देहरादून में बादल फटने से पुल और सड़कें क्षतिग्रस्त, मरम्मत कार्य तेजी से जारी
Uttarakhand News 17Sep2025/sbkinews.in
देहरादून। हालिया भारी बारिश और बादल फटने से देहरादून और आसपास के इलाकों में कई सड़कें और पुल बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। लोक निर्माण विभाग (PWD) मंत्री सतपाल महाराज ने सभी प्रभावित क्षेत्रों में मरम्मत कार्य जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश जारी किए हैं।
मसूरी मार्ग पर फिलहाल बेली ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है ताकि स्थानीय लोगों और पर्यटकों की आवाजाही बहाल हो सके। प्रेमनगर क्षेत्र में टौंस नदी पर स्थित राजमार्ग को भी मरम्मत के बाद खोल दिया गया है, जिससे क्षेत्र के निवासियों को बड़ी राहत मिली है।
मालदेवता क्षेत्र में सौंग नदी के तेज बहाव से सड़क का हिस्सा बह गया था, जिसकी मरम्मत भी युद्ध स्तर पर जारी है। PWD विभाग की टीम लगातार कार्य में लगी है ताकि ट्रैफिक जल्दी सामान्य हो सके।
मंत्री सतपाल महाराज ने संबंधित अभियंताओं और अधिकारियों को निर्देश देते हुए चेताया कि समय पर मरम्मत नहीं होने की स्थिति में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण भी किया और जल्द राहत सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया।
इधर, मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में और भी आंशिक बारिश की संभावना जताई है, जिससे सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
देहरादून में बादल फटने से चौतरफा तबाही, अब तक 17 की मौत, राहत कार्य जारी
Uttarakhand News 17Sep2025/sbkinews.in
देहरादून एवं आसपास के क्षेत्रों में 15-16 सितंबर 2025 की रात भारी बारिश और कथित बादल फटने से जबरदस्त तबाही मच गई। सहस्रधारा, मालदेवता, टपकेश्वर मंदिर और कार्लीगाड़ जैसी जगहों पर कई सड़कें, मकान, दुकानें और पुल क्षतिग्रस्त हो गए। टौंस, सौंग और सहस्रधारा नदियों का जलस्तर अचानक तेज़ी से बढ़ गया, जिससे आस-पास के इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए।
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, इस आपदा में अब तक कम से कम 15 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 16 लोग अभी भी लापता हैं। प्रशासन और राहत एजेंसियों ने युद्धस्तर पर रेस्क्यू अभियान चलाया, जिसके तहत करीब 1000 लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया है। कई इलाके जैसे देवभूमि इंस्टीट्यूट में फंसे 200 से अधिक छात्र-छात्राओं का भी SDRF टीम ने सफल रेस्क्यू किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर रहे हैं और प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
मौसम विभाग ने भी लगातार भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। देहरादून सहित उत्तराखंड के 13 में से 12 जिलों में येलो अलर्ट है और प्रशासन ने जनता से अपील की है कि वे अफवाहों से बचें और संवेदनशील क्षेत्रों में न जाएं।
संकट के इस समय में प्रशासन, पुलिस, NDRF एवं SDRF की टीमें राहत व बचाव कार्य में डटी हुई हैं। बिजली, पानी और यातायात जैसी बुनियादी सेवाएं बहाल करने के प्रयास हो रहे हैं। बाढ़ वाले क्षेत्रों में आम लोगों की सतर्कता और प्रशासन का सक्रिय सहयोग ही इस आपदा से उबरने में सबसे मददगार साबित होंगे।
हरिद्वार में भारी बारिश से जलभराव, गंगा का जलस्तर चेतावनी स्तर से ऊपर; तटवर्ती इलाकों में अलर्ट
Uttarakhand News 17Sep2025/sbkinews.in
उत्तराखंड के हरिद्वार में पिछले 24 घंटों में हुई भारी बारिश से शहर के निचले इलाकों में जलभराव की समस्या गंभीर हो गई है। भगत सिंह चौक और चंद्राचार्य चौक जैसे मुख्य यातायात बिंदुओं पर पानी भर जाने के कारण लोगों को आने-जाने में भारी परेशानी महसूस हो रही है। प्रशासन की टीम द्वारा पंपसेट से पानी निकासी का कार्य लगातार किया जा रहा है ताकि राहगीरों और वाहन चालकों को राहत मिल सके।
बारिश के कारण गंगा का जलस्तर भी चेतावनी स्तर को पार कर गया है। जिला प्रशासन ने गंगा के किनारे और घाटों पर अलर्ट जारी कर दिया है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। स्थानीय निवासियों और श्रद्धालुओं को गंगा घाटों से दूर रहने और जल के अत्यधिक प्रवाह में न उतरने की चेतावनी दी गई है।
मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक बारिश की संभावना बनी हुई है, जिसके मद्देनजर सतर्कता जरूरी है। नगर निगम और जल संस्थान की टीमें प्रभावित इलाकों में लगातार निगरानी और राहत कार्य में लगी हैं।
प्रशासन ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें और किसी आपात स्थिति की सूचना तुरंत दें, जिससे जनहानि को रोका जा सके और व्यवस्था सुचारू रखी जा सके।
उधम सिंह नगर में गन्ने के खेत में मिला नाबालिग का शव, दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका
Uttarakhand News 17Sep2025/sbkinews.in
उधम सिंह नगर जिले के जसपुर क्षेत्र में 14 वर्षीय एक लड़की का गन्ने के खेत में शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई है। पुलिस ने प्रारंभिक जांच में दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका जताई है, और पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, जिसकी रिपोर्ट का इंतजार है।
इस घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीण अस्पताल पहुंच गए और उन्होंने हत्यारों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग करते हुए अस्पताल में हंगामा किया। इसके बाद लोगों ने हाईवे जाम कर दिया, जिससे क्षेत्र में तनाव की स्थिति बनी हुई है। पुलिस ने भी इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है और गश्त तेज कर दी है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही किसी भी संदिग्ध की पहचान कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने क्षेत्र के निवासियों को झकझोर कर रख दिया है, साथ ही महिलाओं व बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
स्थानीय प्रशासन और पुलिस क्षेत्र में फैली चिंता को कम करने के लिए प्रयासरत हैं और प्रभावित परिवार को हरसंभव सहायता प्रदान कर रहे हैं।
यह घटना उधम सिंह नगर में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सरकार और प्रशासन के सामने चुनौती बन गई है। लोगों की उम्मीद बनी है कि आरोपी जल्द से जल्द सलाखों के पीछे होंगे और न्याय मिलेगा।
नैनीताल के बजून में भूस्खलन से तबाही, दो मंजिला मकान हुआ ध्वस्त; सात जानवर मलबे में दबे
Uttarakhand News 17Sep2025/sbkinews.in
नैनीताल के बजून गाँव में मंगलवार को भारी बारिश के चलते भूस्खलन की घटना हुई, जिसमें एक दो मंजिला मकान पूरी तरह से ध्वस्त हो गया और साथ ही उसमें रखे सात जानवर मलबे के नीचे दब गए। इस घटना ने स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई है।
ग्रामीणों ने पहले भी भूस्खलन की चेतावनी प्रशासन को दी थी, लेकिन सुरक्षा इंतजाम न होने के कारण इस बार मलबा आ गया। मकान गिरने के बाद तुरंत जिला प्रशासन ने मौके का निरीक्षण किया और प्रभावित परिवार को तत्काल ₹3.12 लाख रुपये की राहत राशि दी गई।
भूस्खलन के कारण मकान में रहने वाले लोग पहले ही सुरक्षित स्थानों पर चले गए थे, इसलिए किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। मकान मालिक भोपाल सिंह ने बताया कि उन्होंने कुछ वर्षों पूर्व यह मकान बनाया था जो अब पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है।
सरकार और जिला प्रशासन ने भूस्खलन रोकने के लिए समुचित कदम उठाने और संवेदनशील क्षेत्रों में सतर्क रहने का संदेश दिया है। इसके अलावा, सुरक्षा दीवारों के निर्माण और मलबा हटाने के कार्य एक्शन में हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें।
मौसम की अनिश्चितता के चलते ग्रामीण इलाकों में सतर्कता बढ़ा दी गई है। प्रशासन लगातार जनजीवन को सामान्य बनाने के लिए पर्यवेक्षण कर रहा है और ग्रामीणों की सुरक्षा को प्राथमिकता दे रहा है।
इस घटना से यह सचेत किया गया है कि नैनीताल जिले के कई क्षेत्र भूस्खलन के लिहाज से संवेदनशील हैं और समय-समय पर वहां विशेष ध्यान देना आवश्यक है।
उत्तराखंड में सांपों के विष निकालने के नियम होंगे कड़े, सुरक्षा व पारदर्शिता के लिए कदम
Uttarakhand News 17Sep2025/sbkinews.in
उत्तराखंड वन विभाग ने सर्प विष निकालने के लिए जारी लाइसेंस नियमों को कड़ा करने का फैसला लिया है। हरिद्वार में हुई अवैध सांप विष निकालने की घटना के बाद विभाग ने प्रशासनिक स्तर पर इस दिशा में सुधार करने की ठानी है।
अब सांपों से विष निकालने की अनुमति केवल वे प्रशिक्षित व्यक्ति ही प्राप्त कर सकेंगे जिनके पास वैध लाइसेंस हो। वन विभाग लाइसेंस शुल्क बढ़ाने के साथ-साथ सांपों को रखने की अवधि निर्धारित करेगा। इसके अलावा विभाग अधिकारी अब जवाबदेह होंगे कि किस अवधि में कितने सांप रखे गए और विष निकाला गया। इन आंकड़ों की पूरी पारदर्शिता जरूरी होगी।
हरिद्वार जिले के ग्राम बिशनपुर झरदा में संचालित एक इकाई का लाइसेंस दो वर्षों से नवीनीकृत नहीं होने के बावजूद अवैध रूप से काम जारी रहना प्रशासनिक चूक का सबूत माना गया। विभाग ने वहां से 86 जहरीले सांप जब्त किए थे, जिनमें कोबरा और रस्सल वाइपर प्रमुख थे। इन सांपों में से छह की मौत हो जाने पर इकाई को सील कर दिया गया है और संचालक के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई शुरू हुई है।
वन विभाग अब सख्त नियम लागू कर सांपों के संरक्षण के साथ-साथ अवैध गतिविधियों को रोकने की ओर कदम बढ़ा रहा है। जंगल से प्रतिबंधित प्रजाति के सांप पकड़े नहीं जाएंगे और विष संग्रहण केवल मंजूरी प्राप्त स्रोतों से ही किया जाएगा। सभी सांपों के लिए उचित वातावरण का प्रावधान अनिवार्य होगा।
यह कदम न केवल वन्यजीव संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि मानव जीवन की सुरक्षा और वैध व्यवसाय के संचालन के लिए भी आवश्यक माना जा रहा है। विभाग ने सभी संबंधित संस्थानों व व्यक्तियों को नियमों का पूर्ण पालन करने हेतु कहा है ताकि प्राकृतिक संसाधनों का सही उपयोग सुनिश्चित हो सके।
देहरादून-मसूरी मार्ग बाधित: पुल टूटने से बस सर्विस थमी, वैकल्पिक मार्ग से करें यात्रा
Uttarakhand News 17Sep2025/sbkinews.in
देहरादून के शिव मंदिर के पास पुल टूटने के कारण देहरादून-मसूरी मार्ग पूरी तरह से बाधित हो गया है, जिससे यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस वजह से परिवहन निगम की बस सेवाएं फिलहाल बंद कर दी गई हैं और जिन लोगों ने ऑनलाइन टिकट खरीदे थे, उनका रिफंड किया जा रहा है।
प्रशासन ने यात्रियों को सूचित किया है कि विकासनगर-यमुना पुल मार्ग के द्वारा मसूरी तक की यात्रा की जा सकती है। हालांकि यह वैकल्पिक मार्ग थोड़ा लंबा है और समय अधिक लग सकता है, लेकिन फिलहाल यातायात के लिए यह एकमात्र सुविधाजनक तरीका है।
स्थानीय प्रशासन और परिवहन विभाग पुल की मरम्मत के कार्य तेजी से शुरू करवा रहे हैं ताकि जल्द से जल्द मार्ग पुनः खोल सके। यात्रियों से अपील की गई है कि वे वैकल्पिक मार्ग का उपयोग करें और अचानक आने वाली भीड़ से बचने के लिए अग्रिम योजना बनाएं।
मसूरी की ओर जाने वाले पर्यटक और स्थानीय लोग फिलहाल वैकल्पिक मार्ग से ही सफर कर रहे हैं, और प्रशासन ने आवश्यक सुविधाएं तथा मार्ग पर सुरक्षा के इंतजाम किए हैं।
इस बीच, प्रशासन ने पुल टूटने के कारण यात्रियों एवं स्थानीय लोगों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है और दुर्घटना की संभावनाओं से बचाव हेतु सतर्कता बरती जा रही है।


