जालंधर में AAP विधायक इंद्रजीत कौर मान की लोगों से तीखी बहस, बाढ़ प्रभावित जनता ने जताई नाराजगी

Punjab News 3Sep2025
जालंधर: नकोदर की विधायक इंद्रजीत कौर मान का सतलुज दरिया के किनारे बढ़ते जलस्तर से प्रभावित इलाकों का हाल जानने के दौरान लोगों से विवाद हो गया। किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने देर से दरिया की सफाई और किनारों के मजबूत करने पर गहरा रोष जताया।
किसानों का आरोप था कि प्रशासन की लापरवाही और देरी के कारण बाढ़ का खतरा बढ़ गया है, जिससे उनकी फसलों और जमीन को नुकसान हो सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि सतत और प्रभावी कार्य नहीं किए गए तो हालात और खराब होंगे।
इस बात पर विधायक और किसानों के बीच तीखी बहस हुई, जिसमें दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी बात रखी। विधायक ने प्रशासन की सीमाओं और उपलब्ध संसाधनों से अवगत कराया, लेकिन किसानों ने कार्यक्रमों की धीमी प्रगति पर नाराजगी व्यक्त की।
स्थानीय लोगों ने विधायक से जल्द से जल्द दरिया की सफाई और सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने की मांग की ताकि भविष्य में बाढ़ से होने वाले नुकसान से बचा जा सके।
यह घटनाक्रम क्षेत्र में बाढ़ प्रबंधन और सरकारी कार्यप्रणाली की चुनौतियों को सामने लाता है, जहां जनता और प्रतिनिधियों के बीच संवाद और समाधान की आवश्यकता है।
पंजाब में 37 साल बाद दशकों की सबसे भयानक बाढ़, 30 लोगों की मौत, 3.5 लाख प्रभावित

Punjab News 3Sep2025
पंजाब इस समय 37 साल बाद आ रही एक भयानक बाढ़ से जूझ रहा है, जिसने अब तक 30 लोगों की जान ले ली है और करीब 3.5 लाख से अधिक लोगों को प्रभावित किया है। राज्य के सभी 23 जिलों को बाढ़ प्रभावित घोषित कर दिया गया है। इस प्राकृतिक आपदा ने पंजाब के ग्रामीण और शहरी जीवन को तहस-नहस कर दिया है।
बाढ़ की गंभीरता को देखते हुए लगभग 20,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। राज्यपाल और मुख्यमंत्री खुद प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा कर रहे हैं। दोनों ने सरकार की ओर से प्रभावितों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है।
मौसम विभाग ने भारी बारिश और नदियों में जलस्तर बढ़ने की चेतावनी पहले ही जारी कर रखी थी, लेकिन अचानक आई तेज बारिश ने परिस्थितियों को और बिगाड़ दिया। कई इलाकों में तूफानी बारिश के कारण सड़कें बंद हो गईं, मकान एवं फसलें जलमग्न हो गईं।
राजनीतिक और प्रशासनिक स्तर पर राहत कार्यों को तीव्र गति दी गई है। सेना, जल पुलिस और अन्य बचाव एजेंसियां राहत सामग्री पहुँचाने और लोगों को सुरक्षित निकालने में जुटी हैं। साथ ही खराब मौसम के मद्देनज़र भविष्य के लिए भी सतर्कता बरती जा रही है।
यह बाढ़ पंजाब के इतिहास की सबसे विनाशकारी घटनाओं में से एक मानी जा रही है, जिसके सामाजिक-आर्थिक प्रभाव आने वाले समय में स्पष्ट होंगे। प्रभावित लोगों की मदद के लिए सरकार द्वारा आपातकालीन राहत पैकेज की घोषणा की गई है।
दिलजीत दोसांझ संभालेंगे 10 गांव, एमी विर्क ने गोद लिए 200 घर, पंजाबी स्टार्स ने बाढ़ राहत में बढ़ाया मदद का हाथ

Punjab News 3Sep2025
पंजाब: बाढ़ से जूझ रहे पंजाब के गुरदासपुर और अमृतसर जिले में पंजाबी कलाकारों ने राहत और पुनर्वास कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाई है। मशहूर सिंगर और एक्टर दिलजीत दोसांझ ने प्रभावित इलाकों के 10 गांवों को गोद लिया है, जहां वह भोजन, पानी और चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने के साथ ही दीर्घकालिक पुनर्निर्माण की योजना बना रहे हैं।
दिलजीत की टीम ने गांवों में राहत सामग्री का वितरण शुरू कर दिया है और आगे भी इस काम को निरंतर जारी रखेगी। यह पहल बाढ़ पीड़ितों को मुसीबत की इस घड़ी में राहत देने के लिए बड़ी उम्मीद बनकर आई है।
साथ ही अभिनेत्री सोनम बाजवा और एमी विर्क ने भी बाढ़ प्रभावित परिवारों की मदद का हाथ बढ़ाया है। एमी विर्क ने 200 घरों को गोद लेने की घोषणा की है, जिससे प्रभावित लोगों को पुनर्वास में सहायता मिलेगी। उन्होंने परिवारों को आवश्यक वस्तुएं भी पहुंचाई हैं।
पंजाबी स्टार्स की यह सामाजिक जिम्मेदारी राज्य में राहत कार्यों को मजबूती दे रही है। बाढ़ प्रभावितों के लिए लगातार सहायता मुहैया कराई जा रही है, ताकि वे जल्द से जल्द पुनः सामान्य जीवन की ओर बढ़ सकें। कलाकारों की इस पहल से बाढ़ पीड़ितों में उम्मीद और हिम्मत बढ़ी है।
रावी नदी में जलस्तर बढ़ा, गुरदासपुर के कई गांवों में बाढ़ का खतरा

Punjab News 3Sep2025
गुरदासपुर: रावी नदी के जलस्तर में फिर वृद्धि होने के कारण गुरदासपुर जिले के नदियों के किनारे बसे कई गांव बाढ़ की चपेट में आने के खतरे से जूझ रहे हैं। मकौड़ा पत्तन के पास स्थित गांवों में पानी बढ़ने से चक्क राम सहाय, टांडा, जैनपुर, ठट्ठी और काहना जैसे महत्वपूर्ण गांव प्रभावित हो गए हैं।
बाढ़ के कारण मकौड़ा पत्तन से चलने वाली किश्ती सेवा बंद हो गई है, जिससे इन सात गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क पूरी तरह कट गया है। इससे प्रभावित ग्रामीणों को आवश्यक वस्तुएं और सहायता पहुंचाना चुनौतीपूर्ण हो गया है।
प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित इलाकों पर कड़ी निगरानी रखी हुई है और बचाव संचालन जारी है। राहत और बचाव कर्मी जलभराव में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने के लिए तैनात हैं।
स्थानीय लोगों ने जल्द से जल्द रावी नदी की सफाई और बांधों की मरम्मत करने की मांग की है, ताकि बाढ़ का खतरा कम किया जा सके। मौसम विभाग ने भी क्षेत्र में अधिक बारिश की संभावना का अनुमान जताया है, जिससे सतर्कता बढ़ाई गई है।
रावी नदी में जलस्तर की इस तेजी से वृद्धि को देखते हुए प्रशासन और स्थानीय प्रशासन ने जनता को अपना ध्यान रखने और सावधानी बरतने की अपील की है।
"सिख कौम की सेवा भावना की मिसाल: गुरदासपुर बाढ़ राहत में सैनिकों को मां-बहन के हाथ की बनी रोटियों से रहा साथ"

Punjab News 3Sep2025
गुरदासपुर के आलेचक्क गांव में बाढ़ पीड़ितों के लिए बचाव कार्य कर रहे सैनिकों के लिए 24 घंटे लंगर सेवा चल रही है। इस सेवा का नेतृत्व रिटायर तहसीलदार मनजीत सिंह वालिया कर रहे हैं, जबकि पूर्व सैनिक गुरप्रीत सिंह ने सैनिकों को रहने के लिए जगह दी है। गांव की महिलाएं मां-बहन के हाथों बने पराठे और रोटियां तैयार कर रही हैं, जिससे सैनिकों को मातृवत सहारा मिल रहा है। विदेशों में बसे ग्रामीण भी इस सेवा कार्य में सहयोग कर रहे हैं।
भारतीय सेना के जवान इस भयंकर बाढ़ में जनता की जान बचाने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। उन्होंने गुरदासपुर के धनगई गांव में 15 दिन की नवजात बच्ची और उसकी मां को जलमग्न इलाके से सुरक्षित निकालकर 18 किलोमीटर दूर सुरक्षित जगह पहुंचाया। इसके अलावा, सेना ने जम्मू, पठानकोट और अमृतसर समेत अन्य प्रभावित इलाकों में भी राहत और बचाव अभियान चलाकर हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया है। सेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और राज्य प्रशासन मिलकर राहत कार्यों को युद्धस्तर पर अंजाम दे रहे हैं।
इस पूरी घटना से सिख समुदाय की सेवा भावना और मानवता की मिसाल सामने आई है। गांव के लोगों का सहयोग और सैनिकों का समर्पण इस विपदा में उम्मीद की किरण बना। यह लंगर सेवा न केवल सैनिकों को ऊर्जा और हिम्मत दे रही है, बल्कि सामाजिक एकता और मानवता को भी उजागर कर रही है। सभी मिलकर इस आपदा में एकजुट होकर राहत कार्यों को सफल बना रहे हैं।
"पंजाब बाढ़ संकट में भारतीय सेना बनी मसीहा, राहत और बचाव कार्य जारी"

Punjab News 3Sep2025
पंजाब में बाढ़ ने स्थिति बेहद गंभीर बना दी है। रावी, ब्यास और सतलुज नदियों के उफान ने गुरदासपुर समेत कई जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। भारी बारिश और निरंतर बढ़ते जलस्तर की वजह से हजारों घर जलमग्न हो गए हैं और लाखों लोग बेघर होकर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं। ऐसे कठिन हालात में भारतीय सेना ने मोर्चा संभालते हुए राहत और बचाव अभियान शुरू किया है।
सेना के जवान लगातार प्रभावित इलाकों में लोगों को सुरक्षित निकाल रहे हैं। अब तक हजारों ग्रामीणों को ऊंचे स्थानों और बनाए गए राहत शिविरों तक पहुंचाया गया है। सेना ने नावों, राफ्ट्स और हेलीकॉप्टरों की मदद से फंसे हुए लोगों को निकालकर भोजन और दवाइयाँ उपलब्ध कराईं। प्रभावित क्षेत्रों में मेडिकल टीम तैनात की गई है, ताकि आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाएँ तुरंत उपलब्ध हो सकें।
गुरदासपुर में सेना के जवानों ने एक मां और उसके नवजात बच्चे को सुरक्षित निकाला। यह घटना लोगों के लिए उम्मीद की किरण बनी है और सोशल मीडिया पर सेना के इस कदम की खूब सराहना हो रही है। इसके अलावा ग्रामीणों को राशन पैकेट, पीने का पानी और दूध भी पहुंचाया जा रहा है।
प्रशासन का कहना है कि सेना, एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन मिलकर राहत कार्य तेज़ी से चला रहे हैं। हालात पूरी तरह सामान्य होने में समय लग सकता है, लेकिन फिलहाल सबसे बड़ी प्राथमिकता प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थान और भोजन उपलब्ध कराना है।
Punjab News 03Sep2025/sbkinews.in


