हरियाणवियों का जज्बा : कैथल के 100 युवाओं ने दस लाख रुपये जुटाकर पंजाब में बाढ़ प्रभावितों को पहुंचाया राशन

Punjab News 09Sep2025
पंजाब में बाढ़ से जूझ रहे प्रभावितों की मदद के लिए हरियाणा के युवाओं ने सराहनीय पहल की है। कैथल के 100 युवाओं ने मिलकर दस लाख रुपये की राशि जुटाई और उससे पंजाब के 20 गांवों में सूखा राशन, दवाइयां आदि वितरण की है। यह टीम अभी फाजिल्का, फिरोजपुर सहित कई अन्य क्षेत्रों में भी राहत सामग्री पहुंचा रही है।
युवाओं की यह सेवा एक महीने तक जारी रहेगी और जरूरतमंद लोगों तक भोजन, दवाइयां, पीने के पानी सहित जरूरी सामग्री पहुंचाएगी। टीम ने अब तक पंजाब के लगभग 2500 बाढ़ प्रभावित लोगों तक सहायता पहुंचाई है। राशन में आटा, दाल, चावल, चीनी, तेल, बिस्कुट, दवाइयां और पीने का पानी शामिल है।
कैथल निवासी युवाओं का मानना है कि पंजाब और हरियाणा हमेशा से एक-दूसरे के भाई की तरह हैं और संकट के वक्त एक-दूसरे का सहारा बनते हैं। इस बार भी इस भावना को कायम रखते हुए पंजाब के बाढ़ पीड़ितों के लिए यह सेवा शुरू की गई है।
इस पहल में राज ढांडा, जलज सैनी, डॉ. जितेंद्र गिल, विक्रम, अजय बैनीवाल, सोनू बैनीवाल आदि युवाओं की सक्रिय भागीदारी रही है। वे लगातार गांव-गांव जाकर लोगों की जरूरतें समझ रहे हैं और सहायता प्रदान कर रहे हैं।
यह सामाजिक कार्य हरियाणा के युवाओं के मानवता और भाईचारे की मिसाल पेश करता है जो संकट की घड़ियों में समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं।
पंजाब में बाढ़ के बाद गुरदासपुर में स्कूल खुले, बच्चों का कल से स्कूल जाना शुरू

Punjab News 09Sep2025
पंजाब में आई बाढ़ के कारण लंबे समय तक बंद रहने वाले गुरदासपुर के स्कूल अब फिर से खुल गए हैं। जिले में सोमवार को स्कूल स्टाफ ने पूरे दिन स्कूल परिसरों की सफाई और फागिंग का काम किया ताकि बच्चों को सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण मिल सके। बच्चों का दाखिला कल से होगा।
स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों से बचाव के लिए स्कूलों में फॉगिंग का कार्य शुरू कर दिया है। इसके साथ ही पानी की जांच एवं मच्छररोधी दवाओं का छिड़काव भी किया जा रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ सिविल सर्जन डॉ. जसविंदर सिंह ने बताया कि बाढ़ के बाद स्वास्थ्य संबंधी खतरे से बचाव के लिए सतत प्रयास किए जा रहे हैं।
स्कूलों के गलियारों, कक्षाओं और खेल के मैदान की साफ-सफाई कर बच्चों के लिए सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित किया गया है। हालांकि, अभिभावकों ने स्कूल खुलने पर राहत जताई है, लेकिन कई लोगों ने बच्चों की सुरक्षा को लेकर अभी भी चिंता व्यक्त की है।
पंजाब सरकार ने संबंधित अधिकारियों को स्कूल परिसर की पूरी जांच और सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं ताकि छात्रों और शिक्षकों को कोई खतरा न हो।
गुरदासपुर के कई स्कूलों में बच्चों ने बाढ़ पीड़ितों की हितैशी प्रार्थना भी की और राहत कार्यों में शामिल हुए। यह कदम धीरे-धीरे पंजाब में शैक्षणिक गतिविधियों को सामान्य करने की दिशा का संकेत देता है।
पंजाब में ब्यास नदी का कहर जारी, सुल्तानपुर लोधी में बाढ़ से उजड़ते आशियाने

Punjab News 09Sep2025
पंजाब के सुल्तानपुर लोधी के मंड बाऊपुर में ब्यास नदी का बाढ़ का 29वां दिन है। हालांकि पानी का स्तर धीरे-धीरे घट रहा है, लेकिन नदी का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा। तेजी से बहती ब्यास ने गांवों के साथ-साथ इलाकों के लोगों के घर उजाड़ दिए हैं।
राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने पीड़ितों के लिए एक खास बेड़ा बनाया है जो लगभग 25 टन सामान ढोने में सक्षम है। इस बेड़े की मदद से बाढ़ प्रभावित परिवारों तक जरूरी राशन, घरेलू सामान और दवाइयां सुरक्षित पहुंच रही हैं।
बड़ा बेड़ा गांवों के घरों के सामान को ले जाकर राहत पहुंचाने में लोगों की आशा की किरण बन गया है। स्थानीय ग्रामीणों ने भी राहत कार्यों में पूरी सक्रियता दिखाई है। खासकर आहली खुर्द जैसे गांवों के लोगों ने बेड़ा लादने-उतारने में योगदान दिया है।
संत सीचेवाल के मोटरबोट भी इस बेड़े को नदी के तेज बहाव से बचाने में मददगार हैं। इस दौरान इलाके में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीमें राहत कार्यों में लगी हुई हैं।
बाढ़ से किसान फसल नुकसान के साथ-साथ अपने घरबार से भी वंचित हुए हैं। शासन-प्रशासन का प्रयास है कि राहत कार्य तेज गति से पूरे जिले में फैलाया जाए।
यह बाढ़ 2023 के बाद पंजाब में आई सबसे बड़ी आपदा मानी जा रही है, जिसने लाखों लोगों के जीवन को प्रभावित किया है और राहत एवं बचाव कार्य अब भी जारी हैं।
पीएम मोदी का पंजाब दौरा: AAP मंत्रियों ने प्रधानमंत्री से मांगा 20 हजार करोड़ का विशेष पैकेज

Punjab News 09Sep2025
पंजाब में बाढ़ से हुए भारी नुकसान के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल पंजाब का दौरा करेंगे। इस दौरान वे बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे और स्थानीय प्रशासन के साथ राहत एवं पुनर्वास कार्यों की समीक्षा करेंगे। पंजाब में बाढ़ के कारण कई जिलों में भारी तबाही हुई है, जिसमें खेती-बाड़ी और गांवों को व्यापक नुकसान पहुंचा है।
पंजाब सरकार ने केंद्र से बाढ़ राहत के लिए 80,000 करोड़ रुपये की मांग की है। वहीं आम आदमी पार्टी (AAP) के मंत्रियों ने केंद्र सरकार से 20,000 करोड़ रुपये का विशेष पैकेज देने की मांग की है। AAP मंत्रियों का आरोप है कि राज्य को जीएसटी के नुकसान के कारण केंद्र सरकार से उचित वित्तीय मदद नहीं मिल रही है, जिससे बाढ़ में हुए नुकसान की भरपाई मुश्किल हो रही है।
AAP मंत्रियों ने प्रधानमंत्री को संबोधित पत्र में प्रदेश के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में हुए नुकसान का विस्तृत ब्यौरा दिया है और तत्काल राहत पैकेज की आवश्यकता पर बल दिया है। उनका कहना है कि बिना पर्याप्त सहायता के पंजाब की जनता अभी भी मुश्किल हालात में है।
प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है। वे गुरदासपुर में अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे और राहत कार्यों की समीक्षा के साथ पीड़ितों से मुलाकात भी करेंगे।
यह दौरा पंजाब में बाढ़ संकट के बीच लोगों को उम्मीद और राहत प्रदान करने का एक प्रयास माना जा रहा है, जबकि केंद्र और राज्य सरकार के बीच वित्तीय सहायता को लेकर जारी विवाद में नई पहल की उम्मीद है।
पंजाब के फिरोजपुर में सतलुज नदी का कहर: 50 एकड़ जमीन और तीन मकान बाढ़ में बह गए

Punjab News 09Sep2025
फिरोजपुर के टेंडीवाला गांव में सतलुज नदी में आई बाढ़ ने भारी तबाही मचा दी है। 3.30 लाख क्यूसेक जलस्तर के साथ बह रही नदी ने गांव की लगभग 50 एकड़ जमीन और तीन मकान निगल लिए हैं। गांव के कुल 255 मकानों में से कई घर बुरी तरह प्रभावित हो गए हैं। बाढ़ के कारण कई सड़कों को भी नुकसान पहुंचा है, जिससे ग्रामीणों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
टेंडीवाला गांव के लोग पिछले दस दिनों से बाढ़ के पानी के बीच संघर्ष कर रहे हैं। गांव का थिएटर और कई स्थान पानी में डूब चुके हैं, जिससे लोगों को अपने घर छोड़कर सुरक्षित क्षेत्र में जाना पड़ा।
कई घरों में दो से तीन फुट तक पानी भरा हुआ है और दीवारों में दरारें आ गई हैं। लोगों ने बताय कि उनकी फसलें नष्ट हो गई हैं और कई परिवार बाढ़ से प्रभावित होकर खादर क्षेत्र छोड़ आए हैं।
स्थानीय प्रशासन द्वारा राहत कार्य जारी है, लेकिन गांव में खराब सड़कों और जलभराव के कारण राहत सामग्री पहुंचाना चुनौतीपूर्ण हो गया है। एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन के अधिकारी राहत कार्यों में जुटे हुए हैं।
इस बाढ़ ने पंजाब के सीमावर्ती क्षेत्रों में पशुपालन, कृषि और घर-बार सहित जनजीवन को ठप कर दिया है। जल्द से जल्द पानी के उतरने और राहत कार्यों के सुचारू संचालन की अपेक्षा की जा रही है।
Punjab News 09Sep2025/sbkinews.in


