बाढ़ की तबाही के बीच उम्मीद की किरण बने मनकीरत औलख, पीड़ितों के लिए 5 करोड़ की मदद का एलान

Punjab News 05Sep2025
पंजाब में आई बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद के लिए पंजाबी गायक और समाजसेवी मनकीरत औलख ने आगे आकर राहत का बड़ा पैगाम दिया है। गुरदासपुर के धारीवाल में राहत शिविर का दौरा करने के दौरान उन्होंने बाढ़ पीड़ितों के लिए पांच करोड़ रुपये खर्च करने की घोषणा की। इस सहयोग के लिए उन्होंने खालसा एड के साथ मिलकर जरूरतमंदों तक राहत सामग्री पहुंचाने का भरोसा भी दिया।
मनकीरत औलख ने कहा कि यह मुश्किल वक्त है और ऐसे समय में हर किसी को आगे आकर अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। उन्होंने बाढ़ पीड़ितों के दर्द को महसूस करते हुए उनकी मदद के लिए अपील की और कहा कि जरूरतमंदों तक उचित सहायता पहुंचाना उनकी प्राथमिकता रहेगी।
बाढ़ प्रभावित इलाके में बड़ी संख्या में लोग विस्थापित हुए हैं और उनके लिए राहत कार्य जारी हैं। मनकीरत औलख की यह पहल आम जनता में एक नई उम्मीद जगाने वाली साबित हो रही है। इस बीच कई समाजसेवी एवं सरकारी संगठन भी राहत कार्यों में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं।
गायक की इस मदद ने बाढ़ पीड़ितों के लिए मदद का मोर्चा मजबूत किया है और सामाजिक एकजुटता का संदेश दिया है। वह लगातार बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर वहां के हालात का जायजा ले रहे हैं।
बाढ़ की तबाही में डूबे गुरदासपुर पहुंची केंद्रीय टीम, नुकसान का जायजा लेकर जल्द सरकार को सौंपेगी रिपोर्ट

Punjab News 05Sep2025
गुरदासपुर, पंजाब। केंद्र सरकार की टीम ने गुरदासपुर जिले के रावी नदी से सटे बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया है ताकि नुकसान का सही आकलन किया जा सके। टीम ने धर्मकोट, रंधावा गांव के साथ-साथ ऐतिहासिक श्री करतारपुर साहिब कारिडोर का भी निरीक्षण किया। अधिकारियों ने जिला प्रशासन से बाढ़ से हुए नुकसान की विस्तृत जानकारी ली और प्रभावित लोगों से भी मिलकर उनकी समस्याएं जानी।
टीम गुरदासपुर की बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बर्बादी की व्यापकता का जायजा लेकर जल, कृषि, पूर्वाधार और आवास क्षेत्र में हुए नुकसान का आकलन करेगी। बताया गया है कि जिले के लगभग डेढ़ लाख लोग प्रभावित हुए हैं और फसल नुकसान भी बड़े पैमाने पर हुआ है। टीम जल्द ही अपनी रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंपेगी ताकि राहत कार्यों में तेजी लाई जा सके।
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी हाल ही में गुरदासपुर और अन्य बाढ़ प्रभावित जिलों का दौरा कर किसानों की परेशानियों को समझा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार राज्य के साथ मजबूती से खड़ी है और किसानों को जल्द से जल्द मुआवजा दिया जाएगा।
गुरदासपुर समेत पंजाब के 23 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं, जिसमें लगभग साढ़े तीन लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। प्रशासन ने भारी संख्या में राहत शिविर स्थापित किए हैं और राहत-बचाव कार्य जारी हैं।
यह बाढ़ पंजाब में व्यापक क्षति की स्थिति को दर्शाती है, और केंद्र सरकार की यह टीम नुकसान की सही तस्वीर पेश कर राहत पैकेज बनाने में अहम भूमिका निभाएगी।
बाढ़ पीड़ितों के लिए संत सीचेवाल की अनूठी पहल, ब्यास नदी में उतारा रक्षक बेड़ा

Punjab News 05Sep2025
पंजाब के मंड इलाके में बाढ़ राहत कार्यों के लिए राज्यसभा सदस्य और पर्यावरणविद् संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने एक अनूठा और बड़ा बेड़ा ब्यास नदी में उतारा है। इस बेड़े की खासियत यह है कि इसमें कंबाइन ट्रैक्टर और करीब तीन दर्जन पशुओं को एक साथ सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया जा सकता है।
संत सीचेवाल ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करके वहां के लोगों से उनकी परेशानियों की जानकारी ली और राहत कार्यों को बेहतर बनाने के लिए इस बेड़े को बनाने का निर्णय लिया। इसे तैयार करने में तीन दिन लगे, जिसमें छह मिस्त्रियों ने मिलकर काम किया। बेड़ा मजबूत और हल्का होने के साथ-साथ पेट्रोल इंजन से संचालित भी किया जा सकता है।
ब्यास नदी में बेड़ा उतराने से पहले ‘सर्बत दा भला’ की अरदास की गई और किसानों को कहा गया कि जो भारी सामान या पशु सुरक्षित स्थानों पर भेजना चाहते हैं, उनकी जानकारी दी जाए। इस पहल से मंड क्षेत्र के कई गांवों और डेरों में रहने वाले किसानों को बड़ी राहत मिलेगी।
संत सीचेवाल के नेतृत्व में यह कदम बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए एक नया सहारा साबित हो रहा है। इससे पूर्व भी उन्होंने काली बेईं नदी और वेईं नदी को स्वच्छ बनाने सहित कई पर्यावरणीय और समाजसेवी कार्य किए हैं। उनकी यह पहल लोगों में उम्मीद की नई किरण लेकर आई है।
पंजाब में बाढ़ का तांडव जारी, 39 लोगों की मौत, लाखों विस्थापित

Punjab News 05Sep2025
पंजाब में इस साल आई बाढ़ की स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है। राज्य के सभी 23 जिले इस प्राकृतिक आपदा से प्रभावित हैं और 3.80 लाख से अधिक लोग अब तक विस्थापित हो चुके हैं। बाढ़ की वजह से अब तक 39 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि लाखों की संख्या में लोग अपने घरों से बेघर हो गए हैं। फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है, जिससे राज्य की कृषि व्यवस्था पर बड़ा असर पड़ा है।
सरकार ने राहत और बचाव कार्यों को तेज कर दिया है। प्रभावित इलाकों में प्रशासन ने कई राहत शिविर स्थापित किए हैं, जहां बाढ़ से प्रभावित लोगों को सुरक्षित ठिकाना दिया जा रहा है। इन शिविरों में पीड़ितों को खाना, पानी और चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई जा रही है।
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और सेना की टीमें बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं। प्रशासन लगातार जलस्तर की निगरानी कर रहा है और लोगों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
मौसम विभाग ने भी चेतावनी जारी की है कि आगामी दिनों में बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है, जिससे बाढ़ का खतरा और बढ़ने की संभावना है।
इस आपदा से निपटने के लिए राज्य और केंद्र सरकार मिलकर राहत प्रयासों को आगे बढ़ा रही हैं, ताकि प्रभावित लोगों को जल्द से जल्द मदद पहुंचाई जा सके और हालात सामान्य हो सकें।
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पंजाब में बाढ़ की स्थिति को बताया महाविनाश, राहत कार्यों का लिया जायजा

Punjab News 05Sep2025
अमृतसर। पंजाब में बाढ़ से उत्पन्न गंभीर स्थिति का आकलन करने के लिए केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार को अमृतसर पहुंचे। उन्होंने रावी नदी से अजनाला के गांव घोनेवाला, गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक, धर्मकोर्ट, रखावा व बहरामपुर में बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लिया।
शिवराज सिंह चौहान ने स्वयं पानी भरे खेतों में जाकर डूबी हुई फसलों का निरीक्षण किया और मौजूदा स्थिति को ‘महाविनाश’ और ‘जलप्रलय’ बताया। उन्होंने कहा कि 26 जून से यहां खेतों में पानी भरा हुआ है, जिससे फसलें पूरी तरह तबाह हो गई हैं। बाढ़ के कारण खेतों में मिट्टी की जगह सिल्ट जमा हो गई है, जिससे आगामी फसल पर भी संकट मंडरा रहा है। उन्होंने बताया कि पंजाब में करीब 1400 गांव बाढ़ की चपेट में हैं।
कृषि मंत्री ने प्रभावित लोगों से मुलाकात करते हुए उनकी समस्याएं सुनीं और केंद्र सरकार की ओर से शीघ्र राहत कार्य सुनिश्चित करने का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें पंजाब की स्थिति का आकलन करने के लिए भेजा है और वह अपनी रिपोर्ट प्रधानमंत्री को सौंपेंगे।
इस दौरान, पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया भी केंद्र की राहत टीम के साथ थे। बाढ़ प्रभावित इलाकों में फसल, आवास और बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा है, जिससे किसानों और ग्रामीणों की स्थिति बेहद गंभीर हो गई है।
पंजाब में बाढ़ का तांडव जारी, पौंग और भाखड़ा बांधों का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर

Punjab News 05Sep2025
पंजाब में बाढ़ की स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है। गुरुवार को पौंग बांध का जलस्तर खतरे के निशान से 14 फीट ऊपर पहुंच गया है, जबकि भाखड़ा बांध का जलस्तर खतरे के निशान से मात्र एक फीट दूर है। सुरक्षा कारणों से भाखड़ा के फ्लड गेट अब सात फीट से बढ़ाकर 10 फीट तक खोल दिए गए हैं जिसके कारण सतलुज नदी के आसपास के इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।
लुधियाना में सतलुज नदी के पांच स्थानों पर तटबंध कमजोर हो चुके हैं, जिसके कारण स्थानीय प्रशासन ने वहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर दिए हैं। ससराली गांव के पास सेना की मदद से तटबंध से 200 मीटर दूर लगभग एक किलोमीटर क्षेत्र में रिंग बांध का तेजी से निर्माण कराया जा रहा है।
इस बाढ़ आपदा ने राज्य के 16,985 गांवों को प्रभावित किया है और अब तक 39 लोगों की जान जा चुकी है। भाखड़ा और पौंग बांधों से लगातार पानी छोड़े जाने के कारण कई निचले इलाकों में जलभराव हो रहा है, जिससे लोगों के जीवन प्रभावित हो रहे हैं।
सतत बारिश और बांधों के अभूतपूर्व जलस्तर से प्रभावित क्षेत्रों में प्रशासन और बचाव दल लगातार बचाव व राहत कार्य में जुटे हुए हैं। जल निकासी विभाग और स्थानीय अधिकारियों ने लोगों को सतर्क रहने और आवश्यक सावधानियां अपनाने की अपील की है।
पंजाब में इस बाढ़ की भयावह स्थिति से निपटने के लिए केंद्र और राज्य सरकार दोनों ने आपातस्थिति घोषित कर राहत कार्यों को तेज कर दिया है, ताकि प्रभावित लोगों को जल्द से जल्द मदद पहुंचाई जा सके।
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