चंबा-ऋषिकेश हाईवे हेंवल नदी के उफान में बहा, जिलों में भारी तबाही
Uttarakhand News 18Sep2025/sbkinews.in
हेंवल नदी के उफान से चंबा-ऋषिकेश राष्ट्रीय राजमार्ग का हिस्सा बह जाने से यातायात बाधित हो गया है। लगातार हो रही भारी बारिश के कारण नदी में पानी का स्तर बढ़कर उफान पर पहुँच गया है, जिससे कई जगहों पर नुकसान हुआ है। खासकर चंबा क्षेत्र में नागणी पंपिंग योजना के पाइप बह जाने से जलापूर्ति ठप हो गई है, जिससे स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण वैकल्पिक रास्तों का उपयोग करने को मजबूर हैं।
उत्तराखंड में भारी बारिश की वजह से जनजीवन काफी प्रभावित हुआ है। ऋषिकेश में चंद्रभागा नदी का भी जलस्तर खतरे के निशान पर पहुंच गया है और नदी का पानी राष्ट्रीय राजमार्ग तक फैल गया है। इससे कई वाहन फंस गए और तीन लोग नदी में फंस गए थे जिन्हें एसडीआरएफ ने सुरक्षित बचा लिया। इसके अलावा मुनि की रेती क्षेत्र में सड़क पर मलबा आने से आवाजाही बाधित हो गई है, और कई वाहन फंसे हुए हैं।
हेंवल और सांग नदियों के रौद्र रूप के चलते टिहरी और आसपास क्षेत्रों में भी भारी नुकसान हुआ है। कई मकान बह गए तथा पुलिया और सडक़ें क्षतिग्रस्त हुई हैं। प्रशासन ने राहत एवं बचाव कार्य तेज कर दिए हैं और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने में जुटा है।
इस प्रकार, तेज वर्षा और नदियों के उफान के कारण चंबा-ऋषिकेश हाईवे समेत कई इलाकों में भारी जनहानि की आशंका बनी हुई है और प्रशासन ने जरूरी कदम उठाए हैं ताकि प्रभावित लोगों को मदद पहुंचाई जा सके।
अल्मोड़ा में साइबर ठगों की बढ़ती चालाकी, जागरूकता के बावजूद लोग हो रहे शिकार
Uttarakhand News 18Sep2025/sbkinews.in
अल्मोड़ा। साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहा है और यहां के लोग भी ठगों की नई-नई चालों का शिकार बन रहे हैं। पुलिस द्वारा लगातार जागरूकता अभियान चलाने के बावजूद ठग फर्जी तरीकों से लोगों को फंसा रहे हैं और अपराध में फंसाने का डर दिखाकर बड़ी रकम हड़प रहे हैं।
अल्मोड़ा पुलिस ने साइबर सिक्योरिटी अवेयरनेस ड्राइव शुरू की है, लेकिन इसके बाद भी एक माह के भीतर कई साइबर ठगी के मामले सामने आए हैं। ठग सोशल मीडिया से जानकारी जुटाकर अपने शिकार को फंसाने में सफल हो रहे हैं। हाल ही में एक युवक को विदेशी बनकर भारत घूमने का झांसा देकर 75 हजार रुपये की ठगी हुई, जबकि एक युवती को पड़ोसी के व्हाट्सएप नंबर हैक कर 16 हजार रुपये ठगे गए। ठग लोग पुलिस अधिकारी बनकर वीडियो कॉल पर डिजिटल अरेस्ट का डर दिखाकर पैसे निकाल रहे हैं।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जागरूकता और सतर्कता ही इस खतरे से बचाव का सबसे बड़ा उपाय है। किसी भी संदिग्ध कॉल या मैसेज पर तुरंत पुलिस से संपर्क करें। यदि किसी को भी किसी परिवादी की दिक्कत या फंसाने का कहा जाए तो सबसे पहले संबंधित व्यक्ति से संपर्क करना चाहिए ताकि ठगी से बचा जा सके।
अल्मोड़ा में इस वर्ष अब तक 462 साइबर ठगी की शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं, जिनमें से पुलिस ने 35 लाख रुपये से अधिक की रकम बरामद कराई है। जिले में साइबर अपराध से निपटने के लिए पुलिस सतर्कता बढ़ा रही है और लोगों को ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाने की कोशिशें जारी हैं।
अंत में कहा जा सकता है कि साइबर ठगों की चालाकी से बचने के लिए सक्रिय जागरूकता और त्वरित पुलिस संपर्क बेहद आवश्यक है।
पिंडरघाटी में बिजली समस्या से ठप पड़े पांच बीएसएनएल टावर, 10 हजार से अधिक उपभोक्ता प्रभावित
Uttarakhand News 18Sep2025/sbkinews.in
बागेश्वर। जिले की पिंडर घाटी में बीएसएनएल के पांच टावर बिजली की लगातार कटौती के कारण ठप पड़े हैं, जिससे करीब 10 हजार से अधिक लोगों को संचार सेवा में भयंकर परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जनरेटर की सुविधा न होने के कारण बीएसएनएल खुद भी इस समस्या को लेकर हाथ खड़े कर चुका है।
बताया गया है कि पिंडर घाटी के ग्रामीण क्षेत्र में लगातार बिजली बंद रहने के कारण मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट सेवा बाधित हो गई है। इससे लोगों का रोजमर्रा का काम और आपातकालीन संपर्क दोनों प्रभावित हो रहे हैं। क्षेत्र के ग्रामीण मोबाइल नेटवर्क की अनुपलब्धता को लेकर बीएसएनएल प्रबंधन और स्थानीय प्रशासन से मिली-जुली शिकायतें कर रहे हैं।
इस स्थिति में जिला पंचायत द्वारा नियुक्त कर्मचारी भी नेटवर्क सुचारू करने में असमर्थ साबित हुए हैं। इस समस्या के समाधान के लिए भाजपा विधायक कपकोट ने सुझाव दिया है कि बीएसएनएल टावरों को स्थानीय प्रशासन या अन्य सक्षम एजेंसियों को ट्रांसफर कर दिया जाए ताकि बेहतर प्रबंधन और बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके।
बीएसएनएल के टावरों की बिजली समस्या केवल पिंडर घाटी तक सीमित नहीं है, बल्कि कई अन्य ग्रामीण इलाकों में भी इस तरह की परेशानी देखी जा रही है। ग्रामीण इस समस्या के जल्द समाधान की उम्मीद कर रहे हैं ताकि वे निर्बाध सेवा का लाभ उठा सकें।
अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि बिजली की समस्या दूर करने और नेटवर्क सुधार के लिए काम किया जाएगा, लेकिन अभी तक कोई ठोस समाधान नहीं मिल पाया है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द सुधार नहीं हुआ तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करने को मजबूर होंगे। पिंडर घाटी में बिजली समस्या से पांच बीएसएनएल टावर ठप, 10 हजार से अधिक उपभोक्ता प्रभावित
काशीपुर में एआरटीओ की बड़ी कार्रवाई, 85 चालान और 15 वाहन सीज
Uttarakhand News 18Sep2025/sbkinews.in
काशीपुर। काशीपुर में एआरटीओ विभाग ने ओवरलोडिंग और बिना परिवहन परमिट वाले वाहनों के खिलाफ संयुक्त और सख्त अभियान चलाया। अभियान के तहत कुल 85 चालान किए गए और 15 वाहनों को सीज कर दिया गया।
प्रवर्तन टीम ने काशीपुर और जसपुर क्षेत्र में शिकायतों के आधार पर हाईवे और काशीपुर-मुरादाबाद रोड पर चेकिंग अभियान चलाया। इसका मुख्य फोकस ओवरलोड वाहनों और अनियमित चलने वालों पर था। मौके पर अधिकारियों ने कड़ी निगरानी रखी और नियमों का उल्लंघन करते पाए गए वाहन चालकों को तत्काल दंडित किया।
अधिकारीयों का कहना है कि बिना परमिट या ओवरलोड वाहनों को सड़क पर चलना न केवल यातायात व्यवस्था के लिए खतरा है, बल्कि यह सड़क दुर्घटनाओं का प्रमुख कारण भी बनता है। विभाग आगे भी निरंतर अभियान चलाकर इस काले कारोबार को रोकने का काम करेगा।
चालान और वाहन सीज करने की कार्रवाई से वाहन चालकों में हड़कंप मचा हुआ है। प्रशासन ने साफ कर दिया है कि नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
इस कार्रवाई से क्षेत्र में सड़क सुरक्षा में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है और लोग भी इसे लेकर एआरटीओ विभाग की सराहना कर रहे हैं।
बाजपुर में अवैध खनन रोकने गई माइनिंग टीम पर हमला, सुपरवाइजर घायल
Uttarakhand News 18Sep2025/sbkinews.in
बाजपुर। अवैध खनन रोकने गई माइनिंग टीम पर खनन माफियाओं ने जघन्य हमला कर दिया। टीम की गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए गए और एक सुपरवाइजर गंभीर रूप से घायल हो गया। आरोपियों ने जान से मारने की धमकी भी दी।
मिली जानकारी के अनुसार, माइनिंग टीम बाजपुर क्षेत्र में दो रेत से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली को पकड़ने गई थी, जब ट्रैक्टर चालकों ने इस पर गुस्सा जाहिर किया और टीम पर हमला बोल दिया। हमले में टीम के गाड़ियों के शीशे टूट गए और एक सदस्य घायल हुआ।
घटना के बाद आरोपी भाग निकले, लेकिन उनकी एक बाइक मौके पर छोड़ गई जो पुलिस ने जब्त कर ली है। घायल सुपरवाइजर का इलाज स्थानीय अस्पताल में चल रहा है।
माइनिंग विभाग के अधिकारी घटना की निन्दा करते हुए कहा कि अवैध खनन के खिलाफ ये कार्रवाई जारी रहेगी और टीम को किसी भी दबाव में नहीं आने दिया जाएगा। माफियाओं पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी ताकि क्षेत्र से खनन माफियाओं का सफाया किया जा सके।
इस घटनाक्रम से क्षेत्र में दहशत फैल गई है, लेकिन प्रशासन ने सभी पक्षों से शांत रहने और कानून का पालन करने की अपील की है। पुलिस ने हमले की जांच शुरू कर दी है और शीघ्र ही दोषियों को गिरफ्तार करने का दावा किया है।
देहरादून आपदा: 13 लोग अभी भी लापता, 24 शव बरामद, बचाव कार्य जारी
Uttarakhand News 18Sep2025/sbkinews.in
देहरादून। सोमवार रात हुई अतिवृष्टि के कारण बादल फटने और टोंस नदी में बाढ़ आने से प्रभावित इलाकों में बचाव और खोज अभियान जारी है। अब तक 24 मृतकों के शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि 13 लोग अभी भी लापता हैं।
जानकारी के मुताबिक, सहस्रधारा और कार्लीगाड में बादल फटने के कारण 11 लोग लापता हैं। इसके साथ ही प्रेमनगर क्षेत्र में टोंस नदी की तेज बहाव में दो लोग बेहोश हो गए हैं, जिनका अब तक पता नहीं चल सका है। बचाव दल लगातार इनके खोजबीन में जुटा है।
आपदा प्रभावित 168 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है जहां उन्हें मेडिकल सहायता और भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। कई संपर्क मार्ग आपदा की वजह से टूट चुके हैं, जिससे राहत कार्यों में रुकावट आ रही है।
प्रशासन ने राहत व बचाव कार्यों को प्राथमिकता देते हुए अतिरिक्त संसाधन तैनात किए हैं। स्थानीय प्रशासन एवं आपदा प्रबंधन टीम हर संभव मदद पहुंचाने के लिए पूरी तरह सक्रिय है।
स्थानीय लोगों को सतर्क रहने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है। इस अभूतपूर्व आपदा से प्रभावित सभी इलाकों में राहत संगठनों का काम जारी है और घर-घर सहायता पहुंचाने की कोशिशें की जा रही हैं।
आपदा की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार ने प्रभावित परिवारों को आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है और पुनर्वास के लिए योजना बनाई जा रही है।


