पिंडारी ग्लेशियर मार्ग पर बोल्डर गिरने से यातायात ठप, पर्यटकों के वाहनों की लंबी कतार
Uttarakhand News 06Oct2025/sbkinews.in
उत्तराखंड के बागेश्वर जिले के पिंडारी ग्लेशियर मोटरमार्ग पर सोमवार को वाछम क्षेत्र में अचानक बड़े-बड़े बोल्डर गिरने लगे, जिससे मार्ग पूरी तरह अवरुद्ध हो गया। इस वजह से कई पर्यटक और स्थानीय वाहन फंस गए और यातायात पूरी तरह ठप हो गया। मार्ग के बंद होने से पर्यटकों और स्थानीय निवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
वाछम क्षेत्र के निवासी बताते हैं कि इस मार्ग पर पर्यटन सीजन के दौरान रोज़ाना बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं और मार्ग अवरुद्ध होने से पूरा कारोबार प्रभावित होता है। फंसे हुए वाहन चालकों और यात्रियों ने घंटों इंतजार किया क्योंकि प्रशासन की ओर से तत्काल कोई राहत नहीं मिल सकी।
स्थानीय लोगों ने मांग की है कि प्रशासन लोडर मशीन भेजकर बोल्डर हटवाने और मार्ग शीघ्र खुलवाने के लिए प्रभावी कदम उठाए, जिससे पर्यटन पर नकारात्मक असर को कम किया जा सके। विधायक सुरेश गढ़िया ने भी प्रशासन को मार्ग बहाली के निर्देश देते हुए कहा है कि पर्यटक एवं आम जनता को किसी भी तरह की समस्या न हो।
जिलाधिकारी कार्यालय के अनुसार बोल्डर हटाने के लिए मशीनरी और श्रमिकों को भेजा जा चुका है और बहुत जल्द यातायात बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं। मार्ग की शीघ्र बहाली ना सिर्फ पर्यटकों के लिए बल्कि क्षेत्रीय व्यवसायों और स्थानीय गतिविधियों के सुचारू संचालन के लिए भी आवश्यक है। प्रशासन ने जनता से अपील की है कि वे राहत कार्य पूर्ण होने तक मार्ग का उपयोग न करें।
यमुनोत्री हाईवे पर डामटा-नौगांव मार्ग पर चौड़ीकरण कार्य के बीच ढाई घंटे जाम, तीन किमी लंबी कतार में फंसे यात्री
Uttarakhand News 06Oct2025/sbkinews.in
उत्तरकाशी के यमुनोत्री हाईवे पर डामटा-नौगांव मार्ग पर सड़क चौड़ीकरण कार्य के कारण करीब ढाई घंटे तक भारी जाम लगा रहा, जिससे यात्रियों को असुविधा और भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। जाम लगभग तीन किमी लंबा था, जिसमें दर्जनों वाहन फंसे रहे और यात्रा बाधित हो गई।
राजस्थान से आए एक तीर्थयात्री ने बताया कि यात्रा के दौरान उन्हें काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा और उन्होंने कार्य प्रबंधन की आलोचना की। जलवायु और पर्यावरण संरक्षण के लिए काम कर रहे पर्यावरणविद सुरेश भाई ने इस सड़क चौड़ीकरण परियोजना को अवैज्ञानिक और पर्यावरण के लिए हानिकारक करार दिया। उन्होंने कहा कि इस तरह के असंगठित निर्माण कार्यों की शिकायत वे राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (NGT) में करेंगे।
स्थानीय प्रशासन ने कार्यदायी संस्था की अव्यवस्था पर कड़ा रूख दिखाते हुए उन्हें फटकार लगाई है और साफ निर्देश दिए हैं कि जल्द से जल्द सुधार किए जाएं ताकि यातायात सुचारू और पर्यावरण संरक्षण भी सुनिश्चित हो सके।
पर्यटन और धर्मंप्रदेश के महत्वपूर्ण इस मार्ग पर जाम लगने से न सिर्फ यात्रियों का समय बर्बाद हुआ, बल्कि स्थानीय व्यापार और पर्यावरण भी प्रभावित हुए। प्रशासन ने यात्रियों की समस्याओं को देखते हुए यातायात प्रबंधन के लिए अतिरिक्त कदम उठाने का आश्वासन दिया है।
सड़क कार्य में व्यवस्थित और पर्यावरण अनुकूल तकनीकों के उपयोग पर भी जोर दिया जा रहा है ताकि भविष्य में इस तरह की स्थिति उत्पन्न न हो सके और तीर्थयात्रा यात्रा सुगम रहे।
गौरीकुंड हाईवे पर बोल्डर गिरने से कार मंदाकिनी नदी में गिरी, लखनऊ के यात्री समेत एक की मौत
Uttarakhand News 06Oct2025/sbkinews.in
रुद्रप्रयाग के गौरीकुंड हाईवे पर पहाड़ी से गिरा बोल्डर एक कार से टकराकर उसे मंदाकिनी नदी में गिरा दिया, जिससे कार सवार एक व्यक्ति की जान चली गई जबकि पांच अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। दुर्घटना में मृतक बाराबंकी जिले का निवासी था, जबकि घायल यात्री लखनऊ और बाराबंकी के हैं।
एसडीआरएफ और डीडीआरएफ की टीमों ने घटना स्थल पर पहुंच कर बचाव कार्य शुरू किया और दुर्घटनाग्रस्त कार से घायल यात्रियों को सुरक्षित निकालकर नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया। बचाव कार्य के दौरान नदी में तेज बहाव होने के कारण संचालन में कठिनाई आई, लेकिन टीमों ने सफलतापूर्वक प्रभावितों को बचाया।
स्थानीय प्रशासन ने पहाड़ी क्षेत्र में बोल्डर गिरने की घटनाओं को गंभीरता से लिया है और ऐसे हादसों को रोकने के लिए निगरानी बढ़ाने का निर्णय लिया है। साथ ही, सुरक्षा उपायों में सुधार लाने और यात्रियों को सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं।
परिवहन और पर्यटन मंत्री ने प्रभावित परिवारों को न्याय सुनिश्चित करने और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है। यह हादसा पहाड़ी इलाकों में सड़क सुरक्षा एवं आपदा प्रबंधन की चुनौती को उजागर करता है, जहां पर्यटकों की सुरक्षा सर्वोपरि होनी चाहिए।
स्मार्ट मीटर बना बिजली चोरी का ब्लैक बॉक्स, 10 साल तक रिकॉर्ड सुरक्षित
Uttarakhand News 06Oct2025/sbkinews.in
अब स्मार्ट मीटर सिर्फ बिजली की खपत मापने का यंत्र नहीं रहा, बल्कि यह बिजली चोरी पकड़ने वाला ब्लैक बॉक्स बन चुका है। रुड़की में एक घटना में यह बात सामने आई कि स्मार्ट मीटर छेड़छाड़ की हर कोशिश को रिकॉर्ड करता है और इसे प्रमाण के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
स्मार्ट मीटर करंट, वोल्टेज और लोड में होने वाली किसी भी गड़बड़ी को निरंतर रिकॉर्ड करता है। इसके द्वारा एकत्रित जानकारी सर्वर में सुरक्षित रहती है, जहां इसे 10 वर्षों तक सुरक्षित रखा जाता है, जिससे बिजली विभाग छेड़छाड़ के सबूत इकट्ठा कर पाता है।
इस तकनीक के आने से बिजली चोरी की घटनाओं में काफी कमी आई है क्योंकि अब चोरी को पकड़ा जाना आसान हो गया है। बिजली विभाग ने इस मीटर की वजह से चोरी रोकने में सफलता मिलने की जानकारी दी है और कहा है कि यह मीटर चोरी रोकने और उचित बिल देने में सहायक है।
विशेषज्ञों का मानना है कि स्मार्ट मीटर की यह क्षमता बिजली चोरी के विरुद्ध एक बड़ा हथियार है, जो न केवल विभाग की आमदनी बढ़ाएगा बल्कि उपभोक्ताओं को भी सही सेवा प्रदान करेगा। इसे ब्लैक बॉक्स के रूप में देखने वाले इस तकनीक से बिजली चोरी का जाल टूटने की उम्मीद है।
सरकार और बिजली विभाग ने इस तकनीक को व्यापक स्तर पर लागू कर बिजली चोरी पर कड़ी निगरानी रखने का निर्णय लिया है जो ऊर्जा बचत और आर्थिक हानि रोकने में मदद करेगी।
उत्तराखंड में क्रिप्टो ट्रेडिंग के नाम पर 16.15 लाख की ठगी, लखवाड़ परियोजना के अधिकारी बने शिकार
Uttarakhand News 06Oct2025/sbkinews.in
विकासनगर के लखवाड़ परियोजना में कार्यरत एक अधिकारी को क्रिप्टो ट्रेडिंग के नाम पर 16.15 लाख रुपये की साइबर ठगी का शिकार बनाया गया है। मामला ऑनलाइन धोखाधड़ी का है, जिसमें अज्ञात अपराधियों ने अधिकारी को विभिन्न बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर करने के लिए उकसाया।
धोखाधड़ी करने वालों ने अधिकारी को विभिन्न समय पर टास्क पूरा करने के बहाने कई बार पैसों का भुगतान कराने की मांग की, जिससे कुल पैसे का नुकसान हुआ। अधिकारी ने जब इसका संदेह जताया तो अपराधियों ने उसे विश्वास में लेने के लिए झूठे वादे और फर्जी दस्तावेज भी दिखाए।
पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस साइबर अपराधियों की तलाश में संबंधित बैंक खातों और डिजिटल ट्रांजेक्शंस की भी छानबीन कर रही है ताकि जिम्मेदारों को जल्द से जल्द पकड़ सकें।
यह घटना राज्य में डिजिटल धोखाधड़ी और क्रिप्टो ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों को उजागर करती है। अधिकारियों और आम जनता से सतर्क रहने और ऐसी धार्मिक योजनाओं में विश्वास करने से पहले सावधानी बरतने की अपील की गई है।
साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने भी नागरिकों को सलाह दी है कि वे किसी भी ऑनलाइन ट्रेडिंग योजना में भाग लेने से पहले पूरी जानकारी लेकर ही आगे बढ़ें ताकि आर्थिक नुकसान से बचा जा सके।
उत्तराखंड में नेशनल और स्टेट हाईवे से सटा जमीन का दाम बढ़े, फ्लैट कल्चर वाले इलाकों में सर्किल रेट 22% तक बढ़ा
Uttarakhand News 06Oct2025/sbkinews.in
उत्तराखंड में नेशनल और स्टेट हाईवे से सटे क्षेत्रों में जमीन के दाम आसमान छूने लगे हैं। खासतौर पर उन इलाकों में जहां फ्लैट कल्चर तेजी से बढ़ रहा है, वहां सर्किल रेट में सर्वाधिक 22 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है।
सरकार ने बहुमंजिला आवासीय परियोजनाओं को बढ़ावा देने के लिए यह बड़ा फैसला लिया है ताकि सीमित जमीन के बीच अधिक आवासीय इकाइयाँ बन सकें। फ्लैट कल्चर के क्षेत्रों में जमीन की मांग बढ़ने के कारण सर्किल रेट ज्यादा बढ़ाए गए हैं, जिससे इन इलाकों में रहने का खर्च भी महंगा हो गया है।
इस बढ़ोतरी से न केवल जमीन के नए खरीदार प्रभावित होंगे, बल्कि मौजूदा संपत्ति के बाजार में भी बदलाव आएगा। विशेषज्ञों के अनुसार, यह कदम शहरी विकास को नियंत्रित करने और आबादी के केंद्रों में आवासीय सुविधाओं को बेहतर बनाने की नीति का हिस्सा है।
सरकार का मानना है कि सर्किल रेट बढ़ाने से भूमि का उचित मूल्यांकन होगा और कर संग्रहण प्रणाली भी मजबूत होगी, जिससे विकास योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू किया जा सकेगा। साथ ही, इससे अंधाधुंध तेजी से जमीन खरीदने की प्रवृत्ति पर भी अंकुश लगेगा।
हालांकि, आम जनता के लिए यह बदलाव आवासीय खर्च बढ़ाने वाला साबित होगा, इसलिए खरीदारों को बजट का सावधानीपूर्वक प्रबंधन करना होगा। प्रशासन ने निवासियों को सलाह दी है कि वे बाजार की स्थिति को ध्यान में रखकर ही निवेश करें।


