उत्तराखंड में सियार का आतंक: बुजुर्ग समेत छह लोग घायल, वन विभाग की टीम सियार की तलाश में जुटी

Uttarakhand News 19Oct2025/sbkinews.in
उत्तराखंड के रायवाला इलाके में जंगली सियार ने अपने हमलों से इलाके में आतंक मचा रखा है। शनिवार को होशियारी मंदिर मोहल्ले में एक महिला और प्रतीतनगर में एक बुजुर्ग व्यक्ति पर सियार ने हमला कर उन्हें घायल कर दिया। सियार खेतों के रास्ते तथा झाड़ियों में छिपकर राहगीरों पर हमला करता रहता है, जिससे इलाके के लोगों में दहशत बनी हुई है।
वन विभाग की टीम लगातार सियार को पकड़ने के प्रयास में लगी है, लेकिन जंगली सियार की पहचान करना और पकड़ पाना मुश्किल साबित हो रहा है। वन अधिकारियों ने गांव वालों को सतर्क रहने और सियार से बचाव के लिए लाठी या अन्य हथियार रखने की सलाह दी है। उन्होंने यह भी कहा कि अनुचित तरीके से जंगली जानवरों को परेशान नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि इससे वे आक्रामक हो जाते हैं।
इस क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों में जंगली सियार के हमलों की संख्या बढ़ी है, जिससे लोगों की सुरक्षा को खतरा है। स्थानीय निवासी खेतों में काम करने से भी डर रहे हैं। वन विभाग ने आसपास के इलाकों में व्यापक गश्त बढ़ा दी है और ड्रोन कैमरों और ट्रैप्स के जरिए जानवर की मौजूदगी पर नजर रखी जा रही है।
जंगली सियार के हमलों से बचाव के लिए वन प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है ताकि लोग सावधानी बरतें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत वन विभाग को सूचित करें।
उत्तराखंड के ग्रामीण इलाकों में वन्यजीवों के साथ तालमेल बैठाना और उनके संरक्षण के साथ-साथ मनुष्य और जानवरों के बीच संघर्ष को कम करना चुनौती बना हुआ है।
उत्तराखंड में दर्दनाक सड़क हादसा: दिवाली मनाने जा रहे मजदूरों से भरी ट्रैक्टर-ट्राली को पिकअप ने मारी टक्कर, 4 की मौत, 3 गंभीर रूप से घायल

Uttarakhand News 19Oct2025/sbkinews.in
उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले के नानकमत्ता इलाके में शनिवार सुबह एक भयानक सड़क हादसा हुआ, जिसमें एक पिकअप ट्रक ने सामने से आ रही ट्रैक्टर-ट्राली को टक्कर मार दी। इस भीषण टक्कर में उत्तर प्रदेश के संभल जिले के चार मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई है, जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी मजदूर दिवाली बिताने के लिए अपने घरों को लौट रहे थे।
घटना खटीमा-ननकाना साहिब रोड पर नानकसागर डैम के पास हुई। टक्कर इतनी तेज थी कि ट्रैक्टर ट्राली पलट गई और सवार लोग नीचे दब गए। हादसे की सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस और 108 एंबुलेंस सेवा तत्काल मौके पर पहुंचे और घायल मजदूरों को खटीमा उपजिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। गंभीर स्थिति के चलते कुछ घायलों को हल्द्वानी के उच्च केंद्रों में रेफर किया गया, जहां कुछ की इलाज के दौरान मौत हो गई।
मृतकों की पहचान गुरुमुख (17), शीशपाल (22), जयवीर (31) और ठेकेदार अखिलेश के रूप में हुई है। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में तेज रफ्तार और लापरवाही को हादसे का कारण माना जा रहा है।
इस हादसे ने दिवाली की खुशियों को मातम में बदल दिया है और आसपास के क्षेत्रों में शोक की लहर दौड़ गई है। प्रशासन ने हादसे के दुख में परिवारों के साथ संवेदनाएं व्यक्त की हैं।
उत्तराखंड रोडवेज का दिवाली तोहफा: दिल्ली, बरेली, हल्द्वानी सहित इन रूटों पर बढ़ाई गई अतिरिक्त बसें, यात्रियों की सुविधा में वृद्धि

Uttarakhand News 19Oct2025/sbkinews.in
उत्तराखंड रोडवेज ने दिवाली पर्व के मद्देनज़र यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए दिल्ली, बरेली, हल्द्वानी, मुरादाबाद और आगरा जैसे प्रमुख रूटों पर अतिरिक्त बसों का संचालन शुरू किया है। देहरादून के आईएसबीटी में यात्रियों की भारी भीड़ देखी गई, खासकर हल्द्वानी और बरेली काउंटर पर लंबा इंतजार करना पड़ा। इस अवसर पर रोडवेज ने अतिरिक्त दस बसें रिजर्व रखी हैं, जिन्हें आवश्यकतानुसार चलाया जाएगा ताकि यात्रियों को सुविधा एवं राहत मिल सके।
दिल्ली रूट पर अब 22 वॉल्वो और छह साधारण बसें चल रही हैं, जबकि हल्द्वानी के लिए सात बसों की सेवा प्रदान की जा रही है। मुरादाबाद व आगरा मार्ग पर भी अतिरिक्त बसें चलाई गई हैं। सामान्य दिनों में इन रूटों पर कुल 62 बसें चलती थीं, जो दिवाली के मौके पर बढ़ाई गई हैं।
रोडवेज प्रशासन ने यह भी निर्देश जारी किए हैं कि डिपो के सभी परिचालक और स्टाफ ड्राइविंग नियमों का सख्त पालन करें और यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोपरि रखें। साथ ही बस अड्डों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त कर्मचारी तैनात किए गए हैं।
परिवहन निगम ने यात्रियों से आग्रह किया है कि वे अपनी सीटें पहले से बुक कर लें ताकि त्योहार के दौरान किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
इस बढ़ाई गई बस सेवा से उत्तराखंड वासी अपने घरों को सुरक्षित और आरामदायक तरीके से पहुंच सकेंगे, जिससे दिवाली पर्व की खुशियां बढ़ेंगी।
उत्तराखंड में बढ़ा प्रदूषण, 674 सरकारी वाहनों को चिह्नित कर जल्द स्क्रैप करने की तैयारी

Uttarakhand News 19Oct2025/sbkinews.in
उत्तराखंड सरकार ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए 15 साल पुराने सरकारी वाहनों को हटाने की योजना बनायी है। राज्य में कुल 674 ऐसे वाहन चिह्नित किए गए हैं, जिनके संचालन को लेकर चिंता जाहिर की गई है। केन्द्र सरकार ने भी इस प्रक्रिया को तेज करने के निर्देश दिए हैं। हालांकि अब तक केवल 46 वाहन स्क्रैप किए गए हैं, जिससे विभागों की सुस्ती का मामला सामने आया है।
नयी स्क्रैप नीति के तहत 15 साल से अधिक पुराने वाहनों को चलन से बाहर कर कबाड़ घोषित किया जाएगा। इसके साथ ही पुराने वाहनों के मालिकों को नए वाहन खरीदने पर कर में छूट भी दी जाएगी, जो प्रदूषण में कमी लाने का उपाय है। निजी वाहनों पर भी स्क्रैप की छूट लागू होगी।
परिवहन विभाग ने विभिन्न सरकारी विभागों को नोटिस जारी कर पुराने वाहनों को स्क्रैप करने के निर्देश दिए हैं। यदि वाहन स्क्रैप नहीं किया गया तो उनका रजिस्ट्रेशन निरस्त किया जाएगा, जिससे वे सड़कों पर प्रदूषण फैलाने वाले वाहन नहीं रहेंगे। इससे वायु गुणवत्ता में सुधार और सार्वजनिक स्वास्थ्य में वृद्धि की उम्मीद है।
हालांकि सरकारी विभागों में लगाई गई सुस्ती के कारण अभी भी बड़ी संख्या में रजिस्टर्ड वाहन 15 साल की अवधि पार कर चले आ रहे हैं। विभाग इस प्रक्रिया को सफल बनाने के लिए समय सीमा भी निर्धारित कर चुका है।
स्क्रैपिंग केंद्रों की स्थापना के साथ-साथ विभाग पुराने वाहनों की लिस्ट और नीलामी की प्रक्रिया में भी सुधार कर रहा है। सभी वाहन मालिकों और विभागों से अपील की गई है कि वे पर्यावरण संरक्षण के लिए इस पहल में सक्रिय भूमिका निभाएं।
उत्तराखंड में दीपावली पर 500 टन रोजाना कचरा बढ़ा, कचरा निस्तारण प्लांट हो रहे हैं हांफने लगे

Uttarakhand News 19Oct2025/sbkinews.in
उत्तराखंड में दीपावली के त्योहार के दौरान प्रतिदिन कचरे की मात्रा में लगभग 500 टन की वृद्धि दर्ज की गई है, जिससे कचरा निस्तारण प्लांटों पर दबाव बढ़ गया है। नगर निकायों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अतिरिक्त कर्मचारियों और संसाधनों की मदद से कचरा निस्तारण की प्रक्रिया को सुचारू बनाए रखें, ताकि त्योहार के दौरान शहरों में स्वच्छता बनी रहे।
प्रदेश के प्रमुख शहरों में सजावट की सामग्री, मिठाई के पैकेट, और पटाखों के कारण ठोस कचरा बढ़ जाता है जिसे नियमित तरीके से निस्तारित करना चुनौतीपूर्ण हो रहा है। अधिकांश ठोस कचरा में गीला और सूखा हिस्सा उचित ढंग से अलग नहीं किया जाता, जिससे मैनेजमेंट में समस्या बढ़ती है। कचरा प्रबंधन विभाग ने 24 घंटे कचरा उठाने का अभियान चलाया है और अवशिष्ट कचरे को कम करने के लिए विशेष प्रयास कर रहा है।
नगर निकायों की टीम साफ-सफाई जारी रखे हुए है और त्योहार के दौरान कचरे की त्वरित निकासी सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त वाहन लगाए गए हैं। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे कचरे का उचित निकास करें और पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने में सहयोग दें।
उत्तराखंड सरकार इस समय कचरा मैनेजमेंट सिस्टम में सुधार के लिए तकनीकी और मानव संसाधन दोनों का विस्तार कर रही है ताकि आने वाले वर्षों में पर्यावरणीय सफाई बेहतर हो सके।


