नजीबाबाद में डीएम जसजीत कौर ने कहा सभी शिकायतों का गुणवत्तापूर्वक करें निस्तारण, समाधान दिवस का करें सार्थक आयोजन
Bijnor News 16Nov2025/sbkinews.in
नजीबाबाद तहसील के डवाकरा हाल में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस की अध्यक्षता जिलाधिकारी जसजीत कौर ने की। उन्होंने जिले के सभी अधिकारियों-कर्मचारियों को निर्देश दिए कि वे फरियादियों की शिकायतों का पूर्ण गुणवत्ता के साथ निस्तारण करें। जसजीत कौर ने साफ कहा कि यदि किसी फरियादी को समाधान दिवस में शिकायत करने का दूसरा मौका मिलता है, तो यह समाधान दिवस के आयोजन का औचित्य समाप्त हो जाता है।
जिलाधिकारी ने कहा कि समाधान दिवस का उद्देश्य यही है कि एक ही स्थान पर जिला स्तरीय विभागीय शिकायतों का निस्तारण मौके पर ही किया जाए ताकि सार्वजनिक परेशानी का तत्काल समाधान हो सके। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि समस्त शिकायतों की पूरी जांच कर समयबद्ध तरीके से समाधान सुनिश्चित करें और शिकायतकर्ता की पूर्ण संतुष्टि प्राप्त हो।
समारोह में कुल 16 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें एक को मौके पर ही निस्तारित किया गया। शेष शिकायतों के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के लिए संबंधित अधिकारियों को कड़ी मेहनत करने के निर्देश दिए गए। इस दौरान पुलिस अधीक्षक अभिषेक झा, अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट न्यायिक अंशिका दीक्षित, SDM नजीबाबाद शैलेंद्र समेत कई आला अधिकारी उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी जसजीत कौर ने जनता से भी अपील की कि वे अपने कल्याण के लिए शिकायत समाधान में सहयोग करें और किसी भी समस्या के समाधान के लिए विभागीय अधिकारियों से संपर्क करें।
बीआइटी बिजनोर में धूमधाम से मनाया गया स्थापना दिवस, छात्र-छात्राओं ने प्रस्तुत किए सांस्कृतिक कार्यक्रम
Bijnor News 16Nov2025
भगवंत ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशंस की स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में 14 नवंबर को धूमधाम से सिल्वर जुबली महोत्सव मनाया गया। इस समारोह में छात्र-छात्राओं द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। आयोजन में सुन्दरता एवं व्यक्तित्व आधारित प्रतियोगिताएं भी हुईं, जिनमें मिस बिजनोर आइकान 2025 परी गुप्ता और मिस्टर आइकान बिजनोर 2025 सूजल कुमार चुने गए।
फ्रेशर प्रतियोगिता में परी यादव को मिस बीआइटी और फैज को मिस्टर बीआइटी का खिताब प्राप्त हुआ। अन्य प्रतियोगिताओं में मिस डैशिंग, मिस चार्मिंग, मिस्टर फोटोजेनिक और मिस फोटोजेनिक के पुरस्कार भी दिए गए।
महोत्सव में 15 वर्ष से सेवा देने वाले डॉ. कावेन्द्र यादव व राहुल चौधरी, 20 वर्ष सेवा के बब्बन सिंह और 25 वर्ष सेवा के प्रकाश कुमार को विशिष्ट दीर्घकालीन सेवा सम्मान से नवाज़ा गया।
कार्यक्रम में विधायक सौ. संस्वान, भगवंत ग्रुप के चेयरमैन डॉ. अनिल सिंह ने छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति पत्र व पटका पहनाकर सम्मानित किया। साथ ही, बेस्ट टीचर अवार्ड में शकुंतला देवी और वैभव एवं सुनील कुमार समेत कई अन्य को पुरस्कार दिए गए।
बीआइटी बिजनोर के सहायक निदेशक डॉ. पुष्पनील वर्मा ने संस्था की 25 वर्षीय शैक्षणिक यात्रा पर प्रकाश डाला और छात्रों को मेहनत और शिक्षा के महत्व का संदेश दिया।
पिता ने की थी बेटे की हत्या, तीन गिरफ्तार – नजीबाबाद में हुए सनसनीखेज खुलासे
Bijnor News 16Nov2025
स्योहारा थाना क्षेत्र के गांव बुडेरन में सलमान नामक 22 वर्षीय युवक की हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। जांच के दौरान पता चला कि सलमान की हत्या उसके पिता नफीस ने अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर योजना बनाकर की थी। पहले पुलिस ने गांव के दो अन्य लोगों को नामजद करके फंसा दिया था, लेकिन बाद में असली आरोपितों की गिरफ्तारी हुई।
पुलिस ने सलमान के पिता नफीस, साथ ही उनके दोस्त शमशाद पुत्र खलील और महावीर उर्फ पप्पू पुत्र हरिश्चंद्र को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में नफीस ने बताया कि वह अपने बेटे की गलत हरकतों से परेशान था, क्योंकि सलमान महिलाओं के प्रति अनुचित व्यवहार करता था। समझाने-बुझाने के बावजूद सलमान ने अपने व्यवहार में सुधार नहीं किया।
गुस्साए पिता ने मित्रों के साथ मिलकर बेटे की हत्या की योजना बनाई। उन्होंने रात में सलमान को सोते हुए उसके गले पर दबाव डाला और उसके चेहरे पर ईंट से हमला किया। इसके बाद उसकी लाश को प्लास्टिक की बोरी में डालकर गांव के आम के बाग में फेंक दिया।
पुलिस ने तीनों आरोपितों को कोर्ट में पेश किया है। यह मामला परिवार और समाज के लिए एक उदाहरण है कि किस तरह से घरेलू विवाद भी गंभीर हिंसा में बदल सकता है। पुलिस ने कहा कि ऐसा कोई भी मामला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और ऐसे अपराधों में कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
खेत में मिले शव को लेकर पुलिस और वन विभाग में चला विवाद, गुलदार हमले की बात पर टकराव
Bijnor News 16Nov2025
बिजनौर जिले में जंगल और खेतों में मृतकों के संदिग्ध शव मिलने की घटनाओं को लेकर पुलिस और वन विभाग के बीच विवाद आम बात बन चुका है। हाल ही में नांगलसोती इलाके में मिला एक शव विवाद का केंद्र बना, जहां पुलिस ने गुलदार के हमले की बात कही, जबकि वन विभाग ने इसे सिरे से खारिज कर हत्या मानते हुए अलग तर्क दिए। दोनों विभागों के बयान एक-दूसरे के विरोधाभासी हैं, जिससे मामला और उलझ गया है।
पिछले कुछ वर्षों में ऐसी कई घटनाएं हुई हैं जब हत्या के आरोप गुलदार के हमले पर टाले गए। 16 मई को चांदपुर क्षेत्र के गांव संसारपुर में कमलजीत का शव मिला, जहां शुरुआत में गुलदार ने हमला करने का दावा किया गया, लेकिन बाद में पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया। इसी तरह सात अप्रैल को किरतपुर थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति की घर में हत्या हुई, लेकिन परिवार द्वारा गुलदार के हमले का हवाला दिया गया।
नगीना थाना क्षेत्र में अप्रैल 2023 में खेत में एक शव मिला था, जहां वन विभाग ने कहा था कि हत्या हुई है, मगर बाद में हत्या मानकर जांच बंद कर दी गई। नूरपुर थाना क्षेत्र के एक गांव की किशोरी जंगल से लापता हुई, जिससे मौके पर वन विभाग ने गांबिंग की, लेकिन किशोरी बाद में सुरक्षित मिली।
पुलिस ने इस विवाद को सुलझाने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट को अहम माना है, जिसमें रक्तरंजित स्थिति और किसी भी जानवर के निशान न होने पर हत्या का तथ्य सामने आया। वन विभाग का कहना है कि अक्सर जंगल में मौतों को गुलदार के हमले पर धकेला जाता है, जिससे उनका विभाग बदनाम होता है।
इन विवादित मामलों ने वन विभाग और पुलिस के बीच विश्वास पर सवाल उठाए हैं। विशेषज्ञ सुझाव देते हैं कि ऐसी घटनाओं की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए ताकि वास्तविक तथ्य सामने आ सकें और द्विपक्षीय मतभेद खत्म हों।Danic jagran
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