AIIMS ऋषिकेश में 2.73 करोड़ के घोटाले का खुलासा, पूर्व निदेशक समेत तीन पर मुकदमा दर्ज
Uttarakhand News 29Sep2025/sbkinews.in
देहरादून। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) ऋषिकेश में 2.73 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। पूर्व निदेशक डॉ. रविकांत, तत्कालिक एडिशनल प्रोफेसर रेडिएशन ओंकोलाजी डॉ. राजेश पसरीचा और तत्कालीन स्टोर कीपर रूप सिंह के खिलाफ CBI ने मुकदमा दर्ज किया है।
CBI की जांच में कोरोनरी केयर यूनिट (CCU) की स्थापना के दौरान भारी अनियमितताएं पाई गईं। जांच में सामने आया कि 8 करोड़ रुपये खर्च करने के बाद भी CCU के उपकरण सही तरीके से खरीदे या स्थापित नहीं किए गए। कुछ उपकरण गायब थे तो कुछ की गुणवत्ता पर भी सवाल उठे। इसके बावजूद पुर्जा दस्तावेज और टेंडर की फाइल गुम कराई गई ताकि घोटाले का पर्दाफाश न हो।
यह घोटाला 2017 में जारी टेंडर के तहत दिल्ली की कंपनी को दिया गया था जिसने 2019-20 में आंशिक रूप से सामान सप्लाई किया। ज्यादा भुगतान कर दिया गया लेकिन सर्विस ठीक से नहीं मिली।
एम्स ऋषिकेश में पिछली जांच में भी कई करोड़ों रुपये के घोटाले सामने आ चुके हैं जिसमें स्वीपिंग मशीन और दवा खरीद में भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। उन मामलों में भी कई वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाइयां हुईं।
CBI और एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) मिलकर इस घोटाले की जांच कर रही हैं और जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार करके आगे की कानूनी कार्रवाई करेगी।
यह मामला स्वास्थ्य क्षेत्र में बढ़ती अनियमितता और भ्रष्टाचार की गंभीर कहानी बता रहा है, जो आम जनता के हितों के लिए खतरा है।
ममता बनी ढाल: पौड़ी के हलूणी में मां ने दरांती से गुलदार को भगा कर बेटी को बचाया
Uttarakhand News 29Sep2025/sbkinews.in
उत्तराखंड के पौड़ी जिले के हलूणी गांव में रविवार सुबह एक मां ने अपनी जान पर खेलकर दहाड़ते गुलदार से अपनी बेटी की जान बचाई। खेत में घास काट रही 23 वर्षीय प्रिया नेगी पर अचानक गुलदार ने हमला कर दिया और उसे अपने पंजे में जकड़ लिया। इस दौरान उसकी मां शोभा देवी ने पास ही से दरांती उठाकर साहसिक मुकाबला किया और गुलदार को हमला करने से रोक दिया।
घटना सुबह करीब 9:30 बजे हुई जब मां-बेटी खेत में घास काट रही थीं। गुलदार ने प्रिया पर अचानक हमला किया और पंजों से पकड़ लिया। मां के जोरदार हमले के बाद गुलदार डरकर भाग गया। प्रिया के शरीर पर गुलदार के पंजों के निशान जरूर हैं, लेकिन उसकी जान बच गई है।
गांव वाले मां की बहादुरी की खूब प्रशंसा कर रहे हैं। वन विभाग ने घटना की पुष्टि की है और कहा है कि इलाके में गुलदार की सक्रियता बढ़ी है। वन विभाग ने घातक गुलदार पकड़ने के लिए पिंजरे लगाने की तैयारी शुरू कर दी है।
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज भी अस्पताल पहुंचे और घायल प्रिया का हाल चाल जाना। उन्होंने वन विभाग को गुलदार की पकड़ के लिए सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए।
यह घटना इस बात की चेतावनी है कि जंगलों की बढ़ती गुलदारी ग्रामीणों के लिए कितना बड़ा खतरा बन गई है। ग्रामीणों ने प्रशासन से अपील की है कि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं ताकि ऐसे हादसे ना हो।
देहरादून में हैंड फुट-माउथ डिजीज का प्रकोप, स्कूलों ने जारी किया अलर्ट - सावधान रहें
Uttarakhand News 29Sep2025/sbkinews.in
देहरादून। देहरादून में बच्चों के बीच हैंड फुट-माउथ डिजीज (HFMD) तेजी से फैल रही है। इस बीमारी के मुख्य लक्षणों में बुखार, गले में दर्द और शरीर पर फफोले या छाले शामिल हैं। दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के बाल रोग विभागाध्यक्ष डॉ. अशोक कुमार के अनुसार, अस्पताल में रोजाना 4-5 बच्चे इस बीमारी के साथ ओपीडी में आ रहे हैं।
एचएफएमडी एक संक्रामक वायरल रोग है जो कॉक्ससैकी वायरस के कारण होता है। यह बीमारी खासतौर पर छह साल से कम उम्र के बच्चों को प्रभावित करती है। यह एक बच्चे से दूसरे बच्चे में तेज़ी से फैल जाती है, इसलिए संक्रमित बच्चों को 5 से 7 दिन तक आइसोलेट करना जरूरी होता है।
शहर के कई स्कूलों ने अभिभावकों को सतर्क रहने और अगर बच्चे में बुखार, छाले या दाने के लक्षण दिखें तो उसे स्कूल न भेजने का सर्कुलर जारी किया है। विशेषज्ञों का कहना है कि संक्रमित बच्चे को डॉक्टर से तत्काल संपर्क करना चाहिए ताकि संक्रमण को रोका जा सके।
घरेलू और सार्वजनिक स्वच्छता का ख्याल रखना और व्यक्तिगत साफ-सफाई का पालन संक्रमण को रोकने के प्रमुख उपाय हैं। बच्चों के खिलौने, खाने के बर्तन और हाथों को बार-बार धोते रहना चाहिए।
कोई विशेष एंटीवायरल दवा नहीं है, इसलिए सावधानी और प्राथमिक उपचार बेहद महत्वपूर्ण होते हैं। इस बीमारी का प्रकोप नियंत्रण न होने पर इसे अन्य बच्चों में फैलने से रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं।
देहरादून के घंटाघर क्षेत्र में हाई वोल्टेज ट्रांसफार्मर फटा, कई इलाकों में बिजली गुल
Uttarakhand News 29Sep2025/sbkinews.in
देहरादून। शहर के घंटाघर इलाके में रविवार दोपहर करीब 2:30 बजे एक 400 केवीए का ट्रांसफार्मर अचानक फट गया, जिससे आसपास के कई इलाकों में बिजली का संकट उत्पन्न हो गया। जोरदार धमाका इतने तेज था कि आस-पास के लोग दहशत में आ गए।
ऊर्जा निगम के अधिकारियों के मुताबिक, ट्रांसफार्मर अधिक लोड के कारण खराब हुआ था, जिसकी वजह से बिजली व्यवस्था ठप हो गई। लोड बढ़ने से ट्रांसफार्मर की क्षमता खत्म हो गई और वह फट गया। इससे व्यापारियों को भारी नुकसान हुआ और गर्मी के मौसम में लोग घरों और दुकानों में बिजली न होने से परेशान हुए।
उपभोक्ताओं की शिकायतों के बाद उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPCL) की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और वैकल्पिक व्यवस्था स्थापित करते हुए बिजली सप्लाई बहाल की। अधिकारियों ने कहा कि जल्द ही ट्रांसफार्मर की रिपेयरिंग या नई व्यवस्था लगाई जाएगी ताकि ऐसी समस्याएं दोबारा न हों।
घंटाघर के अलावा बाजार क्षेत्र, काली मंदिर और आस-पास के निवासी इस लंबे समय तक बिजली गुल होने से असहज रहे। व्यापारिक गतिविधियां ठप होने से आर्थिक नुकसान हुआ।
ऊर्जा विभाग ने लोगों का धैर्य बनाए रखने और बिजली के उपयोग में सावधानी बरतने की अपील की है। साथ ही उन्होंने बताया कि नेटवर्क मजबूत बनाने और सूरतगंज समेत अन्य इलाकों में भी उपकरणों के रख-रखाव को बेहतर बनाया जा रहा है।
यह घटना बिजली आपूर्ति में सुधार की जरूरत को दर्शाती है, खासकर गर्मी में जहां बिजली की मांग अधिक होती है।


