बिजनौर: फर्जी दिव्यांग प्रमाणपत्र बनाने वाले दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
Bijnor News 24Sep2025/sbkinews.in
बिजनौर में फर्जी दिव्यांग प्रमाणपत्र तैयार करने के गंभीर मामले का खुलासा हुआ है। एसडीएम और एसीएमओ की संयुक्त टीम द्वारा की गई जांच में यह साबित हुआ कि किसी अन्य के दिव्यांग प्रमाणपत्र पर फोटो और नाम एडिट कर नया फर्जी प्रमाणपत्र बना दिया गया था। शिकायत पर डीएम के आदेश के बाद मामले की जांच शुरू हुई थी।
जांच पड़ताल में सामने आया कि यह प्रमाणपत्र शहर के सीएमओ कार्यालय से जारी नहीं हुआ है। जांच के दौरान साइमा पुत्री वली अहमद, मोहल्ला मौलवियान कस्बा झालू, और जाकिर अहमद ग्राम घास्टा, थाना चांदपुर को कूटरचित फर्जी प्रमाणपत्र बनाने का दोषी पाया गया। जांच अधिकारियों के अनुसार, जाकिर अहमद ने साइमा के लिए संपन्न महिला के दिव्यांग प्रमाणपत्र में फोटो और विवरण एडिट कर फर्जी प्रमाणपत्र बनाया था।
इस मामले में दोनों के विरुद्ध शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया है। प्रशासन और चिकित्सा विभाग ने पहले भी सीएमओ कार्यालय के नाम से फर्जी प्रमाणपत्र बनने के मामलों पर गंभीरता से संज्ञान लिया है। अधिकारियों ने कहा कि इस प्रकार की फर्जीवाड़ा रोकने के लिए सत्यापन और प्रक्रियाओं को और कड़ा किया जाएगा।
एसीएमओ डॉ. अनिल कुमार सिंह ने पुष्टि की कि शिकायत सही पाई गई है और दोनों आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। प्रशासन ने जनता से अपील की है कि किसी भी फर्जी गतिविधि की तुरंत सूचना दें।
बिजनौर के दारानगर में बिना अनुमति काटा गया आम का बाग, छह लोगों पर मुकदमा
Bijnor News 24Sep2025/sbkinews.in
बिजनौर जिले के दारानगर गांव में वन विभाग की अनुमति के बिना आम के 23 हरे-भरे पेड़ों की अवैध कटाई का मामला सामने आया है। मंगलवार को वन विभाग की टीम को सूचना मिली कि गांव दारानगर में अवैध रूप से पेड़ों की कटाई की जा रही है। मौके पर पहुंचे वन दारोगा मदनपाल सिंह और उनकी टीम ने निरीक्षण किया तो पाया कि कुल 23 आम के पेड़ काटे जा चुके हैं।
पेड़ों की कटाई के दौरान पर्यावरण को गंभीर नुकसान पहुंचा, वहीं कुछ पेड़ों में बने घोसलों को भी क्षति पहुंची। निरीक्षण में एक पेड़ के घोंसले में बया पक्षी का बच्चा सही सलामत मिला, जिसे वन विभाग की टीम अपने साथ संरक्षण में ले गई। वहीं, एक स्थान पर मोर का टूट चुका अंडा भी मिला।
जांच में सामने आया कि यह बाग हनीफा के नाम पर है और गांव भोगनवाला निवासी यूनुस, उनकी पत्नी सहित छह लोगों ने मिलकर बिना अनुमति के पेड़ काटे हैं। आरोपियों के खिलाफ वन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए क्षेत्रीय वनाधिकारी महेशचंद्र गौतम ने बताया कि आरोपितों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि बया के बच्चे की देखभाल रेंज कार्यालय में की जाएगी।
वन विभाग ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि पर्यावरण की रक्षा के लिए किसी भी अवैध कटाई की सूचना तुरंत दें ताकि त्वरित कार्रवाई की जा सके।
धामपुर की शक्ति नगर कॉलोनी में अधेड़ का शव मिलने से सनसनी, पुलिस ने जांच शुरू की
Bijnor News 24Sep2025/sbkinews.in
बिजनौर के धामपुर कस्बे की शक्ति नगर कॉलोनी में मंगलवार सुबह उस वक्त हड़कंप मच गया, जब 52 वर्षीय कमल सिंह का कई दिन पुराना शव उनके घर के कमरे में मिला। कमल सिंह लंबे समय से अकेले रह रहे थे, उनकी पत्नी मीरा देवी नोएडा में बेटे के साथ रहती हैं।
मंगलवार सुबह पड़ोसियों ने घर से अजीब दुर्गंध आने पर अंदर जाकर देखा तो कमल सिंह का शव कमरे में पड़ा था। शोर मचाने पर आस-पड़ोस के लोग एकत्र हो गए और पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस व फोरेंसिक टीम ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
स्थानीय लोगों के अनुसार, कमल सिंह शराब के आदी थे और बीमार रहने लगे थे। पड़ोसियों ने बताया कि शनिवार शाम को उन्हें आखिरी बार देखा गया था, उसके बाद से वे दिखाई नहीं दिए। कमरे में मिली खून की उल्टी से बीमारी या शराबजनित कारणों से मौत की आशंका जताई जा रही है।
कमल सिंह पूर्व में धामपुर रोडवेज बस डिपो में संविदा परिचालक के तौर पर कार्यरत थे। घटना की सूचना पर उनकी पत्नी और बेटे भी धामपुर पहुंचे। फिलहाल पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई कर रही है।
यह घटना क्षेत्र में अकेले बुजुर्गों की सुरक्षा और जागरूकता को लेकर चिंता भी पैदा करती है।
बिजनौर: 19 घरों में मच्छर का लार्वा मिलने पर नोटिस, स्वास्थ्य विभाग की 12 लाख घरों में जांच
Bijnor News 24Sep2025/sbkinews.in
बिजनौर जिले में डेंगू और मलेरिया रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाया जा रहा सर्वे अभियान व्यापक रूप ले चुका है। इस साल अब तक विभाग की टीम ने जिले के 12,36,940 घरों का भ्रमण कर 16,62,837 कंटेनरों की जांच की। इसमें 183 घरों के 254 कंटेनरों और 49 बाहरी स्थलों पर मच्छर का लार्वा पाया गया। कट्टरता यह रही कि 19 घरों में विभाग की चेतावनी के बावजूद लार्वा नष्ट नहीं किया गया था, जिस पर संबंधित लोगों को नोटिस जारी किए गए।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अभियान के तहत जाटान, भाटान, मिर्दगान, काजीपाड़ा, काशीराम और खत्रियान क्षेत्रों के 19 परिवारों को नोटिस देकर तुरंत लार्वा नष्ट करने के निर्देश दिए। विभागीय सख्ती के बाद सभी ने अपने यहां लार्वा नष्ट किया।
जिले में अब तक चार डेंगू मरीजों की पुष्टि हुई है जबकि वायरल और बुखार के कई केस विभिन्न गांवों में मिले हैं। मौसम करवट के साथ डेंगू और मलेरिया का प्रकोप बढ़ने का अंदेशा है, ऐसे में अक्तूबर में जिला स्वास्थ्य विभाग 15 तारीख से ‘दस्तक’ अभियान शुरू करेगा। इसमें आशा कार्यकर्ता और अन्य स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर-घर जाकर जागरूक करेंगी।
जिला मलेरिया अधिकारी मंजूषा गुप्ता ने बताया कि लार्वा मिलने पर तुरंत नष्ट कराया जा रहा है और सभी नागरिकों से अपील की गई है कि डेंगू-मलेरिया से बचाव के उपाय जरूर अपनाएं।
हाईवे पर शव रखकर जाम लगाने पर 72 लोगों पर मुकदमा, 12 नामजद
Bijnor News 24Sep2025/sbkinews.in
बिजनौर जिले के मंडावली थाना क्षेत्र के ग्राम प्रेमपुरी में हाल ही में हुई युवक अमर सिंह की हत्या के बाद तनाव बना रहा। हत्या के आरोप में परिजनों और ग्रामीणों ने आक्रोशित होकर काशीपुर-हरिद्वार नेशनल हाईवे को जाम कर दिया। इस घटना के बाद पुलिस ने 72 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है, जिनमें 12 नामजद और 60 अज्ञात शामिल हैं।
चार दिन पहले अमर सिंह की मृत्यु के बाद उनके स्वजन ने ग्राम नंगला पिथौरा के कुछ युवकों पर उसे घर से बुलाकर मारपीट कर हत्या करने का आरोप लगाया। इसी के विरोध में ग्रामीणों ने शव को हाईवे पर रखकर पुलिस से हंगामा किया और मार्ग को लगभग दो घंटे तक बंद कर दिया।
पुलिस के अनुसार, इन लोगों पर सरकारी काम में बाधा, शव छीनना, पुलिस से धक्का-मुक्की, वर्दी फाड़ना, और सार्वजनिक मार्ग बाधित करने जैसी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। कोतवाली प्रभारी ने बताया कि आरोपियों की पहचान के लिए वीडियो फुटेज और गवाहों के बयान एकत्र किए जा रहे हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस ने प्रारंभिक शिकायत पर तत्परता नहीं दिखाई, जिसके कारण उन्हें विरोध करने को विवश होना पड़ा। फिलहाल पुलिस मामले की गहन जांच में जुटी है और तनाव को देखते हुए इलाके में पुलिस बल तैनात है।
बिजनौर में गुलदार हमले पीड़ित परिवारों से मिलने जा रहे कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने घर में ही नजरबंद किया
Bijnor News 24Sep2025/sbkinews.in
बिजनौर में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आदेश पर गुलदार के हमले में मारे गए लोगों के परिवारों से मिलने के लिए जिला कांग्रेस कमेटी का एक प्रतिनिधिमंडल तैयार था, जिसे पुलिस-प्रशासन ने घरों में नजरबंद कर दिया। इस दल में शामिल करीब 25 पदाधिकारी, जिनमें पूर्व विधायक हाजी इकराम कुरैशी, जिलाध्यक्ष हेनरिता राजीव सिंह, पूर्व सांसद ओमवती देवी और अन्य प्रमुख नेता शामिल थे, उन्हें सोमवार रात से ही नजरबंद किया गया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने इस कार्रवाई की कड़ी निंदा करते हुए भाजपा सरकार पर लोकतंत्र को दबाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सरकार जनता की पीड़ा को छुपाने और सच्चाई की आवाज दबाने के लिए इस तरह के दमनकारी कदम उठा रही है।
विशेष रूप से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मुनीश त्याग को भी उनके आवास पर पुलिस ने नजरबंद किया था। कांग्रेस के अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं ने इस कार्रवाई के खिलाफ जिला प्रमुख कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन भी किया।
पुलिस ने कहा कि प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से यह कदम उठाया है और यह त्वरित स्थिति नियंत्रण में रहने के लिए आवश्यक था। लेकिन कांग्रेस का कहना है कि यह तानाशाही और लोकतांत्रिक मूल्यों का उल्लंघन है।
यह मामला प्रदेश में राजनीतिक बढ़ते तनाव और विपक्ष की आवाज दबाने के प्रयासों की नई कड़ी बना है। कांग्रेस कार्यकर्ता इस दमन के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखने के लिए तैयार हैं।


