पंजाब की 11 दवाएं गुणवत्ता परीक्षण में फेल: मोहाली, जालंधर और गुरदासपुर की कंपनियों पर कार्रवाई, कोल्ड सिरप सहित कई जरूरी दवाओं पर रोक
Punjab News 26Oct2025/sbkinews.in
चंडीगढ़। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) की सितंबर रिपोर्ट में पंजाब की 11 फार्मा कंपनियों की दवाओं को गुणवत्ता मानकों पर खरा नहीं पाया गया। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह दवाएं मोहाली, जालंधर और गुरदासपुर में निर्मित थीं। सरकार ने तत्काल इन दवाओं की बिक्री और उपयोग पर रोक लगा दी है तथा सभी अस्पतालों और मेडिकल स्टोरों को इनका स्टॉक जमा कराने के आदेश जारी किए हैं।
सीडीएससीओ की इस रिपोर्ट में देशभर की 112 दवाएं गुणवत्ता परीक्षण में फेल हुई हैं, जिनमें सबसे अधिक 49 दवाएं हिमाचल प्रदेश, 16 गुजरात, 12 उत्तराखंड और 11 पंजाब की हैं। इनमें तीन कफ सिरप भी शामिल हैं, जिनमें से एक को नकली पाया गया है। पंजाब में फेल हुए सैंपलों में कोल्ड ड्रिप कफ सिरप, रेबोप्राजोल टैबलेट, पेंटोपराजोल, क्लोरफेनिरामिन मेलिएट सस्पेंशन जैसी दवाएं शामिल हैं, जो सामान्य सर्दी-खांसी, एसिडिटी और संक्रमण के इलाज में उपयोग होती हैं।
इन दवाओं की गुणवत्ता जांच में पाया गया कि वे रासायनिक संरचना, एसिड स्टेज बफर, और माइक्रोबियल सीमा मानकों पर असफल रहीं। विशेषज्ञों के मुताबिक, इन्हें बाजार में बने रहने देना मरीजों की सेहत के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकता था।
पंजाब सरकार ने सभी जिला औषधि नियंत्रकों को निर्देश दिया है कि वे संबंधित कंपनियों को नोटिस जारी करें और दवा बैचों की बिक्री पर तत्काल रोक सुनिश्चित करें। मोहाली, जालंधर और गुरदासपुर स्थित तीन फार्मा कंपनियों के खिलाफ लाइसेंस रद्द करने और कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
CDSCO की जांच देशभर की 52 केंद्रीय और राज्य स्तरीय प्रयोगशालाओं में की गई थी। इन प्रयोगशालाओं में नमूनों की पहचान, स्थिरता, प्रभावशीलता और विषाक्तता स्तर की जांच की गई। कई राज्यों में इससे पहले भी निम्न गुणवत्ता वाली दवाओं के सैंपल फेल पाए गए थे, जिन पर सरकार निरंतर निगरानी रख रही है।
दिवाली के बाद वेरका ने बढ़ाए लस्सी के दाम: अब 900 एमएल का पैकेट 35 रुपये में मिलेगा, पहले 800 एमएल था 30 रुपये — पैकिंग और दाम दोनों में बदलाव से ग्राहकों की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं
Punjab News 26Oct2025/sbkinews.in
चंडीगढ़। पंजाब और चंडीगढ़ के उपभोक्ताओं को दिवाली के बाद वेरका ब्रांड ने हल्का महंगाई झटका दिया है। राज्य की सबसे बड़ी डेयरी ब्रांड वेरका ने अपनी लोकप्रिय लस्सी के दाम 5 रुपये बढ़ा दिए हैं। अब लस्सी का पैकेट 30 रुपये की बजाय 35 रुपये में मिलेगा। हालांकि, कीमत के साथ-साथ पैकिंग में भी बदलाव किया गया है — कंपनी ने पहले 800 मिलीलीटर की पैकिंग को अब 900 मिलीलीटर कर दिया है। नई पैकेजिंग शनिवार से बाजार में उपलब्ध हो गई है।
वेरका के अधिकारियों का कहना है कि उत्पादन लागत, कच्चे दूध की कीमतों में उतार-चढ़ाव और पैकेजिंग सामग्री की लागत बढ़ने के कारण यह मूल्य संशोधन किया गया है। नई पैकिंग को अधिक टिकाऊ, पर्यावरण के अनुकूल और उपभोक्ता-हितैषी डिजाइन में लॉन्च किया गया है।
पंजाब और चंडीगढ़ में नई कीमत 35 रुपये तय की गई है, जबकि दिल्ली-एनसीआर और अन्य राज्यों में यही पैकेट 40 रुपये में मिलेगा। फेस्टिव सीजन के बाद कई डेयरी कंपनियों, जैसे अमूल, मदर डेयरी और सुधा ने भी सीमित उत्पादों में दर संशोधन किया है।
गौरतलब है कि हाल ही में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने वेरका के दूध, घी, मक्खन और पनीर के दामों में कटौती की घोषणा की थी, जो 22 सितंबर से लागू हुई थी। हालांकि, कंपनी ने लस्सी की कीमतों में इजाफा करते हुए कहा है कि नए पैक साइज के कारण उपभोक्ताओं को अब अधिक मात्रा में उत्पाद मिल रहा है, जिससे बढ़े दाम का संतुलन बना रहेगा।
आर्थिक विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम वोल्यूम-आधारित मूल्य रणनीति के तहत उठाया गया है, जिससे किसानों और उपभोक्ताओं दोनों को दीर्घकालिक स्थिरता का लाभ मिल सके।
"पंजाब में निर्मित 11 दवाओं के सैंपल गुणवत्ता परीक्षण में फेल, मोहाली, जालंधर और गुरदासपुर की कंपनियों पर उपयोग प्रतिबंध"
Punjab News 26Oct2025/sbkinews.in
जालंधर में प्रशासन की सख्ती के बावजूद पराली जलाने की घटनाएं जारी हैं। हाल ही में शाहकोट के चक हथियाणा और रामपुर गांव में किसानों ने खुले में पराली जलाई है। पंजाब सरकार की ओर से पराली जलाने पर पूर्ण प्रतिबंध है, लेकिन कुछ किसानों ने इसे नजरअंदाज किया। पुलिस ने दोनों स्थानों पर जाकर मामले दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, हालांकि फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
पराली जलाने से न केवल पर्यावरण प्रदूषण में वृद्धि होती है, बल्कि जमीन की उर्वरता भी कम होती है और इसके कारण दिल्ली सहित आसपास के क्षेत्र की हवा जहरीली हो जाती है। प्रशासन ने इस समस्या से निपटने के लिए सख्त अभियान शुरू किया है और फैसले की चेतावनी दी है कि नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
किसानों को वैकल्पिक उपाय अपनाने और सरकारी सब्सिडी वाली मशीनों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है ताकि पर्यावरण को सुरक्षित रखा जा सके और स्वच्छ हवा सुनिश्चित हो। हालांकि, अभी भी यह चल रही समस्याएं क्षेत्र में गंभीर चिंता का विषय बनी हुई हैं।
पंजाब के पूर्व डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर पर सीबीआई का शिकंजा: बैंक खातों से मिले संदिग्ध लेनदेन, आय से अधिक संपत्ति के मामले पर कड़ी जांच
Punjab News 26Oct2025/sbkinews.in
पंजाब के पूर्व डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर पर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की शिकंजा कसती जा रही है। उनके खिलाफ रिश्वतखोरी के गंभीर आरोप हैं और अब सीबीआई ने उनके बैंक खातों की भी विस्तृत जांच आरंभ कर दी है। जांच में भुल्लर की पांच से छह बैंक खातों के दो-तीन वर्षों के दौरान बड़े पैमाने पर संदिग्ध लेनदेन की जानकारी मिली है। एजेंसी ने इन खातों का पिछले दस वर्षों तक का पूरा रिकॉर्ड मांगा है और जांच के दायरे में उनकी आयकर रिटर्न जांच भी शामिल है।
भुल्लर के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में जल्द ही मुकदमा दर्ज किया जा सकता है, जिसके लिए गृह मंत्रालय की अनुमति अनिवार्य है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, जांच के दौरान भुल्लर के घर से बड़ी मात्रा में नकदी, सोना, विदेशी शराब, हथियार, लेक्सस और मर्सडीज़ जैसी लग्जरी कारों की चाबियां, और सदस्यों के नाम पर दर्ज कई प्रॉपर्टी रिकार्ड बरामद हुए हैं।
भुल्लर को एक कबाड़ व्यापारी से ₹5 लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया था। सीबीआई को इस मामले में भुल्लर के एक मिडलमैन से जुड़े कई तथ्य भी मिले हैं। जांच टीम विभिन्न बिचौलियों और नेताओं से भुल्लर के संबंधों की भी पड़ताल कर रही है। 14 दिन की हिरासत पूरी होने के बाद रिमांड के लिए अदालत में आवेदन किया जाएगा।
इस कार्रवाई ने पंजाब पुलिस विभाग में सख्ती और भ्रष्टाचार से निपटने की सरकार की मंशा को उजागर किया है। भुल्लर की गिरफ्तारी से राज्य में पुलिस व्यवस्था में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाने की उम्मीद जताई जा रही है।
कपूरथला में पुलिस हिरासत में युवक की संदिग्ध मौत, परिजनों ने जताया पुलिस पर मारपीट का आरोप, प्रशासन ने नशे की ओवरडोज को मौत का कारण बताया
Punjab News 26Oct2025/sbkinews.in
कपूरथला के सुल्तानपुर लोधी में एक युवक वीरपाल सिंह की पुलिस हिरासत में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। युवक को सरपंच के बेटे की मौत के मामले में गिरफ्तार किया गया था। मृतक के परिवार वालों ने पुलिस पर मारपीट और बर्बरता का आरोप लगाते हुए अस्पताल के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। परिजन न्याय मिलने तक अंतिम संस्कार नहीं करने की घोषणा कर चुके हैं।
पुलिस ने परिजनों के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए दावा किया है कि युवक की मौत नशे की ओवरडोज के कारण हुई है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि युवक की चिकित्सा टीम ने भी नशे की अधिकता को मौत का प्रमुख कारण माना है और इस मामले की जांच जारी है।
परिवार का आरोप है कि युवक के साथ पुलिस हिरासत में बुरा व्यवहार किया गया, जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई। वे इंसाफ की गुहार लगाते हुए कर रहे हैं कि मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों को सजा मिले।
यह घटना कपूरथला में पुलिस विवेक और हिरासत व्यवस्था की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाती है। प्रशासन ने मामले की जांच हेतु उच्च अधिकारी नियुक्त किए हैं।
परिजन और पुलिस के बीच तनाव जारी है, जबकि स्थानीय प्रशासन ने घटना का संज्ञान लेकर मामलों की शीघ्र रिपोर्ट देने का आश्वासन दिया है।


