देहरादून जू में दो महीने में आएगा सफेद बाघ, पर्यटकों के रोमांच में बढ़ोतरी
Uttarakhand News 11Oct2025/sbkinews.in
देहरादून जू में जल्द ही सफेद बाघ को लाने की तैयारी पूरी की जा रही है। जू बोर्ड की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि अगले दो महीनों के भीतर ओडिशा के नंदनकानन जूलॉजिकल पार्क से सफेद बाघ को देहरादून जू में लाया जाएगा। यह कदम पर्यटकों के आकर्षण को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
जू बोर्ड की बैठक में अन्य सुधारों पर भी चर्चा हुई, जिसमें मल्टीलेवल पार्किंग, नई टिकटिंग प्रणाली, क्यूआर कोड आधारित भुगतान, बेहतर फीडबैक सिस्टम और नए शौचालय निर्माण शामिल हैं। साथ ही, जू परिसर में स्मारिका दुकान खोलने और आगंतुकों की सुविधा के लिए कई सुधारात्मक प्रयास भी करने का निर्णय लिया गया है।
वन विभाग के प्रमुख सचिव आरके सुधांशु ने कहा कि इस पहल से न केवल पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी बल्कि यह वन संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने में भी मददगार साबित होगी। सफेद बाघ की उपस्थिति देहरादून जू को एक प्रमुख पर्यटन स्थल बनाएगी।
यह सफेद बाघ वन्यजीवन प्रेमियों के लिए एक बड़ी आकर्षण का केंद्र बनेगा, जिससे क्षेत्रीय पर्यटन और स्थानीय आर्थिक स्थिति को भी मजबूती मिलेगी।
उत्तर प्रदेश की बसें देहरादून ISBT पर खुलेआम कर रही परमिट शर्तों का उल्लंघन, आरटीओ की कार्रवाई बेअसर
Uttarakhand News 11Oct2025/sbkinews.in
देहरादून के आईएसबीटी बस अड्डे पर उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की लगभग 30% बसें परमिट नियमों की अनदेखी करते हुए प्रवेश कर रही हैं। यह उल्लंघन बसों द्वारा नियमों का खुलकर उल्लंघन माना जा रहा है, जिससे राज्य सरकार को राजस्व का बड़ा नुकसान हो रहा है।
आरटीओ प्रवर्तन टीम ने कई बार कार्रवाई करने का प्रयास किया, लेकिन उसका कोई खास असर नहीं दिखा है। डग्गामार बसें खुलेआम सवारियों को उतार-चढ़ा रही हैं, और परिवहन निगम के कर्मचारियों के विरोध पर बस चालक झगड़ने को भी तैयार रहते हैं।
आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि ऐसे उल्लंघन राज्य परिवहन निगमों के बीच प्रतिस्पर्धा और परमिट व्यवस्था में जटिलताओं का परिणाम है। उत्तर प्रदेश बसों की बढ़ती संख्या और नियमों की उपेक्षा से यातायात एवं सुरक्षा दोनों प्रभावित हो रहे हैं।
देहरादून परिवहन विभाग द्वारा प्रभावी निगरानी व सख्त प्रवर्तन के बिना इस स्थिति में सुधार की उम्मीद कम है। यात्रियों को भी सुझाव दिया गया है कि वे नियमों का उल्लंघन करने वाली बसों का विरोध करें और प्रशासन को सूचित करें।
सरकार से उम्मीद की जा रही है कि वह इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए सख्त नीति और संयुक्त कार्य योजना बनाएगी।
मुकेश अंबानी ने बदरीनाथ-केदारनाथ धाम में की पूजा-अर्चना, दान स्वरूप दिए 10 करोड़ रुपये
Uttarakhand News 11Oct2025/sbkinews.in
प्रसिद्ध उद्योगपति और रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी शुक्रवार को उत्तराखंड के प्रमुख तीर्थस्थल बदरीनाथ और केदारनाथ धाम पहुंचे। वहां उन्होंने भगवान बदरी विशाल और बाबा केदार की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना की।
बदरीनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने अंबानी का भव्य स्वागत किया और पारंपरिक उत्तराखंडी टोपी भेंट की। पूजा-अर्चना के उपरांत, मुकेश अंबानी ने मंदिर समिति को 10 करोड़ रुपये का दान भी दिया, जिसका उपयोग धामों के सौंदर्यीकरण, श्रद्धालुओं की सुविधाओं के विस्तार और धार्मिक धरोहरों के संरक्षण में किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त, अंबानी ने बदरीनाथ में 100 कमरों के अतिथि गृह के निर्माण में मदद करने का भी आश्वासन दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में चल रहे चारधाम यात्रा और तीर्थ यात्रियों के लिए की गई व्यवस्थाओं की प्रशंसा की।
मुकेश अंबानी ने कहा कि लगभग 20 वर्षों से वे उत्तराखंड आते हैं और उन्होंने आशा व्यक्त की कि आने वाले दशक में तीर्थ यात्रियों की संख्या में भारी वृद्धि होगी। उन्होंने हाल ही में हुई बादल फटने की आपदा में जान गंवाने वालों के प्रति संवेदना व्यक्त की और कहा कि रिलायंस फाउंडेशन हमेशा उत्तराखंड के साथ खड़ा रहेगा।
अंबानी ने बेहतर संचार सुविधाओं के लिए जियो का मोबाइल टावर लगाने की घोषणा भी की। एक घंटे तक धामों में रहकर पूजा-अर्चना के बाद वह हेलीकॉप्टर से केदारनाथ से लौटे।
रुड़की जेल से 17 साल पहले फरार 50 हजार का इनामी अपराधी आखिरकार गिरफ्तार
Uttarakhand News 11Oct2025/sbkinews.in
उत्तराखंड एसटीएफ ने नोएडा एसटीएफ की मदद से 17 साल से फरार चल रहे 50 हजार रुपये के इनामी अपराधी हरि सिंह उर्फ हरीश को रुड़की क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी पहली बार 2007 में चोरी के आरोप में गिरफ्तार हुआ था और 2008 में रुड़की जेल की दीवार कूदकर फरार हो गया था। इसके बाद से वह पंजाब और हरियाणा में नाम और पहचान बदलकर रह रहा था।
हरि सिंह पर रुड़की के गंगनहर थाना क्षेत्र में कई चोरी के मामले दर्ज हैं। एसटीएफ ने लंबे समय तक उसके ठिकानों की तलाश की और खुफिया जानकारी के आधार पर 9 अक्टूबर 2025 को उसे दबोचा। अब आरोपी से पूछताछ जारी है, साथ ही उसके अवैध नेटवर्क की भी जांच की जा रही है।
यह गिरफ्तारी अपराध के खिलाफ बड़ी सफलता मानी जा रही है, क्योंकि आरोपी काफी समय तक फरार रहने में कामयाब था। पुलिस ने बताया कि इस गिरफ्तारी से स्थानीय अपराधियों और तस्करों में आतंक का माहौल पैदा होगा।
एसटीएफ के वरिष्ठ अधिकारी नवनीत भुल्लर ने बताया कि प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी ताकि जनता को बेहतर सुरक्षा मिल सके।
उत्तराखंड के हरिद्वार, पंतनगर और सितारगंज सिडकुल क्षेत्रों में प्रदूषण मानकों की अनदेखी पर केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कड़ा नोटिस जारी किया
Uttarakhand News 11Oct2025/sbkinews.in
उत्तराखंड के हरिद्वार, पंतनगर और सितारगंज सिडकुल क्षेत्रों में सीईटीपी (केंद्रीयीकृत पर्यावरणीय उपचार संयंत्र) प्रदूषण मानकों के उल्लंघन के गंभीर मामले सामने आए हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) ने उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (UKPCB) को तत्काल प्रभाव से कड़ी कार्रवाई करने और पर्यावरणीय क्षति की पूर्ति करने के निर्देश दिए हैं।
उल्लेखनीय है कि निरीक्षण में जल की जांच के दौरान जैव ऑक्सीजन डिमांड (बीओडी), रासायनिक ऑक्सीजन डिमांड (सीओडी) और भारी धातुओं की मात्रा मानकों से अधिक पाई गई, जो पर्यावरण के लिए खतरा है। इस स्थिति से आसपास के जल स्रोत और जीव-जंतुओं की सुरक्षा खतरे में आ गई है।
CPCB के आदेश के अनुसार प्रभावित कंपनियों और उद्योगों पर पर्यावरणीय कर्ज वसूलने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। UKPCB ने भी तत्काल जांच कार्यवाही आरंभ कर दी हैं और दोषी पाए गए संचालकों के खिलाफ विनाशकारी पर्यावरणीय गतिविधियों के लिए गहन छानबीन की जा रही है।
राज्य सरकार ने भी प्रदूषण नियंत्रण में सख्ती बढ़ाने तथा पर्यावरण संरक्षण के लिए विशेष टीमों के गठन का भरोसा दिया है। जल और वायु प्रदूषण को रोकने तथा प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा के लिए समन्वित प्रयास जारी हैं।
उत्तराखंड में PWD का दावा: आधी सड़कें गड्ढा मुक्त, तेजी से हो रहा काम
Uttarakhand News 11Oct2025/sbkinews.in
उत्तराखंड के लोक निर्माण विभाग (PWD) ने दावा किया है कि राज्य की लगभग 50 प्रतिशत सड़कें अब पूर्ण रूप से गड्ढा मुक्त हो चुकी हैं। विभाग ने इस साल का लक्ष्य समय से पहले पूरा करने का अभियान शुरू किया है, जिसमें विभाग की टीमें कुशलता और तेजी से काम कर रही हैं।
मौजूदा स्थिति में मैदानी इलाकों में अधिकांश सड़कें पहले ही पूरी तरह से गड्ढा मुक्त हो चुकी हैं। पहाड़ी क्षेत्रों में भी सड़क मरम्मत का कार्य तीव्रता से जारी है, जिससे आने-जाने में सरलता और यातायात का प्रवाह बेहतर हो रहा है।
निर्माण विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कठिन पर्वतीय क्षेत्रों में सड़क सुधार कार्य व्यापक और चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं, लेकिन लक्ष्य के मुताबिक, इन इलाकों का भी सुधार अगले दो महीनों में पूरा कर लिया जाएगा।
अधिकारियों ने कहा है कि बेहतर मार्ग सुविधा पाने के लिए गृहस्थियों और यात्रियों को भी सहयोग देना चाहिए। जनता को विश्वास है कि इस अभियान से राज्य की सड़कों की स्थिति और सुधरेगी और सड़क दुर्घटना का खतरा कम होगा।
यह पहल पर्यावरण, यातायात और ग्रामीण विकास जैसी व्यवस्थाओं को मजबूत बनाने में कारगर साबित होगी, जिससे राज्य की समग्र विकास गति तेज होगी।


