उत्तराखंड के बिजली उपभोक्ताओं पर सितंबर में फिर महंगाई का झटका, अतिरिक्त सरचार्ज लागू

Uttarakhand News 6Sep2025
देहरादून। उत्तराखंड के बिजली उपभोक्ताओं को सितंबर माह में फिर से महंगी बिजली के बिलों का सामना करना पड़ेगा। राज्य ऊर्जा निगम ने नई दरें जारी की हैं जो 1 सितंबर से घरेलू और वाणिज्यिक उपभोक्ताओं को 22 से 31 पैसे प्रति यूनिट की दर से बिजली की कीमतों में वृद्धि का सामना करना पड़ेगा, जिससे बिजली के बिल बढ़ जाएंगे और पूरे क्षेत्र में घरेलू बजट पर असर पड़ेगा।
ऊर्जा निगम के प्रबंध निदेशक अनिल कुमार ने बताया कि यह सरचार्ज विद्युत क्रय लागत के आधार पर निर्धारित किया जा रहा है। अगर किसी माह में विद्युत खरीद लागत अनुमोदित दर से अधिक होती है तो उपभोक्ताओं के बिलों में यह अतिरिक्त शुल्क जोड़ा जाता है। वहीं, अगर लागत कम होती है तो कुछ छूट भी दी जाती है।
आधिकारिक सूचना के अनुसार, घरेलू उपभोक्ताओं के लिए यह अतिरिक्त सरचार्ज 0.08 से लेकर 0.22 रुपये प्रति यूनिट तक रहेगा, जबकि गैर-घरेलू उपभोक्ताओं पर यह 0.31 रुपये तक हो सकता है। इसके अलावा सरकारी उपक्रमों और निजी ट्यूबवेल मालिकों पर भी यह शुल्क लागू होगा।
पिछले दो महीनों में बिजली बिलों में बढ़ोतरी से उपभोक्ताओं की जेब पर भारी बोझ पड़ा है। निगम ने लगातार बदलती ऊर्जा लागत को बिलों में प्रतिबिंबित करने के लिए यह गाइडलाइन लागू की है।
उपभोक्ताओं से अपील की गई है कि वे बिजली का संयमित उपयोग करें और एयर कंडीशनर, हीटर जैसे उपकरणों का विवेकपूर्ण इस्तेमाल करें ताकि बिजली की खपत संतुलित रहे और बिलों में कटौती हो सके।
बदरीनाथ धाम यात्रा मौसम साफ होने के बाद शनिवार से पुनः शुरू

Uttarakhand News 6Sep2025
उत्तराखंड के चमोली जिले में मानसून की भारी बारिश के कारण पांच दिनों से रुकी हेमकुंड और बदरीनाथ धाम की यात्रा अब पुनः शुरू हो गई है। मौसम में सुधार होते ही प्रशासन ने यात्रियों को सुरक्षित रूप से बदरीनाथ भेजना शुरू कर दिया है। वहीं, हेमकुंड साहिब में अभी तक केवल स्थानीय लोग ही यात्रा कर रहे हैं।
जिलाधिकारी चमोली ने पुष्टि की है कि बदरीनाथ धाम की यात्रा पूरी तरह से सुचारु हो गई है और शनिवार से विधिवत्त रूप से यात्रा आरंभ होगी। प्रशासन ने यात्रियों को आवश्यक सावधानियां बरतने और सुरक्षा के उपाय अपनाने का सुझाव दिया है ताकि यात्रा सुरक्षित और सुगम हो सके।
मौसम विभाग के अनुसार आगामी कुछ दिनों तक तेज बारिश की संभावना कम है, जिससे यात्रियों को कोई अप्रिय आशंका नहीं है। पर्वतीय इलाकों में ठंडी हवाओं के बीच धूप भी देखने को मिलेगी, जो यात्रा के लिए अनुकूल होगी।
प्रशासन ने बताया कि रास्ते में फंसे लोगों के लिए राहत कार्य जारी है और सभी आवश्यक व्यवस्थाएं खरीदी गई हैं। हाईवे साफ-सुथरा है और यातायात सुचारू तरीके से चल रहा है।
इस बार यात्रियों को कोविड और अन्य स्वास्थ्य संबंधित नियमों का कड़ाई से पालन करना होगा। सुरक्षा और सुविधा को लेकर प्रशासन पूरी तरह तैयार है। इस सुधार के साथ ही श्रद्धालुओं का उत्साह बढ़ा है और वे दर्शन के लिए उत्सुक हैं।
उत्तराखंड के बॉर्डर एरिया में भारी बारिश-बर्फबारी से संपर्कविहीन, 31 सड़कें बंद

Uttarakhand News 6Sep2025
पिथौरागढ़। लगातार हो रही भारी बारिश और बर्फबारी के कारण उत्तराखंड के बॉर्डर इलाके में जनजीवन पूरी तरह प्रभावित है। जिले की सीमा से जुड़ी टनकपुर-तवाघाट राष्ट्रीय राजमार्ग समेत कुल 31 सड़कें बंद हो गई हैं, जिस कारण चीन सीमा से संपर्क टूट गया है। सीमावर्ती इलाकों में आवाजाही पूरी तरह से ठप है और लोग भौतिक तथा आवश्यक वस्तुओं की किल्लत से जूझ रहे हैं।
खासकर एलागाड़ क्षेत्र में सड़क खोलना बेहद मुश्किल हो गया है क्योंकि भारी हिमपात के कारण रास्ते पूरी तरह से बंद हो चुके हैं। सितंबर में पहली बार हंसलिंग चोटी पर भारी हिमपात दर्ज किया गया है, जिसे देखते हुए प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी किया है। लगभग डेढ़ लाख निवासियों वाले इन दूरदराज के गांवों में स्वास्थ्य और खाद्यान्न जैसी बुनियादी जरूरतें भी पहुंचाना कठिन हो गया है।
प्रशासन की ओर से बचाव एवं राहत कार्य चलाए जा रहे हैं, लेकिन खराब मौसम और रास्तों की बंदगी के कारण मदद पहुंचाना चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है। स्थानीय अधिकारियों ने लोगों से संयम बनाए रखने और सुरक्षा के लिए जरूरी सतर्कता बरतने का आग्रह किया है।
मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई है, जिससे हालात और बिगड़ सकते हैं। यह स्थिति सीमावर्ती क्षेत्रों के लिए एक बड़ा संकट बन चुकी है।
हरिद्वार में ऑनलाइन नौकरी के नाम पर युवती से 1.77 लाख की ठगी, पुलिस ने किया केस दर्ज

Uttarakhand News 6Sep2025
हरिद्वार के सिडकुल की व्यस्त सड़कों पर एक महिला से अप्रत्याशित रूप से 1.77 रुपये ठग लिए गए, जिससे वह अपने परिचित पड़ोस में धोखे से हुई अचानक हानि से स्तब्ध और हतप्रभ रह गई।एक लिंक भेजा, जिसके बाद उसके बैंक खाते से बड़ी रकम काट ली गई। पीड़िता ने घटना की सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद थाने में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
पुलिस ने लोगों को ऐसे साइबर अपराधों से सतर्क रहने की चेतावनी दी है। ऑनलाइन नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले लगातार नए तरीके अपना रहे हैं, इसलिए लोगों को संदिग्ध कॉल या लिंक पर ध्यान देने से बचना चाहिए। पुलिस लोगों से आग्रह कर रही है कि वे अपने वित्तीय विवरणों को सुरक्षित रखें और अज्ञात स्रोतों से आई जानकारियों पर तुरंत विश्वास न करें।
अध्ययन से पता चलता है कि साइबर ठग ऐसे फर्जी लिंक भेजकर बैंक खातों की सुरक्षा तोड़ते हैं और महत्वपूर्ण जानकारी चुरा लेते हैं, जिससे बड़े पैमाने पर ठगी होती है। पुलिस ने साइबर क्राइम सेल की मदद से ठगों को पकड़ने की कार्रवाई शुरू कर दी है।
आज के डिजिटल युग में, युवाओं को सतर्क रहते हुए ऑनलाइन अवसरों का सावधानीपूर्वक अन्वेषण करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। कानून प्रवर्तन एजेंसियाँ पूरी लगन से जाँच करती हैं और अपराधियों को पकड़ती हैं, जिससे सभी उपयोगकर्ताओं के लिए एक सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित होता है।
देहरादून नगर निगम में पहली बार बायोमेट्रिक हाजिरी सिस्टम लागू, 10 बजे तक होना अनिवार्य

Uttarakhand News 6Sep2025
देहरादून नगर निगम ने कार्यालयीन कर्मचारियों के समय प्रबंधन में सुधार के लिए पहली बार बायोमेट्रिक हाजिरी सिस्टम शुरू किया है। इसके तहत कर्मचारियों को सुबह दस बजे तक हाजिरी लगाना अनिवार्य होगा। यह प्रणाली हाउस टैक्स, भूमि और एकाउंट्स विभागों में लागू की गई है। फील्ड कर्मचारियों को भी अपनी गतिविधियों का रिकॉर्ड रखना होगा।
नगर निगम अधिकारीयों के अनुसार, यह कदम समय पर कर्मचारियों के उपस्थित न होने की शिकायतों को दूर करने के लिए उठाया गया है। इससे कर्मचारियों की जवाबदेही सुनिश्चित होगी और जनता को बेहतर सेवाएं प्रदान की जा सकेंगी। इस तकनीकी व्यवस्था से निगम प्रशासन को व्यक्तिगत हाजिरी का सटीक रिकॉर्ड मिलेगा जिससे कर्तव्यों का पालन बेहतर होगा।
बायोमेट्रिक सिस्टम के लागू होने से पहले कर्मचारियों की हाजिरी पारंपरिक पद्धति से ली जाती थी, जिसमें कई बार गुंजाइश रहती थी कि कर्मचारी देरी से आ जाएं या गैरहाजिर रहें। अब यह व्यवस्था इसे पूर्णतः समाप्त करेगी।
नगर निगम ने बताया कि जो कर्मचारी निर्धारित समय पर हाजिर नहीं होंगे, उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। साथ ही फील्ड स्टाफ की कार्यप्रणाली पर भी कड़ी नजर रखी जाएगी।
यह कदम संस्था की कार्यकुशलता बढ़ाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। कर्मचारियों से भी अपेक्षा की गई है कि वे स्वयं को इस तकनीकी व्यवस्था के अनुरूप ढालें और बेहतर सेवा की ओर अग्रसर हों।
Uttarakhand News 6Sep2025/sbkinews.in


