लावड़ (मेरठ) में पिता-पुत्र के विवाद में युवक ने अपनी जान दी, चचेरे भाई ने की फांसी लगाने की कोशिश
Uttar pradesh News 19Sep2025/sbkinews.in
मेरठ के लावड़ इलाके में एक दुखद परिवारिक घटना घटी। 22 वर्षीय सौरव सैनी ने पिता से ट्रैक्टर-ट्राली खरीदने की मांग न पूरी होने पर गुस्से में आकर तमंचे से अपनी कनपटी पर गोली मारी और आत्महत्या कर ली। परिवार की तरफ से पुलिस को सूचना दिए बिना ही अंतिम संस्कार कर दिया गया, जिसके करीब तीन घंटे बाद सौरव के चचेरे भाई अभिषेक ने भी फांसी लगाकर आत्महत्या की कोशिश की। अभिषेक का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है।
जानकारी के अनुसार सौरव पेपर मिल में काम करता था और ट्रैक्टर-ट्राली लगाना चाहता था। पिता के बजट न होने की बात कहने पर दोनों के बीच विवाद हुआ। तनाव में आकर सौरव ने इस घिनौनी हरकत को अंजाम दिया। छह माह पहले इस परिवार में एक चाचा और उससे पहले दादी ने भी आत्महत्या कर चुकी हैं, जिससे परिवार में मानसिक तनाव का माहौल है।
इंचौली थाना प्रभारी जितेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि परिवार ने पुलिस में कोई शिकायत नहीं की है, जिसकी वजह से जांच में बाधा आ रही है। स्थानीय प्रशासन इस परिवार की स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए हैं।
यह मामला सामाजिक रूप से चिंता का विषय है, जो मानसिक स्वास्थ्य और घरेलू कलह के गंभीर पहलुओं को उजागर करता है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी स्थिति को पहचान कर समय पर मदद करना जरूरी है ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
यह परिवार इस दुखद अवधि से जल्द उबरने के लिए सरकारी और सामाजिक संगठनों से मदद की उम्मीद कर रहा है।
कर्ज के बोझ तले दबे व्यापारी ने मोती झील में कूदकर दी जान, सूदखोरों से परेशान थे विनोद बाटला
Uttar pradesh News 19Sep2025/sbkinews.in
मुजफ्फरनगर। सूदखोरों के लगातार दबाव और अत्यधिक ब्याज से तंग आकर 50 वर्षीय रेडिमेड गारमेंट्स व्यापारी विनोद बाटला ने मोती झील में कूदकर आत्महत्या कर ली। विगत 17 वर्षों से चल रहे कर्ज के ब्याज भुक्तान के बावजूद अब उन पर 70-80 लाख रुपये का कर्ज दर्शाया जा रहा था जिससे वह मानसिक तौर पर अत्यंत तनाव में थे।
विनोद साकेत कॉलोनी के निवासी थे और झांसी रानी चौक पर नंगली गारमेंट्स नाम से दुकान चलाते थे। पिछले कुछ समय से उनका व्यवसाय मंदा चल रहा था और आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे। सूदखोर उनकी दुकान और घर पर जाकर धमकियां देते थे और कर्ज की वसूली के लिए मारपीट की भी धमकी देते थे।
गुरुवार सुबह लगभग साढ़े छह बजे विनोद घर से निकले और शामली रोड स्थित मोती झील में छलांग लगा दी। आसपास के लोग उन्हें बाहर निकालने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन उपचार के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। जिलाधिकारी अधिकारियों ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
विनोद की पत्नी कंचन बाटला क्रांति सेना की पूर्व संगठन मंत्री हैं। परिवार में उनके दो बच्चे हैं — बेटी नंदनी विवाहिता और 24 वर्षीय बेटा पार्थ, जो दुकान चलाने में सहयोगी था।
परिजन आरोपित सूदखोरों के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने की तैयारी कर रहे हैं। पुलिस ने कहा कि तहरीर मिलने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यह दुखद घटना सूदखोरों की नोकरशाही और आर्थिक प्रताड़ना का काला सच उजागर करती है, जो लोगों को मानसिक तनाव में डाल रहा है।
बुलंदशहर में पंचायत सचिव की महिलाओं को परेशान करने की हरकतें, डीपीआरओ ने किया निलंबन
Uttar pradesh News 19Sep2025/sbkinews.in
बुलंदशहर के एक ब्लॉक क्षेत्र की ग्राम पंचायत में कार्यरत एक महिला पंचायत सहायक अपनी सुरक्षा को लेकर खौफजदा हैं। महिला ने आरोप लगाया है कि पंचायत सचिव शराब के नशे में आकर कार्यालय में अभद्रता करते हैं और रात के समय मोबाइल पर उनसे गुप्त बातचीत करने का दबाव बनाते हैं। सचिव महिलाओं को भाई या सर कहने से मना करते हैं और उनका गलत नजरों से देखने के साथ ही प्यार जताने की कोशिश भी करते हैं।
पीड़ित महिला पंचायत सहायक ने इस अत्याचार के खिलाफ ब्लॉक स्तर पर शिकायत दर्ज कराई और आडियो रिकॉर्डिंग भी अधिकारियों को पेश की। शिकायत के बाद डीपीआरओ ने मामले की प्राथमिक जांच कर आरोपों की पुष्टि की।
इस गंभीर प्रकरण को देखते हुए डीपीआरओ ने पंचायत सचिव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है और एडीपीआरओ को मामले की पूर्ण जांच सौंपी है।
स्थानीय प्रशासन ने कहा है कि महिला कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना प्राथमिकता है, और इस प्रकार की कोई भी अनुचित हरकत बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पंचायत सचिव की निलंबन से एक मजबूत संदेश गया है कि अधिकारियों को विवेकपूर्ण और व्यावसायिक व्यवहार करना होगा।
पीड़ित पंचायत सहायक ने प्रशासन से न्याय और सुरक्षा की मांग की है ताकि वह अपने कर्तव्यों को भयमुक्त होकर पूरा कर सके। इस मामले ने ग्रामीण पंचायत कार्यों में महिलाओं की दुर्दशा और उनके साथ हो रहे उत्पीड़न की बात को एक बार फिर जोरदार तरीके से सामने रखा है।
प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि पूरी जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बुलंदशहर में पंचायत सचिव की महिलाओं के साथ गन्दी हरकतें, डीपीआरओ ने निलंबित कियाjagran
बुलंदशहर के एक ब्लॉक क्षेत्र की ग्राम पंचायत में कार्यरत महिला पंचायत सहायक अपने अधिकारी की गलत हरकतों से परेशान हैं। सचिव शराब पीकर कार्यालय आते हैं और अभद्रता करते हैं। वे महिला कर्मचारियों को “भाई” या “सर” कहने से मना करते हैं, और रात के वक्त मोबाइल पर उनसे बात करने के लिए दबाव बनाते हैं। उन्होंने प्रेम संबंध का इजहार भी किया।
महिला पंचायत सहायक ने शिकायत की और आडियो रिकॉर्डिंग भी अधिकारियों को भेजी। ब्लॉक स्तर पर जांच में महिला के आरोप सही पाए गए। डीपीआरओ ने तुरंत सचिव को निलंबित कर जांच के आदेश दिए हैं।
यह मामला पंचायत में महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान की गंभीर चुनौती को दर्शाता है। अधिकारियों के इस प्रकार के व्यवहार पर सख्त कार्रवाई पूरे प्रशासनिक तंत्र के लिए संदेश है।
महिला कर्मी ने प्रशासन से सुरक्षा की अपील की है ताकि वह बिना भय के अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर सके। प्रशासन ने दोषियों को दंडित करने का आश्वासन दिया है।
यह घटना ग्रामीण क्षेत्रों में महिला कर्मचारियों के उत्पीड़न के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम है।
मेरठ में अग्निवीर भर्ती के नाम पर वसूली का बड़ा मामला, दो फर्जी आर्मी अफसर गिरफ्तार
Uttar pradesh News 19Sep2025/sbkinews.in
मेरठ। एसटीएफ ने अग्निवीर भर्ती परीक्षा के मेडिकल में पास कराने के नाम पर अभ्यर्थियों से भारी रकम वसूलने वाले दो फर्जी आर्मी अफसरों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने अभ्यर्थियों से 1 से 2 लाख तक की रिश्वत मांगी और पास कराने का झांसा दिया। उनका तीसरा साथी अभी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।
एसटीएफ के एएसपी बृजेश सिंह ने बताया कि गुरुवार शाम मेरठ के सैनिक अस्पताल के पास नरेश कुमार (गांव बिटावदा, थाना बुढ़ाना) और सचिन कुमार (गांव काकड़ा, थाना शाहपुर, मुजफ्फरनगर) को गिरफ्तार किया गया। तलाशी के दौरान आरोपियों के पास से कई अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड, फर्जी डॉक्टरों की मुहर और अन्य सबूत बरामद हुए।
पुलिस को जानकारी मिली कि ये आरोपी तीन वर्षों से सक्रिय थे और अभ्यर्थियों को मेडिकल टेस्ट में पास कराने का झांसा देकर उनसे लाखों रुपये वसूल चुके हैं। जिन अभ्यर्थियों को मेडिकल टेस्ट में पास कर दिया जाता था, उनकी रकम ये आरोपी खुद रख लेते थे, जबकि बाकी को बहाना बनाकर ठगा देते थे।
पुलिस अब आरोपी के तीसरे साथी धर्मेंद्र उर्फ धन्नू (सरधना गांव छुर) की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित कर उसकी तलाश कर रही है। एसटीएफ ने सदर बाजार थाना क्षेत्र में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
यह मामला अग्निवीर भर्ती में भ्रष्टाचार और अभ्यर्थियों के साथ धोखाधड़ी के खिलाफ बड़ी सफलता माना जा रहा है। पुलिस ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने और ऐसे अपराधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
गोल्डी चराड़-रोहित गोदारा गिरोह एनकाउंटर के बाद बौखला गया, पुलिस को धमकी भरा पोस्ट जारी
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बरेली। दिशा पाटनी के घर फायरिंग मामले में शामिल आरोपितों अरुण और रविंद्र के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने के बाद गोल्डी चराड़-रोहित गोदारा गिरोह बौखला उठा है। गुरुवार को रोहित गोदारा के नाम से एक धमकी भरा पोस्ट इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित किया गया, जिसमें पुलिस को रौंगटे खड़े कर देने वाली चेतावनी दी गई।
पोस्ट में लिखा गया कि एनकाउंटर गिरोह के लिए जीवन की बड़ी क्षति है। गिरोह ने कहा कि उनके लिए यह अस्वीकार्य है और जो भी इसके लिए जिम्मेदार होगा, चाहे कितना भी शक्तिशाली क्यों न हो, उसे कभी माफ नहीं किया जाएगा। गिरोह ने धमकी दी कि वे जल्द ही ऐसा काम करेंगे जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। पोस्ट में धर्म का हवाला देते हुए कहा गया कि सुनियोजित तरीके से सिर्फ रोटी सेकने वाले को निशाना बनाया जा रहा है, जो आवाज उठाए, उसे मार दिया जाता है।
गोल्डी-रोहित गिरोह का पोस्ट यह भी बताता है कि वे बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी के घर फायरिंग के बहाने फिल्म उद्योग में डर फैलाना चाहते थे। पोस्ट में दावा किया गया कि यह फायरिंग गिरोह की तरफ से की गई थी और यह संदेश फिल्म जगत के लिए था कि उनके धर्म-संतों पर अपमानजनक हरकत की कोई भी सजा भुगतनी होगी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने इस घृणित गिरोह को संदेश साफ दे दिया है कि कानून के हाथ और भी मजबूत हैं। एसएसपी अनुराग आर्य ने कहा कि पोस्ट की जांच चल रही है और दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
इस गिरोह का क्राइम नेटवर्क भारत के कई राज्यों और विदेशों तक फैला हुआ है। पुलिस की कार्रवाई से गिरोह पर दबाव बढ़ गया है, लेकिन वे बार-बार धमकियां देकर कानून व्यवस्था को चुनौती दे रहे हैं। पुलिस प्रदेश और केंद्र सरकार की मदद से इस अपराधी गिरोह को पूरी तरह समाप्त करने का प्रयास कर रही है।
इटावा जिला अस्पताल से डॉक्टर जबरन ले जाने का मामला, दो सिपाही लाइन हाजिर, ओपीडी सेवा ठप
Uttar pradesh News 19Sep2025/sbkinews.in
इटावा। जिला अस्पताल में तैनात डॉ. राहुल बाबू को एसएसपी की मां की तबीयत खराब होने के दौरान पुलिस ने जबरन अस्पताल से ले जाने का मामला सामने आया है। बुधवार रात करीब 11 बजे सिविल लाइंस थाने के चार पुलिसकर्मी अस्पताल की इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर को एसएसपी आवास पर ले जाने पहुंचे। ड्यूटी छोड़ने से मना करने पर पुलिसकर्मियों ने जबरदस्ती उन्हें और फार्मासिस्ट शरद यादव को गली-गलौज व धक्का-मुक्की के साथ गाड़ी में बिठाकर ले गए।
इस घटना का वीडियो सीसीटीवी में कैद हो गया। डॉक्टरों और फार्मासिस्टों ने इस व्यवहार की निंदा करते हुए गुरुवार को ओपीडी सेवा बंद कर हड़ताल कर दी। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचकर कर्मचारियों को मनाकर सेवा बहाल कराई।
एसएसपी ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि उन्होंने किसी डॉक्टर को जबरन ले जाने का आदेश नहीं दिया था। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों की इस कार्रवाई की जांच सीओ सिटी से कराई जा रही है। दो पुलिसकर्मियों को अपने पद से लाइन हाजिर कर दिया गया है।
डॉ. राहुल बाबू ने बताया कि पुलिस ने उनका मोबाइल फोन छीना और उनके साथ अभद्रता की। उन्होंने कहा कि यह व्यवहार गंभीर अपराध है और ऐसा दोबारा नहीं होना चाहिए। सीएमओ डॉ. बीके सिंह ने भी कहा कि डॉक्टरों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
यह मामला पुलिस और अस्पताल प्रशासन के बीच तनातनी का कारण बना है, जिसमें मरीजों की सुविधा बाधित हुई। दोनों पक्षों के बीच मामले की शीघ्र जांच और समाधान की मांग उठी है।


