Uttar pradesh News 20Nov2025

बीड़ी से बिस्तर में लगी आग, जलने व दम घुटने से हेड कांस्टेबल विभोर पंवार की गई जान

UP News today 27Nov2025

Uttar pradesh News 20Nov2025/sbkinews.in

 मेरठ के सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के शर्मा नगर स्थित गुरुद्वारे के पास किराए के मकान में तैनात हेड कांस्टेबल विभोर पंवार की बीड़ी जलाने के दौरान रजाई में आग लग गई। यह हादसा मंगलवार रात हुआ, जिसमें दम घुटने और जलने से उनकी मौत हो गई। विभोर लगभग दो साल पहले मेरठ पुलिस लाइन में तैनात हुए थे।

बताया गया कि विभोर बीड़ी जलाते समय रजाई में आग लग गया था, जिसे बुझाने के लिए उन्होंने रजाई को साइड में रख दिया। घटना की जानकारी उन्होंने पत्नी को फोन पर दी थी। रात करीब साढ़े तीन बजे मकान मालिक और पड़ोसियों ने कमरे से धुआं उठते देखा और दरवाजा तोड़कर अंदर प्रवेश किया। तब तक विभोर का अधिकांश शरीर जल चुका था।

पुलिस ने पोस्टमार्टम कर शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया। प्रारंभिक जांच में शार्ट सर्किट या सिगरेट के कारण आग लगने की संभावना जताई जा रही है। विभोर पंवार की पहली पत्नी की मृत्यु हो चुकी थी और एक साल पहले उन्होंने दूसरी शादी की थी। उनके दो बच्चे हैं।

हत्या या अन्य संदिग्ध गतिविधि के संकेत नहीं मिले हैं और पुलिस जांच जारी रखी है। इस हादसे से पुलिस विभाग और परिवार में गहरा सदमा हुआ है।

ईपीई पर सड़क हादसा: खड़े ट्रक से टकराई स्कॉर्पियो, दो की मौत, मां-बेटी गंभीर रूप से घायल

Uttar pradesh News 20Nov2025

Uttar pradesh News 20Nov2025

ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे (ईपीई) के बड़ागांव के पास मंगलवार देर रात शादी से लौट रही सर्वोदय ग्रुप के निदेशक मास्टर तेजपाल सिंह की स्कॉर्पियो दूसरी लेन में खड़े ट्रक से टकरा गई। इस भीषण हादसे में वाहन चालक निशांत उर्फ नीशू और स्कॉर्पियो में बैठी सुमन की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तेजपाल, उनकी पत्नी मीनू, बेटी गुड़िया और रिश्तेदार राजकुमार गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें मीनू व उनकी दो साल की बेटी की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें दिल्ली रेफर कर दिया गया है।

मास्टर तेजपाल सिंह बली गांव के निवासी और पूर्व जिला पंचायत सदस्य हैं। वे अपने परिवार के साथ गौतमबुद्धनगर के गांव छेज्जा में हुई शादी में शामिल होकर लौट रहे थे। हादसे के बाद पुलिस ने दोनों मृतकों के शवों का अंतिम संस्कार करा दिया है। हलाकि पुलिस हादसे की जांच में जुटी हुई है।

पुलिस के अनुसार, खड़े ट्रक के कारण स्कॉर्पियो चालक को वाहन नियंत्रित करने में मुश्किल हुई, जिससे यह दुर्घटना हुई। वाहन की एयरबैग खुलने से तेजपाल की जान बच गई। हादसे में मृतक निशांत और महिला की मौत गंभीर चोटों की वजह से हुई।

छबड़िया के दोहरे हत्याकांड में दोषियों को आजीवन कारावास, मेरठ की स्पेशल जज कोर्ट ने सुनाया सख्त फैसला

UP News today 19Dec2025

Uttar pradesh News 20Nov2025

मेरठ के सरधना थाना क्षेत्र के गांव छबड़िया में 2022 में हुए चर्चित सगे भाई संदीप और प्रदीप हत्याकांड में छह दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। इस मामले में सातवीं महिला आरोपी की फाइल अलग चल रही है।

इस घटना की शुरुआत 17 अप्रैल 2022 को हुई जब महिपाल सिंह ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई कि गांव के ही ओमबीर, सतेंद्र उर्फ पिंटू, जितेंद्र उर्फ पिंकू, अमनदीप उर्फ अंचित, सैंदर कौर, उर्मिला और प्रीति ने मिलकर धारदार हथियार और पिस्टल से उसके परिवार पर हमला कर दिया। इसमें संदीप की गोली लगने से मौके पर ही मौत हो गई, जबकि प्रदीप गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसकी 13 दिन बाद अस्पताल में मौत हो गई।पुलिस ने दो चरणों में आरोप पत्र दाखिल किए।

 अदालत ने 19 नवंबर 2025 को दोषियों को उम्रकैद के साथ 25-25 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। इसके अतिरिक्त सतेंद्र, जितेंद्र और अमनदीप को आर्म्स एक्ट के तहत भी दंडित किया गया।फैसले के बाद पीड़ित महिपाल ने अपने आंसू छिपाए नहीं और बताया कि आरोपितों ने जमीन के मामूली विवाद को लेकर दो बेटों की जान ले ली, जिससे पूरा परिवार बर्बाद हो गया। 

महिपाल न्याय की लड़ाई लड़ते हुए अब फांसी की सजा की मांग कर रहे हैं।यह फैसला न्याय की जीत है, लेकिन शोकाकुल परिवार के लिए शायद सांत्वना भर कही जा सके।

निर्णयों में मेडिकल रिपोर्ट में दर्ज चोट का विवरण अनिवार्य रूप से अंकित करें, न्यायालय ने अदालती प्रक्रियाओं में सुधार हेतु कड़ा निर्देश जारी किया

Uttar pradesh News 20Nov2025

इलाहाबाद हाई कोर्ट ने निचली अदालतों को आदेश दिया है कि वे अपने फैसलों में मेडिकल रिपोर्ट में दर्ज चोटों का विस्तारपूर्वक और अनिवार्य रूप से उल्लेख करें। यह निर्देश न्यायमूर्ति राजीव मिश्रा एवं न्यायमूर्ति डा. अजय कुमार-द्वितीय की खंडपीठ ने दहेज हत्या के केस में आरोपित पति वशिष्ठ यादव को बरी करने के मामले को सुनने के बाद जारी किया। कोर्ट ने बताया कि अधिकतर मामलों में त्रायल जज महत्वपूर्ण फारेंसिक विवरणों को छोड़ देते हैं, जो कि कानून के मुताबिक आवश्यक हैं।

आदेश में कहा गया है कि यदि अदालतें सही ढंग से चोटों का ब्योरा दर्ज करें, तो अपराध की प्रकृति एवं आरोपी की दोषसिद्धि में सहायता मिलती है। कोर्ट ने रजिस्ट्रार (अनुपालन) को निर्देश दिया कि सभी न्यायाधीशों और कोर्ट को इस निर्देश का प्रचार-प्रसार किया जाए ताकि इस अनिवार्यता का उल्लंघन न हो। विशेष रूप से, कोर्ट ने यह भी माना कि ऐसा नहीं करने से न्यायिक प्रक्रियाओं में भारी कमी रहती है, जो न्यायालय की विश्वसनीयता पर प्रश्न चिह्न लगा सकता है।

यह कदम व्यापक सुधार की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण पहल है, जिससे केस के तथ्यात्मक आधार मजबूत होंगे और फर्जी या अधूरी रिपोर्ट के कारण गलत निर्णय लेने की संभावना लगभग खत्म हो जाएगी। इस आदेश का उद्देश्य है, कि हर एक मामले में चोट का विवरण पूरी गंभीरता से दर्ज किया जाए, ताकि न्याय में पहुंचने वाली बाधाएँ कम हो सकें।

नहरों के सुधार की 95 नई परियोजनाओं को मंजूरी, सीएम योगी ने किया राज्य के कृषि सुधारों को नई दिशा देने का ऐलान

Uttar pradesh News 20Nov2025

Uttar pradesh News 20Nov2025

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सिंचाई व जल संसाधन विभाग की विस्तृत समीक्षा बैठक में 95 नई नहर परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की है। यह परियोजनाएं लगभग 394 करोड़ रुपये की लागत की हैं और इनके पूरा होने पर 36,000 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई क्षमता पुनर्स्थापित होगी।

 इससे करीब नौ लाख किसानों और ग्रामीण आबादी को सीधा लाभ मिलेगा।इसके अतिरिक्त, 273 हेक्टेयर सरकारी भूमि की भी संरक्षण की जाएगी, जिससे भूमि उपयोग में सुधार होगा। सीएम योगी ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि सभी परियोजनाएं निर्धारित समयसीमा में गुणवत्ता के साथ पूरी हों और जिन अधिकारियों द्वारा मानकों की अनदेखी की जाएगी, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

इन परियोजनाओं में नहर प्रणाली के गैप्स की मरम्मत, नहर निर्माण, हेड रेगुलेटर, क्रॉस रेगुलेटर, साइफन, फॉल, पुल-पुलियां और नहर की लाइनिंग जैसे महत्वपूर्ण सुधार शामिल हैं। यह कार्य पूर्वांचल, तराई, बुंदेलखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए

 विशेष रूप से लाभकारी होगा।मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अनुपयोगी पड़ी भूमि का सर्वे करें और उसका सदुपयोग कर विभाग की आय बढ़ाने के उपाय करें। साथ ही बाढ़ प्रबंधन की भी जनवरी से तैयारियां शुरू करने को कहा गया है।यह पहल प्रदेश के कृषि क्षेत्र को सशक्त बनाने और किसानों को समयबद्ध सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने में निर्णायक भूमिका निभाएगी।

उत्तर प्रदेश के आठ जिलों में मदरसों की एटीएस द्वारा सख्त जांच: छात्रों, मौलवियों और प्रबंधकों की विस्तृत जानकारी मांगी गई

Uttar pradesh News 20Nov2025

Uttar pradesh News 20Nov2025

उत्तर प्रदेश एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (एटीएस) ने प्रयागराज, प्रतापगढ़, कौशांबी, फतेहपुर, बांदा, हमीरपुर, चित्रकूट और महोबा समेत आठ जिलों के मदरसों की जांच तेज कर दी है। एटीएस ने इन जिलों के जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारियों को पत्र लिखकर मदरसों में पढ़ने वाले छात्रों, पढ़ाने वाले मौलवियों और प्रबंधकों की विस्तृत जानकारी मांगी है, जिसमें उनका नाम, पिता का नाम, पता और मोबाइल नंबर शामिल हैं। इस कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य किसी भी संदिग्ध या राष्ट्रविरोधी गतिविधि की रोकथाम करना और मदरसों में विदेशी फंडिंग के दुरुपयोग की जांच करना है।

प्रयागराज के जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी कृष्ण मुरारी पांडेय ने बताया कि जिले के मदरसों की पूरी सूची एटीएस को सौंप दी गई है। कुल 206 मदरसे संचालित हैं, जिनमें 43 सरकारी सहायता प्राप्त और 169 गैर सहायता प्राप्त मदरसे शामिल हैं। इन मदरसों में लगभग 620 शिक्षक कार्यरत हैं और 11,378 छात्र अध्ययनरत हैं। एटीएस ने प्राप्त सूचना के आधार पर जमीनी सत्यापन भी शुरू किया है।

प्रदेश के पंचायती राज एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा है कि सरकार ने संबंधित विभागों को निर्देश दिए हैं कि वे मदरसा कर्मियों की सूचनाएं जल्द से जल्द उपलब्ध कराएं और जांच में पूर्ण सहयोग करें। यह जांच दिल्ली ब्लास्ट के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।

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