नैनीताल हाईकोर्ट ने स्थापना दिवस समारोह रद्द किया, आपदा पीड़ितों के लिए डेढ़ करोड़ राहत कोष में दान
Uttarakhand News 26Sep2025/sbkinews.in
sbkinews.in संवाददाता, नैनीताल। नैनीताल हाईकोर्ट ने राज्य स्थापना दिवस के भव्य समारोह को रद्द कर दिया है और शासन द्वारा आवंटित डेढ़ करोड़ रुपये की धनराशि को आपदा प्रभावितों की सहायता हेतु मुख्यमंत्री राहत कोष में दान करने का ऐतिहासिक फैसला लिया है। चीफ जस्टिस के आदेश पर रजिस्ट्रार जनरल ने इसका औपचारिक नोटिफिकेशन जारी कर दिया है।
हाईकोर्ट के इस निर्णय के अनुसार, राज्य स्थापना दिवस को सादगी से मनाने का निर्देश भी दिया गया है। साथ ही, कोर्ट ने न्यायिक अधिकारियों समेत सभी कर्मचारियों से एक दिन के मूल वेतन का मुख्यमंत्री राहत कोष में योगदान देने का आह्वान किया है।
यह कदम राज्य में हाल ही में आई प्राकृतिक आपदाओं की विपत्तियों को देखते हुए उठाया गया है, जिससे कई परिवार आर्थिक और सामाजिक रूप से प्रभावित हुए हैं। कोर्ट ने राज्य सरकार से भी अनुरोध किया है कि वह उक्त राशि को राहत एवं पुनर्वास कार्यों में उपयोग करे।
नैनीताल हाईकोर्ट की स्थापना की रजत जयंती समारोह का प्रस्ताव भी वापस ले लिया गया है, जिससे बची हुई राशि भी राहत कार्यों में योगदान के लिए समर्पित रहेगी।
यह निर्णय न्यायपालिका की सामाजिक जिम्मेदारी और सूक्ष्म संवेदनशीलता का उदाहरण है, जो संकट के इस दौर में प्रभावितों के लिए सहारा बनने का प्रयास करती है।
नैनीताल-अल्मोड़ा रिवर ब्रिज में आई दरार, पुल की नींव धंसने लगी, तकनीकी टीम ने किया निरीक्षण
Uttarakhand News 26Sep2025/sbkinews.in
sbkinews.in संवाददाता, अल्मोड़ा। नैनीताल-अल्मोड़ा मार्ग पर क्वारब के पास सुयाल नदी पर बना जीवन रेखा रिवर ब्रिज खतरे में है। पुल की नींव में दरारों के कारण एक हिस्सा धंसने लगा है, जिससे पुल पर गंभीर संकट मंडराने लगा है।
एनएच खंड नैनीताल की तकनीकी टीम मौके पर पहुंच कर पुल का निरीक्षण कर रही है। टीम ने पाया कि पुल के एबेटमेंट और विंग वाल की सुरक्षा परत हट गई है, जिससे इमारती ढांचे की मजबूती कमजोर हो गई है।
क्वारब की पहाड़ियों में लगातार दरारें आ रही हैं, जिसके कारण पुल पर दबाव बढ़ रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर जल्द कार्यवाही नहीं की गई तो यह पुल पूरी तरह से असुरक्षित हो सकता है।
राष्ट्रीय राजमार्ग 109 पर क्वारब डेंजर जोन की पहाड़ी खतरे के संकेत दे रही है, पहले भी इस क्षेत्र में भू-धंसाव की घटनाएं होती आई हैं। इस पुल की मरम्मत और सुरक्षा के लिए आगे के कदम उठाए जाएंगे।
स्थानीय लोग और वाहन चालक इस पुल के सिक्योरिटी को लेकर चिंतित हैं क्योंकि यह नैनीताल, अल्मोड़ा, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों को जोड़ने वाला महत्वपूर्ण मार्ग है।
एनएच खंड के अधिकारियों ने बताया कि आने वाले समय में सुरक्षा के लिए आवश्यक कार्य शुरू किए जाएंगे ताकि आवागमन सुरक्षित और निर्बाध हो सके।
देहरादून-नैनीताल हाईवे पर हादसा: दो युवकों को वाहन ने मारी टक्कर, एक की मौत
Uttarakhand News 26Sep2025/sbkinews.in
sbkinews.in संवाददाता, देहरादून। देहरादून-नैनीताल राष्ट्रीय राजमार्ग के ग्राम मोहनपुर के पास दो युवकों को सड़क पर तेज गति से आ रहे वाहन ने टक्कर मार दी। इस हादसे में एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया।
हादसे में जान गंाने वाले खुशीराम अपने परिवार में चार बहनों के इकलौते भाई थे। वह गाँव में खेतीबाड़ी कर परिवार का पालन-पोषण करता था। घायल युवक को इलाज के लिए जिला मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से उसे बेहतर इलाज के लिए विवेक हॉस्पिटल ले जाया गया।
पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गई है और आरोपी वाहन चालक की खोज जारी है, जो हादसे के बाद फरार हो गया। स्थानीय लोग इस दुर्घटना से गहरे सदमे में हैं और प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
इस हादसे ने सड़क सुरक्षा के महत्व को फिर से उजागर किया है, खासकर ऐसे हाईवे पर जहां पैदल चलने वालों और वाहनधारकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है।
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करें और ऐसे मामलों में पुलिस को तुरंत सूचना दें ताकि समय रहते हादसों को रोका जा सके।
यूकेएसएससी भर्ती परीक्षा पेपर लीक के विरोध में पिथौरागढ़ में बेरोजगारों का प्रदर्शन, सीबीआई जांच की मांग
Uttarakhand News 26Sep2025/sbkinews.in
sbkinews.in संवाददाता, पिथौरागढ़। यूकेएसएससी भर्ती परीक्षा पेपर लीक होने के विरोध में पिथौरागढ़ के बेरोजगार युवाओं ने जोरदार प्रदर्शन किया। युवाओं ने परीक्षा रद्द करके सीबीआई जांच कराने की मांग उठाई, जिसे कांग्रेस समेत कई अन्य संगठनों का समर्थन भी मिला।
बेरोजगार संघ के नेतृत्व में युवाओं ने रामलीला मैदान से सिमलगैर बाजार, गांधी चौक, केमू स्टेशन, टकाना होते हुए कलक्ट्रेट तक जुलूस निकाल कर नारेबाजी की। प्रदर्शन में शामिल युवाओं ने कहा कि वे कठिन मेहनत कर अपने भविष्य को संवारने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन पेपर लीक जैसी व्यवस्था के चलते उनके सपनों पर पानी फिर रहा है।
युवाओं ने सरकार से अपील की है कि वह परीक्षा को जल्द से जल्द रद्द कर दो माह के भीतर इसका नया आयोजन करे। साथ ही आयोग में नए कर्मचारियों की नियुक्ति की जाए और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो।
पिथौरागढ़ में यह तेज प्रदर्शन राज्य के अन्य हिस्सों जैसे देहरादून, हल्द्वानी, अल्मोड़ा आदि में जारी विरोध प्रदर्शनों के बीच आया है, जहां भी युवाओं ने भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के खिलाफ आवाज उठाई है।
सरकार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत जांच के आदेश दिए हैं। अधिकारियों ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होगी।
प्रदर्शनकारी युवाओं ने कहा कि वे तब तक शांत नहीं होंगे जब तक भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता और न्याय सुनिश्चित नहीं हो जाता।
चमोली आपदा: मोक्ष गदेरे में मिला बुजुर्ग गुमान सिंह का शव, सभी नौ लापता व्यक्तियों के शव बरामद
Uttarakhand News 26Sep2025/sbkinews.in
sbkinews.in संवाददाता, चमोली। चमोली जिले के नंदानगर घाट क्षेत्र में 17 सितंबर को बादल फटने से हुए भारी तबाही के बाद लापता सभी नौ व्यक्तियों के शव बरामद कर लिए गए हैं। अंतिम लापता व्यक्ति 75 वर्षीय गुमान सिंह का शव मोक्ष गदेरे में मिला है।
बादल फटने के कारण कुंतरी लगा फाली, सरपाणी और धुर्मा गांव में घर व खेतों को भारी नुकसान पहुंचा था। प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस व ग्रामीणों ने मिलकर लगातार सर्च अभियान चलाया। इससे पहले ममता देवी सहित सात शव बरामद किए जा चुके थे।
गुमान सिंह के शव की पहचान उनके घरवालों ने कर दी है। शव भारी लकड़ी के ढेर के बीच फंसा मिला, जिसे मशीन की मदद से निकाला गया। अधिकारियों ने बताया कि मोक्ष गदेरे के साथ नंदाकिनी नदी में भी गुमान सिंह की तलाश के लिए अभियान जारी था।
जिलाधिकारी डॉ. अभिषेक त्रिपाठी ने कहा कि प्रशासन प्रभावित परिवारों को राहत एवं आवश्यक मदद के लिए तत्पर है। राहत कार्य अभी भी जारी है, साथ ही मलबा हटाने का काम भी तेजी से चल रहा है।
यह आपदा क्षेत्र के लिए टक्कर साबित हुई है, जहां कई परिवारों को अपने आशियाने और जानमाल का भारी नुकसान हुआ है। बचाव दलों की मेहनत से अब आपदा प्रभावितों को कुछ राहत मिली है।
UKSSSC पेपर लीक: मुख्य आरोपी खालिद की संपत्ति पर प्रशासन ने चलाया बुलडोजर, दो बहनों की शादी टूटने की चर्चाएं
Uttarakhand News 26Sep2025/sbkinews.in
sbkinews.in संवाददाता, हरिद्वार। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपित खालिद मलिक की लोक निर्माण विभाग की जमीन पर बनी दुकानों को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया। यह कार्रवाई पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टीम ने हरिद्वार के लक्सर स्थित सुल्तानपुर कस्बे में गुरुवार को की।
एसडीएम सौरभ असवाल और एसपी देहात शेखर सुयाल के नेतृत्व में हुई इस कार्रवाई में खालिद और उसके परिवार द्वारा की गई अवैध अतिक्रमण को हटाया गया। एरिया में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। खालिद के खिलाफ न केवल पेपर लीक की जांच जारी है बल्कि पूंजी और अतिक्रमण से जुड़े मामलों में भी कार्यवाही की जा रही है।
यहीं नहीं, खालिद की करतूतों के कारण उसके परिवार को बड़ा धक्का लगा है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार खालिद के नकल के आरोप ने परिवार की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाई है और उसकी दो बहनों की शादी टूटने की अफवाहें भी जोरों पर हैं। सामाज में खालिद के खिलाफ नाराजगी फैली हुई है।
इस मामले में उत्तराखंड सरकार ने नकल जिहाद को बख्शने के मूड में नहीं हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि भर्ती परीक्षाओं में पारदर्शिता सुनिश्चित की जाएगी और जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
अतिरिक्त पुलिस और राजस्व विभाग की टीम मामले की जांच, आरोपी की संपत्ति और परिवार की स्थिति की समीक्षा कर रही है ताकि क़ानून का राज कायम रखा जा सके।


