जालंधर में फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस मामले में जांच तेज, आरटीओ ने रिकॉर्ड और सीसीटीवी फुटेज खंगाले

Punjab News 06Nov2025/sbkinews.in
जालंधर में फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस के मामले ने प्रशासनिक हलकों में हलचल मचा दी है। कृष्णा खुराना द्वारा कथित रूप से फर्जी तरीके से ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की शिकायत के बाद आरटीओ विभाग ने मामले की गंभीरता से जांच शुरू कर दी है। एटीओ विशाल गोयल ने खुद ड्राइविंग ट्रैक का दौरा कर जांच प्रक्रिया का निरीक्षण किया और साथ ही सीसीटीवी फुटेज की मांग की, जिससे लाइसेंस प्रक्रिया की पारदर्शिता का मूल्यांकन किया जा सके।
जांच के दौरान जब आवेदक के घर की पड़ताल की गई तो पता चला कि वह यूरोप गया हुआ है, जिससे मामला और भी पेचीदा हो गया है। इसके चलते प्रशासनिक अधिकारी निशानदेही कर रहे हैं कि अगर आवेदक की उपस्थिति नहीं पाई जाती है और सही दस्तावेज प्रस्तुत नहीं होते हैं, तो आगे की सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कांग्रेस नेता संजय सहगल ने मामले में कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की और चेतावनी दी कि यदि प्रशासन प्रभावी कार्रवाई नहीं करता है, तो वे हाई कोर्ट का रुख कर सकते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि ऐसी घटनाएं न सिर्फ कानून व्यवस्था को प्रभावित करती हैं, बल्कि आम जनता की सुरक्षा के लिए भी खतरा हैं।
इस पूरे मामले से जालंधर में लाइसेंसिंग प्रक्रिया की पारदर्शिता और जवाबदेही पर सवाल खड़े हो गए हैं। आरटीओ की टीम ने संबंधित रिकॉर्ड खंगालना शुरू कर दिया है ताकि सच सामने आ सके और दोषियों के खिलाफ कानूनन कार्रवाई सुनिश्चित हो सके।
बरनाला की नहर से मां-बेटी के शव बरामद, बेटे की तलाश जारी; पुलिस ने संदिग्ध को किया गिरफ्तार

Punjab News 06Nov2025/sbkinews.in
बरनाला के गांव सेखा से एक दुखद घटना सामने आई है, जहां सरहिंद नहर से मां-बेटी के शव बरामद हुए हैं। महिला और उसकी बेटी पहले लापता थीं, जिसकी सूचना महिला के भाई ने पुलिस को दी थी और गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी। जांच के दौरान पुलिस ने गांव के एक संदिग्ध व्यक्ति को गिरफ्तार किया है और उससे पूछताछ की जा रही है।
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस बेटे की तलाश कर रही है, जो अभी तक अज्ञात है। इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें अवैध संबंधों की आशंका जताई जा रही है, जिससे मामले की जांच और जटिल हो गई है। पुलिस ने सभी सुरागों को ध्यान में रखते हुए विस्तृत जांच शुरू कर रखी है।
पुलिस अधिकारी बता रहे हैं कि वे जल्द ही पूरी सच्चाई सामने लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। स्थानीय लोगों में भी इस घटना को लेकर चिंता का माहौल है, और वे सुरक्षा के लिए कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
पुलिस ने परिवार वालों को भी आश्वासन दिया है कि वे न केवल आरोपियों को पकड़ेगी बल्कि न्याय भी दिलाएगी। यह मामला क्षेत्र में सुरक्षा और कानून व्यवस्था की अहमियत को एक बार फिर से उजागर करता है। पुलिस के मुताबिक जांच अभी भी जारी है और जल्द ही नवीन जानकारी मीडिया के माध्यम से साझा की जाएगी।
हिमाचल प्रदेश ने पंजाब से आने वाली रेत-बजरी पर लगाया टैक्स, निर्माण कार्यों की लागत बढ़ने का खतरा

Punjab News 06Nov2025/sbkinews.in
हिमाचल प्रदेश सरकार ने पड़ोसी राज्य पंजाब से आने वाली रेत और बजरी पर नया टैक्स लगाने का फैसला किया है, जिससे निर्माण सामग्री की कीमतों में वृद्धि की आशंका जताई जा रही है। इस नए टैक्स, जिसे ऑपरेशन-इंफ्रास्ट्रक्चर फीस कहा जाता है, का सीधा असर हिमाचल प्रदेश में चल रहे विभिन्न निर्माण और विकास कार्यों की लागत पर पड़ेगा।
पंजाब से हिमाचल प्रदेश आने वाली रेत और बजरी पर टैक्स लगने से निर्माण सामग्री महंगी हो जाएगी, जिससे बिल्डरों और ठेकेदारों की लागत बढ़ेगी। इसका नकारात्मक प्रभाव Infrastruktur Projects के बजट और समयसीमा पर भी पड़ेगा। इससे न सिर्फ निजी निर्माण बल्कि सरकारी विकास कार्यों में भी बाधा आ सकती है।
अर्थशास्त्रियों का मानना है कि इससे छोटे और मध्यम आकार के निर्माण व्यवसायों पर सबसे ज्यादा असर होगा क्योंकि वे कम लाभ मार्जिन पर काम करते हैं। इसके अलावा, निर्माण लागत बढ़ने से संपत्तियों की कीमतें भी बढ़ सकती हैं, जिसका सीधा असर आम जनता पर पड़ेगा।
पिछले कुछ वर्षों में हिमाचल प्रदेश में पर्यटन, आवासीय और औद्योगिक क्षेत्र में निर्माण कार्यों की गती तेज हुई है, लेकिन इस नए टैक्स से विकास की गति धीमी हो सकती है। सरकार को इस फैसले के दीर्घकालिक प्रभावों को भी ध्यान में रखना होगा ताकि आर्थिक सक्रियता पर विपरीत प्रभाव न पड़े।
हालांकि, हिमाचल सरकार का कहना है कि यह टैक्स स्थानीय संसाधनों के संरक्षण और अवैध खनन पर नियंत्रण के लिए जरूरी है। इस निर्णय से राजस्व में वृद्धि भी होगी जिससे वह विकास कार्यों में लगा सके।
जालंधर के अंबेडकर नगर में 800 मकान खतरे में, राजनीतिक संरक्षण के बीच आम आदमी पार्टी ने दी जमीन की सरकारी रजिस्ट्री की पेशकश

Punjab News 06Nov2025/sbkinews.in
जालंधर के अंबेडकर नगर में करीब 800 मकान तोड़फोड़ के खतरे में हैं, लेकिन राजनीतिक संरक्षण के चलते यह मामला अटका हुआ है। इस विवादित इलाक़े में पावरकॉम की जमीन पर निवासियों की झुग्गियां बनी हैं, जिन्हें हटाने के आदेश जारी हो चुके हैं। हालांकि, राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण तोड़फोड़ का कार्य फिलहाल रुका हुआ है।
आम आदमी पार्टी ने इस मामले में मोर्चा संभाला है और निवासियों को सरकारी दरों पर जमीन की रजिस्ट्री कराने का प्रस्ताव दिया है। इस प्रयास से मकान मालिकों को कानूनी स्वीकृति मिलने की संभावना है, जिससे वे सुरक्षित रह सकेंगे। मामला मुख्यमंत्री तक पहुंच चुका है, और वहीं से इस विवाद का समाधान खोजने के लिए पहल हो रही है।
अंबेडकर नगर मामले की जाँच और पैरवी के लिए 10 सदस्यीय समिति गठित की गई है, जो अदालत में भी इस विषय की पैरवी करेगी। अदालत में मामले की जल्द सुनवाई होने वाली है, जिसमें निवासियों और प्रशासन के बीच विवाद का निष्पादन होगा।
इस विवाद ने स्थानीय लोगों के बीच चिंता पैदा कर दी है क्योंकि वे अपने घरों के उजड़ने से भयभीत हैं। राजनीतिक दलों की भागीदारी से यह मामला और जटिल हो गया है। प्रशासन और न्यायपालिका पर दबाव है कि वे उचित न्याय दिलाएं और साथ ही विकास कार्य और नागरिकों के अधिकारों के बीच संतुलन बनाएं।
बेअंत सिंह हत्याकांड के गवाह की सुरक्षा में सेंध, नशे में धुत मिले सुरक्षा गार्ड; पुलिस ने शराब की बोतलें बरामद कर जांच शुरू की

Punjab News 06Nov2025/sbkinews.in
चंडीगढ़ में बेअंत सिंह हत्या मामले के प्रमुख गवाह, बलविंदर सिंह बिट्ट की सुरक्षा में भारी चूक सामने आई है। बीते दिनों सुरक्षा गार्ड नशे की हालत में ड्यूटी पर पाया गया। मौके से पुलिस ने शराब की कई बोतलें भी बरामद की हैं। इस घटना की जानकारी मिलते ही बिट्टू ने पुलिस को सूचित किया।
चंडीगढ़ पुलिस ने तुरंत पंजाब पुलिस के अधिकारियों को इस सुरक्षा उल्लंघन की खबर दी और मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश जारी किए गए। पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि गवाह की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे ताकि भविष्य में ऐसी चूक न हो सके।
बताया गया है कि इस सुरक्षा गार्ड द्वारा शराब पीना गवाह की जान के लिए जोखिम पैदा कर सकता था, जिससे मामले की संवेदनशीलता और बढ़ गई। गवाह बिट्टू, जो इस कुख्यात हत्या मामले में अहम भूमिका निभा रहे हैं, ने इस सुरक्षा व्यवस्था की व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए हैं।
यह घटना गवाहों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े करती है, जो न्यायपालिका के लिए बड़ा चुनौतीपूर्ण पहलू है। बिट्टू के सुरक्षा तेज करने के लिए विशेष प्रबंध किए जाने की संभावना है ताकि उनकी जान को किसी भी तरह का खतरा न हो। यह मामला पुलिस प्रशासन के अंदरूनी खामियों को भी उजागर करता है।
चंडीगढ़ और पंजाब पुलिस ने मिलकर गवाहों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने का आश्वासन दिया है और ऐसे किसी भी मामले की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए कड़े कदम उठाएंगे।


