Uttarakhand News 8Sep2025

मार्कशीट और सर्टिफिकेट में गलती रोकने को CBSE का सख्त कदम, डेमोग्राफिक डिटेल्ज में गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं

Uttarakhand News 8Sep2025
Uttarakhand News 8Sep2025

सीबीएसई ने छात्रों की मार्कशीट और सर्टिफिकेट में गलतियों को रोकने के लिए कड़े निर्देश जारी किए हैं। बोर्ड ने स्कूलों को आदेश दिया है कि वे नाम, जन्मतिथि, माता-पिता के नाम और अन्य व्यक्तिगत जानकारियों की पूरी सावधानी के साथ जांच करें। इस कदम का मकसद डिजिलाकर सिस्टम में सही और प्रमाणित जानकारी सुनिश्चित करना है, जिससे बाद में कोई संशोधन न करना पड़े।

बोर्ड ने कहा है कि छात्रों की जानकारी स्कूल के सभी रिकॉर्ड जैसे प्रवेश पत्र, छात्र रजिस्टर, प्रवेश-निकासी रजिस्टर और ट्रांसफर सर्टिफिकेट में भी सही होनी चाहिए। यह प्रक्रिया कक्षा 9 से शुरू कर अभिभावकों और स्कूल दोनों की पुष्टि के बाद पूरी होगी।

सीबीएसई ने सुधार की सुविधा भी दी है, जिसमें पंजीकरण के बाद और ‘लिस्ट ऑफ कैंडिडेट्स’ (एलओसी) जमा करने से पहले सुधार के विकल्प उपलब्ध होंगे। छात्र और अभिभावक अपनी जानकारी की जांच और सुधार कर सकते हैं। इसके बाद भी सुधार की विंडो उपलब्ध रहेगी, जिससे किसी भी गलती को दूर किया जा सकेगा।

स्कूलों की लापरवाही पर बोर्ड ने कड़ी नाराजगी जताई है। कई बार स्कूल समय पर सुधार के लिए सही दस्तावेज नहीं भेज पाते या अधूरे अनुरोध प्रस्तुत करते हैं, जिससे प्रक्रिया में देरी होती है और छात्रों को तनाव झेलना पड़ता है।

परीक्षा से पहले एडमिट कार्ड में छात्रों, अभिभावकों और प्रिंसिपल से दोबारा जानकारी की पुष्टि ली जाएगी। परिणाम और प्रमाणपत्र जारी करने के समय भी डिटेल्स का सत्यापन किया जाएगा, ताकि अंत तक किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो।

इस तरह सीबीएसई ने छात्रों को मार्कशीट में गलती से बचाने के लिए मजबूत और पारदर्शी प्रक्रिया सुनिश्चित की है।

बागेश्वर के पौंसारी में बादल फटने के 10 वर्षीय गिरीश का शव मिला, एक युवक अभी भी लापता

07 09 2025 bageshwar body 24039102
Uttarakhand News 8Sep2025

बागेश्वर। पौंसारी में बादल फटने की भयावह घटना के बाद लापता 10 वर्षीय गिरीश जोशी का शव घटना स्थल से लगभग पाँच किलोमीटर दूर कनलगढ़ नदी के किनारे SDRF की टीम ने बरामद कर लिया है। गिरीश राउमावि बैसानी में कक्षा पांचवीं का छात्र था। अपस्थानिक यह घटना इलाके में भारी तबाही लेकर आई।

गिरीश के माता-पिता भी इस आपदा का शिकार हुए थे, जिससे परिवार को भारी क्षति हुई है। इसके साथ ही, एक युवक पूरन जोशी अभी भी लापता है और उसकी खोज जारी है।

एसडीआरएफ और पुलिस की टीमों ने घटनास्थल और आसपास क्षेत्रों में तलाशी अभियान तेज कर दिया है। स्थानीय प्रशासन और बचाव दल पूरी ताकत झोंककर बाकी बचे व्यक्तियों की खोज में जुटे हैं। मौसम विभाग ने भी क्षेत्र में सतर्कता बढ़ा दी है।

बादल फटने से भारी बारिश और ग्लेशियर टूटने से आए बाढ़ में कई मकान और सड़कों को नुकसान पहुंचा, जिससे भारी जनहानि हुई। राहत कार्यों के साथ-साथ बचाव कार्य लगातार जारी हैं।

इस घटना ने पहाड़ों में प्राकृतिक आपदाओं से पूर्व प्रभावी बचाव तंत्र की जरूरत को फिर से उजागर किया है। स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता का भरोसा दिया है।

राजस्थान सरकार ने उत्तराखंड की आपदा राहत के लिए 5 करोड़ रुपये दिए, पुनर्वास कार्यों में तेजी

“people of uttarakhand have played an important role in environmental conservation” cm dhami on
Uttarakhand News 8Sep2025

राजस्थान सरकार ने उत्तराखंड में आई प्राकृतिक आपदा से उत्पन्न स्थिति को देखते हुए 5 करोड़ रुपये की सहायता राशि प्रदान की है। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र भेजकर इस कठिन समय में संवेदना व्यक्त की और कहा कि राजस्थान पूरी तरह से उत्तराखंड के साथ खड़ा है।

यह सहायता राशि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत और पुनर्वास कार्यों को तेज करने के लिए प्रदान की गई है। उत्तराखंड में आई आपदा ने कई इलाकों को बुरी तरह प्रभावित किया है, जिसमें स्थानीय प्रशासन राहत एवं पुनर्वास में जुटा हुआ है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजस्थान सरकार की इस मदद के लिए आभार व्यक्त किया और कहा कि यह सहायता प्रभावित परिवारों के लिए बहुत महत्वपूर्ण साबित होगी। उन्होंने राहत एवं पुनर्वास कार्यों को प्रभावी ढंग से क्रियान्वित करने का आश्वासन दिया।

राजस्थान की आर्थिक और मानवीय सहायता से उत्तराखंड के प्रभावित लोगों को जल्द राहत मिलने की उम्मीद है। राहत कार्यों के तहत क्षतिग्रस्त घरों का पुनर्निर्माण, प्रभावित लोगों को आवश्यक वस्तुएं और अन्य जरूरतों की पूर्ति की जाएगी।

दोनों राज्यों के बीच सहयोग से संकट प्रबंधन और पुनर्वास कार्य और अधिक व्यवस्थित एवं प्रभावी बनेंगे। राजस्थान के इस कदम को व्यापक रूप से सराहा जा रहा है क्योंकि यह न केवल आर्थिक बल्कि मानवीय समर्पण का उदाहरण भी प्रस्तुत करता है।

रुड़की के माधोपुर में युवक की मौत, पुलिसकर्मियों समेत 6 पर हत्या का मुकदमा दर्ज

✩‧₊𝓐𝓷𝔁𝓲𝓮𝓽𝔂༉‧₊
Uttarakhand News 8Sep2025

रुड़की के माधोपुर गांव में 24 अगस्त 2024 को हुई वसीम नामक युवक की मौत के मामले में तहरीर के आधार पर पुलिस ने तीन पुलिसकर्मियों सहित छह लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। मृतक वसीम के चचेरे भाई ने आरोप लगाया है कि वसीम को पुलिसकर्मियों और अन्य आरोपियों ने लाठी-डंडों से गंभीर रूप से पीटा और फिर तालाब में फेंक दिया, जिससे उसकी मौत हो गई।

यह घटना स्थानीय निवासियों और परिवार के लिए बेहद दुखदाई और संवेदनशील है। पुलिस ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी पुलिसकर्मियों के साथ अन्य संदिग्धों की भी पहचान की जा रही है और जल्द ही उन्हें हिरासत में लेकर न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा।

मृतक के परिवार ने न्याय की माँग की है और इस मामले में कड़ी कार्रवाई की उम्मीद जताई है। प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तेजी से जांच करने का आश्वासन दिया है।

यह मामला ग्रामीण क्षेत्र में पुलिस और आम जनता के बीच रिश्तों की संवेदनशीलता को दर्शाता है और सवाल उठाता है कि कानून व्यवस्था बनाए रखने वाले खुद कानून के उल्लंघन में कैसे संलिप्त हो सकते हैं।

उत्तराखंड में साइबर ठगी के मास्टरमाइंड ने हाई कोर्ट को गुमराह किया, हरिद्वार से सहारनपुर तक दर्ज मुकदमा

uttarkashi महापंचायत पर हाईकोर्ट में सुनावई, हाईकोर्ट ने दिए सख्त कार्रवाई ने निर्देश
Uttarakhand News 8Sep2025

उत्तराखंड के ज्वालापुर इलाके में साइबर ठगी के मामले में मास्टरमाइंड कृष्णकांत ने पुलिस और हाई कोर्ट को गुमराह करने की कोशिश की। उसने सुरेंद्र के माध्यम से हाई कोर्ट में फर्जी याचिका दायर कराई, ताकि खाताधारकों को तुरंत गिरफ्तार कराया जा सके और जांच पर दबाव बनाया जा सके।

पुलिस ने इस साजिश का खुलासा कर दिया और कृष्णकांत की तलाश जारी है। आरोप है कि यह गिरोह खाताधारकों के फर्जी दस्तावेजों से ठगी करता था और पुलिस के खिलाफ गलत बयानबाजी करता था। कृष्णकांत ने अपने भाई, साले और सुरेंद्र के साथ मिलकर इस साइबर ठगी की योजना बनाई थी।

जांच में इस गिरोह ने फर्जी वारंट तैयार किए और नकली दस्तावेजों का इस्तेमाल कर पीड़ितों के खातों में नकद जमा करवाए। पुलिस ने कंप्यूटर, प्रिंटर और गैर जमानती वारंट बरामद किए हैं। इस मामले से बड़ी साजिश का पर्दाफाश हुआ है।

हरिद्वार पुलिस ने बताया कि आरोपी गिरोह के अन्य सदस्य भी सक्रिय हैं और उनकी खोज में कई टीमें लगी हुई हैं। पुलिस ने पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए पूरी तत्परता से काम करने का आश्वासन दिया है।

साइबर ठगी की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए सरकार और पुलिस सतर्क हैं, और आम लोगों से अपील की जा रही है कि वे किसी भी ऑनलाइन निवेश या फर्जी कॉल पर बिना जांच के पैसे न लगाएं।

यह मामला साइबर ठगी के खिलाफ सख्त कार्रवाई और जांच के लिए उदाहरण बन गया है, जिसमें तकनीकी और कानूनी कार्रवाई से बड़े घोटाले का खुलासा हुआ।

Uttarakhand News 8Sep2025/sbkinews.in

Uttarakhand News 8Sep2025/Uttarakhand News 8Sep2025/Uttarakhand News 8Sep2025/Uttarakhand News 8Sep2025/Uttarakhand News 8Sep2025

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *