द्वारका एक्सप्रेसवे पर देश का सबसे महंगा टोल प्लाजा शुरू, दिल्ली-गुरुग्राम यात्रा होगी अब महंगी
Delhi News 09Nov2025/sbkinews.in
द्वारका एक्सप्रेसवे पर देश का सबसे महंगा टोल प्लाजा स्थापित हो चुका है, जिसका शुभारंभ जल्द ही किया जाएगा। इस टोल प्लाजा की लंबाई लगभग 29 किलोमीटर है। हल्के वाहनों के लिए टोल दर 2.19 रुपये प्रति किलोमीटर निर्धारित की गई है, जबकि भारी वाहनों के लिए यह दर 7.28 रुपये प्रति किलोमीटर रखी गई है।
इस एक्सप्रेसवे के संचालन का उद्देश्य दिल्ली और गुरुग्राम के बीच यात्रा को सुगम बनाना है, लेकिन अब यात्रियों को महंगा सफर करना होगा। स्थानीय गांवों के निवासियों को टोल में छूट का प्रावधान दिया गया है। मासिक पास भी उपलब्ध होगा, जिसकी कीमत 340 रुपये रखी गई है, जिससे इलाके के लोग एक्सप्रेसवे की सुविधा का लाभ उठाने में सक्षम होंगे।
टोल प्लाजा पर फ्री फ्लो टोलिंग सिस्टम लागू किया गया है, जिससे वाहन बिना रुके अपनी गति से गुजर सकेंगे। इस प्रणाली के तहत फास्टैग या वाहन की नंबर प्लेट के माध्यम से टोल राशि स्वचालित रूप से कट जाएगी, जिससे ट्रैफिक जाम नहीं लगेगा।
खेड़कीदौला टोल प्लाजा पर भी टोल दरों में वृद्धि की गई है, जिससे निजी कारों को अधिक टोल देना होगा। हालांकि 24 घंटे के भीतर आने-जाने वालों को कम टोल देना पड़ता है।
दिल्ली में झुग्गी-झोपड़ी निवासियों के लिए खुशखबरी, पारंपरिक चूल्हे छोड़ने पर मिलेगी उज्ज्वला योजना के गैस कनेक्शन
Delhi News 09Nov2025/sbkinews.in
दिल्ली सरकार ने राजधानी में बढ़ते वायु प्रदूषण को कम करने के लिए एक नया कदम उठाया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीयूएसआईबी) को आदेश दिए हैं कि वे झुग्गी-झोपड़ियों का संपूर्ण सर्वेक्षण करें। इस सर्वेक्षण का उद्देश्य उन परिवारों की पहचान करना है जो पारंपरिक चूल्हों पर खाना बनाते हैं।
सरकार का यह कदम प्रदूषण नियंत्रण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उज्ज्वला योजना के तहत इन परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्शन प्रदान किए जाएंगे, जिससे वे स्वच्छ ईंधन का उपयोग कर सकेंगे और धुंए से होने वाले स्वास्थ्य जोखिमों को कम किया जा सकेगा।
प्रदूषण फैलाने वाले अन्य कारकों के खिलाफ भी दिल्ली सरकार ने सख्त कार्रवाई शुरू की है। सड़क पर फेके जाने वाले कचरे, खुली जलती हुई पराली, वाहन से होने वाला प्रदूषण आदि पर रोक लगाई जा रही है।
इस योजना से न केवल पर्यावरण संरक्षण होगा, बल्कि गरीब तबके के लोगों का स्वास्थ्य भी बेहतर होगा। सरकार की यह पहल दिल्ली की हवा को और स्वच्छ बनाने और नागरिकों की जीवन गुणवत्ता बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
'दिल्ली IGI एयरपोर्ट पर तकनीकी खराबी से 800 उड़ानें प्रभावित, देर रात परिचालन बहाल'
Delhi News 09Nov2025/sbkinews.in
दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI) पर एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) सिस्टम में तकनीकी खराबी के कारण शुक्रवार आधी रात से शनिवार शाम तक लगभग 800 उड़ानें प्रभावित हुईं। इस दौरान करीब 75 प्रतिशत प्रस्थान करने वाली उड़ानें देरी से रवाना हुईं, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि, आगमन वाली उड़ानें बेहतर ढंग से संचालित हुईं।
खराबी ऑटोमैटिक मैसेज स्विचिंग सिस्टम (AMSS) में आई थी, जो उड़ान योजनाओं को नियंत्रित करता है। इसके टूटने से कंट्रोलर को उड़ानों के संचालन का काम मैन्युअल रूप से करना पड़ा, जिससे विलंब हुआ। मंत्रालय ने इस तकनीकी समस्या का गहन विश्लेषण करने और भविष्य में इसे रोकने के लिए सिस्टम को मजबूत बनाने के निर्देश दिए हैं।
यात्रियों को चेक-इन प्रक्रिया में बदलाव और उड़ान शेड्यूल में बदलाव के कारण दिक्कतें हुईं, लेकिन एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने बताया कि तकनीकी समस्या को दूर कर परिचालन फिर से बहाल कर दिया गया है। प्रशासन ने प्रभावित यात्रियों को सहूलियत देने के लिए कदम उठाए और शीघ्र स्थिति सामान्य करने के प्रयास किए।
यह घटना IGI एयरपोर्ट की परिचालन जटिलताओं और तकनीकी निर्भरता को दर्शाती है, जिससे पता चलता है कि उच्च तकनीकी मानकों के बावजूद चुनौतियां बनी रहती हैं। मंत्रालय और संबंधित विभाग इस समस्या को देखते हुए सुरक्षा और प्रबंधन की कड़ी व्यवस्था सुनिश्चित कर रहे हैं।
दिल्ली की भूमिगत पार्किंगों में गंदगी और असामाजिक तत्वों का अड्डा, एमसीडी की लापरवाही से बढ़ा खतरा
Delhi News 09Nov2025/sbkinews.in
मध्य दिल्ली के कई इलाकों में एमसीडी द्वारा निर्मित भूमिगत पार्किंग अब शहर की समस्या बनती जा रही हैं। प्रमुख स्थानों की पार्किंग गंदगी से घिरी हुई है और असामाजिक तत्वों के अड्डे बन गए हैं। चर्च मिशन रोड पर एक व्यक्ति नाले में गिरकर घायल हो गया, जबकि लोक नायक अस्पताल के सामने की पार्किंग अंधेरे और नशेड़ियों के लिए सुरक्षित ठिकाना बन गई है।
रविंदर मेहता समेत कई नागरिकों ने एमसीडी पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। लोगों का कहना है कि पार्किंग की देखभाल न करने से न केवल स्वास्थ्य संबंधी खतरे बढ़े हैं, बल्कि सुरक्षा भी दुष्कर हो गई है। एमसीडी प्रवक्ता ने स्थिति का संज्ञान लिया है और जल्द निरीक्षण व सुधार का आश्वासन दिया है।
इस मामले में पारदर्शिता और त्वरित कार्रवाई की मांग शहरवासियों के बीच बढ़ रही है। अधिकारी कह रहे हैं कि आगामी समय में ऐसी समस्याओं का समाधान किया जाएगा और पार्किंग व्यवस्था को सुरक्षित, स्वच्छ एवं व्यवस्थित बनाया जाएगा।
दिल्ली नगर निगम की नई फूड कार्ट योजना से हर वार्ड में रोजगार के अवसर, होगा साफ-सफाई पर विशेष ध्यान
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दिल्ली नगर निगम (MCD) ने एक नई योजना बनाई है जिसमें प्रत्येक वार्ड में पाँच मिनी फूड कार्ट लगाए जाएंगे। इस योजना का मकसद स्थानीय लोगों को रोजगार प्रदान करना और घर के पास स्वादिष्ट तैयार भोजन की सुविधा उपलब्ध कराना है। इन फूड कार्ट को एक स्थान पर केवल 15 मिनट तक रुकने की अनुमति होगी और वे केवल अपने संबंधित वार्ड में ही काम कर सकेंगे।
एमसीडी ने यह सुनिश्चित किया है कि ये फूड कार्ट स्वच्छता के उच्च मानकों का पालन करेंगे। फूड वैन संचालकों के लिए विशेष प्रमाण पत्र और लाइसेंस अनिवार्य होंगे तथा मक्खियों और मच्छरों से बचाने की भी व्यवस्था की जाएगी। यह कार्ट केवल residential क्षेत्रों में लगाए जाएंगे ताकि बाजारों में भीड़-भाड़ और अव्यवस्था से बचा जा सके।
पिछले वर्षों में एमसीडी की इस पहल से करीब 1000 से अधिक फूड कार्ट संचालकों को लाभ मिला है। एमसीडी अधिकारियों का कहना है कि यह योजना न केवल रोजगार बढ़ाएगी, बल्कि दिल्ली की सड़कों से अवैध वेंडिंग को भी नियंत्रित करेगी। नई नीति के तहत फूड कार्ट ऑपरेटर को उसी वार्ड का निवासी होना जरूरी होगा, जिससे स्थानीय स्तर पर रोजगार बढ़ेगा
दिल्ली-NCR से वाहन चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, 50 लाख के कटे हुए पार्ट्स और दो कारें बरामद
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दिल्ली-एनसीआर पुलिस ने वाहन चोरी के एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह का सक्रियता से चोरी की गई गाड़ियों को काटकर पार्ट्स के रूप में बेचने का धंधा चलाता था। पुलिस ने कुल 50 लाख रुपये कीमत के कटे हुए ऑटो पार्ट्स और दो पूरी कारें अपने कब्जे में ली हैं।
गिरोह पर आरोप है कि वे चोरी की गाड़ियों को परत दर पर काटकर उनके पार्ट्स को अलग-अलग बाजारों में बेचते थे, जिससे उनका पता लगाना मुश्किल हो जाता था। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने का दावा किया है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह गिरोह दिल्ली-एनसीआर में काफी समय से सक्रिय था और कई दर्जन वाहन चोरी के मामले इसके खिलाफ दर्ज हैं। छापेमारी के दौरान बरामद ऑटो पार्ट्स की कीमत करोड़ों में आंकी जा रही है।


