बुलंदशहर: बेसहारा गोवंशी से टकराकर महिला की मौत, बाइक सवार के नियंत्रण खोने से हुई घटना

UP news 21August 2025/sbkinews.in
बुलंदशहर। कोतवाली क्षेत्र के गांव कसेर कलां निवासी 45 वर्षीय प्रवेश देवी की बेसहारा गोवंशी से टक्कर के बाद मौत हो गई। घटना तब हुई जब एक बाइक सवार बेसहारा गोवंशी से बचने के प्रयास में नियंत्रण खो बैठा और भगदड़ में गोवंशी महिला से टकरा गया। महिला को अलीगढ़ के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
क्या हुआ था?
प्रवेश देवी गांव रामनगर स्थित एक आलू कोल्ड स्टोर पर मजदूरी करती थीं। सोमवार सुबह वह पैदल ही काम पर जा रही थीं। इसी दौरान एक बाइक सवार ने रास्ते में आए बेसहारा गोवंशी (स्ट्रे कैटल) से बचने की कोशिश में बाइक का नियंत्रण खो दिया। इससे बाइक की दिशा बदल गई और बेकाबू हुआ गोवंशी सीधे प्रवेश देवी से जा टकराया।
महिला की हुई मौत
टक्कर में प्रवेश देवी गंभीर रूप से घायल हो गईं। उन्हें पहले नगर के सीएचसी ले जाया गया, जहां से डॉक्टरों ने उन्हें उच्च चिकित्सा के लिए अलीगढ़ के एक निजी अस्पताल में रेफर कर दिया। अलीगढ़ ले जाने के बावजूद मंगलवार शाम को डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने दर्ज की इत्फाकिया सूचना
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रवि रतन सिंह ने बताया कि परिवार वालों ने थाने में इत्फाकिया सूचना (accidental death report) दर्ज कराई है। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। पुलिस मामले की detailed जांच कर रही है और further action का इंतजार है।
UP news 21August 2025
सहारनपुर: पुलिस वर्दी में ईरानी गिरोह ने की 55 लाख की ज्वेलरी लूट, मुठभेड़ में घायल हुए बदमाश गिरफ्तार

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सहारनपुर (एसबीकी न्यूज़)। सहारनपुर पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए अंतरराज्यीय ईरानी गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह ने पिछले सप्ताह सोहराब गेट बस अड्डे पर एक बंगाली कारीगर से पुलिस का भेष बनाकर 55 लाख रुपये के आभूषण लूटे थे। मंगलवार रात जागृति विहार एक्सटेंशन में हुई मुठभेड़ में गिरोह के दो सदस्य घायल हुए और गिरफ्तार किए गए। लूट के सामान को खरीदने वाले देवबंद के एक सर्राफा को भी पकड़ा गया है।
घटना की पुनरावृत्ति:
एसएसपी डॉ. विपिन ताड़ा ने बताया कि 12 अगस्त को गिरोह के सरगना हबीब उर्फ समीर ईरानी ने अपने साथियों के साथ पुलिसकर्मियों का वेश बनाया और सोहराब गेट बस अड्डे पर बंगाली कारीगर दिलावर हुसैन पर हमला किया। दिलावर, ज्वैलर दीपू ज्वेलर्स (बिजनौर) के लिए 720 ग्राम सोने के आभूषण लेकर जा रहे थे, जिन पर गिरोह ने कब्जा कर लिया।
पुलिस की कार्रवाई और मुठभेड़:
सीओ सिटी अभिषेक तिवारी की अगुआई में गठित विशेष टीम ने जांच शुरू की। टीम को जानकारी मिली कि गिरोह के सदस्य मंगलवार रात को जागृति विहार एक्सटेंशन इलाके में घूम रहे थे। पुलिस ने घेराबंदी की तो आरोपियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में दोनों आरोपियों – विश्वजीत सिंह (देहरादून) और फिरोज खान (पुणे) के पैर में गोली लगी। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
सर्राफा गिरफ्तार, लूट का माल बरामद:
घायल आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने देवबंद के सर्राफा दुर्गेश कुमार को गिरफ्तार किया। पूछताछ में दुर्गेश ने बताया कि उसने लूट का सारा माल मुजफ्फरनगर के एक अन्य सर्राफा ‘बिट्टू’ को बेच दिया था। पुलिस ने बिट्टू की दुकान से 304 ग्राम आभूषण और 50,000 रुपये की नकदी बरामद की है। गिरोह के सरगना हबीब ईरानी अभी भी फरार है और उसके गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।
गिरोह की पहचान:
पुलिस के अनुसार, यह गिरोह महाराष्ट्र के पुणे और उत्तराखंड के देहरादून सहित कई राज्यों में सक्रिय है और पुलिस वर्दी में लूटपाट करने के लिए कुख्यात है।
UP news 21August 2025
आनंदा डेयरी के चेयरमैन को भूमाफियाओं ने भेजी धमकी, मेरठ की 41 बीघा जमीन पर विवाद गहराया

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हापुड़ (एसबीकी न्यूज़)। देश की प्रमुख दुग्ध उत्पादन कंपनियों में शुमार आनंदा डेयरी इन दिनों भूमाफियाओं के निशाने पर है। कंपनी के मालिक राधेश्याम दीक्षित और निदेशक श्याम नारायण दुबे को डरावने पत्र मिले जिनमें कहा गया था कि उन्हें चोट पहुँचाई जा सकती है या इससे भी बदतर स्थिति हो सकती है। यह झगड़ा मेरठ के सरधना कस्बे में स्थित लगभग 41.2 बीघा ज़मीन के एक टुकड़े को लेकर है। लोग 2006 से इस बात पर बहस कर रहे हैं कि इस ज़मीन का मालिक कौन है और इसका इस्तेमाल कौन कर सकता है।
विवाद की जड़:
आनंदा डेयरी ग्रुप ने वर्ष 2006 में मेरठ के जेवरी गांव में 41.2 बीघा जमीन खरीदी थी। कंपनी का इरादा इस पर डेयरी से जुड़ी सुविधाएं विकसित करने का था। मेरठ विकास प्राधिकरण से मंजूरी मिलने के बाद जमीन की चहारदीवारी भी बना दी गई।
कब्जे का मामला:
कंपनी अधिकारियों के मुताबिक, कुछ भूमाफियाओं की नजर इस कीमती जमीन पर पड़ गई। उन्होंने चहारदीवारी तोड़कर अवैध रूप से 19 मकान बनवा दिए और उन्हें बेच दिया। कंपनी को इसकी भनक साल 2022 में तब लगी, जब उन्होंने जमीन का सर्वे कराया। तब से यह मामला कोर्ट और प्रशासनिक अधिकारियों के चक्कर काट रहा है।
धमकी और कार्रवाई:
इसी विवादित जमीन को लेकर पहले निदेशक श्याम नारायण दुबे को धमकी भरी चिट्ठी मिली थी, और अब चेयरमैन को भी ऐसी ही धमकियां मिल रही हैं। पीड़ितों ने प्रशासन से सुरक्षा और न्याय की गुहार लगाई है। निदेशक दुबे ने न केवल स्थानीय पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, बल्कि उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव को भी पत्र लिखकर हस्तक्षेप करने की मांग की है।
मौजूदा स्थिति:
आनंदा डेयरी प्रबंधन ने पिलखुवा प्रशासन से सुरक्षा की मांग की है।
जमीन विवाद पर मामला अदालत और प्रशासनिक स्तर पर लंबित है।
पुलिस भेजे गए डरावने नोटों की जांच कर रही है।
बड़ा सवाल:
यह मामला उत्तर प्रदेश में भूमाफियों की बढ़ती हिम्मत और प्रशासनिक लापरवाही पर एक बड़ा सवाल खड़ा करता है। सवाल यह है कि आखिर कैसे एक बड़ी कंपनी की जमीन पर अवैध कब्जा करके मकान तक बनवा दिए गए और प्रशासनिक तंत्र को इसकी भनक तक नहीं लगी?
UP news 21August 2025
उन्नाव: घुमावदार सड़क पर डंपर-मिनी ट्रक भिड़ंत, आग लगने से तीन जले; सड़क की खराब डिजाइन बनी मौत का कारण

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उन्नाव (एसबीकी न्यूज़)। उन्नाव-हरदोई मार्ग पर एक घुमावदार और संकरी सड़क पर मंगलवार देर रात हुई सड़क दुर्घटना में तीन लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई। हादसा तब हुआ जब एक डंपर और एक मिनी ट्रक आमने-सामने जोरदार टकरा गए। टक्कर के बाद दोनों वाहनों में आग लग गई, जिसमें दोनों वाहनों के चालक और डंपर का खलासी फंसकर जल गए। मिनी ट्रक का खलासी कूदकर बचने में सफल रहा।
घटना का क्रम:
मंगलवार रात करीब 3 बजे उन्नाव-हरदोई मार्ग पर मरी कंपनी के पास एक तीक्ष्ण मोड़ पर कानपुर देहात के चालक पवन कुमार यादव का डंपर (मौरंग लदा हुआ) और संभल के चालक महिपाल की मिनी ट्रक (केमिकल लदा हुआ) आमने-सामने टकरा गए। टक्कर इतनी जोरदार थी कि डंपर का डीजल टैंक फट गया और इंजन से निकली चिंगारी से भीषण आग लग गई।
बचाव में देरी:
घटनास्थल के पास मौजूद ढाबे के लोगों ने जलते हुए वाहनों से तीनों को बचाने की कोशिश की, लेकिन तेज आग के कारण सफल नहीं हो सके। दमकल की गाड़ी घटना के करीब आधे घंटे बाद मौके पर पहुंची और डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। तब तक तीनों की मौत हो चुकी थी।
सड़क की खराब हालत:
यह 55 साल पुरानी सड़क है, जिसका एलाइनमेंट आज तक ठीक नहीं किया गया है। घटनास्थल के पास घना बाग होने और चेतावनी के संकेतकों के अभाव के कारण ऐसे हादसे अक्सर होते रहते हैं। पिछले साल भी इसी जगह एक हादसे में चार लोगों की जान चली गई थी। पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों का दावा है कि संकेतक लगाए गए थे, लेकिन किसी ने उखाड़ दिए हैं।
मृतकों की पहचान:
पवन कुमार यादव (35 वर्ष) – डंपर चालक, निवासी कानपुर देहात
सुमित (20 वर्ष) – डंपर खलासी, निवासी जालौन
महिपाल (40 वर्ष) – मिनी ट्रक चालक, निवासी संभल
मौजूदा स्थिति:
पुलिस ने घटना का विवरण लिख लिया है तथा शवों को डॉक्टर के पास ले गई है ताकि पता चल सके कि उनकी मौत कैसे हुई।
परिवार वालों को सूचना दी जा रही है।
पीडब्ल्यूडी ने संकेतक दोबारा लगाने का आश्वासन दिया है।
बड़ा सवाल:
यह घटना एक बार फिर सड़कों की खराब स्थिति और लापरवाह डिजाइन पर एक बड़ा सवाल खड़ा करती है। आखिर कब तक पुरानी सड़कों के एलाइनमेंट को ठीक करने और सुरक्षा उपायों को लागू करने में लापरवाही बरती जाती रहेगी?