बुलंदशहर के देवीनगर गांव में खेलते समय 10 फीट गहरे गड्ढे में गिरकर दो चचेरी बहनों की डूबने से मौत, सरकारी आर्थिक सहायता का ऐलान

UP News today 03Nov2025/sbkinews.in
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के दानपुर के देवीनगर गांव में एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें दो चचेरी बहनें डिंपल (5 वर्ष) और ज्योति (7 वर्ष) खेत में गहरे ईंट बनाने के गड्ढे में गिरकर डूब गईं और उनकी मौत हो गई। दोनों बच्चियां शनिवार शाम को घर से खेलने निकली थीं और खेलते-खेलते गड्ढे के पास पहुंच गईं, जहां उनका पैर फिसल गया और वे 10 फीट गहरे पानी से भरे गड्ढे में गिर गईं।
रातभर परिवार वाले और पुलिस दोनों को खोजते रहे। रविवार सुबह गोताखोरों की मदद से शव पानी से बाहर निकाला गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्चों की मौत डूबने से हुई पाई गई। यह गड्ढा ईंट भट्ठे के लिए मिट्टी खोदने के लिए बनाया गया था, जहां पानी भरा हुआ था। इलाके में इस तरह के गड्ढे काफी संख्या में हैं, जिन्हें भट्ठा संचालक कानूनन मिट्टी भरने या सुरक्षा के लिए कोई ठोस प्रबंध नहीं करते।
एसपी देहात डॉ. तेजवीर सिंह ने बताया कि भट्ठा असदपुर घेड़ के चोखेलाल और पुष्पेंद्र कुमार के स्वामित्व में है। पुलिस ने मृतक बालिकाओं के पिता धर्मपाल सिंह की तहरीर पर मामले की गुमशुदगी दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी।
एसडीएम मनीश कुमार ने बताया कि दोनों बालिकाओं के परिजन को सरकार की तरफ से आर्थिक सहायता दी जाएगी। उन्होंने भट्ठा संचालन में सुरक्षा मानकों की कमी पर चिंता जताई और भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया।
यह हादसा ग्रामीण इलाकों में बाल सुरक्षा और खनन क्षेत्रों में उचित निगरानी की आवश्यकता को उजागर करता है।
बुढ़ाना में बरात से पहले थाने पहुंची प्रेमिका, दूल्हे पर शादी का झांसा देकर दूसरी शादी का आरोप, दुल्हन पक्ष ने शादी से किया इनकार, गांव-समाज ने समझौता कराया

UP News today 03Nov2025
बरात का इंतजार करते हुए बुढ़ाना थाना क्षेत्र के शाहपुर बैंक्वेट हाल में एक अप्रत्याशित घटना घटी, जब दूल्हे की प्रेमिका थाने पहुंच गई और दूल्हा को अपना प्रेमी बताते हुए हंगामा शुरू कर दिया। यह दूल्हा बरेली के सिविल लाइंस थाने में कांस्टेबल के पद पर तैनात है, जबकि उसकी प्रेमिका बदायूं जनपद की रहने वाली है।
प्रेमिका ने पुलिस को बताया कि दूल्हा ने उसे शादी का वादा किया था, लेकिन वह धोखे से बुढ़ाना के जैतपुर गांव की एक युवती से शादी कर रहा है। इस खुलासे के चलते दुल्हन पक्ष ने शादी से साफ मना कर दिया। प्रेमिका की शादी की मांग को लेकर बरेली पहुंचने पर उसने दूल्हे पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया।
थाना प्रभारी मावेंद्र भाटी ने बताया कि प्रेमिका शादी के लिए जिद पर अड़ी हुई थी, जिससे युवक की शादी भी रुक गई। दोनों पक्षों के गांव और समाज के जिम्मेदार लोगों ने विवाद को सुलझाने के लिए बीच-बीच में समझौता कराया। अंततः दूल्हा पक्ष ने कुछ खर्च भी देकर मामले को शांत किया।
युवती ने पुलिस को यह भी बताया कि वह लिव इन रिलेशनशिप में दूल्हे के साथ तीन वर्षों तक रही, जो बदायूं से बरेली पढ़ने आई थी। युवती का कहना है कि उसे यह धोखा देते हुए दूल्हा दूसरी शादी कर रहा है, जिससे वह बेहद आहत है।
यह मामला समाज और परिवारों में बढ़ती सामाजिक जटिलताओं को दर्शाता है, जहां प्रेम संबंध और विवाह को लेकर उत्पन्न विवाद भी सामाजिक तनाव का कारण बन रहे हैं।
बुलंदशहर के अनूपशहर कोतवाली दारोगा पर आत्महत्या को हत्या साबित करने के नाम पर पांच लाख रुपये मांगने का आरोप, एक लाख रुपये एडवांस लेकर अब धमकी देने का केस इंटरनेट पर वायरल, पुलिस जांच में जुटी

UP News today 03Nov2025
बुलंदशहर के अनूपशहर कोतवाली में तैनात एक दारोगा पर गंभीर आरोप लगे हैं कि उसने आत्महत्या के मामले को हत्या का मुकदमा बनाने के लिए दो व्यक्तियों से पांच लाख रुपये की मांग की और एक लाख रुपये पहले ही ले लिए। यह मामला तब सामने आया जब 14 सितंबर 2025 को सिरोरा बांगर गांव के निवासी आरिफ के 32 वर्षीय भाई नसीम का शव पेड़ पर लटका मिला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत को आत्महत्या बताया गया, लेकिन मृतक के परिवार वाले इसे हत्या बता रहे थे।
16 अक्टूबर को उस दारोगा ने पीड़ित के स्वजन को बुलाकर इस मामले को हत्या का मुकदमा बनने के लिए पांच लाख की मांग की, जिसमें उसने एक लाख रूपए एडवांस भी ले लिए। जब परिवार ने पैसे वापस मांगे, तो आरोपी दारोगा ने फर्जी मुकदमे में जेल भेजने की धमकी दी।
दारोगा और पीड़ित परिवार के बीच हुई बातचीत का एक आडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहा है, जिसमें दारोगा कोतवाली प्रभारी और अन्य अधिकारियों के नाम पर आरोप लगा कर रकम की मांग करते सुना जा सकता है। एसपी क्राइम नरेश कुमार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच की जिम्मेदारी सर्किल ऑफिसर (सीओ) को सौंपी है। सीओ ने तीन दिन के भीतर जांच पूरी कर रिपोर्ट सौंपने का आश्वासन दिया है।
यह मामला पुलिस विभाग की छवि पर दाग लगाता है और कानून व्यवस्था में भी सवाल खड़ा करता है। नागरिकों की न्याय व्यवस्था में आस्था बनाए रखने के लिए एसपी क्राइम द्वारा त्वरित जांच और कड़ा कदम आवश्यक है।
थाईलैंड, म्यांमार, बैंकाक, कंबोडिया और वियतनाम में नौकरी का झांसा देकर फंसाने वाले चीनी साइबर गिरोहों का पर्दाफाश, 29 हजार से अधिक भारतीय अभी भी गुम, साइबर गुलामी खतरा बढ़ा

UP News today 03Nov2025
उत्तर प्रदेश सहित भारत के कई राज्यों के युवाओं को थाईलैंड, म्यांमार, बैंकाक, कंबोडिया और वियतनाम में नौकरी के झांसे से फंसाने वाले चीनी साइबर गिरोहों का एक बड़ा नेटवर्क सामने आया है। यह गिरोह बेरोजगार युवाओं को ऊंचे वेतन वाली नौकरी, फ्री खाना-पीना और रहने के प्रबंध के लालच में फंसा कर उनके पासपोर्ट जब्त कर लेते हैं। इसके बाद युवकों को साइबर अपराध, डाटा चोरी, फर्जी लाटरी, निवेश धोखाधड़ी जैसे अपराधों में मजबूर किया जाता है, जिसे साइबर गुलामी कहा जाता है।
गृह मंत्रालय के अधीन आप्रवासन ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी 2022 से मई 2024 तक लगभग 73 हजार भारतीय इन देशों में टूरिस्ट वीजा पर गए, जिनमें से करीब 29 हजार अभी भी वापस नहीं लौटे हैं। इनमें 70 प्रतिशत पुरुष हैं जिनकी उम्र 20 से 40 वर्ष के बीच है। दिल्ली, हरियाणा, गुजरात, केरल से युवाओं का इस गिरोह में फंसा जाना ज्यादा चिंताजनक है। अकेले उत्तर प्रदेश से लगभग दो हजार युवा इस जाल में फंसे होने का संदेह है।
आगरा साइबर सेल ने इन गिरोहों के एजेंटों को गिरफ्तार कर पूरा नेटवर्क फोड़ा है और पूरे देश में इनके खिलाफ जागरूकता अभियान शुरू किया गया है। अपर पुलिस उपायुक्त सिटी आदित्य ने बताया कि युवाओं को इस तरह के फर्जी ऑफर के प्रति सतर्क रहना चाहिए और जानकारी साझा कर इस साइबर गुलामी के खिलाफ लोगों को चेताना जरूरी है।
साइबर गुलामी शोषण का नया रूप है जो युवाओं की जिंदगी दांव पर लगा देता है। इसे रोकना बेहद जरूरी है ताकि देश के युवा सुरक्षित रह सकें।
मेरठ से लखनऊ चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस में यात्रियों को परोसे गए खाने में कीड़े मिलने की शिकायत, रेलवे ने मामले की जांच शुरु की

UP News today 03Nov2025
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में यात्रियों को मिलने वाले खाने की गुणवत्ता को लेकर एक गंभीर शिकायत सामने आई है। लखनऊ-मेरठ वंदे भारत एक्सप्रेस में यात्रा कर रहे यात्री विक्रांत ने शिकायत की कि ट्रेन में परोसे गए खाने की ट्रे में सफेद कीड़े घूम रहे थे। यह घटना शनिवार को हुई, जब विक्रांत की सीट बोगी सी-1 की नंबर नौ पर थी।
यात्री ने बताया कि जब उन्होंने कैटरिंग कर्मचारी को इस मुद्दे से अवगत कराया, तो कर्मचारी ने कोई जवाब नहीं दिया और बिना कोई स्पष्टीकरण दिए वहां से चला गया। इसके बाद विक्रांत ने रेलवे की हेल्पलाइन और कंट्रोल रूम पर फोन कर इस खराब सेवा की शिकायत दर्ज करवाई।
रेलवे विभाग ने शिकायत मिलने के बाद मामले की जांच शुरू कर दी है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की शिकायतों को गंभीरता से लिया जाता है और जल्द ही इस मामले का समाधान किया जाएगा। रेलवे ने सफाई और खाद्य गुणवत्ता के मानकों को बनाए रखने के लिए निर्देश जारी किए हैं ताकि यात्रियों को बेहतर सेवा मिल सके।
यह घटना रेलवे के खानपान सेवा विभाग की कार्यशैली और गुणवत्ता नियंत्रण प्रणाली पर सवाल उठाती है। यात्रियों की सुरक्षा और संतुष्टि के लिए साफ-सफाई और स्वास्थ्य मानकों का उचित पालन आवश्यक है।
यात्री विक्रांत की शिकायत से यह भी स्पष्ट होता है कि ट्रेन में खाद्य सामग्री के रख-रखाव और वितरण में भारी कमी है, जिससे यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
वृंदावन के बांकेबिहारी मंदिर में मोबाइल प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव संचालित, 19 नवंबर को उच्चाधिकार प्रबंधन समिति में होगा फैसला, श्रद्धालुओं के ठहराव और भीड़ नियंत्रण के लिए उठाया जा रहा महत्वपूर्ण कदम

UP News today 03Nov2025
बांकेबिहारी मंदिर, वृंदावन में जल्द ही मोबाइल इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने की संभावना है। मंदिर के प्रबंधन द्वारा भीड़ नियंत्रण की समस्या को देखते हुए यह कदम उठाने की योजना बनाई गई है। सेवायतों ने मंदिर के अंदर मोबाइल फोन ले जाने पर प्रतिबंध लगाने का सुझाव दिया था, जिसे उच्चाधिकार प्रबंधन समिति 19 नवंबर को होने वाली बैठक में विचार करेगी और संभवतः निर्णय लेगी।
मंदिर में श्रद्धालुओं के ठहराव को भीड़ बढ़ने का मुख्य कारण माना जाता है। अधिकतर श्रद्धालु मंदिर के अंदर सेल्फी लेते हैं और अपने स्वजन को वीडियो कॉल के द्वारा दर्शन कराते हैं, जिससे मंदिर में ठहराव का समय बढ़ जाता है और भीड़ नियंत्रण में परेशानी होती है। इससे मंदिर का माहौल भी प्रभावित होता है।
इस प्रतिबंध से मंदिर परिसर में भीड़ को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी और श्रद्धालुओं को सुचारू रूप से दर्शन करने का अवसर मिलेगा। उच्चाधिकार प्रबंधन समिति के अध्यक्ष सेवानिवृत्त न्यामूर्ति अशोक कुमार ने बताया कि यह विषय 19 नवंबर की बैठक में प्रमुखता से चर्चा में रहेगा। सेवायत दिनेश गोस्वामी ने यह भी कहा कि मोबाइल प्रतिबंध लगाने से मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा मिलेगी।
यह पहल मंदिर की पवित्रता बनाए रखने के साथ-साथ वहां आने वाले लोगों की सुरक्षा और सुविधा के लिए भी महत्वपूर्ण होगी। इससे मंदिर के अंदर अनुशासन स्थापित होगा और दर्शनार्थियों की संतुष्टि बढ़ेगी।


