीय अभिषेक गोस्वामी ने जनता एक्सप्रेस ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। स्वीटी अहमद नगर, खेकड़ा की निवासी थी और बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा थी, वहीं अभिषेक पड़ोसी था और बड़ौत की एक फाइनेंस कंपनी में नौकरी करता था।
प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि जैसे ही जनता एक्सप्रेस सुबह 9:07 बजे के आसपास अकीला पहुंची, दोनों अपने सही प्रक्षेपवक्रों में लौट आए। अभिषी पर एक ट्रेन द्वारा हमला किया गया, जिससे स्वति गंभीर रूप से घायल हो गई और मौके पर मौत से पहले अस्पताल में मौत हो गई। दोनों परिवार प्लेटों में हैं।
स्वति के दादा ने दो दिन पहले कहा कि स्वति और उनकी बहन एक रिंग समारोह आयोजित कर रहे थे। दुर्घटना के बाद, आरोप प्रभार दीक्षित कुमार तियागी और रेलवे पुलिस ने घटनास्थल की जांच की। हाइवे के बीच एक स्कार्फ और स्वेटशर्ट पाया गया, लेकिन मोबाइल पुलिस ने इसका स्वामित्व किया। एसपी सूरज कुमार रे ने कहा कि यह सवाल जांच के अधीन था और एक आवश्यक न्यायिक शिकायत शुरू की है।
इस घटना ने पूरे क्षेत्र को गमगीन कर दिया है और समाज में युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर चिंता भी बढ़ा दी है।
बिजनौर में गुलदार का आतंक: दुकान से लौट रहे बालक को मार डाला, गांव में दहशत
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बिजनौर: मंडावली थाना क्षेत्र के गांव रामदासवाली में मंगलवार रात गुलदार ने आठ वर्षीय कनिष्क पर हमला कर उसकी जान ले ली। कनिष्क अपने घर के पास स्थित दुकान से सामान लेकर लौट रहा था, तभी पास के गन्ने के खेत से निकलकर गुलदार ने उस पर हमला किया। गुलदार कनिष्क को खेत की ओर खींचने की कोशिश कर रहा था, लेकिन गांववालों के शोर मचाने पर वह भाग गया।
गंभीर रूप से घायल कनिष्क को तुरंत नजीबाबाद के निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस दर्दनाक घटना से गांव में मातम सा माहौल है और ग्रामीणों में जबरदस्त दहशत फैली हुई है।
जानकारी के अनुसार, रामदासवाली निवासी डालचंद का मकान गांव के बाहरी छोर पर है, और दोनों ओर गन्ने के खेत फैले हैं। वन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची और गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया गया है। डीएफओ अभिनव राज ने स्वजन को शीघ्र मुआवजा दिलवाने का आश्वासन दिया है।
पिछले पौने तीन साल में बिजनौर में गुलदार के हमले से अब तक 32 लोगों की मौत हो चुकी है। जिले में 40 से अधिक स्थानों पर गुलदार पकड़ने के लिए पिंजरे लगाए जा चुके हैं, लेकिन गुलदार का आतंक कम नहीं हो रहा है।
यह घटना वन्य जीवों की बढ़ती उपस्थिति और अभावग्रस्त सुरक्षा उपायों की ओर ध्यान आकर्षित करती है, जिससे ग्रामीणों के जीवन पर सीधा खतरा बना हुआ है।
हेलमेट की अनदेखी बनी जानलेवा, एक साल में 54 हजार मौतें – फिर भी लापरवाही जारी
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देश में सड़क दुर्घटनाओं में दोपहिया वाहन चालकों की मौतें लगातार बढ़ रही हैं, जिसका बड़ा कारण हेलमेट न पहनना है। 2023 में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, हेलमेट न पहनने से पूरे देश में 54,568 लोगों ने अपनी जान गंवाई। इनमें 39,160 ड्राइवर और 15,408 पीछे बैठने वाले यात्री शामिल थे। रिपोर्ट बताती है कि 80 प्रतिशत से ज्यादा सड़क हादसों में मौत का कारण सिर की चोटें होती हैं, जबकि कुल घटनाओं में 31 प्रतिशत मौतें दोपहिया वाहन चालकों की हैं।
उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में “नो हेलमेट, नो फ्यूल” अभियान शुरू किया गया है। इस अभियान में पेट्रोल पंपों पर बिना हेलमेट के आने वाले वाहन चालकों को ईंधन नहीं दिया जाता है, जिससे लोगों को हेलमेट पहनने के लिए जागरूक किया जा सके। इसका उद्देश्य लोगों को दंडित करना नहीं, बल्कि उनकी सुरक्षा से जुड़े जोखिमों के प्रति सतर्क करना है। सड़क सुरक्षा विशेषज्ञ पुष्पसेन सत्यार्थी के अनुसार, हेलमेट पहनने से सिर की गंभीर चोटों और मौतों से बचा जा सकता है।
पेट्रोल पंप कर्मचारियों को भी लोगों को हेलमेट पहनने की जरूरत और सड़क पर सुरक्षित तरीके से चलने हेतु जागरूक करने की जिम्मेदारी दी गई है। इस अभियान के जरिए सरकार सड़क जल दुर्घटनाओं के आंकड़ों को कम करने के लिए प्रयत्नशील है।
जीएसटी में ढाई करोड़ का घपला, असिस्टेंट कमिश्नर समेत तीन अधिकारियों पर प्राथमिकी दर्ज
यह, जलेसर: मुख्य घोटाला जलालसर के टीपीएस डिवीजन (माल और सेवाओं पर कर) में पाया गया था। घोटाले में, इस घटना को तीन कर्मचारियों के साथ पंजीकृत किया गया था, जिसमें उपायुक्त जीएसटी सुशीला कुमार शामिल थे। सरकार ने हाल ही में तीन को निलंबित कर दिया है।
यह कार्रवाई डायरेक्टर जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस (डीजीओजीआइ) के निर्देश पर की गई। जांच टीम ने एंटा, कानपुर, लखनऊ, आगरा एवं अलीगढ़ से बड़ी संख्या में अधिकारी और कर्मचारी लेकर जलेसर में छापेमारी की। इस दौरान सृष्टि एंटरप्राइजेज, मैसर्स ओम आर्टिफिशियल, मैसर्स निधि एंटरप्राइजेज, जैन एंटरप्राइजेज और श्याम एंटरप्राइजेज नामक फर्जी फर्में पकड़ी गईं, जिनके संचालकों सोनू कुशवाह, अन्नू वाष्णेय, विकास बघेल, दीपांकर भारती और सुमित कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।
जांच ने स्थापित किया कि वाइस चेयरमैन कुमार ने शर्मनाक कुमार दुश्ट, 1.81 करोड़ और शुष्क कुमार के साथ व्यवसायों को मुकुट के 1.81 रोस्टर की वापसी दी। इस घोटाले ने राज्य के ट्रेजरी विभाग को बहुत नुकसान पहुंचाया।
राज्य कर अधिकारी अरुण कुमार ने बताया कि बड़ी योजनाबद्ध तरीके से ये फर्जीवाड़ा किया गया, जिसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने फर्जी दस्तावेजों एवं रिफंड घोटाले के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है, ताकि ऐसी अवैध गतिविधियों पर प्रभावी रोक लगाई जा सके।
रामपुर: खेत में नाबालिग छात्रा से दुष्कर्म, पुलिस ने तीन आरोपियों को नामजद किया
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रामपुर: स्कूल जा रही आठवीं की छात्रा के साथ खेत में सामूहिक दुष्कर्म का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोप है कि छात्रा को रास्ते में दो युवक जबरन रोके और उसे खेत में ले जाकर नशा सुंघाकर, सिर पर डंडे से प्रहार किया। पीड़िता को बेहोशी की हालत में सड़क किनारे फेंक दिया गया।
घटना 22 अगस्त की सुबह करीब 7:30 बजे की है, जब छात्रा साइकिल से पास के गांव के स्कूल जा रही थी। खेतों में ले जाकर दोनों आरोपियों ने उस पर बारी-बारी से दुष्कर्म किया। छात्रा ने पांच दिन बाद होश में आकर पूरी कहानी बताई। हालांकि, उसकी आंखों की रोशनी अभी तक ठीक नहीं हुई है।
पीड़ित पिता ने पुलिस में विकास और उसके अज्ञात साथी के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने तीनों आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट समेत विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
घटना के बाद आरोपियों के स्वजनों द्वारा धमकियां दी जा रही हैं, जिससे पीड़ित परिवार में दहशत बनी हुई है। पुलिस सुरक्षा बढ़ाने के साथ आरोपी की जल्द गिरफ्तारी के लिए प्रयासरत है।
पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने बताया कि आरोपियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई होगी और पीड़िता को न्याय दिलाया जाएगा। सामाजिक संगठनों ने भी घटना की निंदा करते हुए ग्रामीण परिवारों की सुरक्षा की मांग की है।
यह घटना बालिकाओं की सुरक्षा और शिक्षा के रास्ते में आने वाले खतरों को उजागर करती है, जिससे रोकथाम के लिए बेहतर कानूनी और सामाजिक प्रयासों की आवश्यकता है।
चुनावी रंजिश में किसान की निर्मम हत्या, हाथ-पैर तोड़कर घायल किया
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BADOWN: चुनाव के दौरान अपने पिता और किसान किसान की निर्मम हत्या की खबर ने क्षेत्र के लिए एक भावना पैदा की। मंगलवार को लगभग 6:30 बजे, 50 वर्षीय, नानकी, उगती पुलिस स्टेशन में रागनटपुरपिपी गाँव में एक खेत खाने के लिए गई थी, जहां वह गाँव के सशस्त्र लोगों से घिरा हुआ था।
पुलिस और परिजनों के मुताबिक, आरोपितों ने नन्नुकी को लाठी-डंडों से इतनी बेरहमी से पीटा कि उसके दोनों हाथ और पैर टूट गए। उसके पैरों की हड्डी तक उभर आई। पीड़ित ने चीख-पुकार लगाई, लेकिन आरोपितों के हाथ में असलहे थे, जिससे आसपास के लोग नजदीक आने की हिम्मत नहीं कर पाए। जब पीड़ित के भाई और ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो आरोपितों ने नन्नुकी पर फायरिंग भी की, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
उनके भाइयों ने सात लोगों की हत्याओं के खिलाफ शिकायत दर्ज की, जिसमें ब्रह्मा देवी के गांव के प्रमुख के पति सेटा कैंड्रा शामिल थे। वे कहते हैं कि यह आरोपी और पीड़ित के बीच एक पिछली शत्रुता थी कि वे चार साल तक वोट न करें। पीड़ितों को बडौना मेडिकल कॉलेज भेजा गया।
एसपी ग्रामीण हृदेय कठेरिया ने कहा कि घटना की गहनता से जांच की जा रही है और आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। पुलिस ने गांव में सुरक्षा बढ़ाई है ताकि स्थिति नियंत्रित रहे।
यह वारदात चुनावी रंजिश और आपसी विद्वेष के कारण बढ़ती हिंसा की चिंता बढ़ाती है और न्याय की मांग उठाती है।
प्रयागराज: सीमांचल एक्सप्रेस में मानव तस्करी का भंडाफोड़, 15 नाबालिग व किशोर बचाए गए
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प्रयागराज जंक्शन पर मंगलवार को सीमांचल एक्सप्रेस ट्रेन में छापेमारी कर 10 नाबालिगों और पांच नवयुवकों को मानव तस्करी से मुक्त कराया गया। बच्चों को पढ़ाई के लिए लुधियाना ले जाने का झांसा दिया गया था, लेकिन उनसे यहां अवैध मजदूरी कराई जानी थी।
आस्था महिला एवं बाल विकास संस्थान को बिहार से सूचना मिली कि सीमांचल एक्सप्रेस के जनरल और स्लीपर कोच में लगभग 40 बच्चों को अवैध रूप से ले जाया जा रहा है। सूचना मिलने पर मीरजापुर स्टेशन पर ट्रेन की घेराबंदी की गई, लेकिन वहां ट्रेन का ठहराव मात्र दो मिनट का था, जिससे मुंकिनत बच्चों को बरामद नहीं किया जा सका। बाद में प्रयागराज जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर दो पर आरपीएफ, जीआरपी, चाइल्डलाइन और संस्थान की संयुक्त टीम ने छापेमारी कर 15 बच्चों को बचाया।
निरीक्षण में पाया गया कि बच्चों के पास कोई वैध कागजात नहीं थे और उनके परिवार भी उनके साथ नहीं थे। तस्करों के मास्टरमाइंड ठेकेदार एफ़। इस दौरान कई तस्कर भाग निकले। बच्चों की उम्र लगभग 10 से 17 वर्ष के बीच थी और सभी बिहार के विभिन्न जिलों के निवासी थे।
पुलिस ने इस गंभीर मामले में ठेकेदार सहित अन्य संदिग्धों की तलाश शुरू कर दी है और आगे की कार्रवाई जारी है। बचाए गए बच्चों को चाइल्डलाइन के हवाले करके उनकी देखभाल और काउंसलिंग शुरू कर दी गई है।
यह घटना मानव तस्करी के खिलाफ सघन जांच और सुरक्षा आवश्यकताओं पर विशेष ध्यान आकर्षित करती है।
वाराणसी: प्रतिबंधित मांझा से युवक की मौत पर सरकार को नोटिस जारी
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राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) की प्रधान पीठ, न्यायमूर्ति प्रकाश श्रीवास्तव की अध्यक्षता वाली चार सदस्यीय पीठ ने प्रतिबंधित मांझा से हुई मौत के मामले में उत्तर प्रदेश सरकार को नोटिस जारी किया है। उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) ने इस मामले में नोटिस स्वीकार कर लिया है और उसे चार सप्ताह के भीतर जवाब दाखिल करना होगा।
मामला 31 दिसंबर 2024 का है जब वाराणसी के चौकाघाट-लहरतारा फ्लाईओवर के निकट प्रतिबंधित मांझा की चपेट में आने से 24 वर्षीय विवेक शर्मा की गर्दन कट गई थी, जिससे उसकी मौत हो गई। एनजीटी ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय, प्रदेश सरकार, जिलाधिकारी एवं पुलिस आयुक्त वाराणसी को भी नोटिस जारी किया है और उनसे जवाब मांगा है।
विवेक शर्मा की मौत ने पूरे वाराणसी में चाइनीज मांझे के उपयोग के खिलाफ गुस्सा भड़काया है। प्रशासन ने मांझा की बिक्री, भंडारण एवं उपयोग पर प्रतिबंधों को कड़ा करने के दिशा-निर्देश जारी किए हैं। पुलिस ने कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है और मांझा की सप्लाई रुटों पर नजर रखी जा रही है।
एनजीटी की यह कार्रवाई सुरक्षा एवं पर्यावरण संरक्षण के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण मानी जा रही है। अधिवक्ताओं और सामाजिक संगठनों ने मांझा के पूर्ण प्रतिबंध की मांग तेज कर दी है ताकि भविष्य में ऐसी जानलेवा घटनाएं न हों।
जातीय संघर्ष में 27 घायल, पुलिस पर भी हमला, बागपत में कूड़ा डालने को लेकर तनाव
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बागपत के रमाला थाना क्षेत्र के सूप गांव में कूड़ा डालने को लेकर हुए विवाद ने जातीय संघर्ष का रूप ले लिया। आरोप है कि देवी सिंह कश्यप व अनुसूचित जाति के लोगों के बीच दो माह से चल रहे तनाव के चलते मंगलवार को दोनों पक्षों के बीच जमकर लाठी-डंडे और धारदार हथियारों से भिड़ंत हुई।
घटना तब और बिगड़ी जब अनुसूचित जाति के महावीर की बेटी रूबी कूड़ा डालने गईं तो कुछ कूड़ा देवी सिंह के आंगन में गिर गया। इस बात पर विवाद बढ़ा और देखते ही देखते दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। महिलाओं ने भी मारपीट में भाग लिया और पथराव किया गया।
पुलिस जब विवाद को काबू में करने पहुंची तो भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर भी हमला कर दिया। इसमें चार पुलिसकर्मी घायल हुए, जिनमें दो दारोगा मयंक व बबिता चौधरी, और दो सिपाही मीनू व विकास शामिल हैं। पुलिस ने बलप्रयोग कर लोगों को खदेड़ा।
दोनों पक्षों के 23 लोग घायल हुए हैं। थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार ने बताया कि झगड़े में शामिल लोगों की पहचान और कार्रवाई की जा रही है। प्राथमिक जांच के अनुसार, विवाद का मूल कारण दोनों पक्षों के बीच शिव मंदिर और रविदास मंदिर को लेकर जमीन को लेकर मतभेद बताया गया है।
जब पुलिस ने संघर्ष से संपर्क किया, तो भीड़ ने पुलिस पर भी हमला किया। इलाके में चार पुलिस अधिकारी घायल हो गए। इसमें दो मयंक और बाबिता चौधरी इंस्पेक्टर, दो माइनू और विकास सैनिक शामिल हैं। पुलिस ने लोगों को जारी रखने के लिए अपनी ताकत का इस्तेमाल किया।
नोएडा: पहलगाम हमले में आतंकियों को फंडिंग का झूठा भय दिखाकर बुजुर्ग महिला से 44 लाख रुपये की ठगी
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नोएडा की 76 वर्षीय बुजुर्ग महिला सरला देवी को साइबर ठगों ने करीब एक महीने तक डिजिटल अरेस्ट रखा और आतंकवादियों को फंडिंग का डर दिखाकर 44 लाख रुपये ठग लिए। जालसाजों ने महिला को फोन करके एक झूठी कहानी बनाकर डराया कि उनके मोबाइल नंबर का इस्तेमाल जुआ व ब्लैकमेलिंग में हो रहा है, साथ ही मुंबई क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी का वीडियो कॉल दिखाकर गिरफ्तारी का डर दिखाया।
18 जुलाई से 13 अगस्त तक 23 दिनों की अवधि में ठगों ने महिला को घर में कैद रखा और आठ बार में 44 लाख रुपये अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करवा लिए। ठगों ने जांच पूरी होने के बाद रकम वापस करने का झांसा दिया लेकिन जब रकम वापस नहीं आई तो महिला ने साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने बताया कि जालसाजों ने पंजाब और राजस्थान के एचडीएफसी, बैंक ऑफ इंडिया, आइडीएफसी बैंक के खातों में रकम ट्रांसफर कराई। इनमें कई खातों का पता लगाया गया है, जिनके माध्यम से ठगी हुई। पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपी ठगों की तलाश जारी है।
एडीसीपी साइबर सेल ने लोगों से अपील की है कि वे फोन कॉल और ऑनलाइन धमकियों से सावधान रहें और किसी भी संदिग्ध मामले की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
यह घटना साइबर ठगी की बढ़ती घटनाओं की चिंता दर्शाती है, जहां जालसाज आतंकवादी फंडिंग और अन्य गंभीर मामलों का डर दिखाकर लोगों को अपना शिकार बनाते हैं।


