आयुष्मान योजना के फर्जी कार्ड से इलाज करने वाले अस्पतालों की होगी जांच, करोड़ों के भुगतान में गड़बड़ी का खुलासा

UP News today 11Nov2025/sbkinews.in
उत्तर प्रदेश में आयुष्मान योजना के फर्जी कार्ड बनाकर इलाज कराने और उसके बिल का भुगतान लेने वाले अस्पतालों की जांच की जा रही है। स्टेट एजेंसी फार काम्प्रिहेंसिव हेल्थ एंड इंटीग्रेटेड सर्विसेज (साचीज) ने उन अस्पतालों के पुराने दावे खंगालने शुरू कर दिए हैं जिनका भुगतान फर्जी कार्डों के आधार पर हुआ था। अगर पुराने भुगतान में गड़बड़ी सामने आई, तो संबंधित अस्पतालों और लाभार्थियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जांच में पता चला है कि मई 2025 में अधिकारियों की आईडी हैक करके 9.45 करोड़ रुपये गलत तरीके से कई अस्पतालों के खाते में ट्रांसफर किए गए थे। इसके अलावा, हैकिंग के जरिए करीब 450 से अधिक फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाए गए थे, जिनसे इलाज कराया गया। पुलिस और साचीज दोनों स्तर पर इस पूरे मामले की गहन जांच कर रहे हैं।
आयुष्मान देश की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजनाओं में से एक है, जिसमें गरीबों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जाती हैं। इस योजना के पोर्टल पर अधिकारियों की लॉगिन आईडी और मोबाइल नंबर की मदद से जालसाजों ने फर्जी कार्ड जारी किए। भुगतान की प्रक्रिया को नियंत्रित करने वाली एजेंसी यानी आईएसए की भूमिका पर भी सवाल उठे हैं।
साचीज की सीईओ अर्चना वर्मा ने बताया कि जांच में हर दस्तावेज और भुगतान का विश्लेषण किया जाएगा। फर्जी कार्ड और इलाज कराने वाले लाभार्थियों, अस्पतालों और कर्मचारियों की पहचान की जा रही है। जितने भी फर्जी कार्ड पाए गए हैं, उन्हें निरस्त कर दिया गया है।
इन सभी मामलों में अब तक उक्त अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है, और आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) भी जांच में सक्रिय है।
UP News today 11Nov2025
इटावा में लेपर्ड सफारी का शुभारंभ, पांच शावक खुले में पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र

UP News today 11Nov2025
इटावा सफारी पार्क में दो एसी बसों के साथ लेपर्ड सफारी का भव्य शुभारंभ रविवार को हुआ। प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव अनुराधा वेमूरी ने पर्यटकों के लिए इस सफारी की शुरुआत की। इस सफारी में अभी पांच लेपर्ड शावक खुले में छोड़े गए हैं, जिनकी उम्र छह माह से एक साल के बीच है। इनमें लखन, सिया, राबर्ट, शैलजा और भरत नामक शावक शामिल हैं।
लेपर्ड सफारी पार्क के कुल 21 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैली हुई है, जिसमें पांच हेक्टेयर क्षेत्र में ये शावक खुला घुमते हैं। शावकों का स्थानांतरण आगरा, बिजनौर, मुरादाबाद और आसपास के क्षेत्रों से किया गया है। पर्यटक अब यहां तेंदुए के शावकों को खुले में देख सकते हैं, जिससे सफारी की लोकप्रियता और बढ़ने की उम्मीद है।
सफारी के दौरान पर्यटक तेंदुओं के शावकों को देख आनंदित होते हैं। एनिमल हाउस में शावकों को रात में रखा जाता है। इस अवसर पर सफारी पार्क में एक बहुउद्देशीय हॉल का भी उद्घाटन किया गया, जहां प्रशिक्षण और पर्यावरण जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए और सफारी का आनंद लिया। पार्क के निदेशक डॉ. अनिल कुमार पटेल और अन्य अधिकारी इस कार्यक्रम में मौजूद थे।
इटावा से आगरा तक 2 घंटे और लखनऊ से लगभग 3.5 घंटे की दूरी पर स्थित सफारी पार्क भारतीय और विदेशी पर्यटकों के लिए प्रमुख आकर्षण है। पार्क में पहले से 24 तेंदुआ, 19 शेर, 160 एंटीलोप और अन्य वन्यजीव भी सुरक्षित हैं।
UP News today 11Nov2025
अब महिलाएं एक साल में तीन बार ही कर सकेंगी रक्तदान; एसबीटीसी के सख्त निर्देश, फर्जीवाड़ों पर रोक के लिए ब्लड बैंक में होगा डेटा अपडेट

UP News today 11Nov2025
उत्तर प्रदेश में आयुष्मान योजना के तहत रक्तदान की नई गाइडलाइंस लागू की गई हैं, जिसके अनुसार अब शारीरिक रूप से स्वस्थ महिलाएं एक साल में केवल तीन बार ही रक्तदान कर सकेंगी। यह नियम महिलाओं के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए स्टेट ब्लड बैंक ट्रांसफ्यूजन कॉन्सिल (एसबीटीसी) ने जारी किया है।
एसबीटीसी ने प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों और ब्लड बैंक प्रभारी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे ब्लड बैंक के सॉफ्टवेयर में प्रत्येक रक्तदान करने वाली महिला का पूरा ब्योरा दर्ज करें। इसमें आधार कार्ड के साथ नाम, पता और फोटो शामिल होगा। इससे फर्जीवाड़ों और बार-बार रक्तदान करने वाली महिलाओं की पहचान हो सकेगी।
मासिक धर्म के दौरान महिलाओं का खून काफी कम हो जाता है, जिससे ज्यादा रक्तदान करने पर उनकी जान को खतरा हो सकता है। इसलिए एसबीटीसी ने अब मनमाने तरीके से रक्तदान करने वाली महिलाओं पर रोक लगाने के लिए यह कड़ा कदम उठाया है। साफ्टवेयर में रक्तदान करने वाली महिला को अगर चार महीने से कम समय में फिर से रक्तदान करने के लिए आती है, तो इसकी जानकारी ब्लड बैंक प्रभारी को मिल जाएगी।
एसजीपीजीआई लखनऊ के ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. अनिल कुमार मौर्य ने बताया कि इस व्यवस्था से महिलाओं के जीवन की सुरक्षा के साथ ही रक्त की गुणवत्तापूर्ण उपलब्धता सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी। इसके अतिरिक्त, गड़बड़ी और फर्जीवाड़े को भी रोका जाएगा। डीटेल्ड जांच और ब्लड बैंक की मॉनीटरिंग के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि रक्तदान सुरक्षित और सुचारू रूप से हो।
UP News today 11Nov2025
परिषदीय स्कूलों में 28 नवंबर से शुरू होगी अर्द्धवार्षिक परीक्षा, दो पालियों में आयोजित

UP News today 11Nov2025
उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में शैक्षिक सत्र 2025-26 की अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं 28 नवंबर से शुरू होंगी और 3 दिसंबर तक दो पालियों में आयोजित की जाएंगी। पहली पाली सुबह 9:30 से 11:30 बजे तक और दूसरी पाली दोपहर 12:30 से 2:30 बजे तक होगी। परीक्षा के दौरान हिंदी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, सामाजिक अध्ययन, संस्कृत, कला, संगीत, शारीरिक शिक्षा, और कार्यानुभव सहित सभी विषयों के मौखिक और लिखित परीक्षाएं ली जाएंगी।
कक्षा एक की परीक्षा पूरी तरह से मौखिक होगी। वहीं, कक्षा दो और तीन में लिखित और मौखिक परीक्षाओं का 50-50 प्रतिशत वेटेज होगा। कक्षा चार और पांच में लिखित परीक्षा का भारांक 70 प्रतिशत और मौखिक परीक्षा का 30 प्रतिशत होगा। कक्षा छह से आठ तक की परीक्षा केवल लिखित रूप में आयोजित होगी। लिखित परीक्षाएं 50 अंकों की होंगी और इनकी अवधि दो घंटे होगी।
प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद ने परीक्षा के लिए समय सारिणी जारी कर दी है। जिला शिक्षा कार्यालयों को सूचना दी गई है कि वे परीक्षा की पूरी तैयारी समय से सुनिश्चित करें। प्रश्न पत्रों का निर्माण जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डीआइईटी) स्तर पर किया जाएगा। स्कूलों तक प्रश्न पत्रों की सुरक्षित आपूर्ति और प्रबंधन के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
यह अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं शैक्षणिक प्रगति का मूल्यांकन करने के लिए आयोजित की जा रही हैं, जिससे विद्यार्थियों के ज्ञान और कौशल का सही आंकलन हो सकेगा। शिक्षक और अभिभावकों को इस प्रक्रिया में सहयोग करने की अपील की गई है।
डीएवी कॉलेज बुढ़ाना के छात्र उज्जवल राणा की आत्मदाह, फीस विवाद के चलते कॉलेज गेट पर छात्रों का धरना

UP News today 11Nov2025
मुजफ्फरनगर जनपद के बुढ़ाना क्षेत्र में स्थित डीएवी कॉलेज के बीए द्वितीय वर्ष के छात्र उज्जवल राणा ने शनिवार को कॉलेज परिसर में पेट्रोल छिड़क कर खुद को आग लगा ली। बताया गया कि उज्जवल ने यह कदम फीस जमा न कर पाने के कारण उठाया था। उसकी कुल बकाया 7,000 रुपये की फीस में से केवल 1,750 रुपये जमा हुए थे। बाकि की राशि जमा न करने पर लगातार कॉलेज प्रशासन की ओर से दबाव और प्रताड़ना की गई।
खौफनाक इस घटना के बाद छात्र को गंभीर हालत में आनन-फानन में स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे मेरठ मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। अंततः दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज के दौरान रविवार शाम उसकी मौत हो गई। घटना के बाद छात्रों ने कॉलेज के गेट पर धरना शुरू कर दिया। धरने में छात्र के परिवार और क्षेत्र के कई समाजसेवी, राजनीतिक नेता और छात्र संगठन भी शामिल हुए।
धरना प्रदर्शन के दौरान छात्र उज्जवल की मौत का जिम्मेदार कॉलेज प्रबंधक अरविंद कुमार, प्राचार्य प्रदीप कुमार, शिक्षक संजीव कुमार और कुछ पुलिसकर्मियों के खिलाफ गिरफ्तारी की मांग की गई। छात्र ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी जारी किया था जिसमें उसने कॉलेज प्रशासन और पुलिस पर मारपीट और उत्पीड़न का आरोप लगाया था।
पुलिस ने इस मामले में आरोपित पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित की हैं। समाज के कई नेताओं ने मृतक छात्र के परिजनों को एक करोड़ रुपये मुआवजा देने, छात्र की प्रतिमा स्थापित करने और कॉलेज मार्ग का नाम उज्जवल के नाम पर रखने की भी मांग की है।
सीमा हैदर ने गंगा में लगाई डुबकी, बेटी मीरा का कराया मुंडन संस्कार, अनूपशहर में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

UP News today 11Nov2025
संसूरपुर, मुजफ्फरनगर से संबंध रखने वाली पाकिस्तानी मूल की सीमा हैदर ने हाल ही में अनूपशहर के मस्तराम घाट पर अपनी आठ माह की बेटी मीरा का मुंडन संस्कार कराया। इस धार्मिक अवसर पर सीमा हैदर ने हर-हर गंगे का जयघोष करते हुए अपने परिवार के साथ गंगा में डुबकी लगाई। मुंडन संस्कार की रस्में पारंपरिक रीति-रिवाजों के अनुसार संपन्न हुईं।
सीमा हैदर और उनके पति सचिन मीणा के परिवार के इस धार्मिक क्षण के दौरान मस्तराम घाट पर भारी संख्या में श्रद्धालु और स्थानीय लोग मौजूद थे। कई लोगों ने इस अवसर पर तस्वीरें और वीडियो बनाए, जिन्होंने सीमा हैदर और सचिन के साथ सेल्फी भी ली। मुंडन संस्कार के बाद सीमा हैदर ने घाट पर बैठे पुरोहितों को दक्षिणा देकर आशीर्वाद प्राप्त किया।
मीरा का जन्म आठ माह पहले नोएडा के एक अस्पताल में हुआ था। परिवार ने बेटी का नाम भगवान कृष्ण की भक्त मीराबाई के नाम पर रखा है। सीमा हैदर पहले भी अपने प्रेम कहानी के कारण चर्चा में रह चुकी हैं। इस धार्मिक आयोजन को लेकर घाट पर विशेष उत्साह देखने को मिला।
सीमा हैदर ने कहा कि गंगा स्नान और मुंडन संस्कार ने उनके जीवन में बड़ा पुण्य ला दिया है। उन्होंने परिवार और स्थानीय लोगों के साथ इस पावन अनुभव को साझा किया। इस संस्कार में शामिल सभी ने इस खुशी के मौके को यादगार बनाने का प्रयास किया।
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