खटीमा में सैनिक के घर चोरी, लाखों रुपये का माल हुआ लापता
Uttarakhand News 13Sep2025
खटीमा के सबौरा गांव में एक बड़ी चोरी की वारदात सामने आई है, जहां चोरों ने एक सैनिक के घर में सेंध लगाई और लाखों रुपये का कीमती सामान चोरी कर भाग गए। यह घटना तब हुई जब घर की मालकिन पूजा बोरा बरेली गई हुई थीं, और उनके पति सेना में कार्यरत हैं। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पूजा बोरा के घर से लगभग 42 हजार रुपये नकद, जेवरात और अन्य कीमती सामान चोरी हुए हैं। पुलिस घटना स्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है ताकि चोरों का पता लगाया जा सके। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपी चोरों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी। हो रही इस चोरी की घटना ने इलाके में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं और लोगों में भय का माहौल है।
सैनिक के घर चोरी की यह वारदात एक बार फिर अपराधियों को खुला आज़ाद छोड़ने की समस्या को उजागर करती है। पुलिस ने जनता से सावधानी बरतने और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना देने की अपील भी की है। साथ ही पुलिस का यह प्रयास है कि जल्द से जल्द चोरों को गिरफ्तार कर न्याय दिलाया जाए।
यह घटना स्थानीय प्रशासन और पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है, जो सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के प्रयास कर रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसे अपराधों की पुनरावृत्ति ना हो सके।
इस संदर्भ में पुलिस द्वारा किए जा रहे त्वरित जांच कार्य से उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही चोरी की यह गुत्थी सुलझ जाएगी।
देहरादून में ओवरलोडिंग पर शिकंजा: विक्रम और सिटी बसों में नियम उल्लंघन जारी
Uttarakhand News 13Sep2025
देहरादून में परिवहन विभाग ने सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था का निरीक्षण कर स्थिति की समीक्षा की। कई मार्गों पर सुधार दिखने के बावजूद, सिटी बसों में कमी बरकरार हैं। सबसे बड़ी समस्या यह पाई गई कि बसों में कर्मचारी वर्दी में नहीं हैं और यात्रियों को टिकट नहीं दिया जा रहा। विक्रम चालक नियमों की अनदेखी करते हुए ओवरलोडिंग कर रहे हैं, जिससे यात्री सुरक्षा दुविधाजनक हो रही है।
आरटीओ संदीप सैनी ने स्पष्ट किया कि अब वे ऐसे वाहन चालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे जो परमिट शर्तों का उल्लंघन कर रहे हैं। इसमें परमिट निरस्त करना भी शामिल है। विक्रम चालक अपनी सीट क्षमता से ज्यादा यात्रियों को बिठाकर चल रहे हैं। सुबह और शाम के समय कुछ चालक कम सवारी लेकर चलते हैं, पर अधिकांश समय वे ओवरलोडिंग करते पाए जाते हैं।
परिवहन विभाग ने शहर में आम जनता को सुलभ और सुरक्षित परिवहन सेवा उपलब्ध कराने के लिए कई कदम उठाए हैं। सिटी बसों की यांत्रिक स्थिति में सुधार हुआ है, लेकिन अभी भी मोटर वाहन अधिनियम के नियमों का पूरी तरह पालन नहीं हो रहा। विभाग द्वारा ऐसे अनियमितताओं की निगरानी जारी है और जल्द प्रभावी कार्रवाई की तैयारी में है।
इस कार्रवाई से उम्मीद की जा रही है कि देहरादून की सड़कों पर प्रदूषण कम होगा और सार्वजनिक परिवहन सेवा की गुणवत्ता में सुधार आएगा।
उत्तराखंड में निवेश घोटाला: एलयूसीसी जैसा एक और कंपनी ने करोड़ों ठगे
Uttarakhand News 13Sep2025
उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में एक कंपनी ने निवेश का झांसा देकर करोड़ों रुपये जमा कराए, लेकिन अब रिटर्न नहीं दे रही। यह मामला एलयूसीसी की तरह ही एक बड़ा घोटाला सामने आया है। कंपनी ने उत्तर प्रदेश में अपनी सभी शाखाएं बंद कर दी हैं। वाराणसी के पीड़ितों ने देहरादून में कंपनी के क्षेत्रीय कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और पटेलनगर कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई।
पीड़ितों का आरोप है कि कंपनी ने लगभग 30 लोगों से 1.35 करोड़ रुपये जमा कराए। शुरुआत में कंपनी ने मासिक और एकमुश्त रिटर्न भी दिया, लेकिन पिछले लगभग एक साल से कोई रिटर्न नहीं मिल रहा। कंपनी के संचालक विदेश में होने का दावा कर रहे हैं और क्षेत्रीय कार्यालय में केवल सुरक्षाकर्मी मौजूद हैं।
पटेलनगर कोतवाली पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है और पीड़ितों से दस्तावेज मांगे हैं। कंपनी के उत्तराखंड में निवेश की जानकारी जुटाई जा रही है। सुरक्षाकर्मियों से भी पूछताछ की जा रही है ताकि इस धोखाधड़ी के पीछे सच्चाई सामने आ सके।
यह मामला निवेशकों के लिए बड़ी चेतावनी है और ऐसा घोटाला रोकने के लिए सतर्कता जरूरी है। लोक प्रशासन और पुलिस विभाग इस गंभीर मामले में जल्द कार्रवाई करने की दिशा में काम कर रहे हैं ताकि पीड़ितों को न्याय मिले।
देहरादून के पर्यटकों ने रद्द की काठमांडू और पशुपतिनाथ यात्रा, बोले- 'लग रहा है डर'
Uttarakhand News 13Sep2025
नेपाल में राजनीतिक उथल-पुथल के बाद देहरादून के पर्यटकों में भय का माहौल व्याप्त है। काठमांडू घूमने और पशुपतिनाथ मंदिर के दर्शन की योजना रखने वाले कई पर्यटकों ने अपनी यात्रा रद्द कर दी है। कुछ लोगों ने अपनी बुकिंग भी कैंसिल करवा दी है, जबकि कई यात्राओं को फिलहाल होल्ड पर रखा गया है।
स्थानीय टूर ऑपरेटरों के अनुसार, नेपाल में जारी उपद्रव और राजनीतिक अस्थिरता के कारण पर्यटक यात्रा स्थगित कर रहे हैं। यात्रियों को सुरक्षा को लेकर चिंता है, जिसके चलते वे फिलहाल नेपाल की ओर यात्रा करने से बच रहे हैं।
यह स्थिति देहरादून के पर्यटन क्षेत्र पर भी असर डाल रही है। टूर ऑपरेटर आर्थिक नुकसान और पर्यटन व्यवसाय में गिरावट की चिंता जता रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजनीतिक स्थिति बेहतर होने पर ही पर्यटन गतिविधियां सामान्य होने की उम्मीद है।
पर्यटक इस समय हालात का जायजा लेकर सुरक्षित यात्रा के विकल्प तलाश रहे हैं। पर्यटन विभाग भी यात्रियों की सुरक्षा को लेकर सतर्क है और आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर रहा है।
इस माहौल में स्थानीय प्रशासन और पर्यटन अधिकारी पर्यटकों को स्थिति से अवगत कराते हुए सुरक्षा से जुड़ी जानकारी दे रहे हैं ताकि भ्रम और डर को कम किया जा सके।
यह राजनीतिक उथल-पुथल देहरादून के पर्यटन पर अल्पकालिक प्रभाव डाल सकती है, लेकिन उम्मीद है कि जल्द ही स्थिति सामान्य हो जाएगी और पर्यटन फिर से फल-फूल उठेगा।
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में कृषि भूमि पर अवैध प्लाटिंग, रेरा हुआ सख्त
Uttarakhand News 13Sep2025
उत्तराखंड में कृषि भूमि पर अवैध प्लाटिंग की बढ़ती समस्या को लेकर रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (रेरा) ने सख्त कदम उठाए हैं। देहरादून समेत पूरे प्रदेश में कृषि भूमि पर हो रही अवैध प्लाटिंग के मामले में रेरा ने एमडीडीए और अन्य सभी विकास प्राधिकरणों से पूरी जानकारी मांगी है।
रेरा ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि कृषि भूमि पर बिजली, पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं की आपूर्ति रोकी जाएगी, जिससे भूमि के दुरुपयोग को प्रभावी रूप से रोका जा सके। साथ ही, रजिस्ट्री के दौरान भूमि उपयोग (लैंड यूज) से जुड़ी जानकारी देना अनिवार्य कर दिया गया है। इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि कृषि भूमि का प्लाटिंग के लिए गलत इस्तेमाल न हो सके।
रेरा के इस फैसले से रजिस्ट्री अधिकारियों पर भी निगरानी बढ़ेगी क्योंकि कई मामलों में रजिस्ट्री बिना उचित जांच के हो रही है, जिससे अवैध प्लाटिंग को बढ़ावा मिल रहा है। इस दिशा में रजिस्ट्री अधिकारी भी जिम्मेदार होंगे और उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी अगर वे नियमों का उल्लंघन करते पाए गए।
इस कदम से उम्मीद है कि कृषि भूमि की अवैध प्लाटिंग पर नियंत्रण मिलेगा और भूमि संरक्षण सुनिश्चित होगा। राज्य सरकार और संबंधित विभाग भी इस प्रक्रिया में सहयोग कर रहे हैं ताकि भूमि उपयोग नियमों का सही पालन हो और भूमि का दुरुपयोग रोका जा सके।
यह कदम उत्तराखंड के भौतिक और पर्यावरणीय संतुलन को बनाए रखने में भी सहायक होगा।
15 राज्यों से होकर गुजरा देहरादून के जोड़े का इलेक्ट्रिक कार सफर, बचाए 46 पेड़
Uttarakhand News 13Sep2025
देहरादून के अवधेश और अर्चना ने पर्यावरण संरक्षण का एक अनूठा संदेश देते हुए इलेक्ट्रिक कार से कश्मीर से कन्याकुमारी तक की लंबी यात्रा पूरी की। इस 28 दिन की यात्रा में उन्होंने 15 राज्यों से होकर कुल 8447 किलोमीटर की दूरी तय की। इस दौरान उन्होंने अपनी इलेक्ट्रिक कार को कुल 35 बार चार्ज किया।
अवधेश ने दावा किया कि यह भारत में इलेक्ट्रिक कार से की गई सबसे लंबी यात्रा है, जिसने कार्बन उत्सर्जन को कम करके लगभग 46 पेड़ों की रक्षा की। इस यात्रा का उद्देश्य स्वच्छ और टिकाऊ पर्यावरण के लिए लोगों में जागरूकता फैलाना था।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस प्रयास की सराहना की और इसे पर्यावरण संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया। इस यात्रा ने इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने और भारत में साफ ऊर्जा के उपयोग को प्रोत्साहित करने में मदद की है।
अवधेश और अर्चना की यह यात्रा पर्यावरण संरक्षण के लिए एक प्रेरणा बन गई है, जो दर्शाती है कि व्यक्तिगत प्रयास भी बड़े बदलाव ला सकते हैं। यह यात्रा न केवल तकनीकी और साहस का उदाहरण है बल्कि स्वच्छ भारत और हरित भारत की दिशा में ठोस कदम भी है।
यह प्रकार की पहलकदमी भविष्य में पर्यावरण जागरूकता बढ़ाने और प्रदूषण नियंत्रण में सहायक होगी।
Uttarakhand News 13Sep2025/sbkinews.in



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