दिल्ली के बाहरी क्षेत्र मौर्य एन्क्लेव पुलिस ने 20 लाख 33 हजार रुपये से भरा चोरी का बैग बरामद कर आरोपी हरप्रीत सिंह मारवा उर्फ बॉबी को गिरफ्तार किया
Delhi News 29Oct2025/sbkinews.in
दिल्ली पुलिस की मौर्य एन्क्लेव थाना टीम ने एक बड़ी चोरी का खुलासा करते हुए 54 वर्षीय हरप्रीत सिंह मारवा उर्फ बॉबी को गिरफ्तार किया है। आरोपी के कब्जे से लगभग 20 लाख 33 हजार रुपये नकद बरामद हुए हैं, जो वह चोरी के बैग में रखे हुए था।
पीड़ित प्रवीन बंसल ने बताया कि उनके कर्मचारी अमित कुमार से 20 लाख से अधिक की रकम चोरी हुई थी। कर्मचारी को विभिन्न इलेक्ट्रिक स्टोरों से पैसे इकट्ठा करते वक्त बैग चोरी हो गया था। जांच में पकड़ा गया आरोपी आरोपी ने कबूल किया कि उसने आसान पैसे कमाने के लिए यह चोरी की।
पुलिस ने आरोपी के घर पर छापा मारा और बरामद नकदी के साथ आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली के डीसीपी (दक्षिण पश्चिम) भीष्म सिंह ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी से बड़ी चोरी का पर्दाफाश हुआ है और मामले की जांच जारी है।
यह घटना इस बात की चेतावनी है कि सामान्य सी लापरवाही भी कैसे बड़ी घटनाओं का कारण बन सकती है। पुलिस ने लोगों से अपनी सुरक्षा के लिए सतर्क रहने और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना देने की अपील की है।
आईजीआई एयरपोर्ट के Terminal-3 पर एयर इंडिया की बस में लगी आग, दमकल की तत्पर कार्रवाई से अफरा-तफरी के बीच हादसे पर काबू, कोई घायल नहीं
Delhi News 29Oct2025/sbkinews.in
दिल्ली के Indira Gandhi International Airport (आईजीआई) के Terminal-3 पर मंगलवार को एयर इंडिया की एक बस में अचानक आग लग गई। यह बस एयर इंडिया के विमान के पास ही खड़ी थी और आग लगने के समय इसमें कोई यात्री नहीं था, बस चालक ही उसमें मौजूद था।
दमकल विभाग की टीम ने तेजी से पहुंचकर आग पर काबू पाया, जिससे बड़ा हादसा टल गया। आग लगने के कारणों की जांच जारी है, शुरुआती रिपोर्ट में शॉर्ट सर्किट की संभावना जताई गई है। पुलिस और CISF के जवान भी घटनास्थल पर मौजूद थे।
इंडिया एयरपोर्ट ऑपरेटर DIAL ने बताया कि आग लगने की सूचना मिलने पर विशेषज्ञ ARFF (Airport Rescue and Fire Fighting) टीम ने कुछ ही मिनटों में आग बुझा दी। एयरपोर्ट के संचालन में कोई व्यवधान नहीं आया और किसी के हताहत होने की भी खबर नहीं है।
यह दुर्घटना डेढ़ महीने पहले हुई इसी तरह की घटना की याद ताजा करती है, जो एयरपोर्ट की सुरक्षा प्रबंधन को लेकर सतर्कता और सावधानी बरतने की आवश्यकता बताती है।
दिल्ली पुलिस ने कुसुम के ड्रग नेटवर्क पर सख्त कार्रवाई करते हुए उसके भाई हरिओम और सहयोगी सनी को गिरफ्तार किया, 20 करोड़ रुपये की अवैध संपत्तियां जब्त
Delhi News 29Oct2025/sbkinews.in
दिल्ली पुलिस ने ड्रग सप्लायर कुसुम के नेटवर्क को ध्वस्त करते हुए उसके भाई हरिओम और एक सहयोगी सनी को गिरफ्तार किया है। हरिओम कुसुम का आर्थिक सलाहकार था, तो सनी स्मैक सप्लाई करता था। पुलिस ने दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में फैले कुसुम की लगभग 20 करोड़ रुपये की अवैध संपत्तियां जब्त की हैं।
कुसुम, जिसे ‘ड्रग क्वीन’ के नाम से जाना जाता है, मार्च से फरार है। मार्च में हुई छापेमारी के दौरान कुसुम के बेटे अमित को गिरफ्तार किया गया था और बड़ी मात्रा में ड्रग्स, नकदी और एक वाहन बरामद हुआ था। पुलिस के अनुसार, कुसुम की संपत्ति में कई बेनामी संपत्तियां भी शामिल हैं, जिनका इस्तेमाल ड्रग मनी छिपाने के लिए किया गया।
पुलिस ने बताया कि यह गिरोह गहन जांच और महीने लंबी निगरानी के बाद पकड़ा गया। जांच में पता चला कि यह नेटवर्क पाकिस्तान से जुड़े थे और विभिन्न ट्रांसपोर्ट माध्यमों से ड्रग्स सप्लाई कर रहे थे।
पिछले कुछ वर्षों से कुसुम का गिरोह लगातार दिल्ली के सुलतानपुरी क्षेत्र में सक्रिय था और विभिन्न प्रकार की मादक वस्तुओं की तस्करी में शामिल था। पुलिस ने अभी भी कुसुम और अन्य फरार सदस्यों की तलाश जारी रखी है।
दिल्ली मेट्रो के मौजपुर-मजलिस पार्क कॉरिडोर को मिली प्रतिष्ठित ICI पुरस्कार-2025, उत्कृष्ट प्रीस्ट्रेस्ड कंक्रीट संरचना के लिए सम्मान
Delhi News 29Oct2025/sbkinews.in
Delhi Metro Rail Corporation (DMRC) को Indian Concrete Institute (ICI), चेन्नई द्वारा उत्कृष्ट प्रीस्ट्रेस्ड कंक्रीट संरचना श्रेणी में वर्ष 2025 का प्रतिष्ठित ICI पुरस्कार प्राप्त होगा। यह सम्मान दिल्ली मेट्रो के चौथे चरण के विस्तार का हिस्सा मौजपुर-मजलिस पार्क कॉरिडोर के लिए दिया जाना है।
यह कॉरिडोर मौजूदा Pink Line का विस्तार है और पूरा होने पर यह भारत की पहली सर्कुलर रिंग मेट्रो लाइन बनेगा, जिससे राजधानी दिल्ली की कनेक्टिविटी और शहरी गतिशीलता में महत्वपूर्ण सुधार होगा। इस परियोजना की तकनीकी उपलब्धि और टिकाऊ निर्माण प्रथाओं को इस पुरस्कार के माध्यम से मान्यता मिली है।
ACECon सम्मेलन में यह पुरस्कार दिसंबर 2025 में हैदराबाद में डीएमआरसी को औपचारिक रूप से प्रदान किया जाएगा। डीएमआरसी की इस उपलब्धि से उसकी इंजीनियरिंग उत्कृष्टता, नवाचार और शहरी यातायात व्यवस्था में सतत विकास के लिए प्रतिबद्धता प्रमाणित होती है।
मौजपुर-मजलिस पार्क कॉरिडोर न केवल यात्रियों को बेहतर सुविधा देगा, बल्कि दिल्ली के विभिन्न आवासीय, व्यावसायिक और औद्योगिक क्षेत्रों को भी जोड़ेगा, जिससे यात्रा का समय भी कम होगा और ट्रैफिक की समस्या में कमी आएगी।
दिल्ली उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर, अभिनेता Paresh Rawal की फिल्म The Taj Story के प्रमाणन पर रोक लगाने की मांग, फिल्म पर आरोपित है इतिहास का विकृति और सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काना
Delhi News 29Oct2025/sbkinews.in
दिल्ली उच्च न्यायालय में The Taj Story नामक आगामी फिल्म के प्रमाणन के खिलाफ एक जनहित याचिका दायर की गई है। याचिका में आरोप लगाया गया है कि यह फिल्म इतिहास को गलत तरीके से प्रस्तुत कर रही है और इससे सांप्रदायिक तनाव फैलने की आशंका है।
याचिकाकर्ता व अधिवक्ता शकील अब्बास ने फिल्म को तथ्यों से भटकाने वाला और राजनीतिक उद्देश्यों से प्रेरित बताया है। उन्होंने कहा कि फिल्म की ट्रेलर में ताजमहल के गुंबद से Lord Shiva की मूर्ति निकलने का चित्रण विवादास्पद है, जिससे विवाद उत्पन्न हो सकता है। याचिका ने फिल्म के निर्माता, निर्देशक, लेखक, Paresh Rawal सहित केंद्रीय सूचना तथा प्रसारण मंत्रालय और CBFC को भी जवाबदेह माना है।
याचिका में केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड से अनुरोध किया गया है कि वे प्रमाणन की पुनः समीक्षा करें, विवादास्पद दृश्यों को हटाने या ‘Adults Only’ की श्रेणी लागू करने का आदेश दें, और विस्तृत डिस्क्लेमर जोड़े कि फिल्म एक विवादास्पद दृष्टिकोण प्रस्तुत करती है, न कि निश्चित ऐतिहासिक तथ्य।
यह याचिका फिल्म के 31 अक्टूबर को होने वाली रिलीज़ के समय को लेकर न्यायालय से स्थगन का भी निवेदन करती है, ताकि किसी भी तरह की सामाजिक अशांति और सांप्रदायिक तनाव से बचा जा सके।
दिल्ली में 2005 के 29 अक्टूबर बम धमाकों की 20वीं बरसी, 71 लोगों की जान लेने वाले आतंकी संगठन की जिम्मेदारी, दोषियों के बरी होने से पीड़ित परिवारों में निराशा
Delhi News 29Oct2025/sbkinews.in
29 अक्टूबर 2005 को दिल्ली के तीन व्यस्त इलाकों – सरोजिनी नगर, पहाड़गंज और गोविंदपुरी के पास एक बस में हुए तीन बम धमाकों ने 71 लोगों की बेरहम मौत का कारण बने। इन धमाकों की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकवादी समूह Lashkar-e-Taiba ने ‘Islamic Inquilab Mahaz’ के नाम से ली थी।
धमाके दिवाली के दो दिन पहले हुए थे, जिससे भय और हाहाकार फैल गया। दिल्ली पुलिस की जांच में आतंकी संगठन और उसके संदिग्धों का पता लगाया गया। प्रमुख आरोपी माने गए तारिक अहमद दार को आतंकवाद के वित्त पोषण और साजिश के आरोप में जेल हुई।
हालांकि, कमजोर सबूतों और जांच की कमज़ोरी के चलते कई आरोपियों को बरी कर दिया गया, जिससे पीड़ित परिवारों को न्याय नहीं मिल पाया। इस मामले में बहुत से परिवार आज भी न्याय और मुआवजे की उम्मीद में हैं।
घटना के दौरान एक डटी हुई बस चालक कुलदीप सिंह ने बहादुरी दिखाते हुए यात्रियों को सुरक्षित जगह तक पहुँचाया, लेकिन खुद गंभीर रूप से घायल हो गया। उन्होंने कई लोगों की जान बचाई, पर उन्हें अपनी आंखों की रोशनी खोनी पड़ी।
पीड़ित परिवारों ने सरकार और न्यायपालिका से दोषियों को सख्त सजा देने और विस्थापितों को उचित मुआवजा देने की मांग दोहराई है। 20 साल बाद भी यह घटना देश में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक गहरी छाप छोड़ती है।


