विकासनगर में 8 से 20 सितंबर तक बिजली कटौती, इन इलाकों में आपूर्ति रहेगी ठप

Uttarakhand News 9Sep2025
यूपीसीएल ने आवश्यक रखरखाव कार्य को सुगम बनाने और आगामी सीज़न के लिए विश्वसनीय बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए 8 से 20 सितंबर तक विकासनगर में बिजली कटौती का कार्यक्रम निर्धारित किया है। निवासियों को सलाह दी जाती है कि वे तदनुसार योजना बनाएँ।बिजली कटौती से कटापत्थर, एनफील्ड, बरोटीवाला और नगर पालिका फीडर से जुड़े इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित रहेगी। कटौती के अलग-अलग दिन अलग-अलग क्षेत्रों में लागू होगी, जिससे इन इलाकों के उपभोक्ताओं को असुविधा होगी।
UPCL ने यह बताया है कि काम की वजह से बिजली सेवा में अस्थायी व्यवधान होगा, लेकिन यह सुधार कार्य लंबे समय तक भरोसेमंद और स्थिर आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है। उपभोक्ताओं से असुविधा के लिए क्षमा मांगी गई है और उनसे धैर्य बनाए रखने की अपील की गई है।
उपभोक्ताओं को सलाह दी गई है कि वे इस अवधि के दौरान बिजली के वैकल्पिक इंतजाम रखें और अत्यावश्यक उपकरणों का उपयोग आवश्यकतानुसार करें।
इस सुधारात्मक कार्य के बाद बिजली की गुणवत्ता में सुधार होने की उम्मीद है, जिससे विकासनगर समेत आसपास के क्षेत्रों को बेहतर बिजली सेवा उपलब्ध होगी।
अल्मोड़ा के जागेश्वर में बीएसएनएल टावर की बैटरी खराब, पांच माह से संचार सेवा ठप; लोगों में है नाराजगी और आंदोलन की चेतावनी

Uttarakhand News 9Sep2025
उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन ने रखरखाव कार्य को सुगम बनाने और विश्वसनीय बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सितंबर के दौरान विकासनगर में निर्धारित बिजली कटौती की घोषणा की है। निवासियों को सलाह दी जाती है कि वे इस दौरान कम से कम असुविधा के लिए योजना बनाएँ।
स्थानीय लोगों ने बीएसएनएल से जल्द बैटरी बदलने और टावर के लिए ईंधन उपलब्ध कराने की मांग की है। बैटरी खराब स्थिति के कारण टावर कई बार बंद हो गया है, जिससे नेटवर्क पूरी तरह डाउन हो गया। जागेश्वर के निवासी आरोप लगा रहे हैं कि बीएसएनएल प्रशासन इस समस्या को लेकर गंभीर नहीं है।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए भी इस संचार व्यवस्था के तुरंत सुधार की आवश्यकता है। यदि शीघ्र समाधान नहीं निकला तो स्थानीय लोग आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दे रहे हैं।
बीएसएनएल के अधिकारियों ने कहा है कि इस समस्या को जल्द हल करने के प्रयास किए जा रहे हैं और तकनीकी टीम जल्द मौके पर पहुंचकर रिपेयरिंग करेगी। वहीं, प्रदेश सरकार और संबंधित विभाग से भी इस दिशा में सहयोग की उम्मीद जताई जा रही है।
यह मामला ग्रामीण इलाकों में बेसिक संचार सेवाओं की खराब स्थिति की ओर एक बार फिर ध्यान आकर्षित करता है। लोक जीवन की अनिवार्य सुविधा में बाधा आने से क्षेत्र में भारी असंतोष व्याप्त है।
मोरी में टौंस नदी पर ट्रॉली से गिरकर 15 वर्षीय किशोरी लापता, SDRF और पुलिस की तलाश जारी

Uttarakhand News 9Sep2025
उत्तरकाशी के मोरी क्षेत्र के भंकवाड़ गांव के पास सोमवार सुबह एक दर्दनाक घटना हुई जब 15 वर्षीय किशोरी शबीना, अपनी मौसी के साथ टौंस नदी पार करते समय ट्रॉली की रस्सी उलझने से नदी में गिर गई और तेज बहाव में बह गई। सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने उसकी तलाश शुरू कर दी है।
इस घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई है। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि भंकवाड़ जैसे दुर्गम क्षेत्रों में लोग नदी पार करने के लिए इसी प्रकार की अस्थायी ट्रॉली का उपयोग करते हैं, जो अक्सर खराब हो जाती है और मरम्मत नहीं होती। इससे पहले भी इस ट्रॉली से कई बार हादसे हो चुके हैं।
ग्रामीणों ने प्रशासन से इस मार्ग पर सुरक्षित पुल बनाने की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोका जा सके। भंकवाड़ गांव मुख्य सड़क मार्ग मोरी-हनोल से लगभग 14 किलोमीटर दूर है और पैदल तीन किलोमीटर चलकर पहुंचा जा सकता है।
पुलिस और SDRF की टीम लगातार नदी और आसपास के इलाकों में सर्च ऑपरेशन कर रही है ताकि किशोरी को ढूंढा जा सके। अतिवृष्टि और नदी के तेज बहाव के कारण तलाश में कठिनाई हो रही है।
यह हादसा पहाड़ी इलाकों में रहने वाले ग्रामीणों की जीवनशैली और उनकी सुरक्षा चुनौतियों को फिर से उजागर करता है।
श्रीनगर-बुघाणी-खिर्सू मोटरमार्ग पर भू-धसाव का खतरा, बारिश से सड़क का 50 मीटर हिस्सा धंस गया

Uttarakhand News 9Sep2025
उत्तराखंड के श्रीनगर-बुघाणी-खिर्सू मोटरमार्ग पर खोला के पास लगातार हो रही बारिश के कारण भूस्खलन की घटनाएं बढ़ गई हैं। इसकी वजह से सड़क का लगभग 50 मीटर लंबा हिस्सा धंस चुका है, जिससे राहगीरों और स्थानीय लोगों की चिंता बढ़ गई है।
स्थानीय लोगों ने क्षेत्र में समय पर मरम्मत और सुधार न होने पर खतरे की चेतावनी दी है। गढ़वाल विश्वविद्यालय के वरिष्ठ भूगर्भ वैज्ञानिक प्रो. महेंद्र प्रताप सिंह बिष्ट ने बताया कि अनियोजित निर्माण, अतिक्रमण और जल निकासी की कमी भूस्खलन की मुख्य वजह हैं। उन्होंने प्रशासन से जल निकासी प्रबंधन को दुरुस्त करने और नालों से अतिक्रमण हटाने की सख्त हिदायत दी है।
लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) के अधिशासी अभियंता किशोर कुमार ने कहा कि प्रभावित सड़क का निरीक्षण कर लिया गया है और मरम्मत के लिए योजना बनाई जा रही है। उन्होंने बताया कि समय-समय पर सड़क के किनारे नालियों के निर्माण का कार्य जारी रहेगा ताकि भूस्खलन को रोका जा सके।
श्रीनगर-बुघाणी-खिर्सू मार्ग पर पहले भी कई स्थानों पर भूस्खलन हो चुका है जो यात्रियों के लिए खतरा बन गया है। पर्यटक और स्थानीय इस सड़क पर सुरक्षित आवागमन की उम्मीद करते हैं।
स्थानीय प्रशासन ने लोगों से भी सतर्क रहने और बारिश के दिनों में आवश्यक सावधानी बरतने की सलाह दी है।
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना: शिवपुरी-गूलर सुरंग पर ट्रैक बिछाने के लिए सर्वे शुरू, अक्टूबर तक पूरा होगा काम

Uttarakhand News 9Sep2025
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के तहत ट्रैक बिछाने के लिए सर्वे कार्य शुरू हो गया है। रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) ने शिवपुरी से गूलर के बीच सुरंग का सर्वे एक कंपनी को सौंपा है, जिसे अक्टूबर तक पूरा करना है।
यह परियोजना 126 किलोमीटर लंबी है, जिसमें से 105 किलोमीटर हिस्से में ट्रेन सुरंगों के माध्यम से गुजरेगी। परियोजना में लगभग 93 प्रतिशत सुरंगों का कार्य पूरा हो चुका है, जबकि कई स्टेशनों का निर्माण कार्य भी तेजी से चल रहा है।
टीम द्वारा सर्वे के बाद सुरंग के अंदर बेल्लासलेस (बिना गिट्टी वाला) ट्रैक बिछाने का काम शुरू किया जाएगा। इस परियोजना की कुल लागत लगभग 750 करोड़ रुपये है।
शिवपुरी और व्यासी स्टेशन के निर्माण पर काम जारी है, जिन्हें डेढ़ साल के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके अलावा देवप्रयाग, जनासू, मलेथा, श्रीनगर, धारी देवी, घोलतीर, तिलनी और गौचर जैसे नौ अन्य स्टेशनों के लिए टेंडर निकाले जाएंगे।
कर्णप्रयाग रेलवे स्टेशन परियोजना का सबसे बड़ा स्टॉपेज होगा, जहां 26 लाइनें बनाई जाएंगी। यह परियोजना उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों को देश के मुख्य रेल नेटवर्क से जोड़ने में अहम भूमिका निभाएगी।
परियोजना में उन्नत तकनीकों का उपयोग करते हुए सुरंग निर्माण कार्य निपटाया जा रहा है, जिससे समयसीमा के भीतर कार्य पूरा करने की उम्मीद है।
Uttarakhand News 9Sep2025/sbkinews.in


