हरिद्वार अर्धकुंभ 2027 के लिए 1,110 नई बसों की जरूरत, परिवहन निगम ने मांगे 665 करोड़ रुपये
Uttarakhand News 24Sep2025/sbkinews.in
हरिद्वार में 2027 में होने वाले अर्धकुंभ मेले की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। इस विशाल आयोजन के लिए परिवहन निगम ने 1,110 नई बसों की आवश्यकता जताई है और इसके लिए 665 करोड़ रुपये का बजट मांगा है। रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को यह मांग पत्र के रूप में सौंपा है।
परिषद ने कहा है कि सरकार को तीर्थयात्रियों के लिए सुरक्षित, सुविधाजनक और पर्यावरण के अनुकूल परिवहन व्यवस्था सुनिश्चित करनी होगी। विशेष रूप से इलेक्ट्रिक बसों और बीएस-6 मानकों वाली बसों की खरीद पर जोर दिया गया है।
परिवहन निगम ने बताया कि पुरानी बसें 2016 और 2019 में खरीदी गईं थीं और वर्ष 2027 तक उनका उपयोग सीमित हो जाएगा। इसके अलावा निजी वाहनों की बढ़ती संख्या से निगम को राजस्व घाटा भी हो रहा है, इसलिए नई बसों की जरूरत महसूस हो रही है।
अर्धकुंभ मेले में हरिद्वार में लगभग 8 से 10 करोड़ श्रद्धालु आने की संभावना है, जिसके चलते परिवहन की व्यवस्था को दुरुस्त करना अनिवार्य है। निगम ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि वह शीघ्र बजट स्वीकृत कर जाए ताकि समय पर बसों की खरीद एवं संचालन शुरू किया जा सके।
यह पहल श्रद्धालुओं को बेहतर सेवा प्रदान करने, सफर को आसान करने और मेले को सुरक्षित एवं व्यवस्थित बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
देहरादून में छात्र संघ चुनाव के दौरान बाइक रैली में बुलेट से पटाखे फोड़ने पर एसएसपी की सख्त कार्रवाई
Uttarakhand News 24Sep2025/sbkinews.in
देहरादून में छात्र संघ चुनाव के चलते छात्र नेताओं ने बाइक रैली निकाली। इस दौरान कुछ छात्रों ने एसएसपी कप्तान अजय सिंह के बंगले के सामने बुलेट बाइक से पटाखे फोड़ने की घटना को अंजाम दिया। घटना के बाद एसएसपी ने तुरंत कदम उठाते हुए पटाखे फोड़ने वाले छात्रों की बाइक सीज कराई और सख्त कार्रवाई की।
एसएसपी अजय सिंह खुद मामला देखने के लिए डीएवी कॉलेज पहुंचे और छात्रों से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि छात्र संगठन चुनाव के दौरान लोकतांत्रिक तरीके से ही अपनी बात रखें और कानून हाथ में न लें।
इस कार्रवाई के बाद छात्रों में सख्त चेतावनी बनी और पुलिस ने सभी पक्षों से संयम बरतने को कहा। क्षेत्रीय पुलिस ने भी स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त जवान तैनात किए हैं।
छात्र राजनीति में जोश और उत्साह के बीच कानून व्यवस्था बनाए रखना प्रशासन के लिए प्राथमिकता बना हुआ है। डीएवी कॉलेज समेत अन्य महाविद्यालयों में छात्र संघ चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से कराने के लिए सभी को जिम्मेदारी निभानी होगी।
हल्द्वानी पेपर लीक कांड: 400 रुपये दिहाड़ी पर बायोमेट्रिक और जैमर लगाने वाले कर्मी, सिस्टम पर उठे सवाल
Uttarakhand News 24Sep2025/sbkinews.in
हल्द्वानी में हुए पेपर लीक मामले ने सिस्टम की खामी को उजागर कर दिया है। इस मामले में बायोमेट्रिक और जैमर लगाने वाले कर्मियों को मात्र 400 रुपये दिहाड़ी पर रखा गया था, जिससे सुरक्षा व्यवस्था कमजोर साबित हुई। जबकि सरकार ने नकल विरोधी कानून बनाए, लेकिन आवश्यक संसाधनों की कमी सामने आई।
सरकारी अधिकारियों की मिलीभगत और कर्मचारियों की सस्ती तैनाती के कारण पेपर लीक की घटना हुई। जांच में यह भी सामने आया है कि कई परीक्षा केन्द्रों में जैमर सही तरीके से नहीं लगाए गए, जिससे नकल होने का खतरा बना रहा।
पुलिस ने मुख्य आरोपी खालिद मलिक को गिरफ्तार किया है, जिसने परीक्षा केंद्र से पेपर के स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल किए थे। खालिद के कई भी संदिग्ध कनेक्शन पाए गए हैं और जांच जारी है।
युवाओं ने इस मामले को लेकर पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन किए और सरकार से पारदर्शी जांच तथा सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी के इस दौर में परीक्षा व्यवस्था में इस तरह की लापरवाही से युवाओं के भविष्य को बड़ा झटका लगा है।
बायोमेट्रिक और जैमर कर्मियों की बेहद कम मजदूरी और उनके खराब प्रशिक्षण ने इस समस्या को और बढ़ावा दिया। विशेषज्ञों ने सुझाव दिया है कि परीक्षा सुरक्षा के लिए बेहतर संसाधन और कर्मियों की भर्ती जरूरी है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं रोकी जा सकें।
उत्तराखंड सरकार ने ग्लेशियर झीलों की निगरानी के लिए वाडिया हिमालय भू-विज्ञान संस्थान की जिम्मेदारी दी, 13 झीलों में लगेंगे सेंसर
Uttarakhand News 24Sep2025/sbkinews.in
उत्तराखंड सरकार ने हिमालयी क्षेत्र की संवेदनशील ग्लेशियर झीलों से संभावित खतरे को देखते हुए निगरानी बढ़ाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (एनडीएमए) के सहयोग से उत्तराखंड में 13 खतरनाक ग्लेशियर झीलों की पहचान की गई है, जिनमें से छह झीलों में सेंसर लगाकर उनकी सतत मॉनिटरिंग की जाएगी।
इस कार्य के लिए वाडिया हिमालय भू-विज्ञान संस्थान को जिम्मेदारी सौंपी गई है। संस्थान प्रमुख सचिव आनंद बर्द्धन के निर्देशानुसार पहले छह झीलों पर परीक्षण चालू किया जाएगा। इससे भूस्खलन और झील फटने जैसी आपदाओं की पूर्व सूचना प्रदान करना संभव होगा, जिससे समय रहते प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सकेगा।
मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने भूस्खलन संभावित क्षेत्रों का पूर्वानुमान मॉडल विकसित करने पर भी जोर दिया है। यह मॉडल आपदा प्रबंधन को और अधिक प्रभावी बनाएगा।
यह पहल 2013 में आई केदारनाथ जलप्रलय जैसी त्रासदियों से सीख लेकर की जा रही है, जिसमें चौराबाड़ी ग्लेशियर की झील फटने से भारी तबाही हुई थी।
उत्तराखंड में कुल 1266 ग्लेशियर झीलें हैं, जिनमें से 13 को उच्च जोखिम वाली श्रेणी में रखा गया है। इस नई निगरानी व्यवस्था से क्षेत्र की सुरक्षा में महत्वपूर्ण सुधार होगा।
देहरादून के प्रेमनगर में भाई ने बहन की हत्या, हाथ-पैर बांधकर की हत्या, किराएदार गिरफ्तार
Uttarakhand News 24Sep2025/sbkinews.in
देहरादून के प्रेमनगर इलाके में एक जघन्य हत्या का मामला सामने आया है जिसमें एक भाई ने नशे की हालत में अपने विवाद के बाद बहन की बेरहमी से हत्या कर दी। उसने बहन के हाथ-पैर बांधकर उसे मारपीट की और मौत के घाट उतार दिया।
हत्या के बाद भाई ने बहन के शव को बोरे में बंद करके चाय बागान के जंगलों में फेंक दिया। पुलिस ने घटना की जांच के दौरान भाई विशाल को मुख्य आरोपी बताया है जो हत्या के बाद से फरार है। घटनास्थल से जुड़े किराएदार राजा को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिसने पुलिस को बताया कि उसने विशाल के साथ मिलकर शव को ठिकाने लगाया था।
युवती की पहचान विशाखा के तौर पर हुई है, जो पॉलिटेक्निक में पढ़ाई कर रही थी। परिवार के ममेरे भाई रोहित ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि विशाखा का भाई नशे का आदी था और दोनों के बीच अक्सर विवाद होता था।
मृतका की मां अस्पताल में ऑपरेशन के बाद कमजोर हालत में हैं और परिवार इस घटना से बुरी तरह टूट चुका है। पिता लकवाग्रस्त हैं और परिवार के बाकी सदस्य बेहद परेशान हैं।
पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है और फरार आरोपी की तलाश में छापेमारी कर रही है। इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गई है और स्थानीय लोग न्याय की मांग कर रहे हैं।
देहरादून में बादल फटने से 211 करोड़ रुपये का नुकसान, 13 पुल भी तबाह
Uttarakhand News 24Sep2025/sbkinews.in
15 और 16 सितंबर की रात हुई भीषण बारिश और बादल फटने की वजह से देहरादून जिले को लगभग 211 करोड़ रुपये से अधिक का भारी नुकसान हुआ है। इस तबाही में सिंचाई विभाग समेत अनेक अन्य विभागों को भी गंभीर क्षति पहुंची है। जिले में 13 पुल टूट गए, जिससे कई इलाकों की संपर्क व्यवस्था प्रभावित हो गई है।
जिलाधिकारी सविन बंसल ने प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर तुरंत राहत और पुनर्स्थापन कार्यों के लिए उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। उन्होंने सभी विभागों को तुरंत प्रभावित परिवारों को मुआवजा देने और क्षतिग्रस्त संरचनाओं की पुनर्बहाली करने के निर्देश दिए।
खासकर सिंचाई विभाग को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है, इसके अलावा लोक निर्माण विभाग, पेयजल निगम, जल संस्थान, विद्युत विभाग, ग्रामीण विकास, शिक्षा, और कृषि विभागों को भी करोड़ों रुपये की क्षति हुई है। प्रशासन ने संपर्क विहीन क्षेत्रों को जोड़ने के लिए युद्धस्तर पर काम शुरू कर दिया है।
जिलाधिकारी ने कहा कि बजट का इंतजार किए बिना तत्काल कार्यवाही जरूरी है और प्रभावी राहत कार्यों के लिए सभी क्षेत्रीय अधिकारियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है।
इस भीषण प्राकृतिक आपदा से अब तक 31 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि कई लोग अभी भी लापता हैं। प्रशासन लगातार राहत और बचाव कार्यों में जुटा हुआ है।


