आईबीपीएस परीक्षा में फोटो एडिट कर साल्वर गिरोह का भंडाफोड़, बिजनौर पुलिस ने 10 आरोपी गिरफ़्तार किए

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बिजनौर | एसबीकेआई न्यूज डेस्क
बिजनौर पुलिस ने आईबीपीएस परीक्षा में साल्वर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए गिरोह के सरगना समेत कुल दस लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि यह गिरोह एक अभ्यर्थी को परीक्षा पास कराने के लिए 5.20 लाख रुपये लेता था, जिसमें गिरोह के सभी सदस्य का हिस्सा तय था।
पुलिस उपायुक्त दक्षिण निपुण अग्रवाल ने बताया कि गिरोह की पकड़ अक्टूबर के पहले हफ्ते में हुई। गिरोह फोटो एडिटिंग करके विभिन्न अभ्यर्थियों को साल्वर के जरिए परीक्षा में बैठवाता था। गिरोह का संचालन यूपी ग्रामीण बैंक के सहायक प्रबंधक आनंद कुमार कर रहा था, जो भरथुआ, जहानाबाद (बिहार) का निवासी है।
पुलिस को सबसे पहले एक संदिग्ध के बारे में सूचना मिली थी, जो कई वर्षों से अलग-अलग फोटो लगाकर परीक्षा में आवेदन करता था। पूछताछ में अभिषेक कुमार ने स्वीकार किया कि वह गौरव आदित्य की जगह परीक्षा देने आया था। इस पर मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ़्तार किया गया। उसकी निशानदेही पर सरगना आनंद कुमार समेत बाकी गिरोह के सदस्य भी गिरफ्तार किए गए।
पुलिस ने आरोपीयों के कब्जे से 1.53 लाख रुपये, 16 मोबाइल फोन, लैपटॉप, फोटो पहचान पत्र और अन्य सामान बरामद किए हैं। सभी आरोपितों के खिलाफ परीक्षा में अनुचित साधनों का इस्तेमाल करने के मामले में कार्रवाई की जा रही है।
यह मामला परीक्षा व्यवस्था में फैले भ्रष्टाचार को उजागर करता है और कानूनी कार्रवाई की कड़ी आवश्यकता को दर्शाता है।
बिजनौर में दस वर्षों में गुलदार की संख्या बढ़कर 460 गांवों में पहुंची, वन विभाग ने 80 करोड़ के प्रस्ताव से मानव-वन्यजीव संघर्ष कम करने की तैयारी

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बिजनौर | एसबीकेआई न्यूज डेस्क
बिजनौर जिले में पिछले दस वर्षों में गुलदारों की संख्या बढ़ कर पांच गांवों से बढ़कर 460 गांवों तक पहुंच गई है। वन विभाग द्वारा कराए गए सर्वे में यह तथ्य सामने आया है कि अब गुलदार सीधे गांवों और खेतों तक आ गए हैं, जिससे मानव-वन्यजीव संघर्ष बढ़ा है।
सहायक वन संरक्षक ज्ञान सिंह ने बताया कि गुलदारों को पकड़ने के लिए अभियान चलाए जा रहे हैं, लेकिन उनकी संख्या इतनी तेजी से बढ़ रही है कि जनसंख्या नियंत्रण बहुत आवश्यक हो गया है। गुलदारों के हमलों में पिछले दस वर्षों में 45 लोगों की जान जा चुकी है। इसी कारण वन विभाग ने लगभग 80 करोड़ रुपये की लागत से एक प्रस्ताव तैयार किया है, जिसमें मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करने के लिए इलेक्ट्रिक फेंसिंग और गुलदारों की नसबंदी जैसे उपाय शामिल हैं।
सर्वे रिपोर्ट के अनुसार, गुलदार अब अंधेरा होने से पहले ही गांवों में आने लगे हैं और उनके व्यवहार में बदलाव भी आया है। जिले की छह वन रेंज में गुलदारों की भरमार है, जहां खाई खुदवाकर और बाड़ लगाकर उनकी गतिविधियों को नियंत्रित करने की योजना है।
वन विभाग इस प्रस्ताव को जल्द शासन को भेजेगा ताकि शीघ्र प्रभावी कदम उठाए जा सकें। अनुसंधान के अनुसार, वन क्षेत्रीय विकास, स्टॉक बढ़ाने के साथ-साथ मानव-वन्यजीव संघर्ष कम करने के लिए यह सशक्त प्रयास जरुरी हैं।
आजम और अखिलेश की मुलाकात: गिले-शिकवे और तंज के बीच करीब डेढ़ साल बाद होगी बैठक

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रामपुर | एसबीकेआई न्यूज डेस्क
गिले-शिकवे और तीखे तंज के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और पार्टी महासचिव आजम खां की बुधवार को मुलाकात होगी। यह मुलाकात करीब एक साल डेढ़ महीने के बाद दोनों नेताओं के बीच होगी।
अखिलेश यादव सीतापुर जेल से जमानत पर छूटकर अपने निवास पर आएंगे, जहां वह आजम खां से मिलेंगे। यह दोनों नेता मार्च 2024 में लोकसभा चुनाव के दौरान पहले भी एक बार जेल में ही मिले थे, तब आजम खां ने खुद चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी, लेकिन पार्टी ने मोहिबुल्लाह नदीवी को मैदान में उतारा।
सुझाव था कि मुहीबुल्लाह नदीवी को मैदान में उतारने के पीछे का कारण आजम खां को संतुष्ट करना था। हालाँकि, इस विवाद के बावजूद, दोनों नेताओं के बीच इस मुलाकात का काफी महत्व है।
जब पत्रकारों ने आजम खां से इस मुलाकात के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि यह कोई खास कार्यक्रम नहीं है, बल्कि सिर्फ वे ही मुलाकात करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि वह सभी के साथ बैठक नहीं कर रहे हैं और केवल अखिलेश यादव से ही मिलेंगे।
आजम ने भारतीय राजनीति में अपने करीबियों की नसीहत देते हुए कहा कि वह सिर्फ अपने परिवार और आत्मीय जनों से ही मिलते हैं। वह इस बात पर भी तंज करते रहे कि कुछ मित्र उनसे नहीं मिलने आए हैं और उन्हें जानने से ही इनकार कर दिया।
यह मुलाकात दोनों नेताओं के बीच पिछले दिनों चले आ रहे विवाद और गिले-शिकवे के बीच बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है, जिसमें दोनों अपने पुराने मतभेद भुलाकर नई राजनीतिक राह पर कदम बढ़ाने की संभावना दिख रही है।
बच्चों के कफ सिरप अब डाक्टर के पर्चे पर ही मिलेंगे, बिना पर्चे के नहीं होगी बिक्री: खाद्य सुरक्षा विभाग की नई नीति

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लखनऊ | एसबीकेआई न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश में दवाओं की दुकानें अब केवल डाक्टर के पर्चे पर ही बच्चों के कफ सिरप बिक्री कर सकेंगी। सरकार की नई दिशा-निर्देश के अनुसार, औषधि निरीक्षकों ने सभी दवा विक्रेताओं को यह स्पष्ट कर दिया है कि बिना पर्चे के बच्चों का कफ सिरप न बेचा जाए।
आयुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) रोशन जैकब ने यह निर्देश दिए कि वे इंटरनेट मीडिया का प्रयोग करके लोगों को वैध लाइसेंस वाले मेडिकल स्टोर से ही दवाएं खरीदने, बिक्री रसीद और बैच नंबर जांचने के महत्व का जागरूकता अभियान चलाएं। साथ ही, फर्जी मिलावट पर रोक लगाने के लिए दवाओं के नमूनों की जांच और उसके स्रोत की भी जांच की जाएगी।
मध्य प्रदेश और राजस्थान में बच्चों की मौत के बाद सरकार ने कफ सिरप की बिक्री और निर्माण पर कड़ी नजर रखने के निर्देश जारी किए हैं। फर्म का निरीक्षण, नमूना संग्रह, मिलावट की जांच एवं दोषियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने की व्यवस्था की गई है। विशेष रूप से, डाइथिलीन ग्लाइकल की मिलावट की पुष्टि के लिए नमूने जांचे जाएंगे।
यह कदम फर्ज़ी दवाओं, मिलावट और बिना मानक के उत्पादन को रोकने के उद्देश्य से उठाए गए हैं। औषधि निरीक्षक अस्पतालों में भी दवाओं की गुणवत्ता की जांच करेंगे और दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
सीतापुर में पति की स्ट्रेंज शिकायत: पत्नी रात में नागिन बनकर मारने दौड़ती है, एसडीएम ने पुलिस को जांच के आदेश दिए

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सीतापुर | एसबीकेआई न्यूज डेस्क
सीतापुर में एक अनोखी शिकायत एसडीएम वीके सिंह के सामने आई, जिसमें मेराज नामक व्यक्ति ने कहा कि उसकी पत्नी रात में नागिन बन जाती है और दांत किटकिटाकर उसे मारने दौड़ती है। इस वजह से वह रात को सो नहीं पाता। मेराज की इस शिकायत को सुन अधिकारी हंस पड़े, लेकिन एसडीएम ने मामला गंभीर लेने और पुलिस को उचित कार्रवाई के निर्देश दिए।
मेराज ने बताया कि 2023 में उसकी नसीमुन से शादी हुई थी, लेकिन कुछ दिनों बाद उनमें मतभेद शुरू हो गए। शुरुआती दिनों में उन्होंने पत्नी की मानसिक स्थिति को लेकर झाड़-फूंक करवाई। फिर भी नसीमुन की आदतें नहीं सुधरीं। वह रात के समय डराने और मारने के लिए दौड़ती हैं और खुद को नागिन बताती हैं। शिकायत के बावजूद पुलिस से कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
एसडीएम ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस से उचित जांच का निर्देश दिया है ताकि मामले की सच्चाई सामने आ सके और आवश्यक कार्रवाई हो सके।
यह मामला मानसिक स्वास्थ्य और घरेलू तनाव से जुड़ी जटिलताओं को भी दर्शाता है, जहां पारिवारिक संघर्षों के बीच असामान्य व्यवहार सामने आ रहे हैं।
पूर्व महामंडलेश्वर सचिन दत्ता को 80 करोड़ के घोटाले में ईओडब्ल्यू ने मेरठ से गिरफ्तार किया

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मेरठ | एसबीकेआई न्यूज डेस्क
पूर्व महामंडलेश्वर सचिन दत्ता उर्फ सच्चिदानंद गिरि को ईओडब्ल्यू की मेरठ यूनिट ने मंगलवार को 80 करोड़ के बड़े घोटाले में मेरठ से गिरफ्तार किया है। सचिन दत्ता पर विजय नगर थाने में धोखाधड़ी के 19 मुकदमे पहले से दर्ज हैं।
2015 में प्रयागराज में निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर पद से बर्खास्त किए गए सचिन दत्ता ने गाजियाबाद में क्रासिंग्स रिपब्लिक स्थित फोस्टर ब्राइट्स सोसायटी बनाकर एक-एक फ्लैट पर दो से तीन बार बैंक से लोन लिया और कुल 80 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की। इनके खिलाफ हिमांशु सिंह की तरफ से एफआइआर दर्ज कराई गई थी।
ईओडब्ल्यू ने पहले सत्यदेव सिंह और अभिषेक सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेजा था, जो बैंक गारंटर थे। सचिन दत्ता ने अपने पूर्व सहयोगियों के साथ मिलकर बालाजी हाइटेक कंस्ट्रक्शन के नाम से फर्म बनाई और ग्राहकों को सस्ते फ्लैट उपलब्ध कराने का झांसा देकर धोखा दिया।
2016 में गाजियाबाद के विजय नगर थाने में दर्ज 19 मुकदमों की जांच ईओडब्ल्यू कर रही है। हिमांशु सिंह ने बताया कि उनके फ्लैट के लिए फर्जी दस्तावेज बनाकर पंजाब नेशनल बैंक से 55 लाख का लोन लिया गया था। इस मामले में गिरफ्तारियां पहले भी हुईं, लेकिन सचिन दत्ता जमानत पर होने के बाद फरार चल रहा था।
मंगलवार को कोर्ट में पेशी के बाद उसे फिर से गिरफ्तार किया गया है।
मेरठ में अवैध संबंध के शक में प्रेमिका को शराब पिलाकर चाकू से गला काट हत्या, आरोपी गिरफ्तार

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मेरठ | एसबीकेआई न्यूज डेस्क
मेरठ में अवैध संबंध के शक में एक युवक ने अपनी प्रेमिका को पहले शराब पिलाई और बाद में चाकू से गला काटकर बेरहमी से उसकी हत्या कर दी। मृतक महिला पांच बच्चों की मां थी, जबकि आरोपी की पत्नी पहले ही मौत को जा चुकी है।
शनिवार को वेदव्यासपुरी औद्योगिक क्षेत्र के सेक्टर आठ में झाड़ियों के अंदर महिला का शव पाया गया था। महिला की पहचान सरसावा गांव की 45 वर्षीय अनीता पत्नी धारा सिंह के रूप में हुई। मामला काफी संवेदनशील है क्योंकि आरोपी मनोज और अनीता के बीच सात वर्षों से प्रेम संबंध था।
एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि मनोज ने अनीता को शाम को स्कूटी पर बैठाकर कोल्हू से लेकर आया था, जहां उसने शराब पिलाई। इसके बाद वे दोनों पैदल वेदव्यासपुरी पहुंचे। वहां मनोज ने अचानक उस पर हमला कर उसका गला चाकू से काट दिया। हत्या करने के बाद वह घर वापस गया, नहाया, लेकिन पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल कॉल डिटेल और अन्य सबूतों के आधार पर उसे मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया।
हत्या के आरोपित की निशानदेही पर चाकू भी बरामद किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपित के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है।
यह घटना घरेलू और व्यक्तिगत विवादों का खतरनाक परिणाम है, जिसमें शराब का भी दुरुपयोग हुआ और जानलेवा नतीजे सामने आए।
शामली में चलती ट्रेन में नाबालिग से छेड़छाड़, मां-बेटी और यात्रियों ने आरोपितों को पकड़ा और पीटा

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शामली | एसबीकेआई न्यूज डेस्क
रविवार रात दिल्ली से सहारनपुर जा रही पैसेंजर ट्रेन नंबर 64021 के एक कोच में नाबालिग से छेड़छाड़ का मामला सामने आया। गर्व की बात यह रही कि नाबालिग की मां और बेटी ने साहस दिखाते हुए तीन युवकों और एक किशोर को कांधला रेलवे स्टेशन के पास पकड़कर जमकर पीटा। इस घटना के बाद यात्रा कर रहे अन्य लोगों ने भी आरोपितों पर हाथ साफ किया।
शामली के झिंझाना थाना क्षेत्र की मां-बेटी दिल्ली से पैसेंजर ट्रेन से शाम करीब सात बजे सहारनपुर की ओर लौट रही थीं। ट्रेन बड़ौत से आगे बढ़ी तो तीन युवकों और एक किशोर ने नाबालिग लड़की के साथ छेड़खानी शुरू कर दी। लड़की और उसकी मां ने विरोध जताया तो आरोपित गाली-गलौज करने लगे।
मां-बेटी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपितों को पीटना शुरू कर दिया। ट्रेन में मौजूद अन्य यात्रियों ने भी उनकी मदद की। ट्रेन के कांधला स्टेशन के पास जीआरपी की टीम ने आकर चारों आरोपितों को गिरफ्तार किया।
जीआरपी थाना प्रभारी सुमित नागर ने बताया कि पकड़े गए आरोपित कासिफ, साकिब और उजैव निवासी थानाभवन, शामली को जेल भेज दिया गया है, जबकि किशोर को बाल सुधार गृह भेजा गया है। पीड़ित मां की तहरीर पर पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
यह घटना महिलाओं की सुरक्षा के प्रति जागरूकता और उनके आत्मविश्वास का उदाहरण है, जो अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने को प्रेरित करती है।


